MP Board Class 10 Hindi Question Bank Unit 1 :
इकाई 1: क्षितिज भाग-2, काव्य खण्ड
- पद्य साहित्य का इतिहास एवं काल-विभाजन
- रीतिकाल
- आधुनिक काल (प्रयोगवाद, प्रगतिवाद, नई कविता)
- कवि परिचय
- भावार्थ
- संदर्भ
- प्रसंग
- भावार्थ
- काव्य सौन्दर्य
- सौंदर्य बोध तथा भाव एवं विषय-वस्तु आधारित प्रश्न
वस्तुनिष्ठ प्रश्न: सही विकल्प चुनकर उत्तर लिखिए
- हिन्दी के पद्य साहित्य का दूसरा काल है-
(अ) रीतिकाल
(ब) भक्तिकाल
(स) आदिकाल
(द) आधुनिक काल
उत्तर: (ब) भक्तिकाल - आधुनिक काल का आरम्भ होता है-
(अ) संवत् 1900 से
(ब) संवत् 1050 से
(स) संवत् 1375 से
(द) संवत् 1800 से
उत्तर: (अ) संवत् 1900 से - छायावाद के आधार स्तम्भ कवि नहीं है-
(अ) निराला
(ब) जयशंकर प्रसाद
(स) महादेवी वर्मा
(द) सूरदास
उत्तर: (द) सूरदास - प्रयोगवाद के कवि हैं-
(अ) अज्ञेय
(ब) सुमित्रानंदन पंत
(स) महादेवी वर्मा
(द) रघुवीर सहाय
उत्तर: (अ) अज्ञेय - नई कविता के कवि हैं-
(अ) निराला
(ब) रघुवीर सहाय
(स) महादेवी वर्मा
(द) सुमित्रानंदन पंत
उत्तर: (ब) रघुवीर सहाय - भक्तिकाल की समय सीमा है-
(अ) संवत् 1050 से संवत् 1375
(ब) संवत् 1375 से संवत् 1700
(स) संवत् 1700 से संवत् 1900
(द) संवत् 1900 से अब तक
उत्तर: (ब) संवत् 1375 से संवत् 1700
- प्रयोगवाद का आरंभ माना जाता है-
(अ) सन् 1943 से
(ब) सन् 1911 से
(स) सन् 1963 से
(द) सन् 1936 से
उत्तर: (अ) सन् 1943 से - नंद नंदन का प्रयोग किया गया है-
(अ) उद्धव के लिए
(ब) गोपियों के लिए
(स) कृष्ण के लिए
(द) सूरदास के लिए
उत्तर: (स) कृष्ण के लिए - गोपियों को ज्ञान व योग की बातें लगती है-
(अ) मधुर
(ब) नीरस
(स) कड़वी ककड़ी सी
(द) अग्नि के समान
उत्तर: (स) कड़वी ककड़ी सी - गोपियों ने श्रीकृष्ण की तुलना की है-
(अ) हारिल की लकड़ी से
(ब) नीम की लकड़ी से
(स) चंदन की लकड़ी से
(द) तुलसी की लकड़ी से
उत्तर: (स) चंदन की लकड़ी से - ‘व्याधि’ शब्द का अर्थ है-
(अ) आधार
(ब) चिंता
(स) रोग
(द) विरह
उत्तर: (स) रोग - सूर के पद में भाषा है-
(अ) ब्रज
(ब) मैथिली
(स) खड़ी बोली
(द) बघेली
उत्तर: (अ) ब्रज - ‘मरजादा न लही’ के माध्यम से मर्यादा की बात कही है-
(अ) समाज की
(ब) प्रेम संबंध की
(स) परिवार की
(द) ग्राम घर की
उत्तर: (ब) प्रेम संबंध की - सूरदास के गुरु थे-
(अ) नरहरिदास
(ब) विठ्ठलनाथ
(स) हरिदास
(द) वल्लभाचार्य
उत्तर: (द) वल्लभाचार्य - सूर के आराध्य है-
(अ) श्रीराम
(ब) नानक
(स) श्रीकृष्ण
(द) शिव
उत्तर: (स) श्रीकृष्ण - ‘पुरइनि पात’ का अर्थ है-
(अ) कमल का पत्ता
(ब) कमल का फूल
(स) पूरी तरह
(द) पुरवाई
उत्तर: (स) पूरी तरह - सूर की रचना नहीं है-
(अ) सूरसागर
(ब) साहित्य लहरी
(स) सूरसारावली
(द) विनय पत्रिका
उत्तर: (द) विनय पत्रिका - परशुराम को व्यंग्य भरे उत्तर दिए-
(अ) राम ने
(ब) लक्ष्मण ने
(स) विश्वामित्र ने
(द) जनक
उत्तर: (ब) लक्ष्मण ने - शिव धनुष के टूटने पर क्रोधित हो उठे-
(अ) विश्वामित्र
(ब) लक्ष्मण
(स) परशुराम
(द) रावण
उत्तर: (स) परशुराम - रामचरितमानस की भाषा है-
(अ) ब्रज
(ब) बुन्देली
(स) अवधी
(द) मालवी
उत्तर: (स) अवधी - राम-लक्ष्मण के गुरु का नाम था-
(अ) परशुराम
(ब) विश्वामित्र
(स) भृगु
(द) तुलसीदास
उत्तर: (ब) विश्वामित्र - · सहस्त्रबाहु का वध किया था-
(अ) राम ने
(ब) परशुराम ने
(स) लक्ष्मण ने
(द) विश्वामित्र ने
उत्तर: (ब) परशुराम ने - · कवि अपनी आत्मकथा को बता रहा है-
(अ) भोली
(ब) करुण
(स) सच्ची
(द) सुन्दर
उत्तर: (ब) करुण - · थके पथिक की पंधा में अलंकार है-
(अ) उपमा
(ब) अनुप्रास
(स) यमक
(द) रूपक
उत्तर: (अ) उपमा - · छायावाद के प्रतिनिधि कवि है-
(अ) जयशंकर प्रसाद
(ब) ऋतुराज
(स) सूरदास
(द) धर्मवीर भारती
उत्तर: (अ) जयशंकर प्रसाद - · प्रसाद जी को कामायनी पर पारितोषिक मिला-
(अ) ज्ञानपीठ
(ब) दिनकर पारितोषिक
(स) सरस्वती सम्मान
(द) मंगला पारितोषिक
उत्तर: (स) सरस्वती सम्मान - · जयशंकर प्रसाद का संग्रह नहीं है-
(अ) आकाशदीप
(ब) इंद्रजाल
(स) आंधी
(द) साये में धूप
उत्तर: (द) साये में धूप - · ‘उत्साह’ कविता में बादल प्रतीक है-
(अ) शांति का
(ब) गति का
(स) क्रांति का
(द) सुख का
उत्तर: (स) क्रांति का - · कवि ने बादलों को किसकी कल्पना के समान पाले हुए माना है-
(अ) बाल कल्पना
(ब) आसमान की कल्पना
(स) विद्युत की कल्पना
(द) काले घुंघराले वालों की कल्पना
उत्तर: (द) काले घुंघराले वालों की कल्पना - · कवि ने बादलों के लिए विशेषण प्रयोग किया है-
(अ) अनन्त
(ब) ललिता
(स) नवजीवन वाले
(द) मनमोहक
उत्तर: (स) नवजीवन वाले - · कवि बादलों से बरसने का आह्वान कर रहा है-
(अ) गोल-गोल घूमकर बरसने को
(ब) आकाश को घेरकर बरसने को
(स) धीरे-धीरे बरसने को
(द) तीव्र वेग में बरसने को
उत्तर: (द) तीव्र वेग में बरसने को - · कवि ने तृप्त धरा के माध्यम से संकेत किया है-
(अ) जनसामान्य की पीड़ा
(ब) अत्यधिक गर्मी
(स) जलवायु परिवर्तन
(द) वैश्विक तपन
उत्तर: (ब) अत्यधिक गर्मी - · ‘यह दन्तुरित मुस्कान’ पाठ के लेखक हैं-
(अ) नवीन
(ब) नागार्जुन
(स) ऋतुराज
(द) निराला
उत्तर: (द) निराला
रिक्त स्थान में सही शब्द चुनकर लिखिए
- सूर की भक्ति दास भाव की है।
(साख्य भाव / दास भाव) - सूरदास जन्मांध थे।
(जन्मांध / गूंगे) - गोपियाँ उद्धव को हतभागी मानती हैं।
(हतभागी / बड़भागी) - गोपियों के लिए श्री कृष्ण हारिल की लकड़ी की तरह है।
(लकड़ी / फूल) - हरि है कूटनीति।
(राजनीति / कूटनीति) - सूरदास का निधन रुनकता में हुआ।
(रुनकता / पारसौली) - गोपियों ने मधुर संबोधन के लिए उद्धव के लिए दिया।
(कृष्ण / उद्धव) - सूरदास जी मुख्यतः वात्सल्य रस के कवि है।
(वात्सल्य रस / शांत रस) - योग संदेश लेकर उद्धव मथुरा से बृजधाम आये हैं।
(अक्रूर / उद्धव) - छुअत टूट रघुपति न दोसू कथन का है लक्ष्मण।
(विश्वामित्र / लक्ष्मण) - परशुराम स्वभाव से क्रोधी थे।
(क्रोधी / दयालु) - रघुकुल में देवता ब्राह्मण, ईश्वर भक्त और गाय का वध नहीं किया जाता था।
(गाय / पक्षियों) - परशुराम निडर थे।
(निडर / कायर) - परशुराम के गुरु भगवान शिव थे।
(भगवान शिव / भगवान विष्णु) - कवि के सरल स्वभाव के कारण मित्रों।
(मित्रों / रिश्तेदारों) - आलिंगन में आते-आते मुसक्या।
(रूठकर / मुसक्या) - निराला ने बादलों से बरसने का आग्रह कर रहा है।
(बरसने / नाचने) - निराला ने बादलों को केशों के समान सुन्दर बताया है।
(केशों / आँखों) - उत्साह कविता की भाषा संस्कृतनिष्ठ खड़ी बोली है।
(संस्कृतनिष्ठ खड़ी बोली / बघेली) - निराला की अधिकांश रचनाएँ मुक्तक छन्द में मिलती है।
(गीतिका / मुक्तक) - दुविधाहत साहस का शाब्दिक अर्थ साहस होते हुए दुविधाग्रस्त रहना है।
(साहस होते हुए दुविधाग्रस्त रहना / बिना दुविधा के रहना) - हर चंद्रिका में छिपी एक रात कृष्णा है।
(कृष्णा / सुंदर)
23. ही जोड़ी बनाकर लिखिए
24. खंड I
I | II |
1. सूर के पद | (य) सूरदास |
2. उत्साह | (अ) निराला |
3. निराला | (स) यह दन्तुरित मुस्कान |
4. राम-लक्ष्मण परशुराम संवाद | (व) तुलसीदास |
5. आत्मकथ्य | (उ) जयशंकर प्रसाद |
25. खंड II
I | II |
1. विनयपत्रिका | (उ) तुलसीदास |
2. कामायनी | (अ) जयशंकर प्रसाद |
3. साहित्य लहरी | (य) सूरदास |
4. युगधारा | (स) मंगलेश डबराल |
5. पहाड़ पर लालटेन | (व) नागार्जुन |
26. खंड III
I | II |
1. तुम्हारी यह | (स) अट नहीं रही है |
2. थके पथिक की | (उ) पंथा की |
3. मुख्य गायक की | (व) माँझ रही |
4. मन की मन ही | (अ) गरज में |
5. आभा फागुन की | (य) तन |
27. खंड IV
I | II |
1. सूरदास का जन्म एवं मृत्यु | (उ) सन् 1478, सन् 1583 |
2. तुलसीदास का जन्म एवं मृत्यु | (अ) सन् 1532, सन् 1623 |
3. जयशंकर प्रसाद का जन्म एवं मृत्यु | (स) सन् 1889, सन् 1937 |
4. निराला का जन्म एवं मृत्यु | (व) सन् 1899, सन् 1961 |
5. नागार्जुन का जन्म एवं मृत्यु | (य) सन् 1911, सन् 1998 |
6. मंगलेश डबराल का जन्म | (ब) सन् 1948 |
एक वाक्य में उत्तर लिखिए
- सूरदास भक्तिकाल की किस शाखा के कवि हैं?
उत्तर: सूरदास भक्तिकाल की कृष्ण भक्ति शाखा के कवि हैं। - गोपियों के अनुसार राजा का धर्म क्या है?
उत्तर: गोपियों के अनुसार राजा का धर्म प्रजा की रक्षा करना है। - सूरसारावली के कवि का क्या नाम है?
उत्तर: सूरसारावली के कवि का नाम सूरदास है। - गोपियों ने भ्रमर के बहाने 4 पद कहाँ से लिए गए हैं?
उत्तर: गोपियों ने भ्रमर के बहाने 4 पद सूरसागर से लिए गए हैं। - गोपियों ने भ्रमर के बहाने किस पर व्यंग्य बाण छोड़े हैं?
उत्तर: गोपियों ने भ्रमर के बहाने उद्धव पर व्यंग्य बाण छोड़े हैं। - राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद रामचरितमानस के किस कांड से लिया गया है?
उत्तर: राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद रामचरितमानस के बालकांड से लिया गया है। - गोस्वामी तुलसीदास की मृत्यु कहाँ हुई?
उत्तर: गोस्वामी तुलसीदास की मृत्यु काशी (वाराणसी) में हुई। - सीता स्वयंवर में राम-लक्ष्मण किसके साथ आए थे?
उत्तर: सीता स्वयंवर में राम-लक्ष्मण विश्वामित्र के साथ आए थे। - ‘बालकु बोलि बधौ नाहि तोही’ में कौन सा अलंकार है?
उत्तर: ‘बालकु बोलि बधौ नाहि तोही’ में अनुप्रास अलंकार है। - ऊँगली दिखाने से कौन मुरझा जाता है?
उत्तर: ऊँगली दिखाने से पत्तियाँ मुरझा जाती हैं। - कवि प्रसाद जी अपने किस स्वभाव को दोष नहीं देना चाहते?
उत्तर: कवि प्रसाद जी अपने सरल स्वभाव को दोष नहीं देना चाहते। - मुरझाकर गिर रही पत्तियाँ किसका प्रतीक हैं?
उत्तर: मुरझाकर गिर रही पत्तियाँ जीवन की नश्वरता का प्रतीक हैं। - ‘आत्मकथ्य’ कविता में किस पक्ष की अभिव्यक्ति हुई?
उत्तर: ‘आत्मकथ्य’ कविता में कवि के अंतर्मन की अभिव्यक्ति हुई है।
एक वाक्य में उत्तर लिखिए
- प्रेयसी के कपोलों की लालिमा की तुलना किससे की गई है?
उत्तर: प्रेयसी के कपोलों की लालिमा की तुलना बिम्ब फल की लालिमा से की गई है। - प्रसाद जी के आलिंगन में आते-आते क्या भाग गया?
उत्तर: प्रसाद जी के आलिंगन में आते-आते हँसी भाग गई। - बादल के हृदय में कौन छुपा है?
उत्तर: बादल के हृदय में मेघ छुपा है। - विश्व के सकल जन कैसे हो रहे हैं?
उत्तर: विश्व के सकल जन तप्त धरा से तप रहे हैं। - ‘घेर घेर घोर गगन’ में कौन सा अलंकार है?
उत्तर: ‘घेर घेर घोर गगन’ में अनुप्रास अलंकार है। - बादल किस दिशा से आते हैं?
उत्तर: बादल पूर्व दिशा से आते हैं। - तप्त धरा का सांकेतिक अर्थ क्या है?
उत्तर: तप्त धरा का सांकेतिक अर्थ अत्यधिक गर्मी और प्यास से पीड़ित धरती है।
सत्य-असत्य लिखिए
- गोपियाँ कृष्ण द्वारा चुराए गए अपने मन को वापस माँग रही हैं।
उत्तर: असत्य
(गोपियाँ अपने मन को वापस नहीं माँग रही हैं, बल्कि वे कृष्ण के प्रति अपनी विरह-व्यथा व्यक्त कर रही हैं।) - अच्छे लोग परहित के लिए दौड़े चले आते हैं।
उत्तर: सत्य - उद्धव का संदेश गोपियों को गुड़ की तरह मीठा लगा।
उत्तर: असत्य
(उद्धव का संदेश गोपियों को कड़वी ककड़ी की तरह लगा।) - योग संदेश सुनकर गोपियों की विरह अग्नि बढ़ रही है।
उत्तर: सत्य - राजा का धर्म है कि प्रजा को न सताए।
उत्तर: सत्य - शिव धनुष राम ने तोड़ा।
उत्तर: सत्य - कुछ क्षत्रिय राजाओं को हराकर परशुराम, राम-लक्ष्मण को हराने के सपने देख रहे थे।
उत्तर: असत्य
(परशुराम राम-लक्ष्मण को हराने का सपना नहीं देख रहे थे, बल्कि वे शिव धनुष तोड़े जाने से क्रोधित थे।) - वीर व्यक्ति अपनी प्रशंसा स्वयं करते हैं।
उत्तर: असत्य
(आत्मकथ्य में प्रसाद जी कहते हैं कि वीर अपनी प्रशंसा स्वयं नहीं करते।) - शिव धनुष को खंडित देखकर परशुराम क्रोधित हो उठे।
उत्तर: सत्य - परशुराम के फरसे को देखकर लक्ष्मण भयभीत हो गए।
उत्तर: असत्य
(लक्ष्मण भयभीत नहीं हुए, बल्कि उन्होंने परशुराम को व्यंग्य भरे उत्तर दिए।) - जयशंकर प्रसाद का जन्म वाराणसी में हुआ।
उत्तर: सत्य - आत्मकथ्य कविता पहली बार 1932 में हंस पत्रिका के आत्मकथा विशेषांक में प्रकाशित हुई थी।
उत्तर: सत्य - जयशंकर प्रसाद मौन रहकर औरों की कथा सुनने के इच्छुक थे।
उत्तर: सत्य - कवि जयशंकर प्रसाद अपने जीवन के निजी अनुभवों को सबसे बाँटना चाहते हैं।
उत्तर: असत्य
(प्रसाद जी आत्मकथ्य में कहते हैं कि वे अपने अनुभवों को बाँटना नहीं चाहते।) - कवि प्रसाद ने अपने मन को भँवरे का रूप दिया है।
उत्तर: सत्य - अट नहीं रही कविता फागुन की मादकता को प्रकट करती है।
उत्तर: सत्य - छायावादी कवियों में निराला ने सबसे पहले मुक्तक छंद का प्रयोग किया।
उत्तर: सत्य - निराला पूँजीवाद के समर्थक तथा पोषक थे।
उत्तर: असत्य
(निराला पूँजीवाद के विरोधी थे और प्रगतिवादी विचारधारा से जुड़े थे।) - निराला को आधुनिक कवि भी कहा जाता है।
उत्तर: सत्य - निराला प्रगतिवादी कवि हैं।
उत्तर: सत्य
लघु उत्तरीय प्रश्न (02 अंक)
- पद्य साहित्य से आप क्या समझते हैं? लिखिए।
उत्तर: पद्य साहित्य वह साहित्य है जो छंद, लय, तुक और अलंकारों के माध्यम से भावनाओं, विचारों और कल्पनाओं को काव्यात्मक रूप में व्यक्त करता है। यह गद्य से भिन्न होता है और इसमें कविता, दोहा, चौपाई जैसे रूप शामिल होते हैं। - हिन्दी पद्य साहित्य को कितने कालों में बाँटा गया है, नाम लिखते हुए समयावधि भी लिखिए।
उत्तर: हिन्दी पद्य साहित्य को चार कालों में बाँटा गया है:- आदिकाल (संवत् 1050 से 1375 तक)
- भक्तिकाल (संवत् 1375 से 1700 तक)
- रीतिकाल (संवत् 1700 से 1900 तक)
- आधुनिक काल (संवत् 1900 से अब तक)
- रीतिकाल को शृंगार काल क्यों कहा गया है? लिखिए।
उत्तर: रीतिकाल को शृंगार काल इसलिए कहा गया है, क्योंकि इस काल की कविता में शृंगार रस की प्रधानता थी, जिसमें प्रेम, सौंदर्य, और नायक-नायिका के भावों का चित्रण प्रमुखता से किया गया। रीतिकालीन कवियों ने काव्य में अलंकारों और रसों पर विशेष ध्यान दिया, जिससे यह काल शृंगारिकता का पर्याय बन गया। - रीतिकालीन दो कवियों के नाम एवं प्रत्येक की एक-एक रचना लिखिए।
उत्तर: रीतिकालीन दो कवि और उनकी रचनाएँ निम्नलिखित हैं:- बिहारी: रचना – बिहारी सतसई
- घनानंद: रचना – सुजानहित
- प्रयोगवाद की कोई दो विशेषताएँ / प्रवृत्तियाँ लिखिए।
उत्तर: प्रयोगवाद की दो विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:- नई काव्य शैली और भाषा का प्रयोग, जिसमें पारंपरिक छंदों से हटकर मुक्त छंद का उपयोग किया गया।
- व्यक्तिगत भावनाओं और अनुभवों को प्रतीकात्मक और जटिल रूप में व्यक्त करना।
- प्रयोगवादी दो कवियों के नाम एवं प्रत्येक की एक-एक रचना का नाम लिखिए।
उत्तर: प्रयोगवादी दो कवि और उनकी रचनाएँ निम्नलिखित हैं:- अज्ञेय: रचना – भागे हुए से फिरें
- मुक्तिबोध: रचना – चाँद का मुँह टेढ़ा है
- प्रगतिवादी दो कवियों के नाम एवं प्रत्येक की एक-एक रचना का नाम लिखिए।
उत्तर: प्रगतिवादी दो कवि और उनकी रचनाएँ निम्नलिखित हैं:- निराला: रचना – जुही की कली
- नागार्जुन: रचना – बादल को घिरते देखा है
- प्रगतिवाद की कोई दो विशेषताएँ / प्रवृत्तियाँ लिखिए।
उत्तर: प्रगतिवाद की दो विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:- सामाजिक असमानता, शोषण और पूँजीवाद का विरोध करना।
- जनसामान्य के दुख-दर्द और संघर्षों को कविता में व्यक्त करना।
- नई कविता की कोई दो विशेषताएँ / प्रवृत्तियाँ लिखिए।
उत्तर: नई कविता की दो विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:- आधुनिक जीवन की जटिलताओं और मनोवैज्ञानिक पहलुओं को व्यक्त करना।
- पारंपरिक काव्य रूपों से हटकर व्यक्तिगत और प्रतीकात्मक शैली का प्रयोग करना।
- नई कविता के दो कवि एवं उनकी एक-एक रचना का नाम लिखिए।
उत्तर: नई कविता के दो कवि और उनकी रचनाएँ निम्नलिखित हैं:- रघुवीर सहाय: रचना – हँसो हँसो जल्दी हँसो
- कुँवर नारायण: रचना – चक्रव्यूह
- सूरदास की काव्यगत विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर: सूरदास की काव्यगत विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:- वात्सल्य और शृंगार रस की प्रधानता, विशेष रूप से बाल-कृष्ण के चित्रण में।
- ब्रज भाषा का सरल और मधुर प्रयोग, जिसमें लोक जीवन की झलक दिखती है।
- सूरदास के साहित्य का भावपक्ष लिखते हुए 2 रचनाओं के नाम लिखिए।
उत्तर: सूरदास के साहित्य का भावपक्ष भक्ति, प्रेम, और विरह के भावों से परिपूर्ण है, जिसमें वे कृष्ण की लीलाओं और गोपियों की भावनाओं को मार्मिक रूप से व्यक्त करते हैं। उनकी दो रचनाएँ हैं: सूरसागर और सूरसारावली।