10th Science chapter 8 jiv janan kaise karte hai Question Answer
अध्याय 8: जीव जनन कैसे करते है प्रश्नोत्तर
Multiple Choice Questions on jiv janan kaise karte hai
प्रश्न 1: जनन की प्रक्रिया में कौन-सी संरचना आनुवंशिक जानकारी वहन करती है?
- कोशिका भित्ति
- डी.एन.ए.
- माइटोकॉन्ड्रिया
- राइबोसोम
उत्तर: डी.एन.ए. स्पष्टीकरण: डी.एन.ए. (DNA) वह संरचना है जो आनुवंशिक जानकारी को वहन करती है और संतति में स्थानांतरित करती है।
प्रश्न 2: अलैंगिक जनन में कितने जनक भाग लेते हैं?
- एक
- दो
- तीन
- चार
उत्तर: एक स्पष्टीकरण: अलैंगिक जनन में केवल एक जनक भाग लेता है और संतति उत्पन्न करता है।
प्रश्न 3: लैंगिक जनन में कौन-कौन से युग्मक भाग लेते हैं?
- शुक्राणु और अंडाणु
- डी.एन.ए. और आर.एन.ए.
- कोशिका भित्ति और कोशिका झिल्ली
- माइटोकॉन्ड्रिया और राइबोसोम
उत्तर: शुक्राणु और अंडाणु स्पष्टीकरण: लैंगिक जनन में नर और मादा युग्मक (शुक्राणु और अंडाणु) का संयोग होता है।
प्रश्न 4: द्विविभाजन किस प्रकार का जनन है?
- लैंगिक जनन
- अलैंगिक जनन
- कायिक प्रवर्धन
- बीजाणुजनन
उत्तर: अलैंगिक जनन स्पष्टीकरण: द्विविभाजन एक प्रकार का अलैंगिक जनन है, जिसमें एक कोशिका दो समान कोशिकाओं में विभाजित होती है।
प्रश्न 5: अमीबा में कौन-सा जनन होता है?
- मुकुलन
- द्विविभाजन
- खंडन
- बीजाणुजनन
उत्तर: द्विविभाजन स्पष्टीकरण: अमीबा में द्विविभाजन के माध्यम से जनन होता है, जिसमें एक कोशिका दो समान कोशिकाओं में विभाजित होती है।
प्रश्न 6: यीस्ट में जनन किस विधि से होता है?
- खंडन
- मुकुलन
- बीजाणुजनन
- कायिक प्रवर्धन
उत्तर: मुकुलन स्पष्टीकरण: यीस्ट में मुकुलन (Budding) के माध्यम से जनन होता है, जिसमें एक छोटी गांठ बनती है और नई संतति उत्पन्न होती है।
प्रश्न 7: स्पाइरोगायरा में जनन किस विधि से होता है?
- द्विविभाजन
- खंडन
- बीजाणुजनन
- कायिक प्रवर्धन
उत्तर: खंडन स्पष्टीकरण: स्पाइरोगायरा में खंडन (Fragmentation) के माध्यम से जनन होता है, जिसमें शरीर के टुकड़े नए जीव बनाते हैं।
प्रश्न 8: बीजाणुजनन किस जीव में पाया जाता है?
- अमीबा
- यीस्ट
- राइजोपस
- स्पाइरोगायरा
उत्तर: राइजोपस स्पष्टीकरण: राइजोपस (फफूंदी) में बीजाणुजनन (Spore Formation) के माध्यम से जनन होता है।
प्रश्न 9: कायिक प्रवर्धन किस प्रकार का जनन है?
- लैंगिक जनन
- अलैंगिक जनन
- द्विविभाजन
- बीजाणुजनन
उत्तर: अलैंगिक जनन स्पष्टीकरण: कायिक प्रवर्धन एक प्रकार का अलैंगिक जनन है, जिसमें पौधों के अंगों से नई संतति उत्पन्न होती है।
प्रश्न 10: लैंगिक जनन में निषेचन के बाद बनने वाली संरचना क्या कहलाती है?
- भ्रूण
- युग्मनज
- बीजाणु
- कायिक कोशिका
उत्तर: युग्मनज स्पष्टीकरण: लैंगिक जनन में नर और मादा युग्मकों के संयोग से युग्मनज (Zygote) बनता है।
प्रश्न 11: मानवों में निषेचन कहाँ होता है?
- गर्भाशय
- अंडाशय
- अंडवाहिनी
- वृषण
उत्तर: अंडवाहिनी स्पष्टीकरण: मानवों में निषेचन अंडवाहिनी (Fallopian tube) में होता है।
प्रश्न 12: शुक्राणु कहाँ बनते हैं?
- अंडाशय
- वृषण
- गर्भाशय
- अंडवाहिनी
उत्तर: वृषण स्पष्टीकरण: शुक्राणु वृषण (Testes) में बनते हैं।
प्रश्न 13: अंडाणु कहाँ बनते हैं?
- अंडाशय
- वृषण
- गर्भाशय
- अंडवाहिनी
उत्तर: अंडाशय स्पष्टीकरण: अंडाणु अंडाशय (Ovary) में बनते हैं।
प्रश्न 14: गर्भाशय का कार्य क्या है?
- निषेचन करना
- भ्रूण का पोषण और विकास
- अंडाणु बनाना
- शुक्राणु बनाना
उत्तर: भ्रूण का पोषण और विकास स्पष्टीकरण: गर्भाशय भ्रूण के पोषण और विकास के लिए जिम्मेदार होता है।
प्रश्न 15: गर्भनिरोधक गोलियाँ किस पर कार्य करती हैं?
- शुक्राणु पर
- अंडाणु पर
- हार्मोन पर
- युग्मनज पर
उत्तर: हार्मोन पर स्पष्टीकरण: गर्भनिरोधक गोलियाँ हार्मोन पर कार्य करती हैं और अंडाणु के निर्माण को रोकती हैं।
प्रश्न 16: डी.एन.ए. की प्रतिकृति बनाना जनन की कौन-सी घटना है?
- अंतिम घटना
- सहायक घटना
- मूल घटना
- आकस्मिक घटना उत्तर: मूल घटना
प्रश्न 17: बीजाणुजनन में बीजाणु किस प्रकार की भित्ति से सुरक्षित रहते हैं?
- पतली
- पारदर्शी
- मोटी
- लचीली उत्तर: मोटी
प्रश्न 18: बहुखंडन किस जीव में होता है?
- अमीबा
- प्लैज्मोडियम
- यीस्ट
- स्पाइरोगायरा उत्तर: प्लैज्मोडियम
प्रश्न 19: कायिक प्रवर्धन में कौन-से अंगों से नए पौधे उत्पन्न होते हैं?
- फूल
- बीज
- जड़, तना, पत्तियाँ
- फल उत्तर: जड़, तना, पत्तियाँ
प्रश्न 20: जटिल संरचना वाले जीव पुनरुद्भवन द्वारा नई संतति क्यों नहीं बना सकते?
- कोशिका विभाजन नहीं होता
- ऊतक विशेष नहीं बनते
- अंगों की मरम्मत नहीं होती
- इनमें डी.एन.ए. नहीं होता उत्तर: ऊतक विशेष नहीं बनते
प्रश्न 21: लैंगिक जनन में विभिन्नता उत्पन्न होने का कारण क्या है?
- डी.एन.ए. की समानता
- एकल जनक
- युग्मकों का संयोग
- कोशिका विभाजन उत्तर: युग्मकों का संयोग
प्रश्न 22: बीजाणुजनन में बीजाणु किस माध्यम से दूर-दूर तक फैलते हैं?
- जल
- वायु
- कीट
- प्रकाश उत्तर: वायु
प्रश्न 23: डी.एन.ए. प्रतिकृति में उत्पन्न विभिन्नता किसका आधार है?
- कोशिका विभाजन
- जैव विकास
- निषेचन
- कायिक प्रवर्धन उत्तर: जैव विकास
प्रश्न 24: लैंगिक जनन में बनने वाला युग्मनज किसका परिणाम होता है?
- कोशिका विभाजन
- निषेचन
- कायिक प्रवर्धन
- बीजाणुजनन उत्तर: निषेचन
प्रश्न 25: किस विधि से ऐसे पौधे उगाए जा सकते हैं जो बीज नहीं बनाते?
- लैंगिक जनन
- कायिक प्रवर्धन
- बीजाणुजनन
- खंडन उत्तर: कायिक प्रवर्धन
प्रश्न 26: डी.एन.ए. में कौन-सी जानकारी होती है?
- पोषण संबंधी
- आनुवंशिक
- श्वसन संबंधी
- उत्सर्जन संबंधी उत्तर: आनुवंशिक
प्रश्न 27: पुनरुद्भवन की प्रक्रिया किसमें नहीं पाई जाती?
- प्लैनैरिया
- स्टारफिश
- मानव
- हाइड्रा उत्तर: मानव
प्रश्न 28: लैंगिक जनन में संतति किसके समान होती है?
- केवल पिता के
- केवल माता के
- दोनों के समान
- किसी के समान नहीं उत्तर: दोनों के समान
प्रश्न 29: बीजाणुजनन में बीजाणु किस परिस्थिति में वृद्धि करते हैं?
- सूखी सतह पर
- नम सतह पर
- गर्म सतह पर
- ठंडी सतह पर उत्तर: नम सतह पर
प्रश्न 30: डी.एन.ए. की प्रतिकृति में उत्पन्न त्रुटियाँ क्या कहलाती हैं?
- दोष
- उत्परिवर्तन
- विभाजन
- निषेचन उत्तर: उत्परिवर्तन
Short Answer Type Questions लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type Questions)
- जीव जनन क्यों करते हैं, जबकि यह उनके व्यक्तिगत अस्तित्व के लिए आवश्यक नहीं है?
Answer: जीव जनन करते हैं ताकि उनकी प्रजाति (स्पीशीज़) का अस्तित्व बना रहे और उसकी संख्या में वृद्धि हो सके। यदि जीव जनन न करें, तो उनकी प्रजाति विलुप्त हो जाएगी। जनन द्वारा नए व्यष्टि उत्पन्न होते हैं, जिससे हमें विभिन्न जीवों के अस्तित्व का ज्ञान होता है।
2. डी.एन.ए. प्रतिकृति का प्रजनन में क्या महत्त्व है?
Ans : डी.एन.ए. प्रतिकृति प्रजनन की मूल घटना है। यह सुनिश्चित करती है कि आनुवंशिक जानकारी जनक से संतति में हूबहू जाए, जिससे जीव की शारीरिक संरचना और अभिकल्प बना रहता है। यह कोशिका विभाजन का आधार भी है, जिसके बिना नई कोशिकाएँ और जीव नहीं बन सकते।
3. क्या संतति कोशिकाएँ अपने जनक के पूर्णतः समरूप होती हैं? स्पष्ट करें।
Ans: नहीं, संतति कोशिकाएँ अपने जनक के पूर्णतः समरूप नहीं होतीं। डी.एन.ए. प्रतिकृति की प्रक्रिया पूर्णतः यथार्थ नहीं होती, जिससे कुछ भिन्नताएँ (variations) उत्पन्न होती हैं। ये भिन्नताएँ संतति कोशिकाओं को एक-दूसरे से और जनक से थोड़ा अलग बनाती हैं, भले ही वे काफी समान दिखें।
4. जीवों में भिन्नता का क्या महत्त्व है?
Ans: जीवों में भिन्नता स्पीशीज़ की उत्तरजीविता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि पर्यावरण में अचानक कोई बड़ा परिवर्तन आता है, तो भिन्नता रखने वाले कुछ जीव उस बदली हुई परिस्थिति के अनुकूल ढल पाते हैं और जीवित रहते हैं। यह भिन्नताएँ जैव-विकास का आधार भी हैं, जो प्रजातियों को समय के साथ बेहतर अनुकूलित होने में मदद करती हैं।
5. एककोशिकीय जीवों में जनन की सबसे सरल विधि कौन सी है?
Ans: एककोशिकीय जीवों में जनन की सबसे सरल विधि कोशिका विभाजन अथवा विखंडन (fission) है। इसमें एक कोशिका विभाजित होकर दो या अधिक नई संतति कोशिकाओं का निर्माण करती है। उदाहरण के लिए, अमीबा में द्विखंडन होता है जहाँ कोशिका किसी भी तल से विभाजित हो सकती है।
अमीबा में जनन किस विधि से होता है? → द्विविभाजन (Binary Fission)
मलेरिया का परजीवी प्लाज्मोडियम किस विधि से जनन करता है? → बहुखंडन (Multiple Fission)
यीस्ट किस विधि से प्रजनन करता है? → मुकुलन (Budding)
स्पाइरोगायरा में जनन किस विधि से होता है? → खंडन (Fragmentation)
हाइड्रा में नया जीव कैसे बनता है? → मुकुलन द्वारा — एक उभार बनता है जो नया जीव बन जाता है
प्लेनेरिया में पुनरुद्भवन क्या दर्शाता है? → शरीर के टुकड़ों से पूरा जीव बनने की क्षमता
लेस्मानिया जैसे जीवों में कोशिका विभाजन किस प्रकार होता है? → एक निर्धारित तल से द्विखंडन होता है
ब्रायोफिलम पौधे में नई संतति किस भाग से उत्पन्न होती है? → पत्तियों की कोर पर स्थित कलिकाओं से
कायिक प्रवर्धन के दो उदाहरण लिखिए। → गुलाब और आलू
पुनरुद्भवन को जनन क्यों नहीं माना जाता हर जीव में? → क्योंकि यह केवल कुछ जीवों में होता है और सभी जीवों के किसी भी भाग से नया जीव नहीं बनता
1. अमीबा में जनन किस विधि से होता है? अमीबा एक एककोशिकीय जीव है जो अलैंगिक जनन की विधि द्विविभाजन द्वारा प्रजनन करता है। इसमें एक कोशिका दो समान संतति कोशिकाओं में विभाजित होती है। यह प्रक्रिया किसी भी दिशा में हो सकती है क्योंकि अमीबा की आकृति अस्थिर होती है और विभाजन के लिए कोई निश्चित तल नहीं होता।
2. मलेरिया का परजीवी प्लाज्मोडियम किस विधि से जनन करता है? प्लाज्मोडियम एक परजीवी है जो मलेरिया रोग उत्पन्न करता है। यह जनन की बहुखंडन विधि अपनाता है, जिसमें एक जनक कोशिका अनेक संतति कोशिकाओं में एक साथ विभाजित होती है। यह प्रक्रिया इसके जीवन चक्र के दौरान यकृत और लाल रक्त कोशिकाओं में होती है।
3. यीस्ट किस विधि से प्रजनन करता है? यीस्ट एक एककोशिकीय कवक है, जो मुकुलन विधि से प्रजनन करता है। इसमें जनक कोशिका से एक छोटा उभार (मुकुल) निकलता है जो धीरे-धीरे बढ़कर एक नए स्वतंत्र जीव में विकसित हो जाता है। अनुकूल परिस्थितियों में यह प्रक्रिया तेज़ी से होती है।
4. स्पाइरोगायरा में जनन किस विधि से होता है? स्पाइरोगायरा एक बहुकोशिकीय शैवाल है, जिसमें जनन की खंडन विधि पाई जाती है। इसमें तंतु जैसे लंबे शरीर के टुकड़े हो जाते हैं, और प्रत्येक खंड अनुकूल परिस्थितियों में वृद्धि करके एक नए स्वतंत्र जीव के रूप में विकसित हो जाता है। यह विधि सरल एवं तेज़ है।
5. हाइड्रा में नया जीव कैसे बनता है? हाइड्रा में जनन मुकुलन विधि द्वारा होता है। इसमें जनक के शरीर से एक छोटा उभार (मुकुल) बनता है, जो कोशिका विभाजन से बढ़ता है और एक नया पूर्ण जीव बनाता है। यह मुकुल विकसित होकर मूल हाइड्रा से अलग हो जाता है और स्वतंत्र जीवन जीने लगता है।
6. प्लेनेरिया में पुनरुद्भवन क्या दर्शाता है? प्लेनेरिया में पुनरुद्भवन दर्शाता है कि यदि इसका शरीर कई टुकड़ों में विभाजित कर दिया जाए, तो प्रत्येक टुकड़ा एक नया पूर्ण जीव बना सकता है। यह क्षमता विशिष्ट कोशिकाओं के क्रमप्रसरण एवं परिवर्धन के कारण संभव होती है, जो नई संरचनाएँ एवं अंग बना पाती हैं।
7. लेस्मानिया जैसे जीवों में कोशिका विभाजन किस प्रकार होता है? लेस्मानिया में द्विविभाजन एक निश्चित तल पर होता है क्योंकि इसकी कोशिका में एक सिरे पर कोड़ा जैसी संरचना होती है। यह विशेषता इसे अमीबा से अलग बनाती है, जिसमें विभाजन किसी भी दिशा में हो सकता है। यह विभाजन अनुशासित ढंग से होता है।
8. ब्रायोफिलम पौधे में नई संतति किस भाग से उत्पन्न होती है? ब्रायोफिलम एक पौधा है जिसकी पत्तियों की किनारों पर कलिकाएँ (buds) पाई जाती हैं। ये कलिकाएँ मृदा में गिरकर अनुकूल परिस्थितियों में एक नए पौधे में विकसित हो जाती हैं। यह जनन विधि कायिक प्रवर्धन का उदाहरण है, जिसमें बीज के बिना नया पौधा बनता है।
9. कायिक प्रवर्धन के दो उदाहरण लिखिए। कायिक प्रवर्धन एक अलैंगिक जनन विधि है, जिसमें पौधों के भाग जैसे जड़, तना या पत्तियाँ नए पौधों का निर्माण करते हैं। उदाहरणतः गुलाब की कलम द्वारा और आलू की आँखों से नए पौधे उगाए जा सकते हैं। इससे उत्पन्न पौधे जनक के समान होते हैं।
10. पुनरुद्भवन को जनन क्यों नहीं माना जाता हर जीव में? हर जीव में पुनरुद्भवन नहीं होता क्योंकि यह केवल कुछ सरल जीवों जैसे प्लेनेरिया और हाइड्रा में विशिष्ट कोशिकाओं द्वारा संभव होता है। यह प्रक्रिया सभी जीवों के किसी भी भाग से संभव नहीं होती, इसलिए इसे एक सार्वत्रिक जनन विधि नहीं माना जाता।
प्रश्न: जनन क्रिया में DNA प्रतिकृति का क्या महत्व है? उत्तर: DNA प्रतिकृति जनन की मूल घटना है। यह सुनिश्चित करती है कि जनक के आनुवंशिक गुण और शारीरिक अभिकल्प के ‘ब्लूप्रिंट’ अगली पीढ़ी में हूबहू स्थानांतरित हों। इसके बिना, नई कोशिकाएं और जीव मूल के समान नहीं बन पाएंगे, जिससे प्रजाति का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है।
प्रश्न: जनन के दौरान संतति कोशिकाओं में भिन्नता क्यों उत्पन्न होती है? उत्तर: जनन के दौरान संतति कोशिकाओं में भिन्नता इसलिए उत्पन्न होती है क्योंकि DNA प्रतिकृति की प्रक्रिया पूर्णतः यथार्थ नहीं होती। इस प्रक्रिया में कुछ त्रुटियाँ आ सकती हैं। परिणामस्वरूप, बनने वाली DNA प्रतिकृतियाँ मौलिक DNA के पूर्णतः समरूप नहीं होतीं, जिससे संतति समान होते हुए भी भिन्न दिखती है।
प्रश्न: प्रजातियों के अस्तित्व के लिए भिन्नता क्यों आवश्यक है? उत्तर: प्रजातियों के अस्तित्व के लिए भिन्नता अत्यंत आवश्यक है। यह प्रजाति को बदलते पर्यावरण (जैसे तापमान परिवर्तन, उल्कापिंड का टकराना) के प्रति अनुकूलन करने में मदद करती है। यदि कुछ तीव्र परिवर्तन आते हैं, तो भिन्नता रखने वाले कुछ जीव जीवित रह पाते हैं, जिससे पूरी प्रजाति का विनाश टल जाता है।
प्रश्न: यदि कोई जीव जनन न करे तो क्या होगा? उत्तर: यदि कोई जीव जनन न करे, तो उसकी प्रजाति का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा और अंततः वह विलुप्त हो जाएगी। जनन प्रजातियों की संख्या को बनाए रखता है और पीढ़ी दर पीढ़ी आनुवंशिक जानकारी का स्थानांतरण सुनिश्चित करता है, जिससे उसका अस्तित्व बना रहता है।
प्रश्न: जनन कोशिका में DNA की दो प्रतिकृतियाँ बनने के बाद उनका अलग होना क्यों आवश्यक है, और केवल एक को बाहर क्यों नहीं निकाला जा सकता? उत्तर: DNA की दो प्रतिकृतियाँ बनने के बाद उनका अलग होना आवश्यक है ताकि प्रत्येक नई कोशिका को DNA का पूरा सेट मिले। केवल एक प्रतिकृति को बाहर निकालने से काम नहीं चलेगा क्योंकि दूसरी प्रतिकृति के पास जैव-प्रक्रमों के लिए आवश्यक संगठित कोशिकीय संरचना नहीं होगी, जिससे वह जीवित नहीं रह पाएगी।
प्रश्न: परागण नली का क्या कार्य है? उत्तर: परागण नली का मुख्य कार्य परागकण से नर युग्मकों को अंडाशय में स्थित मादा-युग्मक तक पहुँचाना है। यह वर्तिका से होती हुई बीजांड तक पहुँचती है, जिससे नर और मादा युग्मकों का संलयन (निषेचन) संभव हो पाता है, जो फल और बीज निर्माण की शुरुआत है।
प्रश्न: निषेचन के बाद पुष्प के अंडाशय और बीजांड में क्या परिवर्तन आते हैं? उत्तर: निषेचन के पश्चात् बीजांड कठोर आवरण विकसित करके बीज में बदल जाता है। वहीं, अंडाशय तेज़ी से वृद्धि करके परिपक्व होकर फल बनाता है। पुष्प के अन्य भाग, जैसे पंखुड़ी और बाह्यदल, आमतौर पर मुरझाकर गिर जाते हैं।
प्रश्न: बीज के बनने से पौधे को क्या मुख्य लाभ होते हैं? उत्तर: बीज के बनने से पौधे को कई लाभ होते हैं। बीज में भविष्य का पौधा (भ्रूण) सुरक्षित रहता है और उसे पोषण मिलता है। यह पौधे को प्रतिकूल परिस्थितियों में जीवित रहने और अनुकूल समय आने पर अंकुरित होकर नए स्थानों पर फैलने में मदद करता है।
प्रश्न: अंकुरण किसे कहते हैं और इसके लिए किन परिस्थितियों की आवश्यकता होती है? उत्तर: अंकुरण वह प्रक्रिया है जिसमें बीज के अंदर का भ्रूण उपयुक्त परिस्थितियों में एक नए पौधे (नवोद्भिद) के रूप में विकसित होना शुरू करता है। इसके लिए आमतौर पर नमी, उचित तापमान और ऑक्सीजन जैसी अनुकूल परिस्थितियों की आवश्यकता होती है।
प्रश्न: क्या सभी फलों में पुष्प के सभी भाग मुरझाकर गिर जाते हैं? उदाहरण देकर समझाएँ। उत्तर: नहीं, सभी फलों में पुष्प के सभी भाग मुरझाकर नहीं गिरते। कुछ फलों में पुष्प का कोई भाग स्थायी रूप से फल से जुड़ा रह सकता है। उदाहरण के लिए, टमाटर, मिर्च या बैंगन में आप पुष्प के हरे बाह्यदल को फल के सिरे पर जुड़ा हुआ देख सकते हैं।
प्रश्न: नर जनन तंत्र में वृषण उदर गुहा के बाहर क्यों स्थित होते हैं? उत्तर: वृषण उदर गुहा के बाहर वृषण कोष में स्थित होते हैं क्योंकि शुक्राणु उत्पादन के लिए शरीर के सामान्य तापमान से कम तापमान की आवश्यकता होती है। यह कम तापमान शुक्राणुओं के स्वस्थ विकास और कार्यप्रणाली के लिए अनुकूल होता है।
प्रश्न: प्रोस्टेट ग्रंथि और शुक्राशय का नर जनन में क्या योगदान है? उत्तर: प्रोस्टेट ग्रंथि और शुक्राशय शुक्रवाहिकाओं में अपना स्राव डालते हैं। यह स्राव शुक्राणुओं को एक तरल माध्यम प्रदान करता है, जिससे उनका स्थानांतरण आसानी से होता है, और साथ ही यह तरल शुक्राणुओं को पोषण भी प्रदान करता है, जो उनकी जीवन क्षमता के लिए आवश्यक है।
प्रश्न: मानव में निषेचन कहाँ होता है और उसके बाद भ्रूण का क्या होता है? उत्तर: मानव में निषेचन अंडवाहिका (फेलोपियन ट्यूब) में होता है। निषेचित अंडा विभाजित होकर भ्रूण बनाता है, जो बाद में गर्भाशय में स्थापित हो जाता है। गर्भाशय में भ्रूण लगातार विभाजित होकर वृद्धि करता है और अंगों का विकास करता है।
प्रश्न: प्लेसेंटा क्या है और गर्भावस्था में इसकी क्या भूमिका है? उत्तर: प्लेसेंटा गर्भाशय की भित्ति में धँसी एक तश्तरीनुमा संरचना है। यह भ्रूण को माँ के रक्त से ग्लूकोज, ऑक्सीजन और अन्य पोषक पदार्थ प्रदान करता है। साथ ही, यह विकासशील भ्रूण द्वारा उत्पन्न अपशिष्ट पदार्थों को माँ के रक्त में स्थानांतरित कर निपटान में मदद करता है।
प्रश्न: शिशु का जन्म किस प्रकार होता है? उत्तर: माँ के शरीर में गर्भ को विकसित होने में लगभग 9 महीने लगते हैं। इस अवधि के पूर्ण होने पर, गर्भाशय की पेशियों में लयबद्ध संकुचन होता है। इन संकुचनों के परिणामस्वरूप शिशु योनि मार्ग से बाहर आता है, जिससे जन्म की प्रक्रिया संपन्न होती है।
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