MP Board Class 10th SST Manufacturing Industry Question Answer
विनिर्माण उद्योग: बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)
यहां दिए गए पाठ से 50 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) और उनके उत्तर हैं:
- विनिर्माण (Manufacturing) की परिभाषा क्या है? a) सेवाओं का उत्पादन b) कच्चे माल का सीधा उपभोग c) कच्चे माल को अधिक मात्रा में मूल्यवान उत्पादों में परिवर्तित करना d) तैयार माल का व्यापार
- निम्नलिखित में से कौन-सा विनिर्माण का एक उदाहरण है? a) कपास उगाना b) मछली पकड़ना c) गन्ने से चीनी बनाना d) भूमिगत जल निकालना
- द्वितीयक कार्यों (Secondary Activities) में लगे व्यक्ति क्या करते हैं? a) सेवाएँ प्रदान करते हैं b) कच्चे माल को परिष्कृत वस्तुओं (finished goods) में बदलते हैं c) कृषि उत्पादों का सीधा व्यापार करते हैं d) खनिजों का खनन करते हैं
- निम्नलिखित में से कौन-सा द्वितीयक कार्य के अंतर्गत आता है? a) बैंकिंग b) शिक्षा c) बेकरी उद्योग d) वन-उत्पाद संग्रह
- किसी भी देश की आर्थिक उन्नति (economic progress) को किससे मापा जाता है? a) कृषि उत्पादन से b) सेवा क्षेत्र के आकार से c) कच्चे माल के निर्यात से d) विनिर्माण उद्योगों के विकास से
- विनिर्माण उद्योग कृषि के आधुनिकीकरण में किस प्रकार सहायक हैं? a) किसानों को प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता देकर b) कृषि उत्पादों का सीधा निर्यात करके c) आधुनिक उपकरण और तकनीक उपलब्ध कराकर d) कृषि में श्रमिकों को काम पर रखकर
- विनिर्माण उद्योग द्वारा द्वितीयक और तृतीयक सेवाओं में रोजगार के अवसर पैदा करने का सीधा परिणाम क्या होता है? a) कृषि पर निर्भरता बढ़ जाती है। b) अर्थव्यवस्था कम विविध बनती है। c) कृषि पर निर्भरता कम होती है, जिससे अर्थव्यवस्था अधिक संतुलित बनती है। d) केवल शहरीकरण बढ़ता है।
- भारत में औद्योगिक विकास का एक आवश्यक शर्त क्या है? a) कृषि में अत्यधिक निवेश b) आयात पर पूर्ण प्रतिबंध c) बेरोजगारी तथा गरीबी उन्मूलन d) सेवा क्षेत्र का एकाधिकार
- जनजातीय और पिछड़े क्षेत्रों में उद्योगों की स्थापना का उद्देश्य क्या था? a) केवल सस्ते श्रम का उपयोग करना b) विशेष कच्चे माल का दोहन करना c) क्षेत्रीय असमानताओं को कम करना d) सरकार का प्रत्यक्ष नियंत्रण स्थापित करना
- निर्मित वस्तुओं का निर्यात वाणिज्य व्यापार को कैसे बढ़ावा देता है? a) आयात को कम करके b) विदेशी मुद्रा की प्राप्ति से c) घरेलू खपत को बढ़ाकर d) कच्चे माल के दाम बढ़ाकर
- किन देशों को विकसित माना जाता है? a) जो सबसे अधिक कच्चे माल का उत्पादन करते हैं। b) जो सेवाओं में सबसे आगे हैं। c) जो कच्चे माल को विभिन्न और अधिक मूल्यवान तैयार माल में बदलते हैं। d) जो सबसे अधिक कृषि उत्पादन करते हैं।
- कृषि और उद्योग के संबंध के बारे में कौन-सा कथन सत्य है? a) वे एक-दूसरे से पूरी तरह अलग हैं। b) वे एक-दूसरे के पूरक हैं। c) उद्योग कृषि पर निर्भर नहीं हैं। d) कृषि उद्योगों पर निर्भर नहीं है।
- किसानों को सिंचाई के लिए पंप, उर्वरक और कीटनाशक दवाएँ कहाँ से प्राप्त होती हैं? a) सीधे प्रकृति से b) विनिर्माण उद्योगों द्वारा निर्मित उत्पादों से c) केवल सरकारी वितरण प्रणाली से d) विदेशी बाजारों से
- वैश्वीकरण के युग में भारतीय उद्योगों के सामने सबसे बड़ी चुनौती क्या है? a) केवल आत्मनिर्भर होना b) अधिक प्रतिस्पर्धी और सक्षम होना c) केवल घरेलू बाजार पर ध्यान केंद्रित करना d) सरकारी नियंत्रण से मुक्ति
- अंतर्राष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा करने के लिए भारतीय वस्तुओं को किस स्तर का होना चाहिए? a) घरेलू बाजार के स्तर का b) क्षेत्रीय बाजार के स्तर का c) अंतर्राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता वाला d) केवल लागत प्रभावी
उद्योगों का वर्गीकरण
- प्रयुक्त कच्चे माल के स्रोत के आधार पर उद्योगों को कितने मुख्य प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है? a) एक b) दो c) तीन d) चार
- निम्नलिखित में से कौन-सा कृषि आधारित उद्योग का उदाहरण है? a) सीमेंट b) सूती वस्त्र c) लोहा-इस्पात d) एल्यूमीनियम
- निम्नलिखित में से कौन-सा खनिज आधारित उद्योग का उदाहरण है? a) चाय b) रबर c) पेट्रो-रसायन उद्योग d) रेशम वस्त्र
- प्रमुख भूमिका के आधार पर, वे उद्योग जिनके उत्पादन या कच्चे माल पर अन्य उद्योग निर्भर करते हैं, कहलाते हैं: a) उपभोक्ता उद्योग b) लघु उद्योग c) आधारभूत उद्योग d) सहकारी उद्योग
- निम्नलिखित में से कौन-सा उपभोक्ता उद्योग का उदाहरण है? a) लोहा इस्पात b) तांबा प्रगलन c) पंखा निर्माण d) एल्यूमीनियम प्रगलन
- पूँजी निवेश के आधार पर, एक लघु उद्योग में वर्तमान में अधिकतम स्वीकार्य निवेश मूल्य कितना है? a) ₹50 लाख b) ₹1 करोड़ c) ₹5 करोड़ d) ₹10 करोड़
- भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (BHEL) और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) किस प्रकार के स्वामित्व वाले उद्योगों के उदाहरण हैं? a) निजी क्षेत्र b) संयुक्त उद्योग c) सहकारी उद्योग d) सार्वजनिक क्षेत्र
- टिस्को (TISCO), बजाज ऑटो लिमिटेड (Bajaj Auto Limited), और रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) किस प्रकार के स्वामित्व वाले उद्योगों के उदाहरण हैं? a) सार्वजनिक क्षेत्र b) संयुक्त उद्योग c) सहकारी उद्योग d) निजी क्षेत्र
- ऑयल इंडिया लिमिटेड (Oil India Limited) किस प्रकार के उद्योग का उदाहरण है? a) निजी क्षेत्र b) सार्वजनिक क्षेत्र c) संयुक्त उद्योग d) सहकारी उद्योग
- सहकारी उद्योगों का स्वामित्व किसके हाथों में होता है? a) केवल सरकार b) केवल निजी निवेशक c) कच्चे माल की पूर्ति करने वाले उत्पादकों, श्रमिकों या इन दोनों के हाथों में d) विदेशी कंपनियाँ
- कच्चे तथा तैयार माल की मात्रा व भार के आधार पर, लोहा तथा इस्पात उद्योग किस श्रेणी में आते हैं? a) हल्के उद्योग b) भारी उद्योग c) उपभोक्ता उद्योग d) आधारभूत उद्योग
- विद्युतीय उद्योग (जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण) कच्चे तथा तैयार माल की मात्रा व भार के आधार पर किस श्रेणी में आते हैं? a) भारी उद्योग b) हल्के उद्योग c) आधारभूत उद्योग d) सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग
वस्त्र उद्योग
- भारतीय अर्थव्यवस्था में वस्त्र उद्योग का अपना एक अलग और महत्वपूर्ण स्थान क्यों है? a) यह सबसे पुराना उद्योग है। b) यह केवल निर्यात पर निर्भर है। c) यह औद्योगिक उत्पादन में एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता है और कच्चे माल से उच्चतम मूल्य उत्पाद तक आत्मनिर्भर है। d) यह पूरी तरह से आयातित कच्चे माल पर निर्भर है।
- प्राचीन भारत में सूती वस्त्र बनाने के लिए कौन सी तकनीकों का उपयोग किया जाता था? a) विद्युतीय करघे b) मशीन निर्मित प्रक्रियाएँ c) हाथ से कताई और हथकरघा बुनाई d) रासायनिक प्रसंस्करण
- वस्त्र उद्योग में कच्चे रेशे को साफ करने और गांठों को हटाने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं? a) कताई b) बुनाई c) रंगाई d) धुनाई (Ginning/Carding)
- वस्त्र उद्योग में सूत को करघों पर बुनकर कपड़ा बनाने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं? a) कताई b) बुनाई c) रंगाई d) परिष्करण
- सूती वस्त्र उद्योग के प्रारंभिक वर्षों में महाराष्ट्र और गुजरात के कपास उत्पादन क्षेत्रों तक सीमित होने का एक मुख्य कारण क्या था? a) केवल इन क्षेत्रों में बाजार की उपलब्धता थी। b) सरकार ने केवल इन क्षेत्रों में अनुमति दी थी। c) कपास की भरपूर उपलब्धता और नमीयुक्त जलवायु। d) केवल यहाँ कुशल श्रमिक उपलब्ध थे।
- भारत में सूती वस्त्र उद्योग में ‘कताई’ कार्य मुख्य रूप से किन राज्यों में केंद्रित है? a) उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश b) राजस्थान, पंजाब और हरियाणा c) ओडिशा, छत्तीसगढ़ और झारखंड d) महाराष्ट्र, गुजरात तथा तमिलनाडु
- भारत में ‘बुनाई’ कार्य की प्रमुख विशेषता क्या है? a) यह अत्यधिक केंद्रीकृत है। b) यह अत्यधिक विकेंद्रीकृत है। c) यह केवल मिलों तक सीमित है। d) यह केवल निर्यात के लिए होता है।
- हाथ से बुनी खादी किस प्रकार के उद्योग का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है? a) बड़े पैमाने का उद्योग b) भारी उद्योग c) कुटीर उद्योग d) सार्वजनिक क्षेत्र का उद्योग
पटसन उद्योग
- भारत पटसन (जूट) और पटसन से निर्मित सामान का विश्व में सबसे बड़ा ______ है, लेकिन निर्यात के मामले में बांग्लादेश के बाद दूसरा सबसे बड़ा ______ है। a) निर्यातक, उत्पादक b) आयातक, उत्पादक c) उत्पादक, निर्यातक d) उपभोक्ता, आयातक
- वर्ष 2010-11 में भारत में अधिकांश पटसन उद्योग किस नदी तट पर केंद्रित थे? a) गंगा नदी b) यमुना नदी c) हुगली नदी d) ब्रह्मपुत्र नदी
- भारत में पहला पटसन उद्योग 1855 में कहाँ स्थापित किया गया था? a) मुंबई b) चेन्नई c) दिल्ली d) रिशरा (कोलकाता के पास)
- 1947 में देश के विभाजन के बाद भारतीय पटसन उद्योग को क्या प्रमुख चुनौती मिली? a) श्रमिकों की कमी b) बाजार की कमी c) तीन-चौथाई जूट उत्पादक क्षेत्र पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) में चले गए d) नई मशीनरी की कमी
- हुगली नदी के किनारे पटसन उद्योगों के केंद्रित होने का एक महत्वपूर्ण कारण क्या है? a) केवल सस्ते श्रमिक b) केवल पत्तन सुविधाएँ c) पटसन उत्पादक क्षेत्रों की निकटता और सस्ता जल परिवहन d) ठंडी जलवायु
चीनी उद्योग
- चीनी उद्योग में उपयोग किया जाने वाला कच्चा माल (गन्ना) भारी होता है, और ढुलाई में इसकी सुक्रोस (चीनी) की मात्रा पर क्या प्रभाव पड़ता है? a) उसकी नमी बढ़ जाती है। b) उसकी सुक्रोस की मात्रा घट जाती है। c) उसका वजन कम हो जाता है। d) उसकी गुणवत्ता बढ़ जाती है।
- चीनी उद्योग को ‘मौसमी उद्योग’ क्यों कहा जाता है? a) यह केवल सर्दियों में चलता है। b) यह गन्ने की कटाई के मौसम पर निर्भर करता है। c) यह केवल विशिष्ट त्योहारों पर उत्पादन करता है। d) इसे चलाने के लिए मौसम विशेषज्ञ चाहिए।
- मौसमी उद्योग के लिए सहकारी मॉडल क्यों अधिक स्थिर और लाभदायक साबित होता है? a) क्योंकि सरकार अधिक सब्सिडी देती है। b) क्योंकि यह साल भर चलता है। c) क्योंकि किसान सीधे तौर पर मिल के मालिक होते हैं और संसाधनों व लाभ-हानि को साझा करते हैं। d) क्योंकि यह केवल निजी निवेशकों द्वारा चलाया जाता है।
- पिछले कुछ वर्षों से, चीनी मिलों की संख्या दक्षिणी और पश्चिमी राज्यों में बढ़ने का एक मुख्य कारण क्या है? a) इन क्षेत्रों में अधिक भूमि उपलब्ध है। b) यहां के गन्ने में अधिक सुक्रोस की मात्रा और अपेक्षाकृत ठंडी जलवायु है। c) इन क्षेत्रों में सस्ते श्रमिक अधिक हैं। d) यहाँ सरकार अधिक कर छूट देती है।
लोहा तथा इस्पात उद्योग
- लोहा तथा इस्पात उद्योग को ‘आधारभूत (basic)’ उद्योग क्यों कहा जाता है? a) यह सबसे पुराना उद्योग है। b) अन्य सभी भारी, हल्के और मध्यम उद्योग इनसे बनी मशीनरी पर निर्भर करते हैं। c) यह सबसे अधिक रोजगार प्रदान करता है। d) यह सबसे अधिक राजस्व उत्पन्न करता है।
- इस्पात के उत्पादन तथा खपत को प्रायः एक देश के विकास का पैमाना क्यों माना जाता है? a) क्योंकि इस्पात सबसे महंगा उत्पाद है। b) क्योंकि यह सबसे भारी उत्पाद है। c) क्योंकि किसी भी औद्योगिक विकास के लिए इस्पात एक मूलभूत आवश्यकता है। d) क्योंकि यह सबसे अधिक निर्यात होता है।
- इस्पात उद्योग के लिए लौह-अयस्क, कोकिंग कोल तथा चूना पत्थर का आदर्श अनुपात लगभग क्या है? a) 1:2:4 b) 2:1:4 c) 4:2:1 d) 1:4:2
- एक इस्पात उद्योग की आदर्श स्थापना ऐसे स्थान पर होनी चाहिए जहाँ: a) केवल शहरीकरण अधिक हो। b) केवल विदेशी निवेश उपलब्ध हो। c) कच्चे माल की उपलब्धता आसानी से और सस्ते में हो, तथा सक्षम परिवहन की व्यवस्था हो। d) केवल श्रमिक बहुतायत में हों।
- भारत में अधिकांश लोहा तथा इस्पात उद्योग किस पठारी क्षेत्र में संकेंद्रित हैं? a) दक्कन का पठार b) मालवा का पठार c) बुंदेलखंड का पठार d) छोटानागपुर का पठारी क्षेत्र
- झोंकदार भट्टी (Blast Furnace) में लौह-अयस्क को पिघलाने के लिए ईंधन के रूप में किसका उपयोग किया जाता है? a) प्राकृतिक गैस b) कोक (कोकिंग कोल से प्राप्त) c) पेट्रोलियम d) लकड़ी
एल्युमीनियम प्रगलन उद्योग
- एल्युमीनियम धातु का कौन सा गुण उसे हवाई जहाज बनाने के लिए आदर्श बनाता है? a) जंग अवरोधी b) ऊष्मा का सुचालक c) लचीलापन d) हल्कापन (Lightweight)
- एल्युमीनियम को अन्य धातुओं (जैसे इस्पात, ताँबा) के विकल्प के रूप में क्यों प्रयुक्त किया जाता है? a) यह सस्ता होता है। b) यह आसानी से उपलब्ध होता है। c) इसके विशिष्ट गुण (जैसे हल्कापन, जंग अवरोधी) अधिक फायदेमंद होते हैं। d) यह केवल सजावट के लिए उपयोग होता है।
- एल्युमीनियम प्रगलन संयंत्रों में कच्चे पदार्थ के रूप में किसका उपयोग किया जाता है? a) लौह-अयस्क b) बॉक्साइट c) चूना पत्थर d) जिप्सम
- एल्युमीनियम प्रगलन उद्योग की स्थापना के लिए दो महत्वपूर्ण आवश्यकताएँ क्या हैं? a) सस्ते श्रमिक और बड़ा बाज़ार b) नियमित ऊर्जा की पूर्ति और कम कीमत पर बॉक्साइट की सुनिश्चित उपलब्धता c) बेहतर परिवहन और प्रदूषण नियंत्रण d) पानी की उपलब्धता और ठंडी जलवायु
- एल्यूमिना (Alumina) प्राप्त करने के लिए बॉक्साइट को कहाँ संसाधित किया जाता है? a) प्रगालक (Smelter) b) शोधशाला (Refinery) c) खनन स्थल d) भंडारण गृह
- एल्युमीनियम प्रगलन प्रक्रिया में एल्यूमिना को पिघले हुए किस पदार्थ में घोला जाता है ताकि वह विद्युत अपघटन के लिए तैयार हो जाए? a) पानी b) सल्फ्यूरिक अम्ल c) क्रायोलाइट (Cryolite) d) पेट्रोलियम कोक
- एल्युमीनियम प्रगलन एक अत्यधिक ऊर्जा-गहन प्रक्रिया है। प्रति टन अयस्क पर लगभग कितने किलोवाट (kW) विद्युत की आवश्यकता होती है? a) 1,860 kW b) 8,600 kW c) 18,600 kW d) 28,600 kW
- एल्युमीनियम विनिर्माण प्रक्रिया में कैल्सियम युक्त पेट्रोलियम कोक का उपयोग किस रूप में किया जाता है? a) ईंधन b) एनोड (धनात्मक इलेक्ट्रोड) c) सहायक खनिज d) शुद्धिकरण एजेंट
- एल्युमीनियम धातु के किस गुण के कारण इसका उपयोग बर्तन बनाने में होता है? a) लचीलापन b) हल्कापन c) ऊष्मा का सुचालक d) जंग अवरोधी
- भारत के किन राज्यों में एल्युमीनियम प्रगलन संयंत्र स्थित हैं? a) केवल उत्तर प्रदेश और बिहार b) केवल गुजरात और पंजाब c) ओडिशा, पश्चिम बंगाल, केरल, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तमिलनाडु d) राजस्थान और मध्य प्रदेश
भारतीय रसायन उद्योग
- भारतीय रसायन उद्योग का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगभग कितना प्रतिशत योगदान है? a) 1 प्रतिशत b) 2 प्रतिशत c) 3 प्रतिशत d) 5 प्रतिशत
- वैश्विक स्तर पर, भारतीय रसायन उद्योग एशिया में किस स्थान पर है? a) पहला b) दूसरा c) तीसरा d) चौथा
- अकार्बनिक रसायन वे होते हैं जिनमें क्या नहीं होता? a) ऑक्सीजन b) नाइट्रोजन c) कार्बन-हाइड्रोजन बंधन d) कोई भी धातु
- सल्फ्यूरिक अम्ल का उपयोग किन उद्योगों में व्यापक रूप से होता है? a) केवल भोजन प्रसंस्करण b) उर्वरक, कृत्रिम वस्त्र, प्लास्टिक, रंग-रोगन c) सीमेंट और इस्पात d) लकड़ी और कागज
- सोडा ऐश का उपयोग मुख्य रूप से किन उद्योगों में होता है? a) दवाइयाँ और सौंदर्य प्रसाधन b) काँच, साबुन, शोधक या अपमार्जक, कागज़ c) कृषि और डेयरी d) चमड़ा और वस्त्र
- अकार्बनिक रसायनों की इकाइयों का देश में विस्तृत फैलाव क्यों है? a) उत्पादन लागत कम करने के लिए। b) केवल कच्चे माल की उपलब्धता के लिए। c) व्यापक मांग और परिवहन लागत को कम करने के लिए, क्योंकि ये बुनियादी कच्चे माल हैं। d) सरकार की नीतियों के कारण।
- कार्बनिक रसायन वे होते हैं जिनमें क्या होता है? a) ऑक्सीजन और नाइट्रोजन b) केवल धातु c) कार्बन-हाइड्रोजन बंधन d) कोई भी अकार्बनिक तत्व
- कार्बनिक रसायन उद्योग अक्सर तेल शोधन शालाओं या पेट्रो-रसायन संयंत्रों के समीप क्यों स्थापित होते हैं? a) सस्ते श्रम की उपलब्धता के कारण। b) पेट्रो-रसायन तेल और गैस के उप-उत्पादों से बनते हैं, जो इन संयंत्रों के प्राथमिक स्रोत होते हैं। c) स्वच्छ वातावरण के कारण। d) सरकार की प्रोत्साहन नीतियों के कारण।
- निम्नलिखित में से कौन-सा कार्बनिक रसायन उद्योग का उत्पाद है? a) सल्फ्यूरिक अम्ल b) सोडा ऐश c) कास्टिक सोडा d) कृत्रिम रबर
- कृत्रिम वस्त्र, प्लास्टिक और दवाइयाँ बनाने में मुख्य रूप से किसका उपयोग होता है? a) अकार्बनिक रसायन b) कार्बनिक रसायन (पेट्रो-रसायन) c) क्षार d) अम्ल
उर्वरक उद्योग
- उर्वरक उद्योग मुख्य रूप से किस प्रकार के उर्वरकों के उत्पादन पर केंद्रित है? a) केवल नाइट्रोजनी b) केवल फॉस्फेटिक c) केवल पोटाश d) नाइट्रोजनी, फॉस्फेटिक और मिश्रित (N-P-K)
- भारत में पोटाश (Potash) का क्या स्थिति है? a) इसका पर्याप्त उत्पादन होता है। b) यह आंशिक रूप से आयात किया जाता है। c) यह पूर्णतः आयात किया जाता है। d) इसका भारत में कोई उपयोग नहीं है।
- पोटाश के पूर्णतः आयातित होने का क्या कारण है? a) यह बहुत महंगा है। b) इसकी मांग बहुत कम है। c) भारत में वाणिज्यिक रूप से प्रयुक्त होने वाले पोटाश या पोटेशियम यौगिकों के भंडार नहीं हैं। d) इसके उत्पादन में अत्यधिक प्रदूषण होता है।
- हरित क्रांति के पश्चात् उर्वरकों की मांग में वृद्धि का क्या परिणाम हुआ? a) यह उद्योग सिकुड़ गया। b) यह केवल कुछ राज्यों तक सीमित रहा। c) यह उद्योग देश के अनेक भागों में फैल गया। d) उत्पादन कम हो गया।
- भारत के कुल उर्वरक उत्पादन का लगभग 50 प्रतिशत उत्पादन करने वाले पाँच प्रमुख राज्य कौन से हैं? a) राजस्थान, बिहार, महाराष्ट्र, असम, गोवा b) गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पंजाब, केरल c) आंध्र प्रदेश, ओडिशा, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश d) पश्चिम बंगाल, दिल्ली, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, जम्मू और कश्मीर
सीमेंट उद्योग
- सीमेंट विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्यों के लिए एक अनिवार्य सामग्री है। निम्नलिखित में से किसमें इसकी आवश्यकता नहीं होती? a) घर और कारखाने b) पुल और सड़कें c) हवाई अड्डे और बाँध d) कच्चे माल का खनन
- सीमेंट उद्योग को भारी और स्थूल कच्चे माल की आवश्यकता होती है। इनमें मुख्य रूप से शामिल हैं: a) कपास, जूट, ऊन b) गन्ना, रबर, चाय c) चूना पत्थर, सिलिका, जिप्सम d) बॉक्साइट, कोकिंग कोल, मैंगनीज़
- सीमेंट उत्पादन एक ऊर्जा-गहन प्रक्रिया है। इसमें बड़ी मात्रा में किन ऊर्जा स्रोतों की आवश्यकता होती है? a) सौर ऊर्जा b) पवन ऊर्जा c) कोयला तथा विद्युत ऊर्जा d) परमाणु ऊर्जा
- सीमेंट विनिर्माण इकाइयों की स्थापना कहाँ पर आर्थिक रूप से सबसे अधिक व्यावहारिक होती है? a) जहाँ सस्ता श्रम उपलब्ध हो। b) जहाँ सरकार अधिक सब्सिडी दे। c) कच्चे माल के स्रोत के निकटता, कोयला और बिजली की निरंतर उपलब्धता, और बाज़ार की निकटता। d) केवल बड़े शहरों में।
- भारत में पहला सीमेंट उद्योग सन् 1904 में कहाँ लगाया गया था? a) मुंबई b) कोलकाता c) दिल्ली d) चेन्नई
मोटरगाड़ी उद्योग
- 1991 के उदारीकरण (liberalization) की नीतियों के पश्चात् भारतीय मोटरगाड़ी उद्योग में क्या परिवर्तन आया? a) उत्पादन में कमी आई। b) विदेशी कंपनियों का प्रवेश प्रतिबंधित हो गया। c) नए और आधुनिक मॉडल के वाहनों के बाज़ार खुले और माँग में वृद्धि हुई। d) केवल ट्रकों का उत्पादन बढ़ा।
- भारत में मोटरगाड़ी उद्योग की इकाइयाँ किन कारणों से कुछ प्रमुख शहरों और उनके आस-पास केंद्रित हैं? a) केवल सरकारी कार्यालयों की निकटता के कारण। b) केवल ऐतिहासिक महत्व के कारण। c) परिवहन के अच्छे साधन, श्रम की उपलब्धता, और बाज़ार की निकटता के कारण। d) केवल विशिष्ट कच्चे माल की उपलब्धता के कारण।
- किस शहर को “भारत की डेट्रॉइट” भी कहा जाता है, जो कार निर्माण का एक बड़ा केंद्र है? a) मुंबई b) दिल्ली c) पुणे d) चेन्नई
- भारत दुनिया के सबसे बड़े ______ वाहन बाजारों में से एक है। a) कारों b) बसों c) ट्रकों d) दोपहिया
- मोटरगाड़ी उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था में क्या महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है? a) केवल निर्यात को बढ़ावा देना। b) केवल कच्चे माल का उत्पादन करना। c) अर्थव्यवस्था को गति देना, रोजगार सृजित करना और आधुनिक परिवहन बुनियादी ढांचे को विकसित करना। d) केवल लक्जरी वाहनों का उत्पादन करना।
इलेक्ट्रॉनिक उद्योग
- भारत में इलेक्ट्रॉनिक उद्योग के अंतर्गत कौन-कौन से उत्पाद शामिल हैं? a) केवल कंप्यूटर b) केवल टेलीविजन c) ट्रांजिस्टर, टेलीविजन, टेलीफ़ोन, सेल्युलर टेलीकॉम, कंप्यूटर d) केवल राडार
- किस शहर को भारत की ‘इलेक्ट्रॉनिक राजधानी’ के रूप में जाना जाता है? a) मुंबई b) दिल्ली c) हैदराबाद d) बेंगलुरु
- भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग की वैश्विक पहचान मुख्य रूप से किसके कारण बनी है? a) हार्डवेयर विकास b) सॉफ्टवेयर विकास कौशल c) इलेक्ट्रॉनिक उपकरण निर्माण d) दूरसंचार सेवाएं
- सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग ने भारत में लाखों रोजगार के अवसर पैदा करने के साथ-साथ और क्या महत्वपूर्ण योगदान दिया है? a) केवल घरेलू खपत बढ़ाई है। b) कच्चे माल का आयात कम किया है। c) विदेशी मुद्रा अर्जित की है और भारत को वैश्विक प्रौद्योगिकी मानचित्र पर महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। d) केवल सरकारी राजस्व बढ़ाया है।
- इलेक्ट्रॉनिक उद्योग का सर्वाधिक संकेंद्रण भारत के किन शहरों में देखा जाता है? a) कोलकाता, लखनऊ, इंदौर b) जमशेदपुर, पुणे, हैदराबाद c) बेंगलुरु, नोएडा, मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद और पुणे d) दिल्ली, गुड़गाँव, चंडीगढ़
औद्योगिक प्रदूषण
- उद्योगों द्वारा होने वाले मुख्य चार प्रकार के प्रदूषण कौन से हैं? a) भूस्खलन, बाढ़, सूखा, तूफान b) वायु, जल, भूमि, ध्वनि प्रदूषण c) रेडियोधर्मी, तापीय, जैविक, रासायनिक d) शहरी, ग्रामीण, औद्योगिक, कृषि
- वायु प्रदूषण तब होता है जब हवा में अधिक मात्रा में कौन सी अनचाही गैसें मौजूद होती हैं? a) ऑक्सीजन और नाइट्रोजन b) सल्फर डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड c) मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड d) कार्बन डाइऑक्साइड और जलवाष्प
- भोपाल गैस त्रासदी किस गैस के रिसाव के कारण हुई थी? a) कार्बन डाइऑक्साइड b) अमोनिया c) मिथाइल आइसोसाइनेट (MIC) d) क्लोरीन
- औद्योगिक अपशिष्टों को नदियों और जल निकायों में छोड़ने से जल प्रदूषण होता है। इनमें से कौन-सा उद्योग भारी धातुएँ (जैसे सीसा और पारा) जल में वाहित करता है? a) कागज़ और लुग्दी उद्योग b) वस्त्र और रंगाई उद्योग c) इलेक्ट्रोप्लेटिंग उद्योग d) तेल शोधनशालाएँ
- तापीय प्रदूषण तब होता है जब कारखानों तथा तापघरों से गर्म जल को बिना ठंडा किए ही नदियों तथा तालाबों में छोड़ दिया जाता है। इसका जलीय जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है? a) जल में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ जाता है। b) जलीय जीव तेजी से बढ़ते हैं। c) जल में ऑक्सीजन का स्तर घट जाता है और जलीय जीवों के लिए जीवन कठिन हो जाता है। d) शैवाल के पनपने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
- परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के अपशिष्ट तथा परमाणु शस्त्र उत्पादक कारखानों से निकलने वाले रेडियोधर्मी पदार्थ किस प्रकार के गंभीर रोगों का कारण बन सकते हैं? a) मधुमेह और हृदय रोग b) कैंसर, जन्मजात विकार तथा अकाल प्रसव c) सामान्य फ्लू और सर्दी d) उच्च रक्तचाप
- भूमि (मिट्टी) प्रदूषण और जल प्रदूषण आपस में कैसे संबंधित हैं? a) वे एक-दूसरे से पूरी तरह स्वतंत्र हैं। b) जब वर्षा जल प्रदूषकों पर गिरता है, तो वे जमीन से रिसते हुए भूमिगत जल को भी प्रदूषित कर देते हैं। c) भूमि प्रदूषण केवल कृषि से होता है, जल प्रदूषण नहीं। d) जल प्रदूषण हमेशा भूमि प्रदूषण का कारण बनता है।
- ध्वनि प्रदूषण के गंभीर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य प्रभावों में क्या शामिल है? a) केवल थोड़ी देर की असुविधा b) अच्छी नींद आना c) श्रवण असक्षमता, हृदय गति और रक्तचाप में वृद्धि, मानसिक चिंता d) भूख बढ़ना
- स्वच्छ जल को औद्योगिक प्रदूषण से बचाने के लिए एक लीटर अपशिष्ट जल को प्रवाहित करने से पहले क्या करना अनिवार्य है? a) उसे धूप में सुखाना। b) उसे नमकीन बनाना। c) उसका शोधन (treatment) करना। d) उसे मिट्टी में दबाना।
- राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (NTPC) पर्यावरण प्रबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए किस अंतरराष्ट्रीय प्रमाण पत्र से प्रमाणित है? a) ISO 9001 b) ISO 14001 c) OHSAS 18001 d) SA 8000
Short Answer Type Questions
- विनिर्माण क्या है? उत्तर: विनिर्माण वह प्रक्रिया है जिसमें कच्चे माल को अधिक मात्रा में मूल्यवान उत्पादों में परिवर्तित किया जाता है। यह बड़े पैमाने पर वस्तुओं के उत्पादन से संबंधित है, जैसे लकड़ी से कागज या गन्ने से चीनी बनाना।
- विनिर्माण उद्योगों का आर्थिक उन्नति में क्या महत्व है? उत्तर: विनिर्माण उद्योग देश की आर्थिक उन्नति का पैमाना हैं। वे कृषि का आधुनिकीकरण करते हैं, बेरोजगारी और गरीबी कम करते हैं, तथा निर्मित वस्तुओं के निर्यात से विदेशी मुद्रा अर्जित करके आर्थिक विकास को गति देते हैं।
- कृषि और उद्योग एक-दूसरे के पूरक कैसे हैं? उत्तर: कृषि-आधारित उद्योग कृषि पैदावार बढ़ाते हैं, जबकि किसान उद्योगों द्वारा निर्मित उर्वरक, मशीनें आदि पर निर्भर करते हैं। यह आपसी निर्भरता दोनों क्षेत्रों को मजबूत कर अर्थव्यवस्था को लाभ पहुँचाती है।
- उद्योगों को उनके प्रयुक्त कच्चे माल के आधार पर कैसे वर्गीकृत किया जाता है? उत्तर: उद्योगों को उनके कच्चे माल के आधार पर दो मुख्य प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है: कृषि आधारित (जैसे सूती वस्त्र) और खनिज आधारित (जैसे लोहा-इस्पात)।
- ‘आधारभूत उद्योग’ क्या होते हैं? उदाहरण दीजिए। उत्तर: आधारभूत उद्योग वे होते हैं जिनके उत्पादन या कच्चे माल पर अन्य उद्योग निर्भर करते हैं। इन्हें ‘की’ इंडस्ट्रीज भी कहते हैं। उदाहरण: लोहा-इस्पात, तांबा प्रगलन।
- पूँजी निवेश के आधार पर ‘लघु उद्योग’ को परिभाषित करें। उत्तर: लघु उद्योग को परिसंपत्ति में अधिकतम निवेश मूल्य के आधार पर परिभाषित किया जाता है। वर्तमान में, भारत में लघु उद्योगों के लिए अधिकतम स्वीकार्य निवेश ₹1 करोड़ तक है।
- स्वामित्व के आधार पर उद्योगों के चार प्रमुख प्रकार कौन-से हैं? उत्तर: स्वामित्व के आधार पर उद्योग चार प्रकार के होते हैं: सार्वजनिक क्षेत्र (सरकार), निजी क्षेत्र (व्यक्ति/समूह), संयुक्त उद्योग (राज्य और निजी), और सहकारी उद्योग (उत्पादक/श्रमिक)।
- सहकारी उद्योग किस प्रकार संचालित होते हैं? उत्तर: सहकारी उद्योगों का स्वामित्व कच्चे माल की पूर्ति करने वाले उत्पादकों, श्रमिकों या दोनों के हाथों में होता है। सदस्य संयुक्त रूप से संसाधनों का योगदान करते हैं और लाभ-हानि का विभाजन आनुपातिक रूप से करते हैं, जैसे महाराष्ट्र के चीनी उद्योग।
- वस्त्र उद्योग को भारतीय अर्थव्यवस्था में आत्मनिर्भर क्यों माना जाता है? उत्तर: वस्त्र उद्योग कच्चे माल (जैसे कपास) से लेकर उच्चतम अतिरिक्त मूल्य वाले उत्पाद (तैयार परिधान) तक की पूरी श्रृंखला में परिपूर्ण और आत्मनिर्भर है। इसमें कताई, बुनाई, रंगाई और गारमेंट निर्माण सभी देश में होते हैं।
- औपनिवेशिक काल में भारतीय सूती वस्त्र उद्योग को क्या हानि हुई? उत्तर: औपनिवेशिक काल में भारतीय सूती वस्त्र उद्योग को इंग्लैंड की मशीन-निर्मित सस्ती वस्त्रों से प्रतिस्पर्धा न कर पाने के कारण भारी हानि हुई, जिससे हमारी पारंपरिक आत्मनिर्भरता प्रभावित हुई।
- सूती वस्त्र उद्योग महाराष्ट्र और गुजरात में केंद्रित क्यों था? उत्तर: यह कपास की उपलब्धता, बड़े बाजार, बेहतर परिवहन (पत्तनों की समीपता), कुशल श्रम और कताई के लिए अनुकूल नमीयुक्त जलवायु जैसे कारकों के कारण महाराष्ट्र और गुजरात में केंद्रित था।
- भारत में कताई और बुनाई कार्यों में क्या विरोधाभास है? उत्तर: भारत में कताई कार्य (सूत बनाना) मुख्य रूप से केंद्रित है और विश्व स्तर का है, जबकि बुनाई कार्य (कपड़ा बनाना) अत्यधिक विकेंद्रीकृत है। परिणामस्वरूप, उच्च गुणवत्ता वाले धागे का उपयोग अक्सर कम गुणवत्ता वाले बुने हुए वस्त्रों में होता है।
- खादी किस प्रकार के उद्योग का उदाहरण है और इसका क्या महत्व है? उत्तर: खादी हाथ से बुना कुटीर उद्योग का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है। यह विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बुनकरों को बड़े पैमाने पर रोजगार प्रदान करता है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था व आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देता है।
- पटसन उद्योग पश्चिम बंगाल में हुगली नदी के तट पर क्यों संकेंद्रित है? उत्तर: पटसन उत्पादक क्षेत्रों की निकटता, सस्ता जल परिवहन, सड़क और रेल का सघन जाल, प्रचुर जल उपलब्धता, सस्ते श्रमिक और कोलकाता के नगरीय केंद्र की सुविधाओं के कारण यह हुगली नदी तट पर केंद्रित है।
- 1947 में देश के विभाजन ने भारतीय पटसन उद्योग को कैसे प्रभावित किया? उत्तर: विभाजन के बाद अधिकांश पटसन मिलें भारत में रह गईं, लेकिन तीन-चौथाई जूट उत्पादक क्षेत्र पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) में चले गए, जिससे भारतीय पटसन उद्योग के लिए कच्चे माल की उपलब्धता प्रभावित हुई।
- चीनी उद्योग को ‘मौसमी उद्योग’ क्यों कहा जाता है? उत्तर: चीनी उद्योग एक मौसमी उद्योग है क्योंकि यह गन्ने की कटाई के मौसम पर निर्भर करता है। गन्ना केवल निश्चित समय में ही उपलब्ध होता है, जिससे मिलें साल के कुछ ही महीनों तक काम कर पाती हैं।
- दक्षिणी और पश्चिमी राज्यों में चीनी मिलों की संख्या बढ़ने के मुख्य कारण क्या हैं? उत्तर: इन क्षेत्रों में उगाए जाने वाले गन्ने में अधिक सुक्रोस की मात्रा होती है, यहाँ अपेक्षाकृत ठंडी जलवायु होती है, और सहकारी समितियाँ भी अधिक सफल रही हैं, जिससे चीनी मिलों का विस्तार हुआ है।
- लोहा तथा इस्पात उद्योग को ‘भारी उद्योग’ क्यों कहा जाता है? उत्तर: लोहा तथा इस्पात उद्योग को भारी उद्योग कहा जाता है क्योंकि इसमें उपयोग होने वाला कच्चा माल (लौह-अयस्क, कोयला) और तैयार उत्पाद (इस्पात) दोनों ही भारी और स्थूल होते हैं, जिसके लिए अधिक परिवहन लागत आती है।
- इस्पात के उत्पादन तथा खपत को देश के विकास का पैमाना क्यों माना जाता है? उत्तर: इस्पात के उत्पादन और खपत को देश के विकास का पैमाना माना जाता है क्योंकि किसी भी औद्योगिक विकास के लिए इस्पात एक मूलभूत आवश्यकता है; अधिक इस्पात उत्पादन औद्योगिक प्रगति को दर्शाता है।
- छोटानागपुर के पठारी क्षेत्र में अधिकांश लोहा तथा इस्पात उद्योग संकेंद्रित क्यों हैं? उत्तर: इस क्षेत्र में लौह अयस्क की कम लागत, उच्च कोटि के कच्चे माल की निकटता (कोकिंग कोल), सस्ते श्रमिकों की उपलब्धता और स्थानीय बाजार में मांग की विशाल संभाव्यता के कारण इस्पात उद्योग संकेंद्रित हैं।
- एल्युमीनियम धातु के चार प्रमुख गुण क्या हैं? उत्तर: एल्युमीनियम हल्का, जंग अवरोधी, ऊष्मा का सुचालक और लचीला होता है। ये गुण इसे हवाई जहाज, बर्तन और तार जैसे विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए महत्वपूर्ण बनाते हैं।
- भारतीय रसायन उद्योग का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में क्या योगदान है और वैश्विक स्तर पर इसकी क्या स्थिति है? उत्तर: भारतीय रसायन उद्योग का GDP में लगभग 3% योगदान है। वैश्विक स्तर पर, यह एशिया का तीसरा सबसे बड़ा और विश्व में आकार की दृष्टि से 12वें स्थान पर है।
- अकार्बनिक और कार्बनिक रसायनों में क्या अंतर है? उत्तर: अकार्बनिक रसायनों में कार्बन-हाइड्रोजन बंधन नहीं होता (जैसे सल्फ्यूरिक अम्ल), जबकि कार्बनिक रसायनों में कार्बन-हाइड्रोजन बंधन होता है (जैसे पेट्रो-रसायन)।
- भारत में पोटाश की क्या स्थिति है और क्यों? उत्तर: भारत में पोटाश पूर्णतः आयात किया जाता है क्योंकि देश में वाणिज्यिक रूप से या किसी भी अन्य रूप में प्रयुक्त होने वाले पोटाश या पोटेशियम यौगिकों के कोई भंडार नहीं हैं।
- सीमेंट उद्योग के लिए आवश्यक तीन मुख्य कच्चे माल क्या हैं? उत्तर: सीमेंट उद्योग के लिए आवश्यक मुख्य कच्चे माल चूना पत्थर, सिलिका और जिप्सम हैं। यह एक ऊर्जा-गहन उद्योग भी है।
- 1991 के उदारीकरण ने भारतीय मोटरगाड़ी उद्योग को कैसे प्रभावित किया? उत्तर: 1991 के उदारीकरण के बाद, भारतीय मोटरगाड़ी उद्योग में नए और आधुनिक मॉडल के वाहनों के बाज़ार खुले और वाहनों की मांग में भारी वृद्धि हुई, खासकर कार, दोपहिया और तिपहिया वाहनों में।
- भारत की ‘इलेक्ट्रॉनिक राजधानी’ किस शहर को कहा जाता है और क्यों? उत्तर: बेंगलुरु को भारत की ‘इलेक्ट्रॉनिक राजधानी’ कहा जाता है। यह सॉफ्टवेयर विकास, अनुसंधान और स्टार्टअप के लिए एक वैश्विक केंद्र बन गया है, जो इलेक्ट्रॉनिक उद्योग का प्रमुख केंद्र है।
- औद्योगिक प्रदूषण के चार मुख्य प्रकार क्या हैं? उत्तर: उद्योगों द्वारा होने वाले चार मुख्य प्रकार के प्रदूषण हैं: वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, भूमि प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण। ताप विद्युतगृह भी इसमें शामिल हैं।
- जल प्रदूषण के मुख्य औद्योगिक कारक कौन से हैं? उत्तर: जल प्रदूषण के मुख्य औद्योगिक कारक कागज़, लुग्दी, रसायन, वस्त्र तथा रंगाई उद्योग, तेल शोधनशालाएँ, चमड़ा उद्योग और इलेक्ट्रोप्लेटिंग उद्योग हैं, जो हानिकारक अपशिष्ट जल में छोड़ते हैं।
- तापीय प्रदूषण जलीय जीवन को कैसे प्रभावित करता है? उत्तर: तापीय प्रदूषण तब होता है जब गर्म जल को बिना ठंडा किए नदियों में छोड़ा जाता है। इससे जल में ऑक्सीजन का स्तर घट जाता है, जिससे जलीय जीवों के लिए जीवन कठिन हो जाता है और वे मर सकते हैं या विस्थापित हो सकते हैं।
- मृदा (मिट्टी) प्रदूषण और जल प्रदूषण आपस में कैसे संबंधित हैं? उत्तर: मृदा और जल प्रदूषण संबंधित हैं। औद्योगिक मलबे और रसायनों से मृदा अनुपजाऊ होती है, और जब वर्षा जल इन प्रदूषकों पर गिरता है, तो वे रिसकर भूमिगत जल को भी प्रदूषित कर देते हैं।
- औद्योगिक ध्वनि प्रदूषण के कुछ प्रमुख स्रोत क्या हैं? उत्तर: औद्योगिक ध्वनि प्रदूषण के प्रमुख स्रोत कारखानों के उपकरण, जेनरेटर, लकड़ी चीरने के कारखाने, गैस यांत्रिकी और विद्युत ड्रिल हैं, जो अत्यधिक शोर उत्पन्न करते हैं।
- जल प्रदूषण को कम करने के लिए उद्योगों को क्या उपाय करने चाहिए? उत्तर: उद्योगों को जल का न्यूनतम उपयोग करना चाहिए, जल का पुनर्चक्रण और पुनः उपयोग करना चाहिए, वर्षा जल संग्रहण करना चाहिए, और अपशिष्ट जल को नदियों में छोड़ने से पहले तीन चरणों में शोधित करना चाहिए।
- वायु प्रदूषण को कम करने के लिए औद्योगिक उपाय क्या हैं? उत्तर: वायु प्रदूषण कम करने के लिए कारखानों में ऊँची चिमनियाँ, इलेक्ट्रोस्टैटिक अवक्षेपक, स्क्रबर उपकरण का उपयोग करना चाहिए, और कोयले की अपेक्षा तेल व गैस जैसे स्वच्छ ईंधन का प्रयोग करना चाहिए।
- NTPC (राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम) पर्यावरणीय संरक्षण के लिए क्या उपाय अपनाता है? उत्तर: NTPC नवीनतम तकनीकों का उपयोग, उपकरणों का इष्टतम उपयोग, अपशिष्ट उत्पादन को कम करना, राख का अधिकतम उपयोग, हरित पट्टी का विकास, और नियमित पर्यावरणीय निगरानी जैसे उपाय अपनाता है।
. विनिर्माण क्या है?
उत्तर: विनिर्माण वह प्रक्रिया है जिसमें कच्चे माल को मूल्यवान उत्पादों में परिवर्तित किया जाता है। यह बड़े पैमाने पर वस्तुओं के उत्पादन से संबंधित है, जैसे लकड़ी से कागज या गन्ने से चीनी बनाना।
2. विनिर्माण उद्योगों का आर्थिक उन्नति में क्या महत्व है?
उत्तर: विनिर्माण उद्योग देश की आर्थिक उन्नति का पैमाना हैं। वे कृषि का आधुनिकीकरण करते हैं, बेरोजगारी और गरीबी कम करते हैं, तथा निर्मित वस्तुओं के निर्यात से विदेशी मुद्रा अर्जित करके आर्थिक विकास को गति देते हैं।
3. कृषि और उद्योग एक-दूसरे के पूरक कैसे हैं?
उत्तर: कृषि-आधारित उद्योग कृषि पैदावार बढ़ाते हैं, जबकि किसान उद्योगों द्वारा निर्मित उर्वरक, मशीनें आदि पर निर्भर करते हैं। यह आपसी निर्भरता दोनों क्षेत्रों को मजबूत कर अर्थव्यवस्था को लाभ पहुँचाती है।
4. उद्योगों को उनके प्रयुक्त कच्चे माल के आधार पर कैसे वर्गीकृत किया जाता है?
उत्तर: उद्योगों को उनके कच्चे माल के आधार पर दो मुख्य प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है:
- कृषि आधारित उद्योग (जैसे सूती वस्त्र)
- खनिज आधारित उद्योग (जैसे लोहा-इस्पात)
5. ‘आधारभूत उद्योग’ क्या होते हैं? उदाहरण दीजिए।
उत्तर: आधारभूत उद्योग वे होते हैं जिनके उत्पादन या कच्चे माल पर अन्य उद्योग निर्भर करते हैं। इन्हें ‘की’ इंडस्ट्रीज भी कहते हैं। उदाहरण: लोहा-इस्पात, तांबा प्रगलन।
6. पूँजी निवेश के आधार पर ‘लघु उद्योग’ को परिभाषित करें।
उत्तर: लघु उद्योग को परिसंपत्ति में अधिकतम निवेश मूल्य के आधार पर परिभाषित किया जाता है। वर्तमान में, भारत में लघु उद्योगों के लिए अधिकतम स्वीकार्य निवेश ₹1 करोड़ तक है।
7. स्वामित्व के आधार पर उद्योगों के चार प्रमुख प्रकार कौन-से हैं?
उत्तर:
- सार्वजनिक क्षेत्र (सरकार)
- निजी क्षेत्र (व्यक्ति/समूह)
- संयुक्त उद्योग (राज्य और निजी)
- सहकारी उद्योग (उत्पादक/श्रमिक)
8. सहकारी उद्योग किस प्रकार संचालित होते हैं?
उत्तर: सहकारी उद्योगों का स्वामित्व कच्चे माल की पूर्ति करने वाले उत्पादकों, श्रमिकों या दोनों के हाथों में होता है। सदस्य संयुक्त रूप से संसाधनों का योगदान करते हैं और लाभ-हानि का विभाजन आनुपातिक रूप से करते हैं, जैसे महाराष्ट्र के चीनी उद्योग।
9. वस्त्र उद्योग को भारतीय अर्थव्यवस्था में आत्मनिर्भर क्यों माना जाता है?
उत्तर: वस्त्र उद्योग कच्चे माल (कपास) से लेकर उच्चतम मूल्य वाले उत्पाद (तैयार परिधान) तक की पूरी श्रृंखला में आत्मनिर्भर है। इसमें कताई, बुनाई, रंगाई और गारमेंट निर्माण सभी देश में होते हैं।
10. औपनिवेशिक काल में भारतीय सूती वस्त्र उद्योग को क्या हानि हुई?
उत्तर: ब्रिटिश शासन के दौरान मशीन-निर्मित सस्ते वस्त्रों से प्रतिस्पर्धा न कर पाने के कारण भारतीय सूती वस्त्र उद्योग को भारी हानि हुई, जिससे हमारी पारंपरिक आत्मनिर्भरता प्रभावित हुई।
11. सूती वस्त्र उद्योग महाराष्ट्र और गुजरात में केंद्रित क्यों था?
उत्तर: यह कपास की उपलब्धता, बड़े बाजार, बेहतर परिवहन (पत्तनों की समीपता), कुशल श्रम और कताई के लिए अनुकूल नमीयुक्त जलवायु जैसे कारकों के कारण महाराष्ट्र और गुजरात में केंद्रित था।
12. भारत में कताई और बुनाई कार्यों में क्या विरोधाभास है?
उत्तर: भारत में कताई कार्य (सूत बनाना) मुख्य रूप से केंद्रित और उन्नत है, जबकि बुनाई कार्य (कपड़ा बनाना) अत्यधिक विकेंद्रीकृत है। इससे उच्च गुणवत्ता वाले धागे का उपयोग अक्सर कम गुणवत्ता वाले बुने हुए वस्त्रों में होता है।
13. पटसन उद्योग पश्चिम बंगाल में हुगली नदी के तट पर क्यों संकेंद्रित है?
उत्तर: पटसन उत्पादक क्षेत्रों की निकटता, सस्ता जल परिवहन, सड़क और रेल का सघन जाल, प्रचुर जल उपलब्धता, सस्ते श्रमिक और कोलकाता के नगरीय केंद्र की सुविधाओं के कारण यह हुगली नदी तट पर केंद्रित है।
14. 1947 में देश के विभाजन ने भारतीय पटसन उद्योग को कैसे प्रभावित किया?
उत्तर: विभाजन के बाद अधिकांश पटसन मिलें भारत में रह गईं, लेकिन तीन-चौथाई जूट उत्पादक क्षेत्र पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) में चले गए, जिससे भारतीय पटसन उद्योग के लिए कच्चे माल की उपलब्धता प्रभावित हुई।
15. चीनी उद्योग को ‘मौसमी उद्योग’ क्यों कहा जाता है?
उत्तर: चीनी उद्योग एक मौसमी उद्योग है क्योंकि यह गन्ने की कटाई के मौसम पर निर्भर करता है। गन्ना केवल निश्चित समय में ही उपलब्ध होता है, जिससे मिलें साल के कुछ ही महीनों तक काम कर पाती हैं।
16. लोहा तथा इस्पात उद्योग को ‘भारी उद्योग’ क्यों कहा जाता है?
उत्तर: लोहा तथा इस्पात उद्योग को भारी उद्योग कहा जाता है क्योंकि इसमें उपयोग होने वाला कच्चा माल (लौह-अयस्क, कोयला) और तैयार उत्पाद (इस्पात) दोनों ही भारी और स्थूल होते हैं, जिसके लिए अधिक परिवहन लागत आती है।
17. छोटानागपुर के पठारी क्षेत्र में अधिकांश लोहा तथा इस्पात उद्योग संकेंद्रित क्यों हैं?
उत्तर: इस क्षेत्र में लौह अयस्क की कम लागत, उच्च कोटि के कच्चे माल की निकटता (कोकिंग कोल), सस्ते श्रमिकों की उपलब्धता और स्थानीय बाजार में मांग की विशाल संभाव्यता के कारण इस्पात उद्योग संकेंद्रित हैं।
18. औद्योगिक प्रदूषण के चार मुख्य प्रकार क्या हैं?
उत्तर:
- वायु प्रदूषण: फैक्ट्रियों के धुएँ से उत्पन्न।
- जल प्रदूषण: औद्योगिक कचरे से नदियाँ प्रदूषित होती हैं।
- भूमि प्रदूषण: हानिकारक रासायनिक कचरे से मिट्टी की उर्वरता घटती है।
- ध्वनि प्रदूषण: मशीनों और फैक्टरियों के अत्यधिक शोर से उत्पन्न।
19. वायु प्रदूषण को कम करने के लिए औद्योगिक उपाय क्या हैं?
उत्तर: ✔ ऊँची चिमनियाँ लगाना ✔ इलेक्ट्रोस्टैटिक अवक्षेपक का उपयोग करना ✔ स्वच्छ ईंधन (गैस, तेल) अपनाना ✔ हवादार स्थानों पर उद्योग स्थापित करना
20. जल प्रदूषण को कम करने के लिए उद्योगों को क्या उपाय करने चाहिए?
उत्तर: उद्योगों को अपशिष्ट जल का पुनर्चक्रण, वर्षा जल संग्रहण, और तीन चरणों में जल का शुद्धिकरण करना चाहिए, ताकि नदियों और जल स्रोतों को प्रदूषण से बचाया जा सके।
पुस्तक से लिए गए प्रश्न
1. बहुवैकल्पिक प्रश्न
(i) निम्न में से कौन-सा उद्योग चूना पत्थर को कच्चे माल के रूप में प्रयुक्त करता है? (क) एल्यूमिनियम (ख) प्लास्टिक (ग) सीमेंट (घ) मोटरगाड़ी
(ii) निम्न में से कौन-सा उद्योग बॉक्साइट को कच्चे माल के रूप में प्रयोग करता है? (क) एल्यूमिनियम प्रगलन (ख) सीमेंट (ग) कागज (घ) स्टील
(iii) निम्न में से कौन-सा उद्योग दूरभाष, कंप्यूटर आदि संयंत्र निर्मित करते है? (क) स्टील (ख) एल्यूमिनियम प्रगलन (ग) इलेक्ट्रॉनिक (घ) सूचना प्रौद्योगिकी (यहाँ ‘इलेक्ट्रॉनिक’ भी सही हो सकता है, लेकिन ‘सूचना प्रौद्योगिकी’ अधिक व्यापक और सटीक है क्योंकि इसमें हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों शामिल हैं, और कंप्यूटर/दूरभाष संयंत्र सीधे आईटी उद्योग से संबंधित हैं।)
2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए।
(i) विनिर्माण क्या है? विनिर्माण वह प्रक्रिया है जिसमें कच्चे माल को अधिक मात्रा में मूल्यवान उत्पादों में परिवर्तित किया जाता है। यह वस्तुओं के बड़े पैमाने पर उत्पादन से संबंधित है, जैसे लकड़ी से कागज बनाना या गन्ने से चीनी बनाना।
(ii) आधारभूत उद्योग क्या हैं? उदाहरण देकर बताएँ। आधारभूत उद्योग वे हैं जिनके उत्पादन या कच्चे माल पर अन्य उद्योग निर्भर करते हैं। ये किसी भी अर्थव्यवस्था की नींव होते हैं। उदाहरण के लिए, लोहा-इस्पात उद्योग, तांबा प्रगलन उद्योग और एल्युमीनियम प्रगलन उद्योग आधारभूत उद्योग हैं, क्योंकि इनसे बनी मशीनरी और धातुएँ अन्य उद्योगों के लिए आवश्यक होती हैं।
3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 120 शब्दों में दीजिए।
(i) उद्योग पर्यावरण को कैसे प्रदूषित करते हैं? उद्योग विभिन्न तरीकों से पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं, जिससे भूमि, वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण होता है। वायु प्रदूषण में कारखानों से निकलने वाले धुएँ, जिसमें सल्फर डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी अनचाही गैसें होती हैं, शामिल हैं। ये गैसें और धूल के कण मानव स्वास्थ्य, पशुओं, पौधों और इमारतों को नुकसान पहुँचाते हैं। जल प्रदूषण तब होता है जब उद्योग कार्बनिक और अकार्बनिक अपशिष्ट पदार्थों, जैसे रंग, अम्ल, भारी धातुएँ और प्लास्टिक को नदियों व तालाबों में छोड़ देते हैं, जिससे जलीय जीवन प्रभावित होता है। तापीय प्रदूषण गर्म पानी को सीधे जल स्रोतों में छोड़ने से होता है, जो पानी में ऑक्सीजन का स्तर घटाता है। इसके अतिरिक्त, परमाणु संयंत्रों से निकलने वाला अपशिष्ट और औद्योगिक कचरा मृदा को अनुपजाऊ बनाता है और वर्षा जल के साथ रिसकर भूमिगत जल को भी दूषित कर देता है। मशीनों और जनरेटरों से निकलने वाली अत्यधिक ध्वनि से ध्वनि प्रदूषण होता है, जो श्रवण असक्षमता और तनाव का कारण बनता है।
(ii) उद्योगों द्वारा पर्यावरण निम्नीकरण को कम करने के लिए उठाए गए विभिन्न उपायों की चर्चा करें। उद्योगों द्वारा पर्यावरण निम्नीकरण को कम करने के लिए कई उपाय अपनाए जा रहे हैं। जल प्रदूषण रोकने के लिए, विभिन्न प्रक्रियाओं में जल का न्यूनतम उपयोग करना, जल का पुनर्चक्रण करना और वर्षा जल संग्रहण करना महत्वपूर्ण है। उद्योगों को अपशिष्ट जल को नदियों या तालाबों में छोड़ने से पहले तीन चरणों (प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक) में उसका शोधन करना चाहिए। वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए, कारखानों में ऊँची चिमनियाँ, इलेक्ट्रोस्टैटिक अवक्षेपक (precipitators), स्क्रबर उपकरण और गैसीय प्रदूषकों को अलग करने वाले उपकरण लगाए जा सकते हैं। कोयले के बजाय तेल व गैस जैसे स्वच्छ ईंधनों का प्रयोग धुएँ के निष्कासन को कम करता है। ध्वनि प्रदूषण कम करने के लिए ऊर्जा-कुशल मशीनों का उपयोग, जेनरेटरों में साइलेंसर लगाना और श्रमिकों द्वारा शोर नियंत्रण उपकरण पहनना आवश्यक है। साथ ही, जहां भूमिगत जल स्तर कम है, वहां उद्योगों द्वारा जल निष्कासन पर कानूनी प्रतिबंध लगाने चाहिए।
क्रियाकलाप: उद्योगों के संदर्भ में एक शब्द दें
(i) मशीनरी चलाने में प्रयुक्त (5) Power (ii) कारखानों में काम करने वाले व्यक्ति (6) Worker (iii) उत्पाद को जहाँ बेचा जाता है (6) Market (iv) वह व्यक्ति जो सामान बेचता है (8) Retailer (v) वस्तु उत्पादन (9) Products (vi) निर्माण या उत्पादन (11) Manufacture (vii) भूमि, जल तथा वायु अवनयन (9) Pollution
1 thought on “कक्षा 10 समकालीन भारत II विनिर्माण उद्योग प्रश्नोत्तर संग्रह: MP Board Class 10th SST Manufacturing Industry Question Answer”