MP Board 10th Hindi Grammar Alankar : अलंकार हिंदी साहित्य में काव्य की सुंदरता को बढ़ाने वाले वे साधन हैं जो भाषा को आकर्षक, प्रभावशाली और भावपूर्ण बनाते हैं। अलंकार शब्द का अर्थ है ‘आभूषण’, अर्थात् ये काव्य के शब्दों और भावों को सजाने का कार्य करते हैं। अलंकार दो प्रकार के होते हैं- शब्दालंकार और अर्थालंकार। इस लेख में हम चार प्रमुख अर्थालंकारों- मानवीकरण, पुनरुक्तिप्रकाश, अतिशयोक्ति और अन्योक्ति- पर चर्चा करेंगे, जिसमें उनकी परिभाषा, उदाहरण और उपयोग शामिल हैं।
1. मानवीकरण अलंकार (Personification)
परिभाषा
मानवीकरण अलंकार वह है जिसमें निर्जन (निर्जीव) वस्तुओं, प्राकृतिक तत्वों या अमूर्त भावनाओं को मानव के गुण, भाव या कार्य प्रदान किए जाते हैं। इसमें निर्जीव को सजीव के रूप में चित्रित किया जाता है।
उदाहरण
- “नदियाँ गीत गाती हैं, पहाड़ मुस्कुराते हैं।”
- यहाँ नदी को गीत गाने और पहाड़ को मुस्कुराने जैसे मानवीय गुण दिए गए हैं।
उपयोग
- काव्य में भावनात्मक प्रभाव बढ़ाने के लिए।
- प्रकृति और मानव के बीच संबंध स्थापित करने में।
- पाठक के मन में चित्रात्मक दृश्य उत्पन्न करने के लिए।
2. पुनरुक्तिप्रकाश अलंकार (Repetition)
परिभाषा
पुनरुक्तिप्रकाश अलंकार में किसी शब्द, वाक्यांश या भाव की बार-बार पुनरावृत्ति होती है, जिससे काव्य में लय, बल और प्रभावशीलता बढ़ती है। यह शब्दालंकार और अर्थालंकार दोनों हो सकता है।
उदाहरण
- “बाहर बारिश बरसे, भीतर मन बरसे।”
- यहाँ “बरसे” शब्द की पुनरावृत्ति से काव्य में लय और भाव की गहराई बढ़ती है।
उपयोग
- काव्य में लयबद्धता और संगीतमय प्रभाव पैदा करने के लिए।
- किसी विशेष भाव या विचार पर बल देने के लिए।
- पाठक का ध्यान आकर्षित करने में।
3. अतिशयोक्ति अलंकार (Hyperbole)
परिभाषा
अतिशयोक्ति अलंकार में किसी वस्तु, गुण या भाव का अतिशय रूप से वर्णन किया जाता है, जो सामान्य रूप से संभव नहीं होता। यह काव्य में आश्चर्य और प्रभाव पैदा करता है।
उदाहरण
- “उसके रूप की चमक से सूरज भी शरमा जाए।”
- यहाँ रूप की सुंदरता को इतना बढ़ा-चढ़ाकर बताया गया है कि सूरज भी शरमा जाए।
उपयोग
- किसी गुण या विशेषता को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने के लिए।
- पाठक में आश्चर्य और रोमांच पैदा करने के लिए।
- काव्य में नाटकीयता लाने के लिए।
4. अन्योक्ति अलंकार (Allegory)
परिभाषा
अन्योक्ति अलंकार में किसी एक विषय के माध्यम से दूसरे विषय का वर्णन किया जाता है। इसमें सतह पर एक कथा या वर्णन होता है, किंतु उसका गूढ़ अर्थ कुछ और होता है।
उदाहरण
- “कमल दल पर ओस की बूँद चमकती है, पर क्षण में मुरझा जाती है।”
- यहाँ ओस की बूँद के माध्यम से जीवन की क्षणभंगुरता का वर्णन किया गया है।
उपयोग
- गहन दार्शनिक या नैतिक संदेश देने के लिए।
- काव्य में गूढ़ अर्थ को सरलता से व्यक्त करने के लिए।
- पाठक को विचार करने के लिए प्रेरित करने में।
निष्कर्ष
अलंकार हिंदी काव्य के अनमोल रत्न हैं, जो भाषा को सजीव, प्रभावशाली और आकर्षक बनाते हैं। मानवीकरण, पुनरुक्तिप्रकाश, अतिशयोक्ति और अन्योक्ति जैसे अलंकार कविता में भाव, लय और गहराई लाते हैं। इनका उचित उपयोग कवि की रचनात्मकता को उभारता है और पाठक के मन पर गहरा प्रभाव छोड़ता है।