हिन्दी ब्रिज कोर्स अंतरिक्ष की सैर 9th Hindi Bridge Course WorkBook Antriksh ki Sair

9th Hindi Bridge Course WorkBook Antriksh ki Sair :

अंतरिक्ष की सैर

क्या आप ने कभी सोचा है कि अंतरिक्ष में यात्री कैसे चलते हैं? कैसे खाते हैं ? क्या खाते हैं ? आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब …..
अंतरिक्षयान का नाम सुनते ही हम आकाश में विचरण करने की कल्पना करने लगते हैं, यही नहीं जब हम गरमी के दिनों में रात को कुछ देर के लिए आँगन में लेटे होते हैं तो आकाश में असंख्य तारे झिलमिलाते नज़र आते हैं, उन्हीं तारों के बीच से एक तारा घूमता नज़र आता है, यही वह अंतरिक्षयान है जिसकी हम कल्पना करते हैं, कुछ वर्ष पहले अंतरिक्षयान कोलंबिया दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और उस हादसे में भारतीय मूल की साइंटिस्ट (कल्पना चावला) सहित 7 अंतरिक्ष यात्रियों की मौत हो गई थी, हमारे मन-मस्तिष्क में यह प्रश्न उठता है कि ये अंतरिक्ष यात्री ऊपर आकाश में कौन-कौन सी चीजें खोजते हैं? कैसे रहते हैं और कैसे दिन बिताते हैं ?
इसी तरह के कई सारे सवाल सभी के मन में रहते हैं कि ये अंतरिक्ष यात्री क्या खोजते रहते हैं और क्या खाते हैं?
सब से पहले हम आपको यह बताते हैं कि अंतरिक्ष यात्री कौन होते हैं, अंतरिक्ष यात्री साइंटिस्ट (वैज्ञानिक) होते हैं जो अपने हर काम में पारंगत होते हैं, वे सिर्फ साइंटिस्ट ही नहीं बल्कि अंतरिक्षयान के तकनीकी पहलुओं की जानकारी भी रखते हैं, दरअसल, अंतरिक्षयान हवाई जहाज़ का ही एक बदला हुआ रूप है, वर्षों पहले अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्षयान का ख़ुद ही हैंडल चलाना पड़ता था, लेकिन वर्तमान परिवेश में सब काम कम्प्यूटर के ज़रिए होते हैं, आकाश में जा रहे अंतरिक्षयान के यात्रियों की सभी गतिविधियों की जानकारी हम पृथ्वी स्थित अपनी प्रयोगशालाओं में चित्रों के माध्यम से देख व सुन सकते हैं।
अंतरिक्ष की अवस्थाएँ पृथ्वी से भिन्न होती हैं, वहाँ गुरुत्वाकर्षण शक्ति नहीं होती, अंतरिक्ष यात्री खुद को भारहीन महसूस करता है, वहीं किसी भी दिशा में घूम-फिर सकता है। अंतरिक्ष में पृथ्वी जैसा वायुमंडल नहीं होता, न अधिक तापमान और न ही हानिकारक विकिरणों से बचाव का रास्ता, ये सभी चीज़ें एक अंतरिक्ष यात्री को झेलनी पड़ती हैं।
अंतरिक्ष में जाने से पहले इन यात्रियों को एक विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है । इस प्रशिक्षण के दौरान अंतरिक्ष यात्री को क़रीब एक साल तक घर से दूर रहना पड़ता है । अंतरिक्ष यात्रा के लिए अंतरिक्ष यात्री को पृथ्वी पर स्थित प्रयोगशालाओं में प्रशिक्षण दिया जाता है । अंतरिक्ष यात्री की उम्र 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए और वह एकदम कसे हुए एवं स्वस्थ शरीर का व्यक्ति होना चाहिए।
दरअसल, अंतरिक्ष की परिस्थितियों को हू-ब-हू पृथ्वी पर स्थित प्रयोगशालाओं में महसूस नहीं किया जा सकता, इसलिए अंतरिक्ष यात्री को गुब्बारों, ऊँचाई पर उड़ने वाले हवाईजहाज़ों और भू–उपग्रहों में ऊपर भेजा जाता है, जहाँ वह अंतरिक्ष का वास्तविक एहसास करता है, वैसे यान के ऊपर उठते समय अंतरिक्ष यात्री को पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल की अपेक्षा 6 गुणा अधिक बल का अनुभव होता है, यह एक कठिन परिस्थिति होती है। अंतरिक्ष यात्री को प्रशिक्षण के दौरान सुबह 5 बजे से शाम 7 बजे तक तथा रात को भी प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि अंतरिक्ष यात्री रात-दिन की विभिन्न परिस्थितियों को जान सकें .

कभी-कभी प्रशिक्षण के दौरान अंतरिक्ष यात्री अपने को तनाव में महसूस करता है और चिड़चिड़ा हो जाता है। इसमें आश्चर्य की बात यह है कि यात्री अपने शरीर को हिलाडुला भी नहीं सकता है, कभी-कभी उसकी देखने व सुनने की शक्ति समाप्त हो जाती है। इसलिए अंतरिक्ष यात्री को रॉकेट द्वारा चलित स्लेज पर विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है। यह स्लेज मीलों लम्बी इस्पात की पटरियों पर बहुत तेज़ गति से दौड़ती है और एकदम रोक दी जाती है। स्लेज की गति और स्पंदन से उस पर बैठे मनुष्य को अधिक दबाव का सामना करना पड़ता है। क्योंकि यात्रा के दौरान इस तरह का ताप और कंपन सहन करना पड़ता है। एक बात और, अंतरिक्ष यात्री को कैप्सूल में बने हुक से लटकाया जाता है। अंतरिक्ष यात्री को खाने के लिए केवल तरल पदार्थ दिया जाता है ताकि वह आसानी से अपना पेट भर सके, सूखा भोजन अंतरिक्षयान में इधर-उधर उड़ता घूमता रहेगा क्योंकि यान में इस तरह की स्थिति होती है।

अंतरिक्षयान वायुयान का मिलाजुला रूप है। अंतरिक्षयान को तैयार करने में महीनों तैयारी करनी पड़ती है, यान के ऊपरी भाग पर एक विशेष प्लेट लगाई जाती है ताकि वायुयान में उड़ान भरते समय या वायुमंडल में प्रवेश करते समय कोई अतिरिक्त दबाव न पड़े। विश्व का सब से बड़ा अंतरिक्ष संस्थान ‘नासा’ है जो अमेरिका के फ्लोरिडा शहर में स्थित है। भारत के अंतरिक्ष केंद्र का नाम ‘इसरो’ है, यही है अंतरिक्षयात्री की कहानी ।

कार्यपत्रक 1

(i) श्रुतलेख शिक्षक द्वारा बोले गए शब्दों को लिखिए
— यहाँ शिक्षक द्वारा बोले गए शब्द लिखे जाएंगे। (उदाहरण के लिए: सूरज, चंद्रमा, तारा, आकाश, बादल)

(ii) दिए गए शब्दों के अर्थ लिखकर वाक्यों में प्रयोग कीजिए

शब्द (क) प्रशिक्षण
अर्थ: किसी कार्य को करने की विशेष शिक्षा या तैयारी।
वाक्य: अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में जाने से पहले कठिन प्रशिक्षण दिया जाता है।

शब्द (ख) अंतरिक्ष
अर्थ: पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर का वह क्षेत्र जहां तारे, ग्रह और अन्य खगोलीय पिंड मौजूद हैं।
वाक्य: अंतरिक्ष की सैर करना हर वैज्ञानिक का सपना होता है।

शब्द (ग) संस्थान
अर्थ: एक संगठन या संस्था जो किसी विशेष कार्य के लिए स्थापित की गई हो।
वाक्य: इसरो एक ऐसा संस्थान है जो अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए कार्य करता है।

शब्द (घ) प्रयोगशाला
अर्थ: वह स्थान जहां वैज्ञानिक प्रयोग और अनुसंधान किए जाते हैं।
वाक्य: वैज्ञानिक अपनी प्रयोगशाला में नए आविष्कार करते हैं।

शब्द (ङ) वायुमण्डल
अर्थ: पृथ्वी को चारों ओर से घेरने वाली हवा की परत।
वाक्य: अंतरिक्ष में वायुमण्डल न होने के कारण वहां सांस लेना असंभव है।

दिनांक: 29 मई 2025

शिक्षक के हस्ताक्षर: ____________________

कार्यपत्रक 2

नीचे कुछ चित्र दिये जा रहे हैं । अपनी कल्पना के आधार पर तथा दिये गए चित्र की सहायता से अंतरीक्ष की सैर पर आठ पंक्तियाँ लिखिए और उचित शीर्षक भी दीजिये :

चित्रों के आधार पर वर्णन

चित्र 1: कक्षा में सपने देखता बच्चा

  • कक्षा में एक छोटा बच्चा अपनी ठुड्डी पर हाथ रखकर बैठा है।
  • उसकी आँखें सपनों में खोई हुई हैं, शायद अंतरिक्ष की सैर की कल्पना कर रहा है।
  • वह सोच रहा है कि सितारे और ग्रह कैसे दिखते होंगे।
  • उसके चेहरे पर एक हल्की मुस्कान है, जो उसके उत्साह को दर्शाती है।
  • यह बच्चा भविष्य में एक अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनने का सपना देख रहा है।

चित्र 2: माइक्रोस्कोप से देखते हुए बच्चे

  • कुछ बच्चे कक्षा में माइक्रोस्कोप के सामने बैठकर ध्यान से देख रहे हैं।
  • वे छोटे-छोटे कणों को समझने की कोशिश कर रहे हैं।
  • शायद वे अंतरिक्ष से आए पत्थरों या धूल के नमूनों का अध्ययन कर रहे हैं।
  • उनके चेहरों पर उत्साह और जिज्ञासा साफ दिखाई देती है।
  • यह गतिविधि उन्हें अंतरिक्ष के रहस्यों को जानने के लिए प्रेरित कर रही है।

चित्र 3: अंतरिक्ष में रॉकेट

  • अंतरिक्ष में एक रॉकेट तेजी से आगे बढ़ रहा है।
  • नीचे पृथ्वी नीली और गोल दिखाई दे रही है, जो बहुत सुंदर लगती है।
  • रॉकेट की खिड़की से अंतरिक्ष यात्री सितारों को देख रहे होंगे।
  • यह रॉकेट शायद किसी नए ग्रह की खोज के लिए जा रहा है।
  • अंतरिक्ष की यह सैर हर किसी के लिए एक सपने जैसी है।

चित्र 4: लैब में प्रयोग करते बच्चे

  • एक प्रयोगशाला में बच्चे सफेद कोट पहनकर व्यस्त हैं।
  • वे अलग-अलग उपकरणों का उपयोग करके प्रयोग कर रहे हैं।
  • शायद वे अंतरिक्ष में जीवन की संभावनाओं पर शोध कर रहे हैं।
  • उनके चेहरों पर गंभीरता और उत्साह दोनों दिखाई दे रहे हैं।
  • यह अनुभव उन्हें भविष्य में अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनने के लिए तैयार कर रहा है।

कार्यपत्रक 3

1. दिए गए शब्दों के अर्थ शब्दकोश से ढूँढ़ कर लिखिए। आप अपने साथी या शिक्षक से भी मदद ले सकते हैं।

अंतरिक्ष
अर्थ: पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर का वह क्षेत्र जहां तारे, ग्रह और अन्य खगोलीय पिंड मौजूद हैं।

विज्ञान
अर्थ: वह ज्ञान या अध्ययन जो प्रकृति, उसके नियमों और घटनाओं की खोज और समझ पर आधारित हो।

वायुमंडल
अर्थ: पृथ्वी को चारों ओर से घेरने वाली हवा की परत।

दुर्घटना
अर्थ: अचानक होने वाली वह घटना जो हानि या नुकसान पहुँचाए।

प्रयोगशाला
अर्थ: वह स्थान जहां वैज्ञानिक प्रयोग और अनुसंधान किए जाते हैं।

भू-उपग्रह
अर्थ: पृथ्वी की परिक्रमा करने वाला एक कृत्रिम उपग्रह जो संचार, मौसम आदि के लिए उपयोगी होता है।

वायुयान
अर्थ: हवा में उड़ने वाला यान, जैसे हवाई जहाज या हेलीकॉप्टर।

क्रियाकलाप
अर्थ: कोई कार्य या गतिविधि जो किसी उद्देश्य के लिए की जाए।

2. दिए गए शब्दों को शब्दकोश के क्रम में लगाएँ-
विचरण, यात्री, झिलमिलाते, प्रशिक्षण, अंतरिक्ष, अवस्था, इस्पात, संस्थान, अवधारणा, सिद्धान्त, गुरुत्वाकर्षण, कम्प्यूटर, तापमान, पृथ्वी, प्रयोगशाला, परिस्थिति, विकिरणों, भारहीन

शब्दकोश के क्रम (हिंदी वर्णमाला के अनुसार: अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, क, ख, ग, घ, च, छ, ज, झ, ट, ठ, ड, ढ, त, थ, द, ध, न, प, फ, ब, भ, म, य, र, ल, व, श, स, ह):

  • अंतरिक्ष
  • अवस्था
  • अवधारणा
  • इस्पात
  • कम्प्यूटर
  • गुरुत्वाकर्षण
  • झिलमिलाते
  • तापमान
  • परिस्थिति
  • पृथ्वी
  • प्रयोगशाला
  • प्रशिक्षण
  • भारहीन
  • यात्री
  • विचरण
  • विकिरणों
  • सिद्धान्त
  • संस्थान

दिनांक: 29 मई 2025 शिक्षक के हस्ताक्षर: ____________________

कार्यपत्रक-4

दिए गए शब्दों को वाक्य में प्रयोग कीजिए-

गुरुत्वाकर्षणअंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण नहीं होने के कारण यात्री हवा में तैरते हैं।

अंतरिक्षयान : अंतरिक्षयान चंद्रमा की सैर के लिए तैयार किया गया था।

यात्री : अंतरिक्ष यात्री अपनी यात्रा के लिए कठिन प्रशिक्षण लेते हैं।

वायुमंडल : पृथ्वी का वायुमंडल हमें हानिकारक किरणों से बचाता है।

पृथ्वी : अंतरिक्ष से पृथ्वी नीली और गोल दिखाई देती है।

प्रशिक्षण : अंतरिक्ष यात्रियों को एक साल तक विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।

संस्थान : इसरो एक प्रसिद्ध अंतरिक्ष संस्थान है जो भारत में स्थित है।

उड़ान : रॉकेट की उड़ान देखकर बच्चे उत्साहित हो गए।

तापमान : अंतरिक्ष में तापमान बहुत कम होता है, जिससे वहां जीवन कठिन है।

कार्यपत्रक-5

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए-

(1) अंतरिक्ष यात्री कौन होते हैं?
अंतरिक्ष यात्री वे वैज्ञानिक होते हैं जो अंतरिक्ष की यात्रा करते हैं और वहां के रहस्यों का अध्ययन करते हैं।

(2) अंतरिक्ष यात्री की उम्र क्या होनी चाहिए?
अंतरिक्ष यात्री की उम्र 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।

(3) अंतरिक्षयान किसका मिला-जुला रूप है?
अंतरिक्षयान वायुयान का एक बड़ा और तकनीकी रूप है।

(4) भारत के अंतरिक्ष केन्द्र का नाम क्या है?
भारत के अंतरिक्ष केंद्र का नाम भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) है।

(5) विश्व का सबसे बड़ा अंतरिक्ष संस्थान कहाँ है?
विश्व का सबसे बड़ा अंतरिक्ष संस्थान नासा (NASA) है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित है।

दिनांक: 29 मई 2025 शिक्षक के हस्ताक्षर: ____________________

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