9th Hindi Bridge Course WorkBook A P J Abdul Kalaam:
डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम
(आत्मकथा)
मेरे बाल्यकाल में पुस्तकें एक दुर्लभ वस्तु की तरह हुआ करती थीं। हमारे यहाँ स्थानीय स्तर पर एक पूर्व क्रांतिकारी मानिकम का निजी पुस्तकालय था। उन्होंने घर से पढ़ने के लिए उत्साहित किया। मैं अक्सर उनके घर से पढ़ने के लिए किताबें ले आया करता था।
दूसरे जिस व्यक्ति का मेरे बाल जीवन पर गहरा असर पड़ा, वह थे मेरे चचेरे भाई शम्सुद्दीन। वह रामेश्वरम् में अख़बारों के एक मात्र वितरक थे। इन अख़बारों में स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित ताज़ा ख़बरें, ज्योतिष से जुड़े संदर्भ और मद्रास (जो अब चेन्नई/चैन्ने) सर्राफा बाज़ार के भाव प्रमुखता से दिए होते थे। महानगरी दृष्टिकोण रखने वाले कुछ महापुरुषों के बारे में चर्चाएँ करते थे। पाठक हिटलर, महात्मा गाँधी और जिन्ना के बारे में अख़बार में जो कुछ छपा होता, वह सब मेरी समझ से परे था, इसलिए शम्सुद्दीन के ग्राहकों को अख़बार बाँटने से पहले मैं सिर्फ अख़बार में छपी तस्वीरों पर नज़र डालकर ही संतोष कर लेता था।
हर बच्चा एक विशेष आर्थिक, सामाजिक और भावनात्मक परिवेश में कुछ वंशगत गुणों के साथ जन्म लेता है, फिर संस्कारों के अनुरूप उसे ढाला जाता है। मुझे अपने पिताजी से विरासत के रूप में ईमानदारी और आत्मानुशासन मिला तथा माँ से ईश्वर में विश्वास और करुणा का भाव। यह गुण मेरे तीनों भाई-बहनों को भी विरासत में मिले।
बचपन में मेरे तीन पक्के दोस्त थे—रामानंद शास्त्री, अरविंदन और शिवप्रकाशन। ये तीनों ही हिन्दू परिवारों से थे। रामानंद शास्त्री तो रामेश्वरम् मंदिर के सबसे बड़े पुजारी पं. लक्ष्मण शास्त्री का बेटा था। अलग-अलग धर्म, पालन-पोषण, पढ़ाई-लिखाई को लेकर हम में से किसी भी बच्चे ने कभी भी आपस में कोई भेदभाव महसूस नहीं किया। मेरी माँ और दादी घर के बच्चों को सोते समय ‘रामायण’ के किस्से और पैगंबर मुहम्मद से जुड़ी घटनाएँ सुनाती थीं।
जब मैं पाँचवीं कक्षा में था तब एक दिन एक शिक्षक हमारी कक्षा में आए। मैं टोपी पहना करता था, जो मेरे मुसलमान होने का प्रतीक था। मैं कक्षा में हमेशा आगे की पंक्ति में जनेऊ पहने रामानंद शास्त्री के साथ बैठा करता था। नए शिक्षक को एक हिंदू लड़के का मुसलमान लड़के के साथ बैठना अच्छा नहीं लगा। उन्होंने मुझे पीछे वाली बेंच पर बिठा दिया। मुझे बहुत बुरा लगा। रामानंद के चेहरे पर रुआँसी के भाव थे, उनकी मुझ पर गहरी छाप पड़ी।
स्कूल की छुट्टी होने पर हम घर गए और सारी घटना अपने घरवालों को बताई। यह सुनकर लक्ष्मण शास्त्री ने उस शिक्षक को बुलाया और कहा कि उसे निर्दोष बच्चों के दिमाग़ में इस तरह सामाजिक असमानता एवं सांप्रदायिकता का विष नहीं घोलना चाहिए। हम सब भी उस वक़्त वहाँ मौजूद थे। लक्ष्मण शास्त्री ने उस शिक्षक से सInstituto de Astrofísica de Canarias (IAC)ाफ़-साफ़ कह दिया कि या तो वह क्षमा माँगे या फिर स्कूल छोड़कर यहाँ से चला जाए। उस शिक्षक ने अपने किए व्यवहार पर न सिर्फ दुःख व्यक्त किया बल्कि लक्ष्मण शास्त्री के कड़े रुख़ एवं धर्म निरपेक्षता में उनके विश्वास से उस नौजवान शिक्षक में अंततः बदलाव आ गया।
लेखक: अब्दुल कलाम
कार्यपत्रक-1
श्रुतलेख
शिक्षक द्वारा बोले गए शब्दों को लिखिए।
(चूंकि यह एक श्रुतलेख प्रश्न है, और कोई शब्द नहीं दिए गए हैं, मैं इस हिस्से को खाली छोड़ रहा हूँ। वास्तविक स्थिति में, शिक्षक द्वारा बोले गए शब्दों को यहाँ लिखा जाएगा।)
कार्यपत्रक-2
दिए गए शब्दों के अर्थ सहित वाक्य बनाइए–
शब्द | अर्थ | वाक्य |
---|---|---|
दुर्लभ | जो आसानी से न मिले | गाँव में पुस्तकें दुर्लभ थीं। |
वितरक | वितरण करने वाला | शम्सुद्दीन अख़बारों के वितरक थे। |
ताज़ा | नया, हाल का | अख़बारों में ताज़ा ख़बरें छपती थीं। |
परिवेश | आसपास का वातावरण | हर बच्चा अपने परिवेश से प्रभावित होता है। |
आत्मानुशासन | स्वयं पर नियंत्रण | मुझे अपने पिता से आत्मानुशासन की सीख मिली। |
करुणा | दया का भाव | मेरी माँ में करुणा का भाव बहुत था। |
भेदभाव | अंतर करना | हमने कभी धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया। |
रुआँसी | रोने जैसा भाव | रामानंद के चेहरे पर रुआँसी थी। |
सांप्रदायिकता | धर्म के आधार पर भेदभाव | शिक्षक को सांप्रदायिकता नहीं फैलानी चाहिए। |
धर्म निरपेक्षता | सभी धर्मों का सम्मान | लक्ष्मण शास्त्री धर्म निरपेक्षता में विश्वास करते थे। |
दिनांक: 29 मई 2025 शिक्षक के हस्ताक्षर: _____________
कार्यपत्रक-3
मूल शब्दों के बाद में दिए गए शब्दांश जोड़कर शब्द बनाइए।
मूल शब्द | शब्दांश | नया शब्द |
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विज्ञान | + इक | वैज्ञानिक |
प्रयोग | + शाला | प्रयोगशाला |
प्रतिभा | + वान | प्रतिभावान |
स्वभाव | + इक | स्वाभाविक |
सम्मान | + इत | सम्मानित |
भारत | + ईय | भारतीय |
गाड़ी | + वाला | गाड़ीवाला |
लकड़ | + हारा | लकड़हारा |
चट | + नी | चटनी |
पालन | + हार | पालनहार |
अ | + नी | अनी |
धन | + वान | धनवान |
गरीब | + ई | गरीबी |
कड़वा | + आहट | कड़वाहट |
किराये | + दार | किरायेदार |
दुकान | + दार | दुकानदार |
विश्लेषण (Explanation in Hindi):
- प्रत्येक मूल शब्द के साथ दिए गए शब्दांश को जोड़ा गया है ताकि एक अर्थपूर्ण शब्द बन सके। उदाहरण के लिए, “विज्ञान + इक” से “वैज्ञानिक” बनता है, जो एक व्यक्ति को दर्शाता है।
- “अ + नी” से “अनी” बनाया गया है, जो एक सामान्य शब्द नहीं है, लेकिन प्रश्न के प्रारूप के अनुसार इसे जोड़ा गया है।
कार्यपत्रक-4
नीचे दी गई सूची में वैज्ञानिकों की खोज के अनुसार मिलान कीजिए।
वैज्ञानिक | खोज |
---|---|
1. सर आइज़क न्यूटन | 8. गति के नियम |
2. अल्फ्रेड नोबेल | 6. डायनामाइट |
3. एमिल बेर्लिनेर | 7. ग्रामोफोन |
4. एडमंड हैली | 1. धूमकेतु |
5. गैलीलियो गैलिली | 2. टेलीस्कोप |
6. अलेक्ज़ेंडर ग्राहम बेल | 3. टेलीफोन |
7. जॉन नैपियर | 4. नेपियर लघु गणक |
8. मेरी क्युरी | 5. रेडियम |
विश्लेषण (Explanation in Hindi):
- सर आइज़क न्यूटन ने गति के नियम (Laws of Motion) दिए।
- अल्फ्रेड नोबेल ने डायनामाइट का आविष्कार किया।
- एमिल बेर्लिनेर ने ग्रामोफोन का आविष्कार किया।
- एडमंड हैली ने हैली धूमकेतु (Halley’s Comet) की खोज की।
- गैलीलियो गैलिली ने टेलीस्कोप को बेहतर बनाया।
- अलेक्ज़ेंडर ग्राहम बेल ने टेलीफोन का आविष्कार किया।
- जॉन नैपियर ने नेपियर लघु गणक (Napier’s Logarithms) विकसित किए।
- मेरी क्युरी ने रेडियम की खोज की।
दिनांक: 29 मई 2025 शिक्षक के हस्ताक्षर: _____________
कार्यपत्रक-5
(i). कॉलम ‘अ’ में दिए गए समानार्थी शब्दों का मिलान कॉलम ‘ब’ में दिए गए शब्दों से कीजिए-
कॉलम ‘अ’ | कॉलम ‘ब’ | मिलान |
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1. दुर्लभ | कठिनता से प्राप्त | 1. दुर्लभ – कठिनता से प्राप्त |
2. पुस्तकालय | पुस्तक घर, जिसमें बैठकर पुस्तक, पत्र-पत्रिका आदि पढ़ते हैं | 2. पुस्तकालय – पुस्तक घर, जिसमें बैठकर पुस्तक, पत्र-पत्रिका आदि पढ़ते हैं |
3. वितरण | बाँटना | 3. वितरण – बाँटना |
4. आत्मकथा | स्वयं की कहानी | 4. आत्मकथा – स्वयं की कहानी |
5. आर्थिक | अर्थ से संबंधित | 5. आर्थिक – अर्थ से संबंधित |
6. दृष्टिकोण | देखने का नजरिया | 6. दृष्टिकोण – देखने का नजरिया |
विश्लेषण (Explanation in Hindi):
- “दुर्लभ” का अर्थ “कठिनता से प्राप्त” है, जो कुछ आसानी से न मिलने को दर्शाता है।
- “पुस्तकालय” का अर्थ “पुस्तक घर, जिसमें बैठकर पुस्तक, पत्र-पत्रिका आदि पढ़ते हैं” है।
- “वितरण” का अर्थ “बाँटना” है।
- “आत्मकथा” का अर्थ “स्वयं की कहानी” है।
- “आर्थिक” का अर्थ “अर्थ से संबंधित” है।
- “दृष्टिकोण” का अर्थ “देखने का नजरिया” है।
(ii). दिए गए शब्दों के विलोम शब्द लिख कर वाक्य बनाइए-
शब्द | विलोम शब्द | वाक्य |
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ईमानदार | बेईमान | बेईमान लोगों से सदैव सावधान रहना चाहिए। |
विश्वास | अविश्वास | अविश्वास के कारण हमारी दोस्ती टूट गई। |
धर्म | अधर्म | अधर्म करने वालों को सजा मिलती है। |
नौजवान | बूढ़ा | एक बूढ़ा व्यक्ति पार्क में टहल रहा था। |
असमानता | समानता | हमें समाज में समानता लाने के लिए प्रयास करना चाहिए। |
दुःख | सुख | सुख के पल सभी को खुशी देते हैं। |
गुण | दोष | उसमें कोई दोष नहीं है, वह बहुत अच्छा इंसान है। |
अंत | प्रारंभ | हर कहानी का प्रारंभ और अंत होता है। |
दिनांक: 29 मई 2025 शिक्षक के हस्ताक्षर: _____________