संचयन पूरक पाठ्य पुस्तक : MP Board Class 9 Hindi Sanchayan 1
- गिल्लू – महादेवी वर्मा
- स्मृति – श्रीराम शर्मा
- कल्लू कुम्हार की उनाकोटी – के. विक्रम सिंह
- मेरा छोटा-सा निजी पुस्तकालय – धर्मवीर भारती
गिल्लू – महादेवी वर्मा (सारांश)
लेखिका: महादेवी वर्मा
पाठ: NCERT कक्षा 9 हिंदी पाठ्यपुस्तक – कृतिका भाग 1
सारांश:
“गिल्लू” महादेवी वर्मा का एक मार्मिक और संवेदनशील रेखाचित्र है, जिसमें उन्होंने एक छोटी गिलहरी के साथ अपने आत्मीय संबंध और प्रकृति के प्रति अपनी गहरी संवेदनशीलता को व्यक्त किया है। यह रेखाचित्र मानव और प्रकृति के बीच के स्नेहपूर्ण रिश्ते को दर्शाता है, साथ ही जीवन, मृत्यु, और प्रेम जैसे गहन विषयों को छूता है।
कहानी की शुरुआत तब होती है जब लेखिका को एक घायल गिलहरी का बच्चा मिलता है, जो पेड़ से गिरकर घायल हो गया था। लेखिका उसकी देखभाल करती हैं और उसे नाम देती हैं “गिल्लू”। धीरे-धीरे गिल्लू स्वस्थ हो जाता है और लेखिका के घर का हिस्सा बन जाता है। गिल्लू का चंचल और प्रेमपूर्ण स्वभाव लेखिका के जीवन में खुशी और जीवंतता लाता है। वह लेखिका के साथ आत्मीयता से जुड़ जाता है और उनके कमरे में अपनी छोटी-छोटी हरकतों से माहौल को जीवंत बनाए रखता है। गिल्लू की आदतें, जैसे काजू खाना, झूले पर झूलना, और लेखिका के पास बैठकर उनकी उंगलियों से खेलना, उसके मासूम और स्नेहपूर्ण स्वभाव को दर्शाती हैं।
लेखिका गिल्लू के साथ बिताए पलों को बड़े प्रेम और संवेदनशीलता से वर्णन करती हैं। वह गिल्लू के व्यवहार में प्रकृति की सहजता और सौंदर्य को देखती हैं। गिल्लू की छोटी-छोटी हरकतें, जैसे पर्दे पर चढ़ना या लेखिका के कंधे पर बैठना, उनके बीच के गहरे रिश्ते को दर्शाती हैं। लेकिन कहानी में एक दुखद मोड़ आता है जब गिल्लू बीमार पड़ जाता है और उसकी मृत्यु हो जाती है। लेखिका उसकी मृत्यु से गहरे दुख में डूब जाती हैं, लेकिन वे गिल्लू की स्मृति को अपने दिल में संजोकर रखती हैं। गिल्लू की मृत्यु के बाद लेखिका प्रकृति और जीवन की नश्वरता पर विचार करती हैं।
मुख्य संदेश:
यह रेखाचित्र प्रकृति और मानव के बीच के स्नेहपूर्ण संबंध को रेखांकित करता है। यह दर्शाता है कि छोटे-से प्राणी भी मानव जीवन में गहरी छाप छोड़ सकते हैं। साथ ही, यह जीवन की नश्वरता और प्रेम की शक्ति को उजागर करता है। लेखिका की संवेदनशीलता और प्रकृति के प्रति उनका प्रेम इस रेखाचित्र को भावनात्मक और प्रेरणादायक बनाता है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
गिल्लू का चरित्र प्रकृति की सहजता और मासूमियत का प्रतीक है।
लेखिका का गिल्लू के प्रति प्रेम मानव और प्रकृति के बीच के आत्मीय रिश्ते को दर्शाता है।
यह रेखाचित्र जीवन की क्षणभंगुरता और प्रेम की अमरता पर प्रकाश डालता है।