Class 9 Hindi Padya bhavarth kavya saudarya : कक्षा 9 की एनसीईआरटी हिंदी पाठ्यपुस्तक क्षितिज भाग-1 के काव्य खंड में शामिल कविताएँ हिंदी साहित्य की समृद्ध परंपरा और आधुनिकता को दर्शाती हैं। इन कविताओं में भक्तिकाल से आधुनिक काल तक के कवियों की रचनाएँ हैं, जो भक्ति, प्रकृति, स्वतंत्रता और सामाजिक चेतना जैसे विषयों को प्रस्तुत करती हैं। प्रत्येक कविता के प्रसंग, संदर्भ, भावार्थ और काव्य सौंदर्य का अध्ययन छात्रों को कविता की गहराई और सौंदर्य को समझने में मदद करता है।
ललद्यद की वाख निर्गुण भक्ति और आत्म-जागृति को दर्शाती है, जिसमें शिव की सर्वव्यापकता और संसार की मिथ्या प्रकृति का चित्रण है। तुलसीदास के सवैये राम भक्ति और नैतिकता को उजागर करते हैं। माखनलाल चतुर्वेदी की कैदी और कोकिला स्वतंत्रता की चाह को प्रतीकात्मक रूप में प्रस्तुत करती है। सुमित्रानंदन पंत की ग्राम श्री ग्रामीण सौंदर्य और सादगी का चित्रण करती है। सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की मेघ आए मेघों के मानवीकरण के साथ प्रकृति के उत्साह को दर्शाती है। इन कविताओं में शृंगार, वीर और भक्ति रस, बिंब, प्रतीक और अलंकारों का उपयोग काव्य सौंदर्य को बढ़ाता है, जो भावनाओं और विचारों को प्रभावी बनाता है।
काव्य – खंड | कवि / रचनाकार |
साखियाँ एवं सबद | 7. कबीर |
वाख | 8. ललद्यद |
सवैये | 9. रसखान |
कैदी और कोकिला | 10. माखनलाल चतुर्वेदी |
ग्राम श्री | 11. सुमित्रानंदन पंत |
मेघ आए | 12. सर्वेश्वर दयाल सक्सेना |
बच्चे काम पर जा रहे हैं। | 13. राजेश जोशी |