कक्षा 12 संस्कृत व्याकरण अव्ययाः MP Board Class 12 Sanskrut Grammar avyayah

MP Board Class 12 Sanskrut Grammar avyayah

अव्ययाः (अव्यय): संस्कृत में विस्तृत अध्ययन

1. परिचय (Introduction)

MP Board Class 12 Sanskrut Grammar avyayah: संस्कृत व्याकरण में अव्यय (Avyaya) वे शब्द (words) होते हैं जिनमें लिंग (gender), वचन (number), विभक्ति (case) और पुरुष (person) के कारण कोई परिवर्तन (change) या विकार (mutation) नहीं होता। ये तीनों लिंगों, तीनों वचनों और सभी विभक्तियों में एक जैसे ही रहते हैं। ये भाषा में स्थिरता और निश्चितता लाते हैं और वाक्य रचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। परीक्षा की दृष्टि से अव्ययों का ज्ञान और वाक्य में उनका सही प्रयोग समझना आवश्यक है।

अव्यय (Avyaya): वे शब्द जो तीनों लिंगों, सभी वचनों और सभी विभक्तियों में समान रहते हैं, अर्थात् जिनमें कोई परिवर्तन नहीं होता। संस्कृत में: “सदृशं त्रिषु लिङ्गेषु सर्वासु च विभक्तिषु। वचनेषु च सर्वेषु यन्न व्येति तदव्ययम्।।” अर्थ: जो तीनों लिंगों में, सभी विभक्तियों में और सभी वचनों में समान रहता है, जिसका व्यय (खर्च/परिवर्तन) नहीं होता, वह अव्यय है।

2. अव्यय क्या हैं? (What are Avyayas?)

अव्यय वे पद होते हैं जिनका रूप कभी नहीं बदलता, चाहे वाक्य में उनका प्रयोग किसी भी लिंग, वचन या कारक (विभक्ति) के साथ किया जाए। ये शब्द हमेशा अपने मूल रूप में ही रहते हैं।

अव्ययों के कार्य (Functions of Avyayas):

  1. वाक्य में संबंध स्थापित करना (Establishing Relationships in a Sentence): दो शब्दों या वाक्यों के बीच संबंध जोड़ना।
  2. अर्थ में विशेषता लाना (Bringing Specificity to Meaning): क्रिया या विशेषण के अर्थ को और अधिक स्पष्ट या तीव्र बनाना।
  3. वाक्य को पूर्ण करना (Completing the Sentence): कभी-कभी ये वाक्य के अर्थ को पूर्ण करने में सहायक होते हैं।
  4. प्रश्न पूछना (Asking Questions): कुछ अव्यय प्रश्न पूछने के लिए प्रयोग होते हैं।

3. अव्यय के प्रकार / प्रमुख अव्यय शब्द (Types of Avyayas / Major Avyaya Words)

अव्ययों को उनके अर्थ और कार्य के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में बांटा जा सकता है। कक्षा 12 के स्तर पर कुछ प्रमुख अव्यय शब्द और उनके प्रयोग को समझना महत्वपूर्ण है:

  1. कालवाचक अव्यय (Time Adverbs): जो समय का बोध कराते हैं।
    • अद्य (adya): आज (today)
      • उदाहरण: अद्य रविवासरः अस्ति। (आज रविवार है।)
    • श्वः (śvaḥ): कल (आने वाला) (tomorrow)
      • उदाहरण: श्वः विद्यालयः गमिष्यामि। (कल मैं विद्यालय जाऊँगा।)
    • ह्यः (hyaḥ): कल (बीता हुआ) (yesterday)
      • उदाहरण: ह्यः मम परीक्षा आसीत्। (कल मेरी परीक्षा थी।)
    • परश्वः (paraśvaḥ): परसों (आने वाला) (day after tomorrow)
    • परह्यः (parahyaḥ): परसों (बीता हुआ) (day before yesterday)
    • इदानीम् (idānīm): अब, इस समय (now, at this time)
    • कदा (kadā): कब? (when?)
    • यदा (yadā): जब (when)
    • तदा (tadā): तब (then)
    • सर्वदा (sarvadā): हमेशा (always)
    • अधुना (adhunā): इस समय (at present)
  2. स्थानवाचक अव्यय (Place Adverbs): जो स्थान का बोध कराते हैं।
    • कुत्र (kutra): कहाँ? (where?)
      • उदाहरण: भवान् कुत्र गच्छति? (आप कहाँ जाते हैं?)
    • अत्र (atra): यहाँ (here)
      • उदाहरण: अत्र जलं नास्ति। (यहाँ पानी नहीं है।)
    • तत्र (tatra): वहाँ (there)
      • उदाहरण: तत्र एकः वृक्षः अस्ति। (वहाँ एक पेड़ है।)
    • यत्र (yatra): जहाँ (wherever)
    • सर्वत्र (sarvatra): सब जगह (everywhere)
    • बहिः (bahiḥ): बाहर (outside)
    • अन्तः (antaḥ): अंदर (inside)
    • उप + रि (upari): ऊपर (above)
    • अधः (adhaḥ): नीचे (below)
  3. रीतिवाचक अव्यय (Manner Adverbs): जो क्रिया के होने के ढंग या रीति का बोध कराते हैं।
    • कथम् (katham): कैसे? (how?)
      • उदाहरण: भवान् कथं अस्ति? (आप कैसे हैं?)
    • यथा (yathā): जैसे (as, like)
    • तथा (tathā): वैसे (so, thus)
    • शनैः (śanaiḥ): धीरे-धीरे (slowly)
    • शीघ्रम् (śīghram): जल्दी (quickly)
    • सहसा (sahasā): अचानक (suddenly)
  4. प्रश्नवाचक अव्यय (Interrogative Adverbs): जो प्रश्न पूछने के लिए प्रयोग होते हैं। (ऊपर के कालवाचक और स्थानवाचक अव्ययों में ‘कदा’ और ‘कुत्र’ भी प्रश्नवाचक हैं)
    • किम् (kim): क्या? (what? / also used as interrogative particle)
      • उदाहरण: किं त्वं पठसि? (क्या तुम पढ़ते हो?)
    • कुतः (kutaḥ): कहाँ से? (from where?)
    • किमर्थम् (kimartham): किसलिए? (for what purpose?)
  5. अन्य महत्वपूर्ण अव्यय (Other Important Avyayas):
    • च (ca): और (and)
      • उदाहरण: रामः च लक्ष्मणः च। (राम और लक्ष्मण।)
    • अपि (api): भी (also, even)
      • उदाहरण: अहम् अपि गच्छामि। (मैं भी जाता हूँ।)
    • इति (iti): ऐसा, इस प्रकार (thus, so)
      • उदाहरण: ‘सत्यं वद’ इति। (सत्य बोलो, ऐसा।)
    • एव (eva): ही (only, indeed)
      • उदाहरण: सः एव छात्रः। (वह ही छात्र है।)
    • पुनः (punaḥ): फिर, दोबारा (again)
    • अलम् (alam): पर्याप्त, बस (enough, stop)
      • उदाहरण: अलम् कोलाहलेन। (शोर मत करो / Stop the noise.)
    • मा (mā): मत (don’t)
      • उदाहरण: मा कुरु। (मत करो।)
    • यत् (yat): कि, जो (that, which – conjunction)
    • यद्यपि (yadyapi): यद्यपि (although)
    • तथापि (tathāpi): तथापि (still, nevertheless)
    • अथ (atha): अब, इसके बाद (now, thereafter)
    • इतः (itaḥ): यहाँ से (from here)
    • उभयतः (ubhayataḥ): दोनों ओर (on both sides)
    • परितः (paritaḥ): चारों ओर (around)
    • समया (samayā): समीप (near)
    • नम् (nam): नमस्कार (salutation)

4. अव्ययों का प्रयोग (Usage of Avyayas)

अव्ययों का प्रयोग वाक्य में क्रिया, संज्ञा या विशेषण के अर्थ में विशिष्टता लाने के लिए किया जाता है। वे वाक्य को अधिक सटीक और प्रभावशाली बनाते हैं।

उदाहरण वाक्य (Example Sentences):

  • अहं श्वः विद्यालयं गमिष्यामि। (मैं कल विद्यालय जाऊँगा।)
  • वृक्षः उपरि खगः अस्ति। (पेड़ के ऊपर पक्षी है।)
  • छात्रः शनैः पठति। (छात्र धीरे-धीरे पढ़ता है।)
  • त्वं कुत्र वससि? (तुम कहाँ रहते हो?)
  • यदा सूर्यः उदयति, तदा कमलम् विकसति। (जब सूर्य उगता है, तब कमल खिलता है।)
  • अहं अपि तत्र गमिष्यामि। (मैं भी वहाँ जाऊँगा।)

5. परीक्षा के लिए महत्व (Importance for Exams)

एमपी बोर्ड की 12वीं कक्षा की संस्कृत परीक्षाओं में अव्ययों से संबंधित प्रश्न निश्चित रूप से पूछे जाते हैं। इन पर पकड़ बनाने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:

  • प्रमुख अव्ययों और उनके अर्थों को कंठस्थ करें: ऊपर दिए गए सभी अव्यय शब्दों और उनके हिंदी/अंग्रेजी अर्थों को याद करें।
  • वाक्य में प्रयोग समझना: यह समझें कि विभिन्न अव्यय वाक्य में कैसे प्रयोग होते हैं और वे अर्थ में क्या परिवर्तन लाते हैं।
  • उदाहरणों का अभ्यास करें: अव्यय शब्दों का प्रयोग करते हुए स्वयं वाक्य बनाने का अभ्यास करें। पाठ्यपुस्तक में दिए गए अव्यय-संबंधी वाक्यों पर विशेष ध्यान दें।
  • रिक्त स्थान पूर्ति (Fill in the blanks): परीक्षा में अक्सर रिक्त स्थान पूर्ति के रूप में अव्ययों के सही प्रयोग पर प्रश्न आते हैं।
  • अव्यय पहचानना: दिए गए वाक्य में से अव्यय शब्द को पहचानने का अभ्यास करें।
  • नियमित पुनरावृत्ति (Regular Revision): अव्ययों के अर्थ और प्रयोग की नियमित रूप से पुनरावृत्ति करें ताकि वे स्मृति में बने रहें।

इन बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करके आप संस्कृत में अव्ययों के प्रश्नों को प्रभावी ढंग से हल कर सकते हैं और परीक्षा में उत्कृष्ट अंक प्राप्त कर सकते हैं।

अव्यय पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) – संस्कृत

संस्कृत व्याकरण में ‘अव्यय’ शब्द का क्या अर्थ है?
a) जिसका रूप बदलता है
b) जिसका रूप नहीं बदलता
c) जो केवल लिंग के अनुसार बदलता है
d) जो केवल वचन के अनुसार बदलता है
उत्तर: b) जिसका रूप नहीं बदलता

‘सदृशं त्रिषु लिङ्गेषु सर्वासु च विभक्तिषु। वचनेषु च सर्वेषु यन्न व्येति तदव्ययम्।’ यह परिभाषा किससे संबंधित है?
a) धातु
b) प्रत्यय
c) अव्यय
d) समास
उत्तर: c) अव्यय

अव्यय कितने लिंगों में समान रहते हैं?
a) एक
b) दो
c) तीनों
d) कोई नहीं
उत्तर: c) तीनों

‘अद्य’ अव्यय का अर्थ क्या है?
a) कल (बीता हुआ)
b) आज
c) कल (आने वाला)
d) परसों
उत्तर: b) आज

‘श्वः’ अव्यय किस काल को दर्शाता है?
a) वर्तमान काल
b) भूतकाल
c) भविष्यत् काल
d) आज्ञाकाल
उत्तर: c) भविष्यत् काल

‘ह्यः’ अव्यय का अर्थ क्या है?
a) अब
b) कब
c) कल (बीता हुआ)
d) हमेशा
उत्तर: c) कल (बीता हुआ)

‘कदा’ अव्यय किस प्रकार का अव्यय है?
a) स्थानवाचक
b) रीतिवाचक
c) कालवाचक, प्रश्नवाचक
d) अन्य महत्वपूर्ण अव्यय
उत्तर: c) कालवाचक, प्रश्नवाचक

‘कुत्र’ अव्यय का अर्थ क्या है?
a) यहाँ
b) वहाँ
c) कहाँ?
d) कहाँ से?
उत्तर: c) कहाँ?

‘तत्र’ अव्यय का प्रयोग किस अर्थ में होता है?
a) यहाँ
b) वहाँ
c) कहाँ?
d) सब जगह
उत्तर: b) वहाँ

‘शनैः’ अव्यय किस प्रकार का अव्यय है?
a) कालवाचक
b) स्थानवाचक
c) रीतिवाचक
d) प्रश्नवाचक
उत्तर: c) रीतिवाचक

‘कथम्’ अव्यय का अर्थ क्या है?
a) कब?
b) कहाँ?
c) कैसे?
d) क्या?
उत्तर: c) कैसे?

‘किमर्थम्’ अव्यय किस लिए प्रयोग होता है?
a) कब पूछने के लिए
b) कहाँ पूछने के लिए
c) कैसे पूछने के लिए
d) किसलिए पूछने के लिए
उत्तर: d) किसलिए पूछने के लिए

‘च’ अव्यय का अर्थ क्या है?
a) भी
b) ही
c) और
d) फिर
उत्तर: c) और

‘अपि’ अव्यय का अर्थ क्या है?
a) ही
b) मत
c) भी
d) कब
उत्तर: c) भी

‘एव’ अव्यय का प्रयोग किस अर्थ में होता है?
a) भी
b) ही
c) और
d) मत
उत्तर: b) ही

‘अलम्’ अव्यय का क्या अर्थ है?
a) अधिक
b) पर्याप्त, बस
c) कम
d) हमेशा
उत्तर: b) पर्याप्त, बस

‘मा’ अव्यय का प्रयोग किस अर्थ में होता है?
a) करो
b) मत
c) जाओ
d) आओ
उत्तर: b) मत

‘यथा’ और ‘तथा’ अव्यय एक साथ प्रयोग होने पर क्या दर्शाते हैं?
a) समय
b) स्थान
c) समानता या रीति
d) प्रश्न
उत्तर: c) समानता या रीति

‘पुनः’ अव्यय का अर्थ क्या है?
a) पहले
b) बाद में
c) फिर, दोबारा
d) अभी
उत्तर: c) फिर, दोबारा

अव्यय वाक्य में किनके अर्थ में विशिष्टता लाने के लिए प्रयोग किए जाते हैं?
a) केवल संज्ञा के
b) केवल क्रिया के
c) क्रिया, संज्ञा या विशेषण के
d) केवल सर्वनाम के
उत्तर: c) क्रिया, संज्ञा या विशेषण के

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