MP Board Class 10 High School Examination 2023 PYQs:
हाईस्कूल मुख्य परीक्षा वर्ष 2023 – हिन्दी (SET A)
क्रमांक – A 05225
Roll No., Set: A, Total Questions: 23
Printed Pages: 8 Paper Code: J-501-M
Total Marks: 75 समय: 3 घंटे
निर्देश :
- सभी प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
- प्रश्न क्रमांक 01 से 05 तक वस्तुनिष्ठ प्रश्न हैं। प्रत्येक उपप्रश्न के लिए 1 अंक निर्धारित है। कुल 30 अंक।
- प्रश्न क्रमांक 06 से 17 तक अति लघुउत्तरीय प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न के लिए 2 अंक निर्धारित हैं। (उत्तर सीमा – लगभग 30 शब्द)
- प्रश्न क्रमांक 18 से 20 तक लघुउत्तरीय प्रश्न हैं। प्रत्येक के लिए 3 अंक निर्धारित हैं। (उत्तर सीमा – लगभग 75 शब्द)
- प्रश्न क्रमांक 21 से 23 तक विश्लेषणात्मक प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न के लिए 4 अंक निर्धारित हैं। (उत्तर सीमा – लगभग 120 शब्द)
प्रश्न 1: सही विकल्प का चयन कर लिखिए: (1×6=6 अंक)
(i) रीतिकाल के कवि थे –
(अ) भूषण
(ब) जयशंकर प्रसाद
(स) जगमोहन सिंह
(द) अज्ञेय
(ii) तुलसीदास की रचना है –
(अ) सूरसागर
(ब) झरना
(स) विनय पत्रिका
(द) गीतिका
(iii) दसवें रस का नाम है –
(अ) श्रृंगार
(ब) वीर
(स) भयानक
(द) वात्सल्य
(iv) बाल गोबिन भगत मानते थे –
(अ) सूरदास
(ब) तुलसीदास
(स) नागार्जुन
(द) कबीर
(v) “वह धीरे-धीरे चलने लगा।” – इस वाक्य में क्रिया-विशेषण का भेद है –
(अ) परिमाणवाचक
(ब) रीतिवाचक
(स) स्थानवाचक
(द) कालवाचक
(vi) बालक तारकेश्वरनाथ को उसके पिता टीका लगाते थे –
(अ) चंदन का
(ब) रोली का
(स) भभूत का
(द) कुमकुम का
प्रश्न 2: रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए: (1×6=6 अंक)
(i) सूरदास के गुरु थे – (वल्लभाचार्य / परशुराम / रामदास)
(ii) चौपाई छंद की प्रत्येक पंक्ति में ___ मात्राएँ होती हैं – (11 / 16 / 21)
(iii) प्रबंध काव्य के ___ भेद होते हैं – (3 / 1 / 5 / 2)
(iv) प्रतिमा बनाने वाले का नाम ___ था – (श्याममोहन / मोतीलाल / हालदार साहब)
(v) संधि के ___ भेद होते हैं – (3 / 1 / 2 / 4)
(vi) हिमालय की तीसरी सबसे बड़ी चोटी ___ है – (एवरेस्ट / कंचनजंघा / माउंट एवरेस्ट)
प्रश्न 3: सही जोड़ी मिलाइए : (1×6=6 अंक)
[क] | [ख] |
(i) कामायनी | (स) जयशंकर प्रसाद |
(ii) मानवी क्रियाओं का आरोप | (द) मानवीकरण |
(iii) गद्य की प्रमुख विधाएँ | (इ) निबंध |
(iv) लखनवी अंदाज | (अ) यशपाल |
(v) अंधे की लाठी | (ऊ) प्रेमचंद |
(vi) मैं क्यों लिखता हूँ? | (ब) अज्ञेय |
प्रश्न 4: एक वाक्य में उत्तर दीजिए : (1×6=6 अंक)
(i) कवि निराला ने बादलों की तुलना किससे की है?
(ii) रस के कितने अंग होते हैं?
(iii) गद्य की तीन गौण विधाएँ लिखिए।
(iv) समास के कितने भेद होते हैं?
(v) “एक अनार सौ बीमार” का अर्थ लिखिए।
(vi) भोलेनाथ के पिताजी गंगा में आटे की कितनी गोलियाँ प्रवाहित करते थे?
खंड ‘ख‘ – लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 5 से 18 तक पढ़कर निर्देशानुसार उत्तर दीजिए।
प्रश्न 5: सत्य / असत्य चुनकर लिखिए:
(1) मुख्य गायक के स्वर चट्टान जैसे भारी और गंभीर थे।
(2) दोहा एक सममात्रिक छंद है।
(3) आदमी ने पहले पहल आग का आविष्कार किया था।
(4) जो जीता न जा सके उसे अजेय कहते हैं।
(5) प्रेयर व्हील को घुमाने से पाप नहीं धुलते हैं।
(6) हिरोशिमा में परमाणु बम गिरा था।
(1×6 = 6 अंक)
प्रश्न 6:
(क) प्रगतिवादी काव्य की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।
(ख) रीतिकाल की कोई दो विशेषताएँ लिखिए।
(अथवा)
रीतिकाल और प्रगतिवाद की कोई दो विशेषताएँ लिखिए। (2 अंक)
प्रश्न 7:
सूरदास अथवा नागार्जुन की काव्यगत विशेषताएँ निम्न बिंदुओं पर लिखिए:
(1) दो रचनाएँ
(2) भाव पक्ष (2 अंक)
प्रश्न 8:
(क) कवि आत्मकथा लिखने से क्यों बचना चाहता है?
(अथवा)
धनुष टूट जाने के लिए लक्ष्मण ने परशुराम के क्रोध करने पर कौन-कौन से तर्क दिए? (2 अंक)
प्रश्न 9:
(क) कविता का शीर्षक ‘उत्साह’ क्यों रखा गया है?
(अथवा)
संगतकार के माध्यम से कवि किस प्रकार के व्यक्तियों की ओर संकेत करना चाहता है?
(2 अंक)
प्रश्न 10:
(क) खण्ड काव्य की दो विशेषताएँ लिखिए।
(ख) श्रृंगार रस किसे कहते हैं? एक उदाहरण सहित लिखिए।
(अथवा)
श्रृंगार रस की परिभाषा तथा एक उपयुक्त उदाहरण दीजिए।
(2 अंक)
प्रश्न 11: (क) चौपाई छंद की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए।
(अथवा)
अन्योक्ति अलंकार की परिभाषा तथा उदाहरण लिखिए।
(2 अंक)
प्रश्न 12: (क) कहानी और उपन्यास में कोई दो अंतर लिखिए।
(अथवा)
रेखाचित्र और संस्मरण में कोई दो अंतर लिखिए।
(2 अंक)
प्रश्न 13: ‘यशपाल’ अथवा ‘मन्नू भंडारी’ का साहित्यिक परिचय निम्न बिंदुओं पर लिखिए:
(1) दो रचनाएँ
(2) भाषा-शैली
(2 अंक)
प्रश्न 14: (क) सेनानी न होते हुए भी चश्मे वाले को लोग ‘कैप्टन’ क्यों कहते थे?
(अथवा)
लेखिका के पिता ने रसोई को ‘भटियारखाना’ कहकर क्यों संबोधित किया?
(2 अंक)
प्रश्न 15: (क) शहनाई की दुनिया में डुमराँव को क्यों याद किया जाता है?
(अथवा)
वास्तविक अर्थों में ‘संस्कृत व्यक्ति’ किसे कहा जा सकता है?
(2 अंक)
प्रश्न 16: (क) निम्नलिखित मुहावरों का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए:
(1) खून-पसीना एक करना
(2) दाल न गलना
(अथवा)
निम्नलिखित शब्दों का समास विग्रह करके समास का नाम लिखिए:
(1) पंचवटी
(2) नीलाम्बर
(2 अंक)
प्रश्न 17: (क) भोलानाथ और उसके साथियों के खेल और खेलने की सामग्री आपके खेल और खेलने की सामग्री से किस प्रकार भिन्न हैं?
(अथवा)
लेखक ने अपने आपको हिरोशिमा विस्फोट का भोक्ता कब और किस तरह महसूस किया?
(2 अंक)
प्रश्न 18: निम्नलिखित पद्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिए:
(क)
हमारैं हरि हारिल की लकरी…
कवि: सूरदास, पाठ: पद
(अथवा)
मधुप गुनगुनाकर कह जाता कौन कहानी यह अपनी…
कवि: जयशंकर प्रसाद, पाठ: आत्मकथ्य
(3 अंक)
हाईस्कूल मुख्य परीक्षा वर्ष 2023 – हिन्दी (SET A) उत्तर कुंजी (Marking Scheme)
क्रमांक – A 05225
Roll No., Set: A, Total Questions: 23
Printed Pages: 8 Paper Code: J-501-M
Total Marks: 75 समय: 3 घंटे
प्रश्न 1: सही विकल्प चुनिए – (1×6=6 अंक)
(i) (अ) भूषण
(ii) (स) विनय पत्रिका
(iii) (द) वात्सल्य
(iv) (द) कबीर
(v) (ब) रीतिवाचक
(vi) (स) भभूत
प्रश्न 2: रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए – (1×6=6 अंक)
(i) वल्लभाचार्य
(ii) 16
(iii) 2
(iv) मोतीलाल
(v) 3
(vi) कंचनजंघा
प्रश्न 3: सही जोड़ी मिलाकर लिखिए – (1×6=6 अंक)स्तंभ (क)
(i) कामायनी – जयशंकर प्रसाद
(ii) मानवी क्रियाओं का आरोप – यशपाल
(iii) गद्य की प्रमुख विद्याएँ – निबंध
(iv) लखनवी अंदाज – अज्ञेय
(v) अंधे की लाठी – एक मात्र सहारा
(vi) मैं क्यों लिखता हूँ – यशपाल
स्तंभ (ख)
- जयशंकर प्रसाद – कामायनी
- यशपाल – एक मात्र सहारा
- अज्ञेय – लखनवी अंदाज
- निबंध – मानवी क्रियाओं का आरोप
- अंधे की लाठी – एक मात्र सहारा
- मैं क्यों लिखता हूँ – अज्ञेय
प्रश्न 4: एक वाक्य में उत्तर लिखिए – (1×6=6 अंक)
(i) कवि निराला ने बादलों की तुलना काले घुँघराले बालों से की है।
(ii) रस के चार अंग होते हैं।
(iii) गद्य की गौण विद्याएँ जीवनी, आत्मकथा, और संस्मरण हैं।
(iv) समास के छः भेद हैं।
(v) चीज कम और चाहने वाले बहुत होते हैं।
(vi) भोलेनाथ के पिताजी गंगा में आटे की पाँच सौ गोलियां प्रवाहित करते थे।
प्रश्न 5: सत्य / असत्य लिखिए – (1×6=6 अंक)
(i) सत्य
(ii) असत्य
(iii) सत्य
(iv) सत्य
(v) असत्य
(vi) असत्य
प्रश्न 6: काव्य के प्रकार और विशेषताएँ
प्रगतिवादी काव्य की विशेषताएँ
- शोषकों के प्रति विद्रोह और शोषितों से सहानुभूति की भावना थी।
- आर्थिक व सामाजिक समानता पर बल दिया गया।
रीतिकाव्य की विशेषताएँ
- श्रृंगार के संयोग और वियोग की प्रधानता थी।
- आश्रयदाताओं को प्रभावित करने के लिए इस युग के कवियों ने चमत्कारपूर्ण काव्य की रचना की।
नोट: अन्य सटीक विशेषताएँ लिखने पर स्वविवेक से अंक प्रदान किये जाएं।
- सूरदास रचनाएँ
सूरदास जी की प्रमुख रचनाएँ निम्नलिखित हैं:
- सूरसागर
- साहित्य लहरी
- सूर सारावली
भाव पक्ष
- श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं के गायक सूरदास जी के काव्य में भक्ति, वात्सल्य और शृंगार की त्रिवेणी प्रवाहित हुई है।
- वह वात्सल्य का कोना-कोना झाँक आये हैं।
काव्यगत विशेषताएँ
- सूरदास जी के काव्य में भक्ति, वात्सल्य और शृंगार के भावों का समन्वय है।
- उनके काव्य में श्री कृष्ण के बाल रूप, उनकी लीलाएँ और उनके प्रति वात्सल्य भाव प्रमुख हैं।
नोट: अन्य सटीक विशेषताएँ लिखने पर स्वविवेक से अंक प्रदान किये जाएं।
OR
नागार्जुन रचनाएँ
नागार्जुन की प्रमुख रचनाएँ:
- युगधारा
- सतरंगे पंखोंवाली
- तुमने कहा था
भावपक्ष
- नागार्जुन की दृष्टि यथार्थवादी रही है।
- उन्होंने शोषितों के प्रति सहानुभूति एवं शोषण के प्रति विद्रोह का स्वर व्यक्त किया है।
- उनके काव्य में प्रकृति साकार हो उठी है।
कलापक्ष
- नागार्जुन ने बोलचाल की खड़ी बोली में काव्य रचना की है।
- उनके काव्य में सरलता, सुबोधता, स्पष्टता और मार्मिकता की प्रमुखता है।
- उन्होंने छंदबद्ध और छंदमुक्त दोनों प्रकार के काव्य रचनाएँ की हैं।
- कवि की आत्मकथा से बचने की वजह
कवि आत्मकथा लिखने से इसलिए बचना चाहते हैं क्योंकि उनके जीवन में कुछ भी ऐसा नहीं है जिसे दूसरों को बताया जाए। वे स्वयं को एक सामान्य व्यक्ति मानते हैं और अपना जीवन दुःखों और आघातों से भरा हुआ मानते हैं। इसलिए वे आत्मकथा लिखकर अपना उपहास नहीं कराना चाहते हैं।
OR
परशुराम के क्रोध पर लक्ष्मण का तर्क
लक्ष्मण ने परशुराम के क्रोध करने पर यह तर्क दिया कि प्रभु राम ने धनुष को नया समझा, लेकिन वह पुराना और जर्जर था। उसे हाथ लगाते ही टूट गया। इस धनुष के टूट जाने से कोई लाभ या हानि नहीं हुई है, इसलिए परशुराम का क्रोध करना उचित नहीं है।
- कवि की क्रांति और उत्साह
कवि क्रांति लाने के लिए लोगों को उत्साहित करना चाहते हैं। बादलों में भीषण गति होती है, और वह संसार के ताप को हरता है। कवि ऐसी ही गति, भावना और शक्ति चाहता है। बादल की गर्जना लोगों के मन में परिवर्तन लाने का उत्साह भर देती है, और इसी कारण कविता का शीर्षक उत्साह रखा गया है।
OR
संगतकार का महत्त्व
संगतकार के माध्यम से कवि ने सभी सहयोगी कलाकारों, गायकों, वादकों, प्रकाश व्यवस्था करने वाले और मंच सज्जा करने वालों की ओर संकेत किया है। ये परदे के पीछे रहकर अपना सहयोग करते हैं, लेकिन इनका श्रेय अन्य कलाकारों को मिल जाता है। ये महत्वपूर्ण होते हुए भी कार्य की सफलता का श्रेय नहीं पा पाते हैं। इनका योगदान पूरी लगन से होता है, जो अन्य लोगों को सफलता दिलाने में मदद करता है।
- खण्ड काव्य की विशेषताएँ
- खण्ड काव्य में मानव के किसी एक पक्ष का चित्रण होता है।
- इसमें एक ही छंद का प्रयोग होता है।
नोट: अन्य सटीक विशेषताएँ लिखने पर स्वविवेक से अंक प्रदान किये जाएं।
OR
श्रृंगार रस
श्रृंगार रस नायक, नायिका के सौंदर्य तथा प्रेम संबंधी परिपक्व अवस्था को कहते हैं।
उदाहरण:
“एक पल मेरे प्रिया के दृग पलक
थे उठे ऊपर सहज, नीचे गिरे चपलता ने इस विकंपित पुलक से
दृढ़ किया मानो प्रणय संबंध था।”
नोट: अन्य सटीक उदाहरण लिखने पर स्वविवेक से अंक प्रदान किये जाएं।
- मात्रिक छंद
चौपाई चार पंक्तियों का होता है और इसकी प्रत्येक पंक्ति में 16 मात्राएँ होती हैं।
उदाहरण:
“मंगल भवन अमंगल हारी
दरहू दशरथ आजिर बिहारी”
नोट: अन्य सटीक उदाहरण लिखने पर स्वविवेक से अंक प्रदान किये जाएं।
OR
अन्न्योक्ति अलंकार
अलंकार तब होता है, जब किसी शब्द या वाक्य में अप्रस्तुत का अर्थ ध्वनित होता है।
उदाहरण:
“माली आवत देखकर, कलियन करी पुकारि।
फूले-फूले चुन लिए, काल्हि हमारी बारि।”
नोट: अन्य सटीक उदाहरण लिखने पर स्वविवेक से अंक प्रदान किये जाएं।
- कहानी और उपन्यास में अंतर
- कहानी छोटे आकार की होती है, जबकि उपन्यास बड़े आकार के होते हैं।
- कहानी में जीवन का आंशिक चित्रण होता है, जबकि उपन्यास में जीवन का बृहद् चित्रण होता है।
नोट: अन्य सटीक अंतर लिखने पर स्वविवेक से अंक प्रदान किये जाएं।
OR
रेखाचित्र और संस्मरण में अंतर
- रेखाचित्र प्रसिद्ध व्यक्ति के विषय पर नहीं लिखा जाता है, जबकि संस्मरण प्रायः प्रसिद्ध व्यक्ति के विषय पर ही लिखा जाता है।
- रेखाचित्र काल्पनिक भी हो सकता है, जबकि संस्मरण में तटस्थ दृष्टि होनी चाहिए।
नोट: अन्य सटीक अंतर लिखने पर स्वविवेक से अंक प्रदान किये जाएं।
13. यशपाल
रचनाएँ:
- ज्ञानदान
- तर्क का तूफान
- धर्मयुद्ध
- पिंजरे की उड़ान
- वा दुलिया
- फूलों का कुर्ता
भाषा-शैली:
यशपाल जी ने जनसामान्य की व्यवहारिक भाषा में साहित्य रचना की है। उन्होंने तत्सम तथा तद्भव शब्दों को आवश्यकतानुसार प्रयोग किया है। उनकी भाषा में सहजता, ओज, माधुर्य, लालित्य और प्रवाह जैसे गुण विद्यमान हैं।
उनकी रचनाओं में वर्णनात्मक, संवादात्मक, भावात्मक, विवेचनात्मक और हास्य-व्यंग्यात्मक शैली स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती है।
अथवा – मन्नू भंडारी
रचनाएँ:
- एक प्लेट सैलाब
- मैं हार गई
- यही सच है
भाषा-शैली:
मन्नू भंडारी की भाषा उनके व्यक्तित्व की तरह ही सहज, व्यवहारिक, स्पष्ट, और भावपूर्ण है।
उन्होंने विषय के अनुसार भाषा शैली को अपनाया है, जिनमें भावात्मक, वर्णात्मक, संवादात्मक, और व्यंग्यात्मक शैलियाँ प्रमुख हैं।
14. सेनानी न होते हुए भी चश्मेवाले को ‘कैप्टन’ क्यों कहा जाता था?
उत्तर:
चश्मेवाले को लोग ‘कैप्टन’ इसलिए कहते थे क्योंकि वह स्वयं सेनानी नहीं था, फिर भी उसमें देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी हुई थी। उसमें अमर सपूत सुभाषचंद्र बोस के प्रति गहरा आदर और सम्मान था। इसीलिए लोग उसे ‘कैप्टन’ कहकर पुकारते थे।
अथवा – लेखिका के पिता रसोई को ‘भटियारखाना’ क्यों कहते थे?
उत्तर:
लेखिका के पिता मानते थे कि लड़कियाँ रसोई के काम में लगकर अपनी प्रतिभा, क्षमता और योग्यता को खो देती हैं। वे स्वाद-अस्वाद के झमेले में पड़कर अपने भविष्य को नष्ट कर देती हैं। इसीलिए वे रसोई को व्यंग्य में ‘भटियारखाना’ कहा करते थे।
15. डुमराँव को याद करने के दो कारण:
- शहनाई में बजने वाली रीड (नरकट), जो शहनाई की आत्मा मानी जाती है, वह सोन नदी के किनारे पाई जाती है।
- उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ का जन्म स्थान डुमराँव है, जो शहनाई वादन में निपुण थे और शहनाई को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।
अथवा – संस्कृत व्यक्ति कौन है?
उत्तर:
संस्कृत व्यक्ति वह है, जिसकी बुद्धि और प्रज्ञा किसी नवीन तथ्य का दर्शन करती है। ऐसा व्यक्ति रूढ़ियों को तोड़कर, नए विचारों को अपनाता है और समाज को नई दिशा देता है। वही वास्तविक संस्कृत व्यक्ति कहलाने योग्य है।
16. मुहावरे के अर्थ और उदाहरण
(1) खून-पसीना एक करना – बहुत परिश्रम करना
वाक्य: बाबूजी! यह छोटा-सा मकान मैंने खून-पसीना एक करके बनाया है।
(2) दाल न गलना – सफल न होना
वाक्य: देवेश ने नकल करने की बहुत कोशिश की, लेकिन सतर्क निरीक्षकों के कारण उसकी दाल नहीं गली।
अथवा – समास
(i) पंचवटी – पाँच वट वृक्षों का समूह → द्विगु समास
(ii) नीलाम्बर – नीला है जो अम्बर → कर्मधारय समास
17. भोलानाथ के खेलों का वर्णन
भोलानाथ के खेल और उनकी सामग्री पूर्णतः ग्रामीण और प्राकृतिक परिवेश की थीं। वे पेड़, पत्तों, गीली मिट्टी, कनस्तर, मिट्टी के बर्तन, पत्थर और घर के सामान से खेलते थे। इसमें उन्हें आनंद मिलता था।
आज के समय में बच्चों के खेल में बहुत बदलाव आ गया है – अब वे क्रिकेट, हॉकी, कम्प्यूटर गेम, वीडियो गेम आदि खेलते हैं।
अथवा – हिरोशिमा विस्फोट और लेखक का अनुभव
लेखक ने समाचार-पत्रों से हिरोशिमा विस्फोट की जानकारी प्राप्त की थी। एक दिन सड़क पर घूमते समय उसने एक जले हुए पत्थर पर एक लम्बी सफेद छाया देखी। इससे लेखक ने अनुमान लगाया कि वहाँ कोई व्यक्ति खड़ा रहा होगा और विस्फोट की रेडियोधर्मी किरणों ने उसे जला दिया। इस घटना ने लेखक को भीतर तक झकझोर दिया और वह हिरोशिमा त्रासदी का अनुभव करने लगा।
18. पद्यांश व्याख्या
(i) पद: “हमारैं हरि हारिल, जिनके मन चकरी ॥”
सन्दर्भ: यह पंक्तियाँ सूरदास जी की रचना से ली गई हैं।
प्रसंग: जब उद्धव गोपियों को श्रीकृष्ण को भुलाने का उपदेश देते हैं, तब गोपियाँ इस पद के माध्यम से अपने गहरे प्रेम और लगाव को प्रकट करती हैं।
व्याख्या: गोपियाँ कहती हैं कि श्रीकृष्ण हमारे जीवन में ऐसे बस गए हैं जैसे हारिल पक्षी के मन में चकरी। हम उन्हें भूल नहीं सकते, क्योंकि उनका प्रेम हमारे रोम-रोम में बस गया है।
अथवा
(ii) “मधुप गुनगुनाकर कह गया व्यंग्य मलिन उपहास”
सन्दर्भ: यह पंक्तियाँ जयशंकर प्रसाद की आत्मकथ्य कविता से ली गई हैं।
प्रसंग: कवि अपनी संवेदनशीलता और समाज की प्रतिक्रिया को व्यक्त कर रहे हैं।
व्याख्या: कवि कहते हैं कि जीवन की कठोर परिस्थितियों में मधुमक्खी जैसे लोग उनका मजाक उड़ाते हैं। वे उनके दुखों पर व्यंग्य करते हैं, जिससे उनकी आत्मा आहत होती है।
19. “मूर्ति संगमरमर”
सन्दर्भ: यह पंक्ति स्वयं प्रकाश की कहानी नेताजी का चश्मा से ली गई है।
प्रसंग: यह पंक्ति नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की प्रतिमा के बारे में है, जो कस्बे के चौराहे पर स्थापित की गई है।
व्याख्या: मूर्ति संगमरमर की होने के बावजूद उसके साथ उचित सम्मान नहीं किया गया। कवि ने प्रतिमा की उपेक्षा और समाज की भावहीनता पर कटाक्ष किया है।
अथवा – “यह पितृ गाथा…”
पाठ: एक कहानी यह भी
लेखिका: मन्नू भंडारी
प्रसंग: लेखिका अपने पिता और माता के व्यवहार का अपने जीवन पर क्या प्रभाव पड़ा, यह जानने का प्रयास करती हैं।
व्याख्या: लेखिका कहती हैं कि माता-पिता की सोच, उनकी बातें और व्यवहार ने उनके व्यक्तित्व को गढ़ा। उन्होंने स्वतंत्रता, आत्मबल और चिंतनशीलता के बीज बो दिए, जिससे ग्रंथियों का जन्म हुआ यानी मानसिक उलझनों और संघर्षों का।
20. अनुच्छेद लेखन (उदाहरण विषय)
विषय: “परीक्षा का महत्व”
अनुच्छेद:
परीक्षा विद्यार्थी जीवन का महत्त्वपूर्ण भाग है। यह विद्यार्थियों के ज्ञान और योग्यता की जाँच का माध्यम है। परीक्षा न केवल किताबी ज्ञान का मूल्यांकन करती है, बल्कि अनुशासन, समय प्रबंधन और आत्मविश्वास को भी बढ़ावा देती है। परीक्षा से विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा की भावना और लक्ष्य प्राप्ति का उत्साह उत्पन्न होता है। अतः परीक्षा का उद्देश्य केवल अंक प्राप्त करना नहीं, बल्कि समग्र विकास करना है।
21. अपठित गद्यांश
(i) शीर्षक – आशा का भाव
**(ii) निराशा तब होती है जब प्रयासों के बाद भी लक्ष्य प्राप्त न हो।
*(iii) आशा हमें विपरीत परिस्थिति में भी आगे बढ़ने की शक्ति देती है।
22. औपचारिक पत्र लेखन (संकेत)
विषय: विद्यालय में पुस्तकालय की सुविधा बढ़ाने हेतु प्रधानाचार्य को पत्र
- सम्बोधन: मान्यवर/आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय
- मुख्य भाग: विद्यालय में पुस्तकालय की पुस्तकों की कमी, छात्रों को हो रही असुविधा, समाधान का सुझाव
- समापन: आपके उत्तर की प्रतीक्षा में
- प्रेषक, स्थान, दिनांक
23. निबंध लेखन (उदाहरण विषय)
विषय: “पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता”
रूपरेखा:
- प्रस्तावना: पर्यावरण मानव जीवन का आधार
- मुख्य भाग: वनों की कटाई, प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव
- समाधान: वृक्षारोपण, कचरे का निपटान, जागरूकता
- उपसंहार: पर्यावरण बचाना हम सबका कर्तव्य