विद्युत क्षेत्र रेखाएं (Electric Field Lines)
MP Board 12th Physics Electric Field Lines: विद्युत क्षेत्र रेखाएं किसी भी आवेश या आवेशों के समूह के कारण उत्पन्न हुए विद्युत क्षेत्र को दर्शाने के लिए खींची गई काल्पनिक रेखाएं होती हैं। इन रेखाओं की मदद से हम विद्युत क्षेत्र की दिशा और तीव्रता को समझ सकते हैं।
विद्युत क्षेत्र रेखाओं के गुण
- दिशा: विद्युत क्षेत्र रेखा के किसी भी बिंदु पर खींची गई स्पर्शरेखा (tangent) उस बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की दिशा को बताती है। इसका मतलब है कि अगर उस बिंदु पर कोई छोटा धनात्मक आवेश रखा जाए, तो उस पर बल उसी दिशा में लगेगा जिस दिशा में स्पर्शरेखा है।
- तीव्रता (Strength): जहां पर विद्युत क्षेत्र रेखाएं एक-दूसरे के पास-पास (सघन) होती हैं, वहां विद्युत क्षेत्र मजबूत होता है। जैसे-जैसे रेखाएं दूर-दूर होती जाती हैं (विरल), विद्युत क्षेत्र कमजोर होता जाता है।
- उत्पत्ति और समापन:
- विद्युत क्षेत्र रेखाएं हमेशा धनात्मक आवेश (+q) से शुरू होती हैं और ऋणात्मक आवेश (−q) पर समाप्त होती हैं।
- अगर केवल एक ही आवेश है (जैसे, एक धनात्मक आवेश), तो रेखाएं आवेश से शुरू होकर अनंत तक जाती हैं।
- अगर केवल एक ही ऋणात्मक आवेश है, तो रेखाएं अनंत से आकर ऋणात्मक आवेश पर समाप्त होती हैं।
- प्रतिच्छेदन (Crossing): कोई भी दो विद्युत क्षेत्र रेखाएं कभी भी एक-दूसरे को नहीं काटतीं। अगर वे ऐसा करतीं, तो कटान बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की दो अलग-अलग दिशाएं होतीं, जो कि संभव नहीं है।
- बंद लूप: स्थिर वैद्युत क्षेत्र रेखाएं कभी भी बंद लूप नहीं बनातीं।
विभिन्न आवेशों के लिए क्षेत्र रेखाएं
1. एकल धनात्मक आवेश (+q)
इस स्थिति में, क्षेत्र रेखाएं आवेश से बाहर की ओर (त्रिज्यतः बाहर की ओर) जाती हुई दिखती हैं।
2. एकल ऋणात्मक आवेश (−q)
यहां, क्षेत्र रेखाएं आवेश की ओर अंदर की तरफ (त्रिज्यतः अंदर की ओर) आती हुई दिखती हैं।
3. समान आवेशों का युग्म (+q,+q)
जब दो समान धनात्मक आवेश पास-पास होते हैं, तो उनकी क्षेत्र रेखाएं एक-दूसरे को प्रतिकर्षित (repel) करती हैं।
4. विपरीत आवेशों का युग्म (+q,−q) (विद्युत द्विध्रुव)
जब एक धनात्मक और एक ऋणात्मक आवेश पास-पास होते हैं, तो क्षेत्र रेखाएं धनात्मक आवेश से निकलकर ऋणात्मक आवेश पर समाप्त होती हैं, जो उनके बीच आकर्षण को दर्शाती हैं।



क्षेत्रफल, घन कोण और फ्लक्स
घन कोण (Solid Angle):
यह एक 3D कोण होता है। इसे सतह के क्षेत्रफल (ΔS) और उस सतह से बिंदु की दूरी के वर्ग (r2) के अनुपात के रूप में परिभाषित किया जाता है।ΔΩ=r2ΔS
विद्युत फ्लक्स (Electric Flux):
विद्युत फ्लक्स किसी भी सतह से गुजरने वाली विद्युत क्षेत्र रेखाओं की कुल संख्या का माप है।
विद्युत क्षेत्र की तीव्रता (E) क्षेत्र रेखाओं के घनत्व के समानुपाती होती है। जैसे-जैसे हम आवेश से दूर जाते हैं, सतह का क्षेत्रफल (4πr2) बढ़ता जाता है, जिससे रेखाओं का घनत्व कम हो जाता है। इस कारण, विद्युत क्षेत्र की तीव्रता दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होती है, जो कि कूलॉम के नियम से मेल खाता है।
विद्युत क्षेत्र के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1: विद्युत क्षेत्र रेखाएं क्या होती हैं?
A: विद्युत क्षेत्र रेखाएं काल्पनिक रेखाएं हैं जिनका उपयोग किसी आवेश के चारों ओर के विद्युत क्षेत्र की दिशा और शक्ति को दर्शाने के लिए किया जाता है।
Q2: विद्युत क्षेत्र रेखाएं क्यों नहीं काटतीं?
A: दो विद्युत क्षेत्र रेखाएं कभी भी एक-दूसरे को नहीं काटतीं क्योंकि यदि वे काटतीं, तो कटान बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की दो दिशाएं होतीं, जो कि भौतिकी के नियमों के अनुसार असंभव है।
Q3: हम कैसे जानें कि विद्युत क्षेत्र कहां मजबूत या कमजोर है?
A: जहां पर विद्युत क्षेत्र रेखाएं एक-दूसरे के बहुत पास (सघन) होती हैं, वहां विद्युत क्षेत्र मजबूत होता है। जहां वे दूर-दूर (विरल) होती हैं, वहां क्षेत्र कमजोर होता है।
Q4: विद्युत क्षेत्र रेखाएं कहां से शुरू होती हैं और कहां खत्म होती हैं?
A: विद्युत क्षेत्र रेखाएं हमेशा धनात्मक आवेश (+q) से शुरू होती हैं और ऋणात्मक आवेश (−q) पर समाप्त होती हैं। यदि आवेश अकेला हो, तो रेखाएं अनंत से आती या अनंत तक जाती हैं।
Q5: विद्युत द्विध्रुव क्या होता है?
A: विद्युत द्विध्रुव समान परिमाण के दो विपरीत आवेशों (+qऔर −q) का एक निकाय होता है जो एक-दूसरे से एक निश्चित दूरी पर रखे होते हैं। इनकी क्षेत्र रेखाएं धनात्मक से ऋणात्मक आवेश की ओर जाती हैं।
