MP Board 12th Economics Quarterly Exam 2025-26 Question Bank

MP Board 12th Economics Quarterly Exam 2025-26 Question Bank :एमपी बोर्ड कक्षा 12वीं के छात्रों के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया यह MP Board 12th Economics Quarterly Exam 2025-26 Question Bank आपकी त्रैमासिक परीक्षा में शानदार सफलता सुनिश्चित करने का सबसे प्रभावी साधन है। यह प्रश्न बैंक नवीनतम पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न पर आधारित है, जिसमें व्यष्टि और समष्टि अर्थशास्त्र के महत्वपूर्ण अध्यायों को शामिल किया गया है।

इसमें आपको मिलेंगे:

त्रैमासिक परीक्षा के लिए तैयार किए गए महत्वपूर्ण प्रश्न।

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बहुविकल्पीय, अतिलघु, लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों का समावेश।

परीक्षा में बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्नों का संकलन।

समय प्रबंधन और रिवीजन में सहायक सामग्री।

इस प्रश्न बैंक की मदद से आप अपनी तैयारी को मजबूत कर सकते हैं और अर्थशास्त्र में उच्च अंक प्राप्त कर सकते हैं। अभी डाउनलोड करें और अपनी परीक्षा की तैयारी को अंतिम रूप दें!

MP Board 12th Economics Quarterly Exam 2025-26 Question Bank
MP Board 12th Economics Quarterly Exam 2025-26 Question Bank

त्रैमासिक परीक्षा 2025 – 26
प्रस्तावित ब्लू प्रिंट
कक्षा – XII विषय – अर्थशास्त्र (Economics) (कला) एवं वाणिज्य
पूर्णांक – 80 समय – 3.00

MP Board 12th Economics Quarterly Exam 2025-26 Question Bank

नोट –

  1. प्रश्न क्रमांक 01 से 05 तक कुल 32 वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे। । प्रत्येक प्रश्न पर 01 अंक निर्धारित है।
  2. प्रश्न क्रमांक 1 – सही विकल्प 06 अंक, प्रश्न क्रमांक 2 – रिक्त स्थान 06 अंक, प्रश्न क्रमांक 3 – सत्य / असत्य 06 अंक, प्रश्न क्रमांक 4 – सही जोड़ी 07 अंक
  3. प्रश्न क्रमांक 5 – एक वाक्य में उत्तर 07 अंक
  4. प्रश्न क्रमांक 6 से 23 तक में आंतरिक विकल्प दिए जाना है।
  5. प्रश्न क्रमांक 6 से 15 तक कुल 10 प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न पर 02 अंक.निर्धारित है।
  6. प्रश्न क्रमांक 16 से 19 तक कुल 04 प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न पर 03 अंक निर्धारित है।
  7. प्रश्न क्रमांक 20 से 23 तक कुल 04 प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न पर 04 अंक निर्धारित है।

Book – 1 व्यष्टि अर्थशास्त्र – एक परिचय
इकाई – 01 परिचय

इकाई पर आवंटित अंक = 10
वस्तुनिष्ठ प्रश्न – 01 (1×1 = 1 अंक)
अतिलघुउत्तरीय प्रश्न – 01 (1×2 = 02 अंक)
लघुउत्तरीय प्रश्न – 01 (1×1 = 03 अंक)
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न – 01 (1×1 = 04 अंक)

(1) सही विकल्प चुनकर लिखिये) – 01 अंक
(i)निम्न में से किस अर्थव्यवस्था में निजी क्षेत्र एवं सार्वजनिक क्षेत्र का सह-अस्तित्व पाया जाता है।
(अ) पूंजीवादी (ब) समाजवादी (स) मिश्रित (द) बाजार अर्थव्यवस्था

(ii) किस अर्थव्यवस्था में कीमत तंत्र के आधार पर निर्णय लिये जाते है।
(अ) समाजवादी (ब) पूंजीवादी (स) बाजार अर्थव्यवस्था (द) मिश्रित

(iii) उत्पादन संभावना वक्र का ढाल कैसा होता है।
(अ) ऊपर से नीचे की ओर (ब) नीचे से ऊपर की ओर
(स) x अक्ष के समान्तर (द) y अक्ष के समान्तर

(iv) व्यष्टि अर्थशास्त्र में निम्न में से किसका अध्ययन किया जाता है।
(अ) व्यक्तिगत इकाई (ब) राष्ट्रीय आय (स) पूर्ण रोजगार (द) सरकारी बजट

(v) एक समाजवादी अर्थव्यवस्था का मूल उद्देश्य होता है।
(अ) अधिकाधिक उत्पादन (ब) आर्थिक स्वतंत्रता (स) लाभ कमाना (द) अधिकतम लोक कल्याण

(2) रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।

(i) संसाधनों की कमी ही ______ की समस्या को जन्म देती है।

(ii) आर्थिक समस्या उत्पन्न होती है क्योंकि इच्छाएं ______ से अधिक होती है।

(iii) बाजार अर्थव्यवस्था में प्रत्येक वस्तु तथा सेवा की ______ कीमत होते है।

(iv) बहुत ही उत्पादन संभावनाओं में से किसी एक का चयन करना ही अर्थव्यवस्था की एक केन्द्रीय ______ है।

(v) व्यष्टि अर्थशास्त्र आर्थिक क्रियाओं का ______ स्तर पर अध्ययन करता है।

(3) सत्य। असत्य लिखिये – (01 अंक)
(i) मनुष्य की आवश्यकताएं अनंत होती हैं परंतु साधन सीमित होते है।
(ii) प्रत्येक समाज को यह निर्णय लेना होता है कि विभिन्न वस्तुओं तथा सेवाओं के उत्पादन के लिए वह अपने दुर्लभ संसाधनों का उपयोग किस प्रकार करे।
(iii) पूंजीवादी अर्थव्यवस्था में अधिकतम लोककल्याण पर ध्यान दिया जाता है।
(iv) एक समाजवादी अर्थव्यवस्था का उद्देश्य अधिकतम लाभ कमाना होता है।
(v) मिश्रित अर्थव्यवस्था का दूसरा नाम बाजार अर्थव्यवस्था है।

(4) सही जोड़ी बनाओ। (01 अंक)

(अ)
(i) व्यष्टि अर्थशास्त्र
(ii) समष्टि अर्थशास्त्र
(iii) अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्या
(iv) सकारात्मक आर्थिक विश्लेषण का अध्ययन क्षेत्र
(v) आदर्शात्मक आर्थिक विश्लेषण का अध्ययन क्षेत्र

(ब)
(a) क्या उत्पादन किया जाय
(b) विभिन्न कार्यविधियाँ किस प्रकार कार्य करती हैं
(c) विभिन्न विधियाँ अनुकूल हैं या नहीं।
(d) सामूहिक इकाईयों का अध्ययन
(e) व्यक्तिगत इकाईयों का अध्ययन

(5) एक वाक्य में उत्तर लिखिये। (01 अंक)

(i) उत्पादन संभावना वक्र की आकृति कैसी होती है।
(ii) कीमत संयन्त्र किस आर्थिक व्यवस्था की मुख्य विशेषता है।
(iii) अर्थव्यवस्था की कोई दो केन्द्रीय समस्याएँ क्या है।
(iv) उस वक्र का नाम बताइए जो केन्द्रीय समस्या को दर्शाती है।
(v) चयन की समस्या के दो कारण क्या है।

(6) अतिलघुउत्तरीय प्रश्न (2 अंक)

(i) व्यष्टि अर्थशास्त्र किसे कहते है।
(ii) अर्थव्यवस्था किसे कहते है।
(iii) “किन वस्तुओं का उत्पादन किया जाए” समस्या को समझाइए।
(iv) सकारात्मक आर्थिक विश्लेषण किसे कहते है।
(v) आदर्शात्मक आर्थिक विश्लेषण किसे कहते है।
(vi) बाजार अर्थव्यवस्था क्या है।
(vii) केन्द्रीयकृत योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था किसे कहते है।
(viii) मिश्रित अर्थव्यवस्था का अर्थ लिखिये।
(ix) सीमान्त उत्पादन संभावना क्या है।
(x) “वस्तुओं का उत्पादन कैसे किया जाए” की समस्या को समझाइए।

(7) लघु उत्तरीय प्रश्न (3 अंक)

(i) व्यष्टि अर्थशास्त्र की कोई तीन विशेषताएँ लिखिये।
(ii) अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याओं की विवेचना कीजिए।
(iii) बाजार अर्थव्यवस्था की कोई तीन विशेषताएँ लिखिये।
(iv) मिश्रित अर्थव्यवस्था की कोई तीन विशेषताएँ लिखिये।
(v) केन्द्रीयकृत योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था की कोई तीन विशेषताएँ लिखिये।
(vi) “वस्तुओं का उत्पादन किसके लिए किया जाए” इस समस्या को तीन बिन्दुओं में समझाइए।
(vii) “वस्तुओं का उत्पादन कैसे किया जाए” इस समस्या को तीन बिन्दुओं में समझाइए।
(viii) “किन वस्तुओं का उत्पादन किया जाए” इस समस्या को तीन बिन्दुओं में समझाइए।
(ix) समष्टि अर्थशास्त्र की कोई तीन विशेषताएँ लिखिये।
(x) व्यष्टि अर्थशास्त्र का महत्व तीन बिन्दुओं को लिखिये।

(8) दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (04 अंक)

(i) व्यष्टि तथा समष्टि अर्थशास्त्र में कोई चार अंतर लिखिये।
(ii) केन्द्रीयकृत योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था तथा बाजार अर्थव्यवस्था में भेद को स्पष्ट कीजिये। (कोई चार)
(iii) सकारात्मक आर्थिक विश्लेषण तथा आदर्शात्मक आर्थिक विश्लेषण में कोई चार अंतर स्पष्ट कीजिये।
(iv) सीमान्त उत्पादन संभावना वक्र को तालिका तथा चित्र द्वारा समझाइए।
(v) बाजार अर्थव्यवस्था तथा मिश्रित अर्थव्यवस्था में अंतर स्पष्ट कीजिये। (कोई चार)
(vi) “वस्तुओं का उत्पादन कैसे किया जाए” समस्या को तीन-चार बिन्दुओं में समझाइए।
(vii) सीमान्त उत्पादन संभावना की विवेचना कीजिए।
(viii) बाजार अर्थव्यवस्था को विस्तार से समझाइए।
(ix) मिश्रित अर्थव्यवस्था को विस्तार से समझाइए।
(x) केन्द्रीयकृत योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था को विस्तार से समझाइए।
(xi) सकारात्मक आर्थिक विश्लेषण को चार बिन्दुओं में समझाइए।
(xii) आदर्शात्मक आर्थिक विश्लेषण को चार बिन्दुओं में समझाइए।

इकाई – 02 – उपभोक्ता के व्यवहार का सिद्धांत

इकाई पर आवंटित अंक = 23
वस्तुनिष्ठ प्रश्न = 10 (1×10=10) अंक
अतिलघुउत्तरीय प्रश्न = 03 (2×3=06) अंक
लघु उत्तरीय प्रश्न = 01 (3×1=03) अंक
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न = 01 (4×1=04) अंक

(1) सही विकल्प चुनकर लिखिये) – (01 अंक)

(i) उपभोक्ता व्यवहार का अध्ययन किया जाता है।
(अ) व्यष्टि अर्थशास्त्र में (ब) समष्टि अर्थशास्त्र में (स) आय सिद्धांत में (द) रोजगार सिद्धांत में

(ii) सीमांत उपयोगिता ज्ञात करने का सूत्र है।
(अ) \Delta TU / \Delta Q (ब) \Delta MU / \Delta Q (स) \Delta Q / \Delta TU (द) \Delta Q / \Delta MU

(iii) उपभोक्ता का संतुलन उस बिंदु पर होगा जब –
(अ) सीमांत उपयोगिता = मूल्य (ब) सीमांत उपयोगिता ≤ मूल्य (स) सीमांत उपयोगिता ≥ मूल्य (द) सीमांत उपयोगिता × मूल्य

(iv) एक वस्तु की सभी इकाईयों से प्राप्त होने वाली उपयोगिता का योग को कहते है।
(अ) सीमांत उपयोगिता (ब) कुल उपयोगिता (स) अधिकतम संतुष्टि (द) औसत उपयोगिता

(v) जब सीमांत उपयोगिता ऋणात्मक होती है तब कुल उपयोगिता –
(अ) अधिकतम होती है (ब) घटने लगती है (स) घटती दर से बढ़ती है (द) शून्य हो जाती है

(vi) कॉफी के मूल्य में वृद्धि होने पर चाय की मांग – (अ) बढ़ती है (ब) घटती है (स) स्थिर रहती है (द) शून्य हो जाती है

(vii) मूल्य वृद्धि से गिफ़िन वस्तुओं की मांग – (अ) बढ़ जाती है (ब) घट जाती है (स) स्थिर रहती है (द) शून्य हो जाती है

(viii) विलासिता की वस्तुओं की मांग – (अ) बेलोचदार होती है (ब) लोचदार होती है (स) अत्याधिक लोचदार होती है (द) पूर्णतः बेलोचदार होती है

(ix) मांग की लोच से अभिप्राय है – (अ) कीमत में परिवर्तन के कारण मांग में परिवर्तन (ब) कीमत में परिवर्तन (स) मांग में परिवर्तन के कारण कीमत में परिवर्तन (द) मांग में परिवर्तन

(x) कीमत या बजट रेखा का ढाल होता है – (अ) (-) PY​/PX​​ (ब) (-) PY/​PX​​ (स) (+) PX​/PY (द) + PX/​PY​​

(xi) निम्नलिखित चित्र क्या प्रदर्शित करता है। (अ) अधिक लोचदार मांग (ब) पूर्णतः लोचदार मांग (स) पूर्णतः बेलोचदार मांग (द) बेलोचदार मांग

(xii) ऐसी वस्तुएं जिनका एक-दूसरे के बदले प्रयोग किया जाता है, कहलाती है। (अ) पूरक वस्तुएं (ब) स्थानापन्न वस्तुएं (स) आरामदायक वस्तुएं (द) विलासिता वस्तुएं

(2) रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए। (01 अंक)

  1. बजट रेखा की प्रवणता ______ होती है।
  2. उपभोक्ता का अधिमान सामान्यतः अधिमान ______ द्वारा दर्शाया जाता है।
  3. मांग वक्र की प्रवणता साधारणतः ______ की ओर रहती है।
  4. एक वस्तु की उपयोगिता उसकी किसी आवश्यकता को ______ की क्षमता होती है।
  5. गणनावाचक उपयोगिता विश्लेषण के अनुसार उपयोगिता को ______ में व्यक्त किया जा सकता है।
  6. क्रमवाचक उपयोगिता विश्लेषण के अनुसार उपयोगिता को ______ में रखा जा सकता है।
  7. दो अनाधिमान वक्र कभी भी एक दूसरे को ______ नहीं हो सकती।
  8. बजट सेट उन सभी बंडलों का संग्रह है जिसे उपभोक्ता बाजार कीमतों पर अपनी दी गई ______ में खरीद सकता है।
  9. जिन वस्तुओं का साथ-साथ उपयोग किया जाता है उन्हे ______ वस्तुएं कहा जाता है।
  10. उपभोक्ता की आय जैसे-जैसे बढ़ती है, ______ वस्तुओं के लिए मांग घटती जाती है।

(3) सत्य/असत्य बताइये (01 अंक)

(i) बजट रेखा उन सभी बंडलों का प्रतिनिधित्व करती है जिस पर उपभोक्ता की संपूर्ण आय व्यय हो जाती है।
(ii) उपभोक्ता के मांग फलन को x=f(P) के रूप में लिखा जा सकता है।
(iii) निम्नस्तरीय वस्तुओं के उदाहरण हैं – मोटे अनाज
(iv) ‘जूते तथा जुराब’ का प्रयोग स्थानापन्न वस्तुओं का उदाहरण है।
(v) ‘चाय तथा कॉफ़ी’ का प्रयोग पूरक वस्तुओं का उदाहरण है।
(vi) जब सीमांत उपयोगिता धनात्मक होती है तो कुल उपयोगिता बढ़ती ही रहती है।
(vii) जब सीमांत उपयोगिता शून्य हो जाती है तो कुल उपयोगिता अधिकतम हो जाती है।
(viii) उपयोगिता से निवेश लागत का संबंध होता है।
(ix) सामान्य वस्तुओं के लिए आय प्रभाव ऋणात्मक होता है।
(x) आय बढ़ने पर उपभोक्ता सामान्य वस्तुओं की मांग बढ़ा देता है।

(4) सही जोड़ी बनाओ। (01 अंक)

(अ)
(i) सामान्य वस्तुएं
(ii) निम्नकोटि वस्तुएं
(iii) स्थानापन्न वस्तुएं
(iv) पूरक वस्तुएं
(v) मांग का नियम
(vi) मांग की लोच
(vii) बाजार मांग तालिका
(viii) पूर्णतः लोचदार मांग
(ix) पूर्णतः बेलोचदार मांग
(x) इकाई लोचदार मांग

(ब)
(a) कीमत तथा मांग में विपरीत संबंध
(b) पेन और स्याही
(c) मांग में आनुपातिक परिवर्तन / कीमत में आनुपातिक परिवर्तन
(d) आय प्रभाव धनात्मक
(e) आय प्रभाव ऋणात्मक
(f) पेप्सी, कोला और कोका-कोला
(g) e=1
(h) e=0
(i) e=∞
(j) व्यक्तिगत मांग तालिकाओं का योग

(5) एक वाक्य में उत्तर लिखिये) – (01 अंक)
(i) आवश्यक वस्तुओं की मांग की लोच कैसी होती है?
(ii) पूर्णतः बेलोचदार मांग वक्र का आकार कैसा होता है?
(iii) मांग की कीमत लोच की किन्ही दो श्रेणियाँ का नाम लिखिये)
(iv) मांग के प्रकारों के नाम लिखिये।
(v) किसी वस्तु को सामान्य वस्तु कब माना जाता है?
(vi) मांग के दो निर्धारक तत्व लिखिये।
(vii) क्या कुल उपयोगिता सदैव बढ़ती है?
(viii) पूर्ण संतुष्टि बिंदु क्या है?
(ix) उपभोक्ता का बजट प्रतिबन्ध क्या है?
(x) बजट रेखा का समीकरण लिखिये।

अतिलघुउत्तरीय प्रश्न (02 अंक)
(i) उपयोगिता का अर्थ लिखिये।
(ii) उपयोगिता की कोई दो विशेषताएँ लिखिये।
(iii) गणनावाचक उपयोगिता विश्लेषण किसे कहते है।
(iv) कुल उपयोगिता किसे कहते है।
(v) सीमान्त उपयोगिता किसे कहते है।
(vi) क्रमवाचक उपयोगिता विश्लेषण किसे कहते है।
(vii) अनाधिमान वक्र किसे कहते है।
(viii) अनाधिमान मानचित्र किसे कहते है।
(ix) बजट सेट किसे कहते है।
(x) बजट रेखा क्या होती है।
(xi) मांग का अर्थ लिखिये।
(xii) सामान्य वस्तुएँ किसे कहते है।
(xiii) निम्नस्तरीय वस्तुएँ किसे कहते है।
(xiv) स्थानापन्न वस्तुएँ किसे कहते है।
(xv) पूरक वस्तुएँ किसे कहते है।
(xvi) बाजार मांग का अर्थ लिखिये।
(xvii) मांग की लोच का अर्थ लिखिये।
(xviii) मांग की कीमत लोच के प्रकारों के नाम लिखिये।
(xix) गिफ़िन वस्तुएँ किसे कहते है।
(xx) विज्ञापन की कीमत दर किसे कहते है।

लघु उत्तरीय प्रश्न (03 अंक)
(i) बजट रेखा की प्रवणता ऋणात्मक क्यों होती है। समझाइए।
(ii) कुल उपयोगिता को उदाहरण सहित समझाइए।
(iii) सीमान्त उपयोगिता को उदाहरण सहित समझाइए।
(iv) अनाधिमान वक्र की तीन विशेषताएँ लिखिये।
(v) सामान्य तथा निम्नस्तरीय वस्तुओं में भेद उदाहरण सहित समझाइए।
(vi) पूरक तथा स्थानापन्न वस्तुओं का भेद उदाहरण सहित समझाइए।
(vii) मांग की लोच का अर्थ तथा सूत्र उदाहरण सहित लिखिये।
(viii) पूर्णतः लोचदार मांग की व्याख्या चित्र द्वारा कीजिये।
(ix) पूर्णतः बेलोचदार मांग की व्याख्या चित्र द्वारा कीजिये।
(x) किसी वस्तु की मांग की लोच को प्रभावित करने वाले तीन तत्वों का वर्णन कीजिये।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (04 अंक)
(i) सीमान्त उपयोगिता तथा कुल उपयोगिता में संबंध बताइए।
(ii) ह्रासमान उपयोगिता नियम की व्याख्या चित्र द्वारा कीजिये।
(iii) अनाधिमान वक्रों की व्याख्या चित्र द्वारा कीजिये।
(iv) बजट सेट तथा बजट रेखा का अर्थ स्पष्ट कीजिये।
(v) मांग के नियम की व्याख्या तालिका तथा चित्र द्वारा कीजिये।
(vi) सामान्य तथा निम्नस्तरीय वस्तुओं में अंतर स्पष्ट कीजिये।
(vii) पूर्णतः लोचदार मांग तथा पूर्णतः लोचदार पूर्ति की व्याख्या चित्र द्वारा कीजिये।
(viii) यदि उपभोक्ता की आय बढ़कर ₹40/- हो जाती है। परन्तु कीमत अपरिवर्तित रहती है तो बजट रेखा में क्या परिवर्तन होगा।
(ix) कीमत उपभोक्ता तथा मांग की आय दुगुनी हो जाये तो बजट सेट कैसा होगा।
(x) मांग की कीमत लोच की विभिन्न श्रेणियों की व्याख्या चित्र सहित कीजिये।

इकाई – 03 उत्पादन तथा लागत

इकाई पर आवंटित अंक = 18
वस्तुनिष्ठ प्रश्न = 07 (1×7=7 अंक)
अतिलघुउत्तरीय प्रश्न = 02 (2×2=4 अंक)
लघु उत्तरीय प्रश्न = 01 (3×1=3 अंक)
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न = 01 (4×1=4 अंक)

(i) सही विकल्प चुनकर लिखिये) – 01 अंक
(अ) अल्पकालीन उत्पादन फलन की व्याख्या निम्नलिखित में से किस नियम के द्वारा की जाती है?
(अ) मांग के नियम से (ब) मांग की लोच द्वारा
(स) पैमाने के प्रतिफल नियम से (द) परिवर्तीशील अनुपात के नियमद्वारा

(ii) उत्पादन फलन में उत्पादन किसका फलन है?
(अ) कीमत का (ब) उत्पत्ति के साधनों का
(स) कुल व्यय का (द) कुल आय का

(iii) वह कौन सा समय है जिसमें उत्पादन के सभी साधन परिवर्तित किये जा सकते हैं?
(अ) अल्पकाल (ब) दीर्घकाल
(स) अति दीर्घकाल (द) तीनों

(iv) दीर्घकालीन उत्पादन फलन का सम्बन्ध निम्न में से किससे है?
(अ) मांग के नियम से (ब) उत्पत्ति वृद्धि नियम से
(स) पैमाने के प्रतिफल नियम में (द) मांग की लोच से

(v) उत्पादन के सभी संसाधनों में से एक ही अनुपात में वृद्धि के परिणामस्वरूप उत्पादन में अधिक अनुपात में वृद्धि हो तो इसे कहते हैं?
(अ) ह्रासमान पैमाने का प्रतिफल (ब) ह्रासमान पैमाने का प्रतिफल
(स) वर्धमान पैमाने का प्रतिफल (द) इनमें से कोई नहीं

(VI) उत्पादन में वृद्धि के साथ-साथ कुल लागत एवं कुल स्थिर लागत का अंतर रहता है?
(अ) नियम रहता है (ब) बढ़ता जाता है
(स) घटता जाता है (द) घटता-बढ़ता रहता है

(VII) उत्पादन बंद कर देने पर निम्नलिखित में कौन सा प्रभाव पड़ता है?
(अ) स्थिर लागतें बढ़ जाती है (ब) परिवर्तनशील लागतें शून्य हो जाती है
(स) परिवर्तनशील लागतों शून्य हो जाती है (द) स्थिर लागतें शून्य हो जाती है

(VIII) औसत परिवर्तनशील लागत है:
(अ) TVC+Q (ब) TVC×Q
(स) TVC-Q (द) TVC ÷ Q

(IX) औसत लागत वक्र का आकार होता है:
(अ) U-आकार जैसा (ब) वक्रयोग्य अतिफलवम् जैसा
(स) x-अक्ष के समान्तर जैसा (द) इनमें से कोई नहीं z-आकार जैसा

(X) उत्पादन की 5 इकाईयों की औसत स्थिर लागत ₹20 है। 5 इकाईयों की औसत परिवर्ती लागत ₹ 40 है। 5 इकाईयों की औसत लागत कितनी है?
(अ) ₹20 (ब) ₹40
(स) ₹56 (द) ₹60

(2) रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।
(i) साधन की एक इकाई बढ़ाने पर TP में होने वाली वृद्धि सीमान्त उत्पादन कहलाती है।
(ii) अल्पकालीन उत्पादन फलन को परिवर्तीशील अनुपात का नियम कहा जाता है।
(iii) पैमाने के प्रतिफलों का सम्बन्ध दीर्घ काल अवधि से है।
(iv) जब MP शून्य होता है तब TP अधिकतम होता है।
(v) अति दीर्घकाल अवधि में स्थिर लागत नहीं होती।
(vi) सीमान्त लागत केवल परिवर्तनशील लागतों पर निर्भर करती है।
(vii) उत्पादन की प्रति इकाई लागत को औसत लागत कहते है।
(viii) जब सभी लागतों में समानुपातिक वृद्धि, निर्गत में उसी अनुपात में वृद्धि उत्पन्न करती है जो पैमाने के स्थिर प्रतिफल को दर्शाता है।
(ix) जब सभी आगों में समानुपातिक वृद्धि, निर्गत में अनुपात से अधिक वृद्धि उत्पन्न करती है, तो पैमाने के बढ़ते प्रतिफल को दर्शाता है।
(x) जब सभी आगों के आनुपातिक वृद्धि की तुलना में, निर्गत में समानुपाति वृद्धि कम होती है तो यह पैमाने के घटते प्रतिफल को दर्शाता है।

(3) सत्य/असत्य बताइये – (01 अंक)
(i) अल्पकाल में कुछ लागतों में परिवर्तन नहीं किया जा सकता है।
(ii) दीर्घकाल में सभी कारकों को परिवर्तन किया जा सकता है।
(iii) कुल लागत, कुल परिवर्ती लागत तथा कुल स्थिर लागत का जोड़ होती है।
(iv) दीर्घकालीन सीमान्त लागत वक्र Z आकार के होते है।
(v) परिवर्तीशील अनुपातों के नियम को पैमाने के प्रतिफल भी कहा जाता है।
(vi) कुल लागत = कुल परिवर्ती लागत (-) कुल स्थिर लागत होता है।
(vii) Δ पर क के मूल्य में परिवर्तन का प्रतिशत नियतांक है।
(viii) विभिन्न उत्पादन प्रक्रयों के लिए दीर्घकाल कालावधि भिन्न हो सकती है।
(ix) हम उत्पादन फलन को q=f(L,K) के रूप में व्यक्त कर सकते है।
(x) अल्पकालीन औसत लागत = कुल लागत/इकाइयों होता है।

(4) सही जोड़ी बनाओ – (01 अंक)

(अ)
(i) ह्रासमान सीमान्त उत्पादन नियम लागू
(ii) पैमाने के प्रतिफल का सम्बन्ध
(iii) कुल उत्पाद का सूत्र
(iv) सीमान्त उत्पाद का सूत्र
(v) औसत उत्पाद का सूत्र
(vi) पैमाने के बढ़ते प्रतिफल
(vii) पैमाने के स्थिर प्रतिफल
(viii) पैमाने के ह्रासमान प्रतिफल
(ix) उत्पादन फलन के प्रकार
(x) परिवर्तीशील अनुपातों के नियम की अवस्थाएं

(ब)
(a) AP = TP/L
(b) MP = Δ TP/L
(c) अल्पकाल से है
(d) दीर्घकाल से है
(e) पैमाने के प्रतिफलों की प्रथम अवस्था
(f) पैमाने के प्रतिफलों की द्वितीय अवस्था
(g) दो होते है
(h) तीन होती है
(i) पैमाने के प्रतिफलों की तृतीय अवस्था

(5) एक वाक्य में उत्तर लिखिये – (01 अंक)
(i) बाजार की स्थिर लागत अल्पकाल या दीर्घकाल किसकी मुख्य विशेषता है।
(ii) उत्पादन फलन क्या है।
(iii) कुल उत्पाद किसे कहते है।
(iv) अल्पकाल में क्या सभी लागतें दीर्घकाल में स्थिर होती हैं या परिवर्तनशील।
(v) उत्पादन बंद कर देने पर कौनसी लागतें शून्य हो जाती है।
(vi) कच्चे माल की लागत, स्थिर लागत हैं अथवा परिवर्तनशील लागत।
(vii) जब कुल उत्पाद अधिकतम हो जाता है तो सीमान्त उत्पाद कैसा हो जाता है।
(viii) कुल स्थिर लागत तथा कुल परिवर्ती लागत का योग क्या कहलाता है।
(ix) पैमाने के प्रतिफलों का संबंध किस काल अवधि से होता है।
(x) परिवर्तीशील अनुपातों का नियम किस काल अवधि से संबंधित है।

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न. 02 (अंक)

(i) उत्पादन फलन क्या है? इसका सूत्र लिखिए।
(ii) उत्पादन फलन की दृष्टि से अल्पकाल किसे कहते हैं?
(iii) उत्पादन फलन की दृष्टि से दीर्घकाल किसे कहते हैं?
(iv) औसत उत्पाद किसे कहते हैं? इसका सूत्र लिखिए।
(v) सीमान्त उत्पाद किसे कहते हैं? इसका सूत्र लिखिए।
(vi) पैमाने के प्रतिफल किसे कहते हैं?
(vii) पैमाने के बढ़ते प्रतिफल किसे कहते हैं?
(viii) पैमाने के समान प्रतिफल किसे कहते हैं?
(ix) पैमाने के घटते प्रतिफल किसे कहते हैं?
(x) अल्पकालीन लागते किसे कहते हैं?
(xi) दीर्घकालीन लागते किसे कहते हैं?

लघु उत्तरीय प्रश्न – (03 अंक)

(i) उत्पादन फलन की संकल्पना को समझाइए।
(ii) एक आगत के सीमांत उत्पाद तथा कुल उत्पाद के बीच सम्बन्ध समझाइए। (कोई तीन)
(iii) एक फर्म का कुल स्थिर लागत, कुल परिवर्तनशील लागत तथा कुल लागत को समझाइए।
(iv) क्या दीर्घकाल में कुल स्थिर लागत हो सकती है? यदि नहीं तो क्यों?
(v) अल्पकाल तथा दीर्घकाल की संकल्पना को समझाइए।
(vi) अल्पकालीन लागतो को तीन बिन्दुओं में स्पष्ट कीजिये।
(vii) दीर्घकालीन लागतो को तीन बिन्दुओं में स्पष्ट कीजिये।
(viii) अल्पकालीन तथा दीर्घकालीन उत्पादन फलनों में कोई तीन अंतर स्पष्ट कीजिये।
(ix) स्थिर तथा परिवर्तनशील लागतों में अंतर स्पष्ट कीजिये। (कोई तीन)
(x) उत्पादन में वृद्धि के साथ औसत स्थिर लागत क्यों घटती है? कोई तीन कारण लिखिए।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न – (04 अंक)

(i) अल्पकालीन औसत लागत वक्र ‘U’ आकार के क्यों होते हैं? चार कारण दीजिए।
(ii) उत्पादन फलन क्या है? यह कितने प्रकार का होता है? विस्तार से समझाइए।
(iii) परिवर्तित अनुपातों के नियम की व्याख्या चित्र द्वारा कीजिए।
(iv) पैमाने के प्रतिफल तथा परिवर्तित अनुपातों के नियम में कोई चार अंतर स्पष्ट कीजिए।
(v) पैमाने के बढ़ते प्रतिफल को समझाइए। यह क्यों उत्पन्न होते हैं? कोई दो कारणों की भी व्याख्या कीजिए।
(vi) उत्पादन फलन क्या है? अल्पकालीन उत्पादन फलन को चित्र द्वारा समझाइए।
(vii) पैमाने के प्रतिफल की तीनो अवस्थाओं को सचित्र समझाइए।
(viii) सीमांत लागत तथा कुल लागतो के बीच सम्बन्ध स्पष्ट कीजिए। (कोई चार)
(ix) अल्पकालीन लागत वक्रों को रेखाचित्रण की सहायता से समझाइए।
(x) निम्न लिखित तालिका श्रम की कुल उत्पाद अनुसूची को बताती है।
श्रम का सीमांत उत्पाद अनुसूची बनाइयें।

L = 0, 1, 2, 3, 4, 5
TP = 0, 15, 35, 50, 40, 48

इकाई – 04 पूर्ण प्रतियोगिता की स्थिति में फर्म का साम्य

इकाई पर आबंटित अंक = 13
वस्तुनिष्ठ प्रश्न = 06 (1×6= 06 अंक)
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न = 02 (2×2= 04 अंक)
लघु उत्तरीय प्रश्न = 01 (3×1= 03 अंक)
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न = 00

(1) सही विकल्प चुनकर लिखिये – (01 अंक)

(i) जिस बाजार में फर्म का स्वतंत्र प्रवेश तथा वर्गीमन से अच्छा नाम है।
(अ) अपूर्ण प्रतियोगी बाजार (ब) एकाधिकारी बाजार
(स) एकाधिकार बाजार (द) एकाधिकारात्मक प्रतियोगी बाजार

(ii) e=0 का अर्थ है कि पूर्ति की लोच है।
(अ) पूर्णतः लोचदार (ब) पूर्णतः बेलोचदार
(स) कम लोचदार (द) इकाई लोचदार

(iii) वस्तु की उस मात्रा को क्या कहते है जिसे विक्रेता निश्चित
समय, बाजार तथा कीमत पर बेचने को तैयार होते है।
(अ) पूर्ति (ब) मांग
(स) पूर्ति की लोच (द) मांग की लोच

(iv) किस बाजार में AR वक्र = MR वक्र होता है।
(अ) एकाधिकार (ब) पूर्ण प्रतियोगिता
(स) अपूर्ण प्रतियोगिता (द) एकाधिकार

(2) रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये (01 अंक)

(i) एक पूर्ण प्रतियोगी बाजार में फर्म कीमत _ होती है।

(ii) कीमत स्वीकारक फर्म की औसत उत्पादित बाजार _ के बराबर होती है।
(iii) प्रौद्योगिकी प्रगति से फर्म का पूर्ति वक्र _ ओर शिफ्ट हो जाता है।

(iv) पूर्ण प्रतियोगी बाजार में बड़ी संख्या में क्रेता एवं _ होते है।
(v) वह लाभ जो एक फर्म सामान्य लाभ से ऊपर अर्जित करती है _ लाभ कहलाता है।

(vi) पूर्ति वक्र के जिस बिन्दु पर एक फर्म केवल साधारण लाभ अर्जित करती है, वह फर्म का लाभ _ बिन्दु कहलाता है।
(vii) लाभ के न्यूनतम स्तर को _ लाभ कहा जाता है।

(viii) पूर्णतः बेलोचदार पूर्ति वक्र _ अक्ष के समान्तर होता है।
(ix) दूध जैसी वस्तु के लिए पूर्ति की लोच _ होती है।

(x) पूर्ति का नियम कीमत एवं वस्तु की पूर्ति के बीच _ सम्बन्ध को बताता है।

(3) सत्य/असत्य बताइये – (01 अंक)

(i) पूर्ण प्रतियोगी बाजार में फर्म समरूप वस्तुओं का उत्पादन करती है।
(ii) विज्ञापन तथा विक्रय लागतें पूर्ण प्रतियोगिता की विशेषता नहीं है।
(iii) अपूर्ण प्रतियोगी बाजार में वस्तु विभेद पाया जाता है।
(iv) कुल सम्पत्ति = p+q होता है।
(v) लाभ अधिकतमीकरण = कुल सम्पत्ति – कुल लागत होता है।

(4) सही जोड़ी बनाइये – (01 अंक)

AB
(i) कुल सम्पत्तिa. MR=ΔTR/ΔQ
(ii) औसत सम्पत्तिb. TR=TC
(iii) सीमान्त सम्पत्तिc. TR>TC
(iv) सामान्य लाभ बिन्दुd. AR=TR/Q
(v) अधि सामान्य लाभ बिन्दुe. TR=P×Q

अति लघु उत्तरीय प्रश्न – 02 अंक

(i) लाभ अधिकतमीकरण किसे कहते है।
(ii) पूर्ण प्रतिस्पर्धा किसे कहते है।
(iii) पूर्ण प्रतिस्पर्धी बाजार की दो विशेषताएँ लिखिये।
(iv) पूर्ति की लोच किसे कहते है।
(v) अल्पकाल में एक फर्म का पूर्ति वक्र कैसा होता है।
(vi) दीर्घकाल में एक फर्म का पूर्ति वक्र कैसा होता है।
(vii) प्रौद्योगिकी प्रगति एक फर्म के पूर्ति वक्र को किस प्रकार प्रभावित करती है।
(viii) आगत कीमतें एक फर्म के पूर्ति वक्र को किस प्रकार प्रभावित करती है।
(ix) कुल सम्पत्ति को चित्र द्वारा समझाइये।
(x) सीमान्त सम्पत्ति को चित्र द्वारा समझाइये।

लघु उत्तरीय प्रश्न – (03 अंक)

(i) पूर्ण प्रतियोगी बाजार की तीन विशेषताएँ लिखिये।
(ii) पूर्ति की कीमत लोच किसे कहते है। इसका सूत्र लिखिये।
(iii) फर्म के पूर्ति वक्र को प्रभावित करने वाले तीन तत्वों की व्याख्या कीजिए।
(iv) सामान्य लाभ, अधिसामान्य लाभ तथा लाभ-अलाभ बिन्दु को समझाइये।
(v) लाभ अधिकतमीकरण की तीन शर्तों को समझाइये।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न – (04 अंक)

(i) पूर्ण प्रतियोगिता किसे कहते है। इसकी तीन विशेषताएँ लिखिये।
(ii) कुल सम्पत्ति, सीमान्त सम्पत्ति तथा औसत सम्पत्ति को समझाइये।
(iii) लाभ अधिकतमीकरण क्या है? इसका सूत्र लिखिये तथा इसकी दो शर्तों को समझाइये।
(iv) पूर्णतः लोचदार पूर्ति किसे कहते है। चित्र सहित व्याख्या कीजिए।
(v) पूर्णतः बेलोचदार पूर्ति किसे कहते है। चित्र द्वारा व्याख्या कीजिए।

इकाई- 05 बाजार संतुलन

इकाई पर आबंटित अंक = 14

वस्तुनिष्ठ प्रश्न = 06 (1×6= 06 अंक)
अति लघु उत्तरीय प्रश्न = 02 (2×2= 04 अंक)
लघु उत्तरीय प्रश्न = 00
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न = 01 (4×1= 04 अंक)

(1) सही विकल्प चुनकर लिखिये – (01 अंक)

(i) संतुलन कीमत के निर्धारक तत्व कौन से है?
(अ) वस्तु की मांग (ब) वस्तु की पूर्ति
(स) वस्तु की मांग तथा पूर्ति (द) उत्पादन लागत

(ii) कीमत उस बिन्दू पर निर्धारित होती है, जहाँ-
(अ) वस्तु की मांग अधिक हो (ब) वस्तु की पूर्ति अधिक हो
(स) वस्तु की मांग तथा पूर्ति बराबर हो (द) वस्तु की मांग(X) वस्तु की पूर्ति हो

(iii) निम्नतम निर्धारित कीमत किसके द्वारा निर्धारित की जाती है?
(अ) सरकार द्वारा (ब) उद्यमी द्वारा
(स) किसान द्वारा (द) व्यापारी द्वारा

(iv) किसी कीमत पर बाजार में पूर्ति बाजार मांग से अधिक है तो बाजार में स्थिति होगी:
(अ) अधिमांग (ब) अधिपूर्ति
(स) सामान्य मांग (द) सामान्य पूर्ति

(v) किसी कीमत पर बाजार मांग बाजार पूर्ति से अधिक है तो बाजार में स्थिति होगी:
(अ) अधिमांग (ब) अधिपूर्ति
(स) सामान्य मांग (द) सामान्य पूर्ति

(2) रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये – (01 अंक)

(i) पूर्ण प्रतिस्पर्धी बाजार में संतुलन वहाँ होता है जहाँ बाजार मांग तथा बाजार पूर्ति ——– होते है।
(ii) जिस स्थिति में बाजार मांग बाजार पूर्ति से अधिक है, उसे ——–
कहा जाता है।
(iii) जिस स्थिति में बाजार पूर्ति बाजार पूर्ति से अधिक है, उसे ——–
कहा जाता है।
(iv) किसी वस्तु अथवा सेवा की सरकार द्वारा निर्धारित कीमत
की ऊपरी सीमा को ——– कीमत कहते है।
(v) किसी वस्तु अथवा सेवा की सरकार द्वारा निर्धारित कीमत
की न्यूनतम सीमा को ——– कीमत कहते है।

(3) सत्य / असत्य बताइये – (01 अंक)

(i) जिस कीमत पर संतुलन स्थापित होता है उसे संतुलन कीमत कहते है।
(ii) जिस स्थिति में बाजार मांग बाजार पूर्ति से अधिक है उसे अधिपूर्ति कहा जाता है।
(iii) बाजार संतुलन की स्थिति में अधिमांग या अधिपूर्ति नहीं होती है।
(iv) पूर्ण प्रतियोगिता में उद्योग कीमत निर्धारक तथा फर्म कीमत स्वीकारक होती है।
(v) मांग में वृद्धि होने तथा पूर्ति समान रहने पर संतुलन मात्रा तथा संतुलन कीमत दोनों कम हो जाते है।
(vi) मांग में कमी होने तथा पूर्ति समान रहने पर संतुलन कीमत तथा संतुलन मात्रा दोनों कम हो जाते है।

(4) सही जोड़ी बनाइये – (01 अंक)

AB
(i) बाजार संतुलन(a) मांग > पूर्ति
(ii) अधिमांग(b) बाजार मांग = बाजार पूर्ति
(iii) अधिपूर्ति(c) कीमत की ऊपरी सीमा
(iv) उच्चतम निर्धारित कीमत(d) पूर्ति > मांग
(v) निम्नतम निर्धारित कीमत(e) श्रम की मांग = श्रम की पूर्ति
(vi) मजदूरी दर का निर्धारण(f) कीमत की न्यूनतम सीमा

(5) एक वाक्य में उत्तर लिखिये – (01 अंक)

(i) संतुलन की स्थिति किसे कहते है।
(ii) अधिमांग किसे कहते है।
(iii) अधिपूर्ति किसे कहते है।
(iv) मजदूरी दर का निर्धारण कहाँ होता है।
(v) श्रम का सीमांत उत्पाद का सूत्र लिखिये।
(vi) श्रम की कीमत निर्धारण के दो महत्वपूर्ण शक्तियाँ कौन सी है।
(vii) किसी वस्तु की मांग किसके द्वारा की जाती है।
(viii) वस्तु की पूर्ति किसके द्वारा की जाती है।
(ix) साम्य कीमत का निर्धारण कहाँ होता है।
(x) राष्ट्रीय वस्तुओं के लिए कीमत निम्नतम सीमा को क्या कहा जाता है।
(xi) मजदूरी तथा श्रम पूर्ति के बीच किस प्रकार का संबंध होता है।
(xii) अदृश्य हाथ से क्या तात्पर्य है।
(xiii) किसी वस्तु अथवा सेवा की सरकार द्वारा निर्धारित कीमत की ऊपरी सीमा को क्या कहते है।

अति लघु उत्तरीय प्रश्न – (02 अंक)

(i) हम कब कहेंगे की बाजार में किसी वस्तु के लिए अधिमांग है।
(ii) हम कब कहेंगे की बाजार में किसी वस्तु के लिए अधिपूर्ति है।
(iii) अधिमांग तथा अधिपूर्ति को समझाइये।
(iv) फर्मों के प्रवेश तथा बहिर्गमन से क्या अभिप्राय है।
(v) उच्चतम निर्धारित कीमत के प्रभाव को चित्र द्वारा समझाइये।
(vi) उच्चतम निर्धारित कीमत क्या है। किसे कहते है।
(vii) निम्नतम निर्धारित कीमत किसे कहते है।
(viii) एक पूर्ण प्रतिस्पर्धी श्रम बाजार में मजदूरी दर का निर्धारण कैसे होता है।
(ix) मांग में वृद्धि से कीमत कैसे प्रभावित होती है।
(x) पूर्ति में कमी से कीमत कैसे प्रभावित होती है।
(xi) मांग में कमी से कीमत कैसे प्रभावित होती है।

लघु उत्तरीय प्रश्न – (03 अंक)

(i) निम्नतम निर्धारित कीमत क्या है। इसके प्रभाव को चित्र द्वारा समझाइये।
(ii) उच्चतम निर्धारित कीमत क्या है। इसके प्रभाव को चित्र द्वारा समझाइये।
(iii) श्रम बाजार में मजदूरी निर्धारण को चित्र द्वारा समझाइये।
(iv) पूर्ण प्रतियोगिता में एक अदृश्य हाथ से संतुलन स्थापित करता है। इस मान्यता को समझाइये।
(v) अधिमांग तथा अधिपूर्ति को चित्र द्वारा समझाइये।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न – (04 अंक)

(i) संतुलन कीमत तथा मात्रा किस प्रकार प्रभावित होती है, – जब उपभोक्ताओं की आय में:
(a) वृद्धि होती है।
(b) कमी होती है।
(ii) कॉफी की कीमत में परिवर्तन, चाय की संतुलन कीमत को किस प्रकार प्रभावित करेगा। एक आरेख द्वारा संतुलन मात्रा पर प्रभाव को भी समझाइये।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न – (06 अंक)

(i) संतुलन कीमत तथा मात्रा किस प्रकार प्रभावित होती है, जब:
(अ) मांग तथा पूर्ति वक्र दोनों, समान दिशा में शिफ्ट होते है?
(ब) मांग तथा पूर्ति वक्र विपरीत दिशा में शिफ्ट होते है?
(ii) वस्तु बाजार में तथा श्रम बाजार में मांग तथा पूर्ति वक्र किस प्रकार भिन्न होते है?
(iii) क्या होगा यदि बाजार में प्रचलित मूल्य है:
(a) संतुलन कीमत से अधिक
(b) संतुलन कीमत से कम

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