MP Board 12th Biodiversity Conservation Question Bank : अध्याय – 15 जैव विविधता एवं संरक्षण प्रश्न बैंक MP Board 12th Biodiversity Conservation Question Bank
अध्याय – 15 जैव विविधता एवं संरक्षण
स्मरणीय बिंदु
- प्रकृति में पाए जाने वाले जीव-जंतु, पेड़-पौधों के आकार, संरचना एवं कार्यिकी में अत्यधिक विविधता पायी जाती है जिसे जैव विविधता कहते हैं।
- जैव विविधता शब्द वैज्ञानिक एडवर्ड विल्सन द्वारा प्रचलित किया गया।
- सन 1992 में रियो डी जनेरियो में जैव विविधता का ऐतिहासिक सम्मेलन हुआ।
- ब्राजील में सर्वाधिक जैव विविधता पाई जाती है।
- प्रोजेक्ट टाइगर योजना सन 1972 में प्रारम्भ की गई।
- संकटापन्न एवं विलुप्तप्राय जातियों का वर्णन रेड डाटा बुक में किया जाता है।
- जंतुओं में कीट सबसे अधिक समृद्ध जातीय वर्ग समूह है।
- भारत में 14 जैव मंडल एवं 90 राष्ट्रीय उद्यान हैं।
- नीलगिरी भारत का प्रथम जैव मंडल रिजर्व है।
- चीता भारत से विलुप्त हो चुका है।
प्रश्न 1. सही विकल्प चुनकर लिखिए –
(i) जैव विविधता शब्द किस वैज्ञानिक द्वारा प्रचलित किया गया –
उत्तर: (ब) एडवर्ड विल्सन
(ii) पृथ्वी पर सबसे अधिक किस वर्ग के जंतु पाये जाते हैं-
उत्तर: (ब) कीट
(iii) राबर्ट मेयो के अनुसार जातीय विविधता कितनी है-
उत्तर: (ब) 70 लाख
(iv) ध्रुवों से भूमध्य रेखा की ओर पर जातीय विविधता में क्या प्रभाव पड़ता है-
उत्तर: (ब) जैव विविधता बढ़ती है।
(v) निम्न में से कौन सी स्वस्थाने संरक्षण विधि है-
उत्तर: (ब) राष्ट्रीय पार्क
(vi) भारत में कितने जैव मंडल संरक्षित हैं-
उत्तर: (अ) 14
(vii) रियो डी जनेरियो में जैव विविधता का ऐतिहासिक सम्मेलन किस सन में हुआ-
उत्तर: (ब) 1992
(viii) विश्व में सर्वाधिक जैव विविधता किस देश में देखने को मिलती है-
उत्तर: (द) ब्राजील
प्रश्न 2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
i) नीलगिरी भारत का प्रथम जैवमंडल रिजर्व है।
ii) वर्षावन (Rainforests) पृथ्वी के फेफड़े कहलाते हैं।
iii) पृथ्वी से ऊँचाई पर जाने से जैव विविधता में कमी आती है।
iv) भारत में 106 राष्ट्रीय पार्क हैं। (नोट: संख्या बदलती रहती है, 2024 के अनुसार 106 हैं)।
v) काजीरंगा अभ्यारण्य में एक सींग वाले गैंडा को संरक्षित किया जाता है।
vi) पॉल एर्लिच (Paul Ehrlich) द्वारा रिवेट पोपर परिकल्पना दी गई।
प्रश्न 3. एक शब्द या एक वाक्य में उत्तर दीजिए –
i) विश्व के 38 जैव हॉटस्पॉट में से भारत में कितने जैव हॉटस्पॉट हैं?
उत्तर: 4
ii) जैव विविधता कितने प्रकार की होती है?
उत्तर: 3 (आनुवांशिक, जातीय, पारिस्थितिकीय)
iii) विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है?
उत्तर: 5 जून
iv) लाल आँकड़े किताब किससे संबंधित है?
उत्तर: संकटापन्न (विलुप्त होने के खतरे वाली) जातियों से।
v) विश्व के किस भाग में न्यूनतम जैव विविधता पाई जाती है?
उत्तर: ध्रुवीय क्षेत्रों में।
vi) वनों में पाए जाने वाले जीव क्या कहलाते हैं?
उत्तर: वन्य जीव (Wildlife)
vii) लाल आँकड़े पुस्तक किस संगठन द्वारा प्रकाशित की जाती है?
उत्तर: IUCN (International Union for Conservation of Nature)
प्रश्न 4. सही जोड़ी बनाइए –
अ | ब |
---|---|
i) टाइगर प्रोजेक्ट | इ) वाघस्थाने संरक्षण |
ii) क्रायोप्रिजरवेशन | अ) डोडो (गलत: सही है ![]() |
iii) झूम खेती | द) उत्तर पूर्वी राज्य |
iv) मॉरीशस | अ) डोडो |
v) वन्य प्राणी दिवस | ब) 3 अक्टूबर |
vi) विलुप्तप्राय | स) 1952 (गलत: सही है ![]() |
vii) हॉट स्पॉट | य) टैनिन (गलत: सही है ![]() |
सही मिलान:
- i) टाइगर प्रोजेक्ट
इ) वाघस्थाने संरक्षण
- iii) झूम खेती
द) उत्तर पूर्वी राज्य
- iv) मॉरीशस
अ) डोडो
- v) वन्य प्राणी दिवस
ब) 3 अक्टूबर
लघु उत्तरीय प्रश्न (3 अंक)
1. जैव विविधता से क्या आशय है?
उत्तर:
जैव विविधता (Biodiversity) का अर्थ है प्रकृति में पाए जाने वाले जीव-जंतुओं, पेड़-पौधों और सूक्ष्मजीवों के बीच पाई जाने वाली कुल विभिन्नताएँ। यह विभिन्नताएँ जीन स्तर, जाति स्तर और पारिस्थितिक तंत्र स्तर पर मौजूद होती हैं।
संक्षेप में, यह पृथ्वी पर जीवन की समग्रता और विभिन्नता को दर्शाती है।
2. वृक्षारोपण क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
वृक्षारोपण (पेड़ लगाना) निम्नलिखित कारणों से बहुत आवश्यक है:
- पर्यावरण संतुलन: पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके वायु को शुद्ध करते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं।
- मृदा संरक्षण: पेड़ों की जड़ें मिट्टी को बांधकर रखती हैं, जिससे मिट्टी का कटाव (Erosion) रुकता है।
- वर्षा और जल चक्र: पेड़ वाष्पीकरण द्वारा जल चक्र को बनाए रखने में मदद करते हैं, जिससे वर्षा होती है।
- जैव विविधता का संरक्षण: वृक्ष अनेक जीवों (पक्षी, कीट, जानवर) को आवास और भोजन प्रदान करते हैं।
3. अतिदोहन से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
अतिदोहन (Over-exploitation) का अर्थ है जब मनुष्य किसी जीव जाति (पौधे या जंतु) का अपनी जरूरतों के लिए इतना अधिक और तीव्र गति से उपयोग करता है कि उस जाति की पुनरुत्पादन क्षमता (Reproductive Capacity) कम हो जाती है और वह विलुप्ति के कगार पर पहुँच जाती है।
उदाहरण: समुद्री मछलियों का अत्यधिक शिकार करना या औषधि के लिए किसी दुर्लभ पौधे को उसकी क्षमता से अधिक काटना।
4. आनुवांशिक विविधता क्या है? लिखिए।
उत्तर:
आनुवांशिक विविधता (Genetic Diversity) का अर्थ है किसी एक ही जाति (Species) के सदस्यों के बीच उनके जीन में पाई जाने वाली विभिन्नताएँ।
- यह विविधता एक ही जाति को अलग-अलग पर्यावरण में अनुकूलित होने में मदद करती है।
- उदाहरण: मनुष्य की अलग-अलग ऊँचाई, रंग, प्रतिरोधक क्षमता या किसी फसल (जैसे चावल) की हज़ारों अलग-अलग किस्में, जो उनके जीन में अंतर के कारण होती हैं।
6. एक्स-सीटू संरक्षण क्या है?
उत्तर:
एक्स-सीटू संरक्षण (Ex-situ Conservation) का अर्थ है जब संकटापन्न (खतरे में पड़ी) जातियों को उनके प्राकृतिक आवास (Natural Habitat) से बाहर निकालकर विशेष स्थानों पर संरक्षित किया जाता है।
- उद्देश्य: विलुप्ति से बचाना और प्रजनन क्षमता को बढ़ाना।
- उदाहरण: जंतु उद्यान (चिड़ियाघर), वनस्पतिक उद्यान (Botanical Gardens), जीन बैंक, और क्रायोप्रिजरवेशन।
7. क्रायोप्रिजरवेशन तकनीक से क्या लाभ है?
उत्तर:
क्रायोप्रिजरवेशन (Cryopreservation) तकनीक में जैव पदार्थों (जैसे युग्मक, बीज, ऊतक) को अत्यधिक निम्न तापमान (जैसे तरल नाइट्रोजन में पर) पर संरक्षित किया जाता है।
लाभ:
- लंबी अवधि का संरक्षण: यह विलुप्त हो चुकी या खतरे में पड़ी जातियों के आनुवांशिक पदार्थों को सदियों तक सुरक्षित रखता है।
- प्रजनन सामग्री की सुरक्षा: युग्मक (Gametes) और भ्रूण को भविष्य के प्रजनन कार्यक्रमों के लिए संग्रहीत किया जा सकता है।
- कम जगह की आवश्यकता: यह विधि कम जगह में अधिक विविधता को संरक्षित करने की सुविधा देती है।
8. रेड डाटा पुस्तक क्या है?
उत्तर:
रेड डाटा पुस्तक (Red Data Book) (International Union for Conservation of Nature) नामक अंतर्राष्ट्रीय संगठन द्वारा प्रकाशित की गई एक आधिकारिक सूची है।
- कार्य: इसमें विश्व के उन सभी जीव-जंतुओं और पेड़-पौधों की जानकारी दर्ज होती है जो विलुप्त होने के खतरे में हैं।
- श्रेणियाँ: यह पुस्तक जीवों को खतरे के आधार पर विभिन्न श्रेणियों (जैसे विलुप्त (Extinct), गंभीर रूप से संकटापन्न (Critically Endangered), संकटापन्न (Endangered), असुरक्षित (Vulnerable)) में विभाजित करती है। इसका रंग बताता है कि वह जीव कितना खतरे में है।
9. राष्ट्रीय राष्ट्रीय पार्क में वन्य जीवों को संरक्षित किया जाता है और कैसे?
उत्तर:
राष्ट्रीय पार्क (National Park) स्वस्थाने संरक्षण (In-situ Conservation) की एक विधि है।
- संरक्षण: राष्ट्रीय पार्क सरकारी नियंत्रण वाले बड़े क्षेत्र होते हैं जहाँ वन्य जीवों को उनके प्राकृतिक आवास में ही संरक्षित किया जाता है। यहाँ सभी प्रकार की मानवीय गतिविधियाँ (शिकार, चराई, लकड़ी काटना) पूरी तरह प्रतिबंधित होती हैं।
- कैसे: पार्क का उद्देश्य जीवों को उनके पर्यावरण, वनस्पति और प्राकृतिक सौंदर्य के साथ सुरक्षित रखना है ताकि वे बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के स्वतंत्र रूप से प्रजनन और विकास कर सकें।
10. इन सीटू संरक्षण की क्या उपयोगिता है?
उत्तर:
इन सीटू संरक्षण (In-situ Conservation) का अर्थ है जीवों को उनके प्राकृतिक आवास (Natural Habitat) में ही संरक्षित करना (जैसे राष्ट्रीय पार्क, अभ्यारण्य)।
उपयोगिता:
- संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण: यह न केवल एक प्रजाति, बल्कि पूरे खाद्य जाल, पर्यावरण और पारिस्थितिक प्रक्रिया को एक साथ बचाता है।
- प्राकृतिक विकास: जीव अपने प्राकृतिक वातावरण में विकसित और अनुकूलित होते रहते हैं, जिससे उनकी आनुवांशिक विविधता बनी रहती है।
- लागत प्रभावी: यह एक्स-सीटू विधियों की तुलना में कम खर्चीला होता है क्योंकि कृत्रिम देखरेख की आवश्यकता नहीं होती।
11. प्रोजेक्ट टाइगर परियोजना क्या है?
उत्तर:
प्रोजेक्ट टाइगर परियोजना भारत सरकार द्वारा 1972 में शुरू की गई एक प्रमुख वन्यजीव संरक्षण योजना है।
- उद्देश्य: इसका मुख्य उद्देश्य भारत में बाघों (Tigers) की घटती जनसंख्या को विलुप्त होने से बचाना और उनकी संख्या को प्राकृतिक रूप से बढ़ाना है।
- कार्य: इस परियोजना के तहत बाघ आरक्षित क्षेत्र (Tiger Reserves) घोषित किए गए, जहाँ बाघों के आवास को सुरक्षित किया गया और उनके शिकार पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया।
12. अभ्यारण्य किसे कहते हैं?
उत्तर:
अभ्यारण्य (Sanctuary) भी स्वस्थाने संरक्षण (In-situ Conservation) की एक विधि है।
- परिभाषा: यह सरकार या निजी संगठन द्वारा नियंत्रित एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ वन्य जीवों (मुख्यतः जानवरों) को उनके प्राकृतिक आवास में सुरक्षा प्रदान की जाती है।
- विशेषता: राष्ट्रीय पार्क की तुलना में, यहाँ कुछ सीमित मानवीय गतिविधियों (जैसे लकड़ी बीनना, पर्यटन) की अनुमति दी जा सकती है, बशर्ते वे वन्य जीवों को नुकसान न पहुँचाएँ। इसका मुख्य ध्यान एक विशेष वन्य जीव या पक्षी के संरक्षण पर हो सकता है।
13. भारत में जैव विविधता के हॉट स्पॉट्स के नाम लिखिए।
उत्तर:
हॉट स्पॉट (Hotspot) ऐसे क्षेत्र होते हैं जहाँ सर्वाधिक जातीय विविधता पाई जाती है, लेकिन साथ ही वे मानवीय गतिविधियों से सबसे अधिक खतरे में भी होते हैं। भारत में 4 प्रमुख जैव विविधता हॉटस्पॉट हैं:
- पश्चिमी घाट (Western Ghats)
- इंडो-बर्मा क्षेत्र (Indo-Burma Region)
- हिमालय (Himalaya)
- सुंडालैंड (Sundaland) (जिसमें निकोबार द्वीप समूह शामिल है)
14. सामाजिक वानिकी से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
सामाजिक वानिकी (Social Forestry) एक कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य पारंपरिक वन क्षेत्रों से बाहर (जैसे सार्वजनिक भूमि, ग्राम पंचायतों की भूमि) पर्यावरण, सामाजिक और ग्रामीण विकास के लिए वृक्षारोपण करना और वनों का प्रबंधन करना है।
- उद्देश्य: इसका लक्ष्य लोगों की ईंधन, चारा और छोटे इमारती लकड़ी की जरूरतों को पूरा करना और साथ ही पर्यावरण को बेहतर बनाना है। इसमें स्थानीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी होती है।
15. भारत के दो राष्ट्रीय उद्यानों के नाम तथा उनमें संरक्षित किए जाने वाले जीव जंतुओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
- जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय पार्क (उत्तराखंड)
- संरक्षित जीव: बाघ (Tiger), हाथी, तेंदुए।
- काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क (असम)
- संरक्षित जीव: एक सींग वाला गैंडा (One-horned Rhinoceros), जंगली भैंस, हाथी।
17. जैव विविधता कितने प्रकार की होती है? केवल नाम दीजिए।
उत्तर:
जैव विविधता मुख्य रूप से तीन प्रकार की होती है:
- आनुवांशिक विविधता (Genetic Diversity)
- जातीय विविधता (Species Diversity)
- पारिस्थितिकीय विविधता (Ecological Diversity)
18. जंतुओं की जातीय विविधता पादपों से बहुत अधिक होती है और क्यों?
उत्तर:
जंतुओं की जातीय विविधता (खासकर कीटों की) पादपों से बहुत अधिक होती है।
कारण:
- जंतुओं में अधिक गतिशीलता (Mobility): जंतु गतिमान होते हैं, जिससे वे नए आवासों की खोज कर पाते हैं और विभिन्न पर्यावरणों में तेजी से फैलते हैं।
- कीटों की प्रचुरता (Abundance of Insects): कीट वर्ग पृथ्वी पर सबसे बड़ा वर्ग है, जिसमें अनेक प्रकार की जीवन शैलियाँ, कायापलट (metamorphosis) और अनुकूलन पाए जाते हैं।
- अनुकूलन की तीव्र क्षमता: जंतुओं में तेजी से अनुकूलन और शिकार/शिकारियों से बचने की क्षमता अधिक होती है, जो नए जातियों के विकास को प्रोत्साहित करती है।
21. जैव विविधता की हानि के तीन कारण दीजिए।
उत्तर:
जैव विविधता की हानि के मुख्य तीन कारण निम्नलिखित हैं, जिन्हें अक्सर ‘ईविल क्वार्टेट (Evil Quartet)’ कहा जाता है:
- आवास की हानि और विखंडन (Habitat Loss and Fragmentation): यह सबसे बड़ा कारण है। वनों को काटना, प्रदूषण फैलाना आदि जीवों के रहने की जगह को खत्म कर देता है।
- अतिदोहन (Over-exploitation): आवश्यकता से अधिक शिकार करना या प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करना, जिससे जीवों की संख्या तेजी से घटती है।
- विदेशी जातियों का आक्रमण (Alien Species Invasion): जब बाहर से आई विदेशी जातियाँ स्थानीय जातियों के लिए खतरा बन जाती हैं और उन्हें खत्म कर देती हैं।
22. जैव विविधता के हॉट स्पॉट से क्या तात्पर्य है और उदाहरण सहित लिखिए।
उत्तर:
हॉट स्पॉट (Hotspot) वह जैविक भौगोलिक क्षेत्र है जहाँ:
- उच्च जातीय समृद्धि (High Endemism) पाई जाती है (अर्थात् यहाँ ऐसी जातियाँ होती हैं जो केवल यहीं पाई जाती हैं)।
- यह क्षेत्र मानवीय गतिविधियों से गंभीर खतरे में है (अर्थात् यहाँ कम से कम
मूल प्राकृतिक वनस्पति नष्ट हो चुकी है)।
उदाहरण: पश्चिमी घाट (भारत)।
24. एक्स-सीटू एवं इन-सीटू संरक्षण में क्या अंतर है।
उत्तर:
विशेषता | एक्स-सीटू संरक्षण (Ex-situ Conservation) | इन-सीटू संरक्षण (In-situ Conservation) |
---|---|---|
स्थान | प्राकृतिक आवास से बाहर कृत्रिम स्थान पर। | प्राकृतिक आवास में ही। |
उदाहरण | चिड़ियाघर, बॉटनिकल गार्डन, जीन बैंक, क्रायोप्रिजरवेशन। | राष्ट्रीय पार्क, अभ्यारण्य, जैव मंडल रिजर्व। |
संरक्षण का दायरा | मुख्य रूप से एकल प्रजातियों पर केंद्रित। | संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण। |
अति दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (विश्लेषणात्मक) (5 अंक)
1. जैव विविधता का संरक्षण कैसे किया जा सकता है, समझाइए।
उत्तर:
जैव विविधता का संरक्षण दो मुख्य तरीकों से किया जाता है:
- स्वस्थाने संरक्षण (In-situ Conservation):
- परिभाषा: जीवों को उनके प्राकृतिक आवास में ही बचाना।
- तरीके: राष्ट्रीय पार्क (शिकार/चराई पूरी तरह प्रतिबंधित), वन्यजीव अभ्यारण्य (कुछ मानवीय गतिविधि की अनुमति), और जैव मंडल रिजर्व (विस्तृत बहुउद्देश्यीय संरक्षित क्षेत्र)।
- बहिःस्थाने संरक्षण (Ex-situ Conservation):
- परिभाषा: जीवों को खतरे के कारण उनके आवास से निकालकर कृत्रिम स्थानों पर संरक्षित करना।
- तरीके: जंतु उद्यान (चिड़ियाघर), वनस्पतिक उद्यान (पौधे), जीन बैंक (बीज, युग्मक), और क्रायोप्रिजरवेशन (तरल नाइट्रोजन में संरक्षण)।
2. जैव विविधता की क्षति के कारण दीजिए।
उत्तर:
जैव विविधता की क्षति के चार प्रमुख कारण (ईविल क्वार्टेट) हैं:
- आवास का नुकसान और विखंडन (Habitat Loss and Fragmentation):
- वनों को खेती, आवास या उद्योगों के लिए काटना। यह जीवों के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
- अतिदोहन (Over-exploitation):
- भोजन, दवा या फैशन के लिए जीवों का इतना अधिक शिकार या कटाई कि उनकी संख्या पुनरुत्पादन की दर से भी तेज गति से घटने लगती है।
- विदेशी जातियों का आक्रमण (Alien Species Invasion):
- जब बाहरी जातियाँ गलती से या जानबूझकर किसी नए क्षेत्र में लाई जाती हैं, तो वे स्थानीय जातियों से प्रतिस्पर्धा करती हैं और उन्हें विलुप्त कर सकती हैं।
- सहविलुप्ति (Co-extinctions):
- जब एक जाति विलुप्त होती है, तो उस पर आश्रित दूसरी जाति भी विलुप्त हो जाती है। जैसे किसी परजीवी के मेजबान (Host) का विलुप्त होना।
4. पवित्र उपवन द्वारा जैव विविधता को कैसे संरक्षित किया जा सकता है।
उत्तर:
पवित्र उपवन (Sacred Groves) धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं पर आधारित संरक्षण की एक स्वस्थाने (In-situ) विधि है।
- संरक्षण: ये वन के वे छोटे टुकड़े होते हैं जिन्हें धार्मिक या सांस्कृतिक महत्व के कारण स्थानीय समुदायों द्वारा पवित्र माना जाता है। यहाँ पाए जाने वाले सभी पेड़-पौधों और वन्य जीवों की पूजा की जाती है, और उन्हें काटना या नुकसान पहुंचाना सख्ती से प्रतिबंधित होता है।
- महत्व: यह क्षेत्र अक्सर विलुप्तप्राय पादप और जंतु जातियों के लिए सुरक्षित आश्रय का काम करता है, जिन्हें सरकारी संरक्षण क्षेत्रों के बाहर संरक्षित किया जाता है। यह भारत में मेघालय, पश्चिमी घाट, राजस्थान आदि कई क्षेत्रों में प्रचलित है।
7. जैव विविधता आवश्यक क्यों है।
उत्तर:
जैव विविधता निम्नलिखित कारणों से मानव और पारिस्थितिक तंत्र के लिए अत्यंत आवश्यक है:
- पारिस्थितिक स्थिरता (Ecological Stability): अधिक विविधता वाला पारितंत्र किसी भी प्राकृतिक आपदा (जैसे सूखा, बाढ़) का सामना करने में अधिक सक्षम होता है और अधिक स्थिर होता है।
- संसाधनों की प्राप्ति: यह हमें भोजन, चारा, ईंधन, फाइबर और विशेष रूप से औषधियों जैसे अनगिनत संसाधन प्रदान करती है।
- पर्यावरण सेवाएँ (Ecosystem Services): यह जल चक्र, पोषक तत्व चक्र, परागण (Pollination) और वायु शुद्धिकरण जैसी आवश्यक सेवाएँ प्रदान करती है।
- आनुवांशिक बैंक: भविष्य में फसल सुधार या रोगों से लड़ने के लिए हमें नए जीन केवल प्रकृति (जैव विविधता) से ही मिल सकते हैं।
10. भारत में वन जीवों की विलुप्ति के पाँच कारण लिखिए।
उत्तर:
भारत में वन्य जीवों की विलुप्ति के मुख्य कारण ये हैं:
- प्राकृतिक आवासों का विनाश: तेजी से शहरीकरण, बांध निर्माण और कृषि के लिए वनों को काटना।
- अवैध शिकार और तस्करी: त्वचा, हड्डी, सींग आदि के लिए वन्य जीवों (जैसे बाघ, हाथी, गैंडा) का अवैध शिकार करना।
- मानव-वन्यजीव संघर्ष: जब मानव बस्तियाँ वन्यजीवों के क्षेत्र में प्रवेश करती हैं, तो दोनों के बीच संघर्ष होता है, जिससे जीव मारे जाते हैं।
- प्रदूषण: कीटनाशकों, औद्योगिक अपशिष्टों और प्लास्टिक से जल, वायु और मिट्टी का प्रदूषण होना।
- विदेशी प्रजातियों का आक्रमण: बाहरी पौधे या जंतु (जैसे कांग्रेस घास) स्थानीय जीवों के संसाधनों को छीन लेते हैं।