mP Board 11th Biology Diversity in Living World : जीव जगत (Living World) का परिचय

MP Board 11th Biology Diversity in Living World

MP Board 11th Biology Diversity in Living World: जीव विज्ञान (Biology) वह विज्ञान है जो सभी प्रकार के जीवन, उनकी संरचना (Structure) और जैव प्रक्रमों (Biological Processes) का अध्ययन करता है। यह जीव जगत (Living World) की अद्भुत जैव विविधता (Biodiversity) को समझने का एक माध्यम है। इस लेख में हम जीव विज्ञान के मूल सिद्धांतों, जीव जगत की विविधता (Diversity in Living World), और वर्गीकरण प्रणाली (Taxonomy) के महत्व को सरल और परीक्षा उपयोगी भाषा में समझेंगे। साथ ही, हम प्रसिद्ध जीव वैज्ञानिक (Biologist) अर्न्स्ट मेयर (Ernst Mayr) के योगदान पर भी प्रकाश डालेंगे। यह लेख विशेष रूप से एमपी बोर्ड 11वीं कक्षा के छात्रों के लिए तैयार किया गया है, ताकि वे इसे अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए उपयोग कर सकें।

जीव जगत में विविधता (Diversity in Living World)

जीव जगत (Living World) की विविधता (Diversity) हमें आश्चर्यचकित करती है। ठंडे पर्वतों, पर्णपाती वनों (Deciduous Forests), महासागरों (Oceans), मीठे पानी की झीलों (Freshwater Lakes), मरुस्थलों (Deserts), और गर्म झरनों (Hot Springs) जैसे विविध आवासों (Habitats) में जीव निवास करते हैं। सरपट दौड़ते घोड़े, प्रवासी पक्षी (Migratory Birds), रंग-बिरंगे फूल, और शार्क जैसे जलीय प्राणी (Aquatic Animals) प्रकृति की सुंदरता को दर्शाते हैं।

जीवों की यह विविधता उनकी शारीरिक संरचना (Morphology), पारिस्थितिक व्यवहार (Ecological Behavior), और आणविक गतिविधियों (Molecular Activities) में दिखाई देती है। जीव विज्ञान (Biology) का मूल प्रश्न है: जीवन (Life) क्या है? यह प्रश्न दो पहलुओं को समेटता है – एक तकनीकी, जो सजीव (Living) और निर्जीव (Non-Living) के बीच अंतर को समझता है, और दूसरा दार्शनिक, जो जीवन के उद्देश्य की खोज करता है। इस लेख में हम पहले प्रश्न पर ध्यान देंगे, जो परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।

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सजीव और निर्जीव में अंतर (Difference Between Living and Non-Living)

आदि मानव (Early Humans) ने सजीवों (Living Organisms) और निर्जीव पदार्थों (Non-Living Matter) जैसे वायु (Air), समुद्र (Sea), और आग (Fire) के बीच अंतर करना शुरू किया था। सजीवों की विशेषताओं (Characteristics of Living) में शामिल हैं:

  • वृद्धि (Growth): सजीवों में कोशिका विभाजन (Cell Division) के माध्यम से वृद्धि होती है।
  • चयापचय (Metabolism): सभी सजीव ऊर्जा उत्पादन और उपयोग के लिए रासायनिक प्रक्रियाएँ (Chemical Processes) करते हैं।
  • प्रजनन (Reproduction): सजीव अपनी संतति (Offspring) उत्पन्न करते हैं।
  • प्रतिक्रिया (Response to Stimuli): सजीव पर्यावरणीय परिवर्तनों (Environmental Changes) के प्रति संवेदनशील होते हैं।

इन विशेषताओं के आधार पर, आदि मानव ने सजीवों और निर्जीवों को अलग-अलग पहचाना, जो जीव विज्ञान (Biology) के विकास का आधार बना।

वर्गीकरण प्रणाली (Taxonomic System)

जीवों की विशाल विविधता (Biodiversity) को व्यवस्थित करने के लिए उनकी पहचान (Identification), नामकरण (Nomenclature), और वर्गीकरण (Classification) आवश्यक है। विश्व में लगभग 1.7 से 1.8 मिलियन प्रजातियाँ (Species) अब तक वर्णित हैं, और नई खोजें जारी हैं।

नामकरण और द्विपद नाम पद्धति (Binomial Nomenclature)

जीवों को विश्व स्तर पर एक समान नाम देने के लिए द्विपद नाम पद्धति (Binomial Nomenclature) का उपयोग किया जाता है, जिसे कैरोलस लीनियस (Carolus Linnaeus) ने विकसित किया। इस पद्धति में प्रत्येक जीव को दो नाम दिए जाते हैं:

  1. वंश नाम (Genus Name): पहला शब्द, जो बड़े अक्षर से शुरू होता है।
  2. जाति संनाद (Species Name): दूसरा शब्द, जो छोटे अक्षर से शुरू होता है।

उदाहरण:

  • आम (Mango) का वैज्ञानिक नाम: मैंगीफेरा इंडिका (Mangifera indica)
    • मैंगीफेरा (Mangifera): वंश नाम (Genus)
    • इंडिका (indica): जाति संनाद (Species)
  • मानव (Human) का वैज्ञानिक नाम: होमो सेपियंस (Homo sapiens)
    • होमो (Homo): वंश नाम
    • सेपियंस (sapiens): जाति संनाद

नामकरण के नियम (Rules of Nomenclature):

  • नाम लैटिन भाषा (Latin) में या लैटिन से व्युत्पन्न होते हैं।
  • इन्हें तिरछे अक्षरों (Italics) में लिखा जाता है या हस्तलिखित होने पर रेखांकित किया जाता है।
  • वंश नाम का पहला अक्षर बड़ा और जाति संनाद का छोटा होता है।
  • नाम के अंत में प्रजाति का वर्णन करने वाले वैज्ञानिक का संक्षिप्त नाम जोड़ा जाता है, जैसे मैंगीफेरा इंडिका (लिन.)

अंतरराष्ट्रीय कोड (International Codes):

  • पौधों (Plants) के लिए: इंटरनेशनल कोड ऑफ बॉटेनिकल नोमेनक्लेचर (ICBN)
  • प्राणियों (Animals) के लिए: इंटरनेशनल कोड ऑफ जूलॉजिकल नोमेनक्लेचर (ICZN)

ये कोड सुनिश्चित करते हैं कि प्रत्येक जीव का एक ही वैज्ञानिक नाम विश्व स्तर पर मान्य हो।

वर्गीकरण के संवर्ग (Taxonomic Categories)

वर्गीकरण (Classification) में जीवों को उनके समान गुणों के आधार पर विभिन्न संवर्गों (Taxa) में विभाजित किया जाता है। ये संवर्ग एक पदानुक्रम (Hierarchy) बनाते हैं, जो निम्नलिखित हैं:

  1. जाति (Species): सबसे छोटा संवर्ग, जिसमें समान गुणों वाले जीव शामिल होते हैं।
    • उदाहरण: मैंगीफेरा इंडिका (आम) और होमो सेपियंस (मानव)।
  2. वंश (Genus): संबंधित प्रजातियों का समूह।
    • उदाहरण: शेर (पैंथरा लियो), चीता (पैंथरा पार्डस), और बाघ (पैंथरा टाइग्रिस) पैंथरा वंश में।
  3. कुल (Family): संबंधित वंशों का समूह।
    • उदाहरण: पैंथरा और फेलिस (बिल्ली) को फेलिडी कुल में रखा जाता है।
  4. गण (Order): संबंधित कुलों का समूह।
    • उदाहरण: फेलिडी और कैनिडी (कुत्ता) को कार्निवोरा गण में रखा जाता है।
  5. वर्ग (Class): संबंधित गणों का समूह।
    • उदाहरण: कार्निवोरा और प्राइमेट्स (बंदर, गोरिला) को मैमेलिया वर्ग में रखा जाता है।
  6. संघ (Phylum): संबंधित वर्गों का समूह।
    • उदाहरण: मछली, उभयचर, सरीसृप, पक्षी, और स्तनधारी कॉर्डेटा संघ में।
  7. जगत (Kingdom): उच्चतम संवर्ग।
    • प्राणी: एनिमेलिया (Animalia)
    • पौधे: प्लांटी (Plantae)

परीक्षा टिप: वर्गीकरण के संवर्गों को क्रम में याद करें – जाति → वंश → कुल → गण → वर्ग → संघ → जगत। प्रत्येक संवर्ग में समान गुणों की संख्या कम होती जाती है।

अर्न्स्ट मेयर (Ernst Mayr): एक महान जीव वैज्ञानिक

अर्न्स्ट मेयर (Ernst Mayr) (5 जुलाई 1904 – 2004) एक प्रसिद्ध विकासवादी जीव वैज्ञानिक (Evolutionary Biologist) थे, जिन्हें ’20वीं सदी का डार्विन’ कहा जाता है। हार्वर्ड विश्वविद्यालय (Harvard University) में प्रोफेसर के रूप में कार्य करते हुए, उन्होंने निम्नलिखित क्षेत्रों में योगदान दिया:

  • पक्षी विज्ञान (Ornithology)
  • वर्गीकरण (Taxonomy)
  • प्राणि भूगोल (Zoogeography)
  • विकास (Evolution)
  • जीव विज्ञान का दर्शन (Philosophy of Biology)

मेयर ने जाति विविधता की उत्पत्ति (Origin of Species Diversity) पर शोध किया और जीव वैज्ञानिक प्रजाति (Biological Species Concept) की परिभाषा को स्पष्ट किया। उन्हें तीन प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हुए, जिन्हें जीव विज्ञान के ‘तीन ताज’ कहा जाता है:

  • 1983: बालजॉन प्राइज (Balzan Prize)
  • 1998: इंटरनेशनल प्राइज इन बायोलॉजी (International Prize in Biology)
  • 1999: क्राफर्ड प्राइज (Crafoord Prize)

मेयर का योगदान जैव विविधता (Biodiversity) के संरक्षण और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण रहा।

जैव विविधता का महत्व (Importance of Biodiversity)

जैव विविधता (Biodiversity) पृथ्वी पर जीवन की विविधता को दर्शाती है। यह न केवल पारिस्थितिक संतुलन (Ecological Balance) को बनाए रखती है, बल्कि मानव जीवन के लिए भी आवश्यक है। जैव विविधता के लाभ:

  • खाद्य संसाधन (Food Resources): विभिन्न पौधे और प्राणी खाद्य स्रोत प्रदान करते हैं।
  • चिकित्सा (Medicine): कई पौधों से औषधियाँ प्राप्त होती हैं।
  • पारिस्थितिक सेवाएँ (Ecosystem Services): जैसे परागण (Pollination) और मृदा उर्वरता (Soil Fertility)।

परीक्षा टिप: जैव विविधता के महत्व को उदाहरणों के साथ समझें और संरक्षण के उपायों (जैसे संरक्षित क्षेत्र, वन्यजीव अभयारण्य) को याद करें।

निष्कर्ष

जीव जगत (Living World) की विविधता और उसका वैज्ञानिक अध्ययन हमें प्रकृति की जटिलता और सुंदरता को समझने में मदद करता है। वर्गीकरण (Classification) और द्विपद नाम पद्धति (Binomial Nomenclature) ने जीवों के अध्ययन को सरल और विश्व स्तर पर एकरूप बनाया है। अर्न्स्ट मेयर जैसे वैज्ञानिकों के योगदान ने जीव विज्ञान (Biology) को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया। छात्र इस लेख को अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए उपयोग कर सकते हैं, विशेष रूप से जीव जगत, वर्गीकरण, और जैव विविधता जैसे विषयों के लिए।

परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बिंदु:

  • सजीवों की विशेषताएँ (Characteristics of Living Organisms)
  • द्विपद नाम पद्धति के नियम (Rules of Binomial Nomenclature)
  • वर्गीकरण के संवर्ग (Taxonomic Hierarchy)
  • अर्न्स्ट मेयर के योगदान (Contributions of Ernst Mayr)
  • जैव विविधता का महत्व (Importance of Biodiversity)

एमपी बोर्ड 11वीं जीव विज्ञान: अभ्यास प्रश्न और उत्तर

नीचे दिए गए प्रश्न और उनके उत्तर एमपी बोर्ड 11वीं कक्षा के जीव विज्ञान (Biology) के पाठ्यक्रम के आधार पर तैयार किए गए हैं। ये प्रश्न और उत्तर परीक्षा की तैयारी के लिए उपयोगी हैं और सरल हिंदी में लिखे गए हैं, जिसमें आवश्यक जैविक शब्दावली (Biological Terms) हिंदी और अंग्रेजी (Bilingual) में दी गई है।

प्रश्न 1: जीवों को वर्गीकृत क्यों करते हैं?

उत्तर: जीवों को वर्गीकृत (Classified) करने के निम्नलिखित कारण हैं:

  • विविधता को व्यवस्थित करना: जीव जगत (Living World) में लाखों प्रजातियाँ (Species) हैं। वर्गीकरण (Classification) उनकी विविधता (Diversity) को व्यवस्थित और समझने में आसान बनाता है।
  • पहचान में सहायता: यह जीवों की पहचान (Identification) और उनके वैज्ञानिक नामकरण (Nomenclature) को सरल करता है।
  • अध्ययन को सुगम बनाना: वर्गीकरण से जीवों के गुणों (Characteristics) और उनके संबंधों (Relationships) का अध्ययन आसान हो जाता है।
  • जैव विविधता संरक्षण: यह जैव विविधता (Biodiversity) के संरक्षण और प्रबंधन में मदद करता है।

परीक्षा टिप: वर्गीकरण के लाभ को बिंदुओं में लिखें और उदाहरण दें, जैसे आम (Mangifera indica) और मानव (Homo sapiens)।

प्रश्न 2: वर्गीकरण प्रणाली को बार-बार क्यों बदलते हैं?

उत्तर: वर्गीकरण प्रणाली (Taxonomic System) को बार-बार बदलने के कारण:

  • नई खोजें: नई प्रजातियों (Species) की खोज और उनके गुणों की जानकारी के आधार पर वर्गीकरण को अद्यतन (Updated) किया जाता है।
  • वैज्ञानिक प्रगति: आणविक जीव विज्ञान (Molecular Biology) और आनुवंशिकी (Genetics) जैसी नई तकनीकों से जीवों के विकासवादी संबंध (Evolutionary Relationships) स्पष्ट होते हैं।
  • पुरानी त्रुटियों का सुधार: पहले के वर्गीकरण में त्रुटियाँ (Errors) हो सकती थीं, जिन्हें नई जानकारी के आधार पर ठीक किया जाता है।
  • अंतरराष्ट्रीय मानक: अंतरराष्ट्रीय कोड जैसे ICBN और ICZN के नियमों के अनुसार वर्गीकरण को एकरूप बनाया जाता है।

परीक्षा टिप: कारणों को क्रमबद्ध लिखें और आणविक जीव विज्ञान का उदाहरण अवश्य शामिल करें।

प्रश्न 3: जिन लोगों से आप प्रायः मिलते रहते हैं, आप उनको किस आधार पर वर्गीकृत करना पसंद करेंगे? (संकेत: ड्रेस, मातृभाषा, प्रदेश, आर्थिक स्तर आदि)

उत्तर:लोगों को वर्गीकृत करने के लिए निम्नलिखित आधार उपयोग किए जा सकते हैं:

  • ड्रेस (Dress): लोग पहनावे के आधार पर, जैसे पारंपरिक, आधुनिक, या पेशेवर पोशाक (Traditional, Modern, Professional Attire)।
  • मातृभाषा (Mother Tongue): हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, बंगाली आदि भाषाओं के आधार पर।
  • प्रदेश (Region/State): जैसे मध्य प्रदेश, राजस्थान, बंगाल आदि।
  • आर्थिक स्तर (Economic Status): निम्न, मध्यम, या उच्च आय वर्ग (Low, Middle, High Income).
  • अन्य आधार: व्यवसाय (Profession), शिक्षा स्तर (Education Level), या रुचियाँ (Interests)।

परीक्षा टिप: यह प्रश्न जीवों के वर्गीकरण से प्रेरित है। इसे जीवों के संदर्भ में समझें कि कैसे समान गुणों (Characteristics) के आधार पर वर्गीकरण किया जाता है।

प्रश्न 4: व्यष्टि तथा समष्टि की पहचान से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

उत्तर: व्यष्टि (Individual): यह एक एकल जीव (Single Organism) को दर्शाता है, जैसे एक पौधा या जंतु। इसकी पहचान से हम जीव की विशिष्ट विशेषताएँ (Specific Characteristics) समझते हैं।

  • समष्टि (Population): यह एक ही प्रजाति (Species) के जीवों का समूह है जो एक क्षेत्र में रहते हैं। समष्टि की पहचान से हमें प्रजाति की जैविक और पारिस्थितिक भूमिका (Ecological Role) का पता चलता है।
  • शिक्षा:
    • व्यष्टि का अध्ययन जीव की संरचना (Morphology) और कार्यिकी (Physiology) को समझने में मदद करता है।
    • समष्टि का अध्ययन पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) में जीवों के सहयोग (Interaction) और जैव विविधता (Biodiversity) के महत्व को दर्शाता है।
    • दोनों मिलकर जीवों के विकासवादी संबंधों (Evolutionary Relationships) और उनके पर्यावरणीय प्रभाव (Environmental Impact) को समझने में सहायक हैं।

परीक्षा टिप: व्यष्टि और समष्टि को परिभाषित करें और एक उदाहरण (जैसे मानव और मानव समुदाय) दें।

प्रश्न 5: आम का वैज्ञानिक नाम निम्नलिखित में से कौन सा सही है?

  • मेंजीफेरा इंडिका
  • मैंगीफेरा इंडिका

उत्तर:
सही वैज्ञानिक नाम: मैंगीफेरा इंडिका (Mangifera indica)

  • विश्लेषण: वैज्ञानिक नाम लैटिन भाषा (Latin) में लिखा जाता है और तिरछे अक्षरों (Italics) में होना चाहिए। मैंगीफेरा (Mangifera) वंश नाम (Genus) है, और इंडिका (indica) जाति संनाद (Species) है। पहला विकल्प (मेंजीफेरा इंडिका) गलत वर्तनी (Spelling Error) के कारण असही है।

परीक्षा टिप: वैज्ञानिक नाम लिखते समय सही वर्तनी और नियम (Italics, Capitalization) पर ध्यान दें।

प्रश्न 6: टैक्सॉन की परिभाषा दीजिए। विभिन्न पदानुक्रम स्तर पर टैक्सा के कुछ उदाहरण दीजिए।

उत्तर:

  • टैक्सॉन की परिभाषा: टैक्सॉन (Taxon) जीवों का एक समूह है जो वर्गीकरण (Classification) के एक विशिष्ट स्तर (Taxonomic Rank) पर रखा जाता है और जिसमें समान गुण (Similar Characteristics) होते हैं।
  • विभिन्न पदानुक्रम स्तर पर टैक्सा के उदाहरण:
    1. जाति (Species): होमो सेपियंस (Homo sapiens) – मानव
    2. वंश (Genus): पैंथरा (Panthera) – शेर, बाघ, चीता
    3. कुल (Family): फेलिडी (Felidae) – बिल्ली, शेर, चीता
    4. गण (Order): कार्निवोरा (Carnivora) – बिल्ली, कुत्ता
    5. वर्ग (Class): मैमेलिया (Mammalia) – स्तनधारी
    6. संघ (Phylum): कॉर्डेटा (Chordata) – मछली, पक्षी, स्तनधारी
    7. जगत (Kingdom): एनिमेलिया (Animalia) – सभी प्राणी

परीक्षा टिप: टैक्सॉन की परिभाषा को संक्षिप्त और स्पष्ट रखें। उदाहरणों को तालिका या बिंदुओं में प्रस्तुत करें।

प्रश्न 7: क्या आप वर्गीकरण संवर्ग का सही क्रम पहचान सकते हैं?

(अ) जाति (Species) → गण (Order) → संघ (Phylum) → जगत (Kingdom)
(ब) वंश (Genus) → जाति (Species) → गण (Order) → जगत (Kingdom)
(स) जाति (Species) → वंश (Genus) → गण (Order) → संघ (Phylum)

उत्तर:
सही क्रम: (स) जाति (Species) → वंश (Genus) → गण (Order) → संघ (Phylum)

  • विश्लेषण:
    • वर्गीकरण का सही पदानुक्रम (Taxonomic Hierarchy) निम्नलिखित है: जाति → वंश → कुल → गण → वर्ग → संघ → जगत
    • विकल्प (अ) में कुल (Family) और वर्ग (Class) छूटे हैं।
    • विकल्प (ब) में क्रम गलत है (वंश → जाति उल्टा है)।
    • विकल्प (स) सही क्रम दर्शाता है, हालाँकि यह पूर्ण नहीं है (कुल और वर्ग गायब हैं)।

परीक्षा टिप: पूरा पदानुक्रम क्रम याद करें और प्रश्न में दिए गए विकल्पों को सावधानी से जाँचें।

प्रश्न 8: जाति (Species) शब्द के सभी मानवीय वर्तमान कालिक अर्थों को एकत्र कीजिए। क्या आप अपने शिक्षक से उच्च कोटि के पौधों, प्राणियों, और बैक्टीरिया की प्रजातियों (Species) का अर्थ जानने के लिए चर्चा कर सकते हैं?

उत्तर:जाति (Species) के वर्तमान कालिक अर्थ:

  1. जीव वैज्ञानिक अर्थ (Biological Sense): जाति एक समूह है जिसमें समान गुणों (Characteristics) वाले जीव होते हैं, जो आपस में प्रजनन (Reproduce) कर सकते हैं और उपजाऊ संतति (Fertile Offspring) उत्पन्न करते हैं।
    • उदाहरण: होमो सेपियंस (Homo sapiens) – मानव।
  2. सामान्य भाषा में: ‘जाति’ का अर्थ किसी विशेष प्रकार (Type) या श्रेणी (Category) से हो सकता है, जैसे “यह एक अलग जाति का पौधा है।”
  3. सामाजिक संदर्भ: कभी-कभी जाति का उपयोग समुदाय (Community) या नस्ल (Race) के अर्थ में होता है, जैसे “मानव जाति”।
  • शिक्षक से चर्चा:
    हाँ, शिक्षक से उच्च कोटि के पौधों (Higher Plants), प्राणियों (Animals), और बैक्टीरिया (Bacteria) की प्रजातियों के अर्थ पर चर्चा की जा सकती है।
    • उच्च कोटि के पौधे: जैसे फूल वाले पौधे (Angiosperms)। उदाहरण: मैंगीफेरा इंडिका (आम)।
    • प्राणी: जैसे स्तनधारी (Mammals)। उदाहरण: पैंथरा लियो (शेर)।
    • बैक्टीरिया: एककोशिकीय जीव (Unicellular Organisms)। उदाहरण: ई. कोलाई (Escherichia coli)
      शिक्षक से प्रजाति की परिभाषा (Species Concept), जैसे जीव वैज्ञानिक प्रजाति (Biological Species Concept), पर चर्चा करें।

परीक्षा टिप: प्रजाति की जीव वैज्ञानिक परिभाषा को अर्न्स्ट मेयर के योगदान के साथ जोड़ें।

प्रश्न 9: निम्नलिखित शब्दों को समझिए और परिभाषित कीजिए:

(प) संघ (Phylum)
(पप) वर्ग (Class)
(पपप) कुल (Family)
(पअ) गण (Order)
(अ) वंश (Genus)

उत्तर:

  • (प) संघ (Phylum): वर्गीकरण का एक उच्च संवर्ग (Higher Taxon) जिसमें समान प्रमुख गुणों (Major Characteristics) वाले वर्ग (Classes) शामिल होते हैं।
    • उदाहरण: कॉर्डेटा (Chordata) – इसमें मछली, पक्षी, स्तनधारी आदि शामिल हैं।
  • (पप) वर्ग (Class): संबंधित गणों (Orders) का समूह, जिसमें समान गुण कम होते हैं।
    • उदाहरण: मैमेलिया (Mammalia) – इसमें स्तनधारी जैसे बाघ, मानव शामिल हैं।
  • (पपप) कुल (Family): संबंधित वंशों (Genera) का समूह।
    • उदाहरण: फेलिडी (Felidae) – इसमें शेर, बिल्ली, चीता शामिल हैं।
  • (पअ) गण (Order): संबंधित कुलों (Families) का समूह।
    • उदाहरण: कार्निवोरा (Carnivora) – इसमें फेलिडी और कैनिडी (कुत्ता) शामिल हैं।
  • (अ) वंश (Genus): संबंधित प्रजातियों (Species) का समूह जिसमें समान गुण होते हैं।
    • उदाहरण: पैंथरा (Panthera) – इसमें शेर (P. leo), बाघ (P. tigris) शामिल हैं।

परीक्षा टिप: प्रत्येक शब्द की परिभाषा को संक्षिप्त रखें और एक उदाहरण अवश्य दें।

प्रश्न 10: पौधों और प्राणियों के उचित उदाहरण देते हुए वर्गीकरण पदानुक्रम का चित्रण कीजिए।

उत्तर:
वर्गीकरण पदानुक्रम (Taxonomic Hierarchy) जीवों को समान गुणों के आधार पर विभिन्न स्तरों (Levels) में व्यवस्थित करता है। नीचे पौधे (आम) और प्राणी (मानव) के उदाहरण के साथ चित्रण दिया गया है:

संवर्ग (Taxon)पौधा: आमप्राणी: मानव
जगत (Kingdom)प्लांटी (Plantae)एनिमेलिया (Animalia)
संघ (Phylum)ट्रेकियोफाइटा (Tracheophyta)कॉर्डेटा (Chordata)
वर्ग (Class)मैग्नोलियोप्सिडा (Magnoliopsida)मैमेलिया (Mammalia)
गण (Order)सैपिंडेल्स (Sapindales)प्राइमेट्स (Primates)
कुल (Family)एनाकार्डिएसी (Anacardiaceae)होमिनिडी (Hominidae)
वंश (Genus)मैंगीफेरा (Mangifera)होमो (Homo)
जाति (Species)मैंगीफेरा इंडिका (M. indica)होमो सेपियंस (H. sapiens)

चित्रण:

  • पदानुक्रम का क्रम: जाति → वंश → कुल → गण → वर्ग → संघ → जगत
  • जैसे-जैसे हम नीचे से ऊपर जाते हैं, समान गुणों (Common Characteristics) की संख्या कम होती जाती है।

परीक्षा टिप: तालिका बनाकर उदाहरण प्रस्तुत करें। आम और मानव के वैज्ञानिक नाम सही लिखें।


परीक्षा के लिए अतिरिक्त सुझाव:

  • प्रत्येक प्रश्न के उत्तर को संक्षिप्त और बिंदुबद्ध रखें।
  • वैज्ञानिक शब्दावली (Scientific Terms) को हिंदी और अंग्रेजी में लिखें।
  • वर्गीकरण के संवर्गों (Taxonomic Hierarchy) को क्रमबद्ध याद करें।
  • अर्न्स्ट मेयर (Ernst Mayr) के योगदान को जैव विविधता (Biodiversity) से जोड़ें।

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