कक्षा 10 भारत और समकालीन विश्व II मुद्रण संस्कृति और आधुनिक दुनिया प्र्श्नोत्तर : MP Board 10th SST Print culture and the Modern World Question Answer

MP Board 10th SST Print culture and the Modern World Question Answer

MP Board 10th SST Print culture and the Modern World One Liner:

  1. मुद्रण की सबसे पहली तकनीक चीन, जापान और कोरिया में विकसित हुई।
  2. पारंपरिक चीनी किताब ‘एकॉडियन’ शैली में किनारों को मोड़ने के बाद सिल कर बनाई जाती थी।
  3. किताबों का सुलेखन या खुशनवीसी करने वाले लोग दक्ष सुलेखक होते थे।
  4. मुद्रित सामग्री का सबसे बड़ा उत्पादक चीनी राजतंत्र था।
  5. चीनी बौद्ध छपाई की तकनीक लेकर जापान आए।
  6. जापान की सबसे पुरानी पुस्तक डायमंड सूत्र है।
  7. त्रिपीटका कोरियाना वुडब्लाक्स मुद्रण के रूप में बौद्ध ग्रंथों का कोरियाई संग्रह है।
  8. कितागावा उतामारो ने उकियो नाम की चित्रकला शैली में अहम योगदान दिया।
  9. चीन से रेशम और मसाले रेशम मार्ग से यूरोप आते थे।
  10. मार्को पोलो वुड ब्लाक वाली छपाई की तकनीक चीन से लेकर आया था।
  11. चर्म पत्र या जानवरों के चमड़े से बनी लेखन की सतह को वेलम कहा जाता था।
  12.  गुटेन्बर्ग के पिता व्यापारी थे।
  13. गुटेन्बर्ग का पूरा नाम योहान गुटेन्बर्ग था।
  14.  प्रिंटिंग प्रेस का आविष्कार गुटेन्बर्ग ने 1448 में किया।
  15. गुटेन्बर्ग ने जैतून प्रेस को प्रिंटिंग का मॉडल बनाया था।
  16. गुटेन्बर्ग ने सबसे पहली किताब बाइबिल छापी थी।
  17. गुटेन्बर्ग ने बाइबिल की 180 प्रतियाँ छापी थीं।
  18. गुटेन्बर्ग ने छपाई के लिए रोमन वर्णमाला के 26 अक्षरों के टाइप बनाए।
  19. गुटेन्बर्ग की प्रिंटिंग मशीन को मूवेबल टाइप प्रिंटिंग मशीन के नाम से जाना गया।
  20. गुटेन्बर्ग प्रेस एक घंटे में 250 प्रति छाप सकता था।
  21. लेटरप्रेस छपाई में प्लाटेन एक बोर्ड होता है।
  22. छपाई के लिए इबारत कम्पोज करने वाले व्यक्ति को कम्पोजीटर कहा जाता था।
  23. धातुई फ्रेम जिसमें टाइप बिछाकर इबारत बनाई जाती थी, गैली कहलाती थी।
  24. लोकगीत का ऐतिहासिक आख्यान जिसे गाया या सुनाया जाता था, गाथा गीत कहलाता है।
  25. मार्टिन लूथर एक धर्म सुधारक थे।
  26. मार्टिन लूथर ने कहा “मुद्रण ईश्वर की दी हुई महानतम्‌ देन है, सबसे बड़ा तोहफ़ा”।
  27. सोलहवीं सदी में यूरोप में रोमन कैथलिक चर्च में सुधार के आंदोलन को प्रोटेस्टेंट धर्म सुधार कहा गया।
  28. इटली में धर्म-द्रोहियों की शिनाख्त करने और सजा देने वाली रोमन कैथोलिक संस्था को इन्क्वीजीशन कहा गया।
  29. इरैस्मस ने कहा “किताबें भिनभिनाती मक्खियों की तरह हैं, दुनिया का कौन सा कोना है जहाँ ये नहीं पहुँच पाती?”
  30. इंसान या विचार जो चर्च की मान्यताओं से असहमत होते थे, धर्म विरोधी कहलाते थे।
  31. किसी धर्म का एक उपसमूह संप्रदाय कहा जाता है।
  32. पकेट बुक के आकार की किताबों को चैपबुक कहा जाता था।
  33. इंग्लैंड में पेनी चैपबुक्स या एकपैसिया किताबें बेचने वालों को चैपमेन कहा जाता था।
  34. रूसो एक दार्शनिक थे।
  35. फ्रांस के उपन्यासकार लुई सेबेस्तिएँ मर्सिए ने घोषणा की “छापाख़ाना प्रगति का सबसे ताकतवर औज़ार है, इसमें बन रही जनमत की आँधी में निरंकुशवाद उड़ जाएगा”।
  36. राजकाज की ऐसी व्यवस्था जिसमें किसी एक व्यक्ति को संपूर्ण शक्ति प्राप्त हो, उस पर कोई पाबंदी न हो, निरंकुशवाद कहलाता है।
  37. बाल पुस्तकें छापने के लिए प्रेस फ्रांस में स्थापित किया गया।
  38. ग्रिम बंधु जर्मनी के थे।
  39. अठारहवीं सदी के अंत तक प्रेस धातु से बनने लगे थे।
  40. “गीत गोविंद” की रचना संस्कृत के महान कवि जयदेव ने की थी।
  41. पांडुलिपियाँ ताड़ के पत्तों या हाथ से बने कागज पर नकल कर बनाई जाती थीं।
  42. भारत में प्रिंटिंग प्रेस लाने का श्रेय पुर्तगालियों को जाता है।
  43. भारत में सबसे पहली प्रिंटिंग प्रेस सोलहवीं सदी में गोवा में लगाई गई थी।·
  44. भारत में सबसे पहले कोंकणी और तेलुगु भाषाओं में किताबें छापी गईं।
  45. भारत में प्रेस के जनक जेम्स आगस्टस हिक्की हैं।
  46. राजा राममोहन राय ने एक बंगाली साप्ताहिक समाचार पत्र संबाद कौमुदी प्रकाशित किया।
  47. दो फारसी अख़बार जाम-ए-जहाँ नामा और शम्सुल अख़बार 1882 में प्रकाशित हुए।
  48. इस्लामी कानून और शरिया के विद्वान को उलमा कहा जाता था।
  49. इस्लामी कानून जानने वाले विद्वान द्वारा की जाने वाली घोषणा फ़तबा कहलाता है।
  50. तुलसीदास की सोलहवीं सदी की किताब रामचरितमानस का पहला मुद्रित संस्करण कलकत्ता से प्रकाशित हुआ।
  51. राजा रवि वर्मा उन्नीसवीं सदी के भारत के प्रसिद्ध चित्रकार थे।
  52. रससुन्दरी देवी बंगाली साहित्य की प्रारम्भिक महिला लेखक थीं।
  53. हिन्दी छपाई की शुरुआत 1870 के दशक से हुई।
  54. अमर जीबन नामक आत्मकथा रससुन्दरी देवी ने लिखी।
  55. ज्योतिबा फुले ने अपनी पुस्तक गुलामगिरी में जाति प्रथा के अत्याचारों पर लिखा।
  56. मद्रास में ई.वी. रामास्वामी नायकर को पेरियार नाम से जाना जाता है।
  57. आधुनिक असमिया साहित्य के एक वरिष्ठ रचनाकार लक्ष्मीनाथ बेजबरूवा थे।
  58. असम का लोकप्रिय गीत ओ मेरे अपुनर देश लक्ष्मीनाथ बेजबरूवा ने लिखा था।
  59. बाल गंगाधर तिलक ने मराठी भाषा का समाचार पत्र केसरी निकाला।
  60. भारतीय भाषाओं के पत्र-पत्रिकाओं पर कड़ा नियंत्रण रखने के लिए बर्नाक्युलर प्रेस एक्ट 1878 में लागू किया गया।

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