कक्षा 10 लोकतान्त्रिक राजनीति II जाति, धर्म और लैंगिक मसले प्रश्नोत्तर : MP Board 10th SST Gender Religion and Caste Question Answer

MP Board 10th SST Gender Religion and Caste Question Answer

MP Board 10th SST Gender Religion and Caste One Liner :

  1. लैंगिक विभाजन सामाजिक अपेक्षाओं पर आधारित होता है।
  2. 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में साक्षरता दर 73 प्रतिशत थी।
  3. 2011 की जनगणना के अनुसार पुरुषों की साक्षरता दर 76 प्रतिशत थी।
  4. 2011 की जनगणना के अनुसार लिंग अनुपात 943 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष था।
  5. 2011 में देश की आबादी में अनुसूचित जनजातियों का हिस्सा 8.6 प्रतिशत था।
  6. धर्म के आधार पर भेदभाव न करने वाले व्यक्ति को धर्मनिरपेक्ष कहा जाता है।
  7. महिलाओं के लिए पंचायतों में एक तिहाई स्थान आरक्षित है।
  8. भारत की आबादी में अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और पिछड़ी जातियों का हिस्सा लगभग दो-तिहाई है।
  1. जब हम लैंगिक विभाजन की बात करते हैं तो हमारा अभिप्राय समाज द्वारा स्त्री पुरुष को दी गई असमान भूमिकाओं से है।
  2. जातिवाद पर आधारित सामाजिक विभाजन सिर्फ भारत में ही है।
  3. भारत में औसतन एक स्त्री एक पुरुष की तुलना में रोज 1 घण्टा ज्यादा काम करती है।
  4. भारत में राज्यों की विधान सभाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 8 फीसदी से अधिक हैं।
  5. 2011 की जनगणना के अनुसार प्रति हजार बालकों पर बालिकाओं की संख्या 919 थी।
  6. निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।
  7. भारत में मुस्लिम लीग की स्थापना 1906 ई. में हुई।
  8. हमारे देश के सभी स्त्री-पुरुष जिनकी आयु 18 वर्ष है, उन्हें वोट देने का अधिकार है। इसे वयस्क मताधिकार कहते हैं।
  9. भारत में बहुदलीय प्रणाली प्रचलित है।
  10. भारत में चुनाव, चुनाव आयोग द्वारा सम्पन्न कराए जाते हैं।
  11. लैंगिक विभाजन की राजनीतिक अभिव्यक्ति और इस सवाल पर राजनीतिक गोलबंदी ने सार्वजनिक जीवन में औरतों की भूमिका को बढ़ाने में मदद की है।
  12. महिलाओं में साक्षरता की दर 2011 के अनुसार 54 प्रतिशत एवं पुरुषों में 76 प्रतिशत है।
  13. 2011 के अनुसार आज भी उच्च पद प्राप्त महिलाओं की संख्या पुरुषों की अपेक्षा कम है।
  14. समान मजदूरी से संबंधित अधिनियम में कहा गया है कि “समान काम के लिए समान मजदूरी दी जाएगी” आज के परिवेश में यह कथन असत्य है।
  15. भारत की विधायिका में महिला प्रतिनिधियों का अनुपात बहुत कम है।
  16. भारत में पंचायती राज के अंतर्गत एक तिहाई पद महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं।
  17. महिला संगठनों की माँग है कि लोकसभा एवं राज्य विधान सभाओं की भी एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होनी चाहिए।
  18. वर्ण-व्यवस्था अन्य जाति समूहों से भेदभाव और उन्हें अपने से अलग मानने की धारणा पर आधारित है।

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