MP Board 10th Magnetic Effects of Electric Current Question Bank : अध्याय 12: विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव
अध्याय -12 विद्युत्
प्रश्न 1 : सही विकल्प चुनकर उत्तर लिखिए – (प्रत्येक का 1 अंक)
- निम्नलिखित में से कौन सा संबंध ओम का नियम नही है –
अ)
ब)
स)
द) उपयुक्त सभी - एमीटर को परिपथ में सदा कैसे संयोजित किया जाता है –
अ) श्रेणी क्रम में
ब) समांतर क्रम में
स) (a) व (b) दोनों में
द) उपयुक्त में से कोई नही - प्रतिरोध का मात्रक होता है-
अ) ओम
ब) ओम मीटर
स) एम्पियर
द) वाट
के एक लैंप में प्रवाहित विद्युत का मान है-
अ)
ब)
स)
द)
- यदि विभवान्तर को वोल्ट में तथा धारा को एम्पियर में मापे तो शक्ति का मात्रक होगा –
अ) एम्पियर मीटर
ब) वोल्ट एम्पियर
स) न्यूटन टेस्ला
द) इनमें से कोई नही - 1 अश्व शक्ति में कितने वाट होते है –
अ) 746 वाट
ब) 786 वाट
स) 796 वाट
द) 776 वाट - विद्युत् धारा का S.I. मात्रक है –
(अ) एम्पियर
(ब) वाट
(स) जूल
(द) वोल्ट - प्रतिरोध का S.I मात्रक है –
(अ) एम्पियर
(ब) वाट
(स) जूल
(द) ओम - किसी धातु की प्रतिरोधकता निर्भर करती है –
(अ) इसकी लम्बाई पर
(ब) मोटाई पर
(स) इसकी आकृति पर
(द) इसके पदार्थ की प्रकृति पर - विभवान्तर का मात्रक है –
(अ) एम्पियर
(ब) वाट
(स) जूल
(द) वोल्ट - विद्युत् धारा मापने का यंत्र है –
(अ) वोल्टमीटर
(ब) अमीटर
(स) लैक्टोमीटर
(द) शुष्क सेल - विभवान्तर मापने का यंत्र है –
(अ) वोल्टमीटर
(ब) अमीटर
(स) लैक्टोमीटर
(द) शुष्क सेल - विद्युत् शक्ति का मात्रक है –
(अ) वोल्ट .एम्पियर
(ब) किलोवाट घंटा
(स) वाट सेकंड
(द) जूल सेकंड
- प्रतिरोध R के किसी तार के टुकड़े को पांच बराबर भागों में काटा जाता है | इन टुकड़ो को फिर पार्श्वक्रम में संयोजित कर देते हैं | यदि संयोजन का तुल्य प्रतिरोध -R’ है तो R/R’ अनुपात का मान क्या है –
(अ) 1/25
(ब) 1/5
(स) 5
(द) 25 - निम्नलिखित में से कौन सा पद विद्युत् शक्ति को निरूपित नहीं करता है –
(अ)
(ब)
(स)
(द)
- किसी बल्ब का अनुमतांक
है | जब इसे
पर प्रचालित किया जाता है तब इसके द्वारा उपयुक्त शक्ति कितनी होगी ?
(अ)
(ब)
(स)
(द)
- दो चालक तार जिनके पदार्थ ,लम्बाई तथा व्यास समान हैं ,किसी विद्युत् परिपथ में पहले श्रेणीक्रम में और फिर पार्श्वक्रम में संयोजित किये जाते हैं | श्रेणीक्रम तथा पार्श्वक्रम संयोजन में उत्पन्न उष्माओं का अनुपात क्या होगा ?
(अ) 1:2
(ब) 2:1
(स) 1:4
(द) 4:1
प्रश्न 2 : रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए- (प्रत्येक का 1 अंक)
- किसी तार का प्रतिरोध उसकी लम्बाई के ……………….. होता है |
- एक आदर्श अमीटर का प्रतिरोध ……………….. होता है |
- फ्यूज को किसी संयंत्र के साथ ……………….. क्रम में जोड़ा जाता है |
- अधिक विभवान्तर प्राप्त करने के लिए सेलों को……………क्रम में जोड़ते है |
- प्रतिरोधकों के श्रेणी क्रम में जुड़े होने पर……………के मान में कोई परिवर्तन नही होता है |
- घरों में सभी विद्युत उपकरण……………क्रम में जोड़े जाते है |
- आवेश प्रवाह की दर को ……………कहते हैं|
- किसी चालक द्वारा धारा के मार्ग में उत्पन्न अवरोध ……………कहलाता है |
- शुद्ध जल विद्युत् का ……………होता है |
- किसी तार का प्रतिरोध उसकी लम्बाई के ……………होता है |
- किसी तार का प्रतिरोध उसके परिच्छेद के ……………होता है |
- किसी तार की प्रतिरोधकता पर उसकी आकृति का प्रभाव ……………पड़ता है |
- विद्युत् विभव का S.I. मात्रक ……………है |
- एक इलेक्ट्रान पर ……………कूलाम आवेश होता है |
- एक आदर्श अमीटर का प्रतिरोध ……………होता है |
- एक आदर्श वोल्टमीटर का प्रतिरोध ……………होता है |
- घरों में सभी उपकरण ……………क्रम में जुड़े होते हैं |
- प्रतिरोधों के श्रेणीक्रम में जुड़े होने पर ……………के मान में कोई परिवर्तन नहीं होता है |
- पार्श्वक्रम में जुड़े प्रतिरोधकों के सिरों पर ……………समान होता है |
प्रश्न 3 : सही जोड़ी मिलाइए – (प्रत्येक का 1 अंक)
| कॉलम A | कॉलम B |
|---|---|
| 1. विद्युत् धारा | (a) वोल्ट |
| 2. प्रतिरोध | (b) एम्पियर |
| 3. प्रतिरोधकता | (c) ओम |
| 4. विभवान्तर | (d) वाट |
| 5. विद्युत् शक्ति | (e) ओम मीटर |
प्रश्न 4 : सत्य/असत्य लिखिए- (प्रत्येक का 1 अंक)
- एक अश्व शक्ति = 746 वाट होता है |
- 1 जूल = 1000 वाट होता है |
- ओह्म,विद्युत् प्रतिरोध को मापने की इकाई है |
- किसी विद्युत् परिपथ में वोल्टमीटर को सदैव श्रेणीक्रम में संयोजित किया जाता है |
- फ्यूज को किसी संयंत्र के साथ समान्तर क्रम में जोड़ा जाता है |
प्रश्न 5 : एक शब्द या वाक्य में उत्तर लिखिए- (प्रत्येक का 1 अंक)
- विभवान्तर ,धारा और प्रतिरोध में सम्बन्ध लिखिए |
- तीन प्रतिरोधकों को श्रेणीक्रम में संयोजित करने पर उनके तुल्य प्रतिरोध का सम्बन्ध लिखिए |
- तीन प्रतिरोधकों के पार्श्वक्रम संयोजन में उनके तुल्य प्रतिरोध का सम्बन्ध लिखिए
- आवेश और विद्युत् धारा में क्या सम्बन्ध है ? सूत्र रूप में लिखिए |
- एक इलेक्ट्रान पर कितना आवेश होता है ?
- विद्युत् आवेश का मात्रक लिखिए |
- एकांक आवेश को किसी परिपथ के एक बिंदु से दुसरे बिंदु तक ले जाने में किये गए कार्य को क्या कहते हैं ?
- किसी परिपथ में बहने वाली विद्युत् धारा को नियंत्रित करने वाले अवयव को क्या कहते हैं ?
- जब किसी तार की लम्बाई दुगनी कर देते हैं तो एमीटर का पाठ्यांक कितना हो जाता है ?
- मिश्र धातुओं की प्रतिरोधकता का परिसर कितना है |
- विद्युत् बल्बों के तंतुओं के निर्माण में किस धातु का उपयोग किया जाता है |
- विद्युत् संचरण के लिए प्रायः किन दो धातुओं के तारों का उपयोग किया जाता है|
- 1 ओम के तीन प्रतिरोध श्रेणीक्रम में संयोजित हैं तो इनका तुल्य प्रतिरोध कितना होगा ?
- 1 ओम के तीन प्रतिरोधक पार्श्वक्रम में संयोजित हैं तो इनका तुल्य प्रतिरोध कितना होगा ?
अध्याय -13 विद्युत् धारा के चुम्बकीय प्रभाव
प्रश्न 1 : सही विकल्प चुनकर उत्तर लिखिए – (प्रत्येक का 1 अंक)
- लघुपथन के समय परिपथ में विद्युत धारा का मान –
अ) बहुत कम
ब) परिवर्तित नही
स) बहुत अधिक बढ़ा हुआ
द) निरंतर परिवर्तित - समान चुंबकीय ध्रुव करते हैं –
अ) आकर्षित
ब) प्रतिकर्षित
स) (a) व (b) दोनों में
द) उपर्युक्त में से कोई नही - चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं होती है –
अ) सरल
ब) वक्र
स) बंद वक्र
द) त्रिभुजाकार - स्थायी चुम्बक बनाए जाते है –
अ)तांबे के
ब) नर्म लोहे के
स) इस्पात के
द) पीतल के - पश्चिम की ओर प्रक्षेपित कोई धनावेशित कण किसी चुंबकीय क्षेत्र द्वारा उत्तर की ओर विक्षेपित हो जाता है | चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा क्या होगी –
(अ) दक्षिण की ओर
(ब) पूर्व की ओर
(स) अधोमुखी
(द) उपरिमुखी - विद्युत् धारा को उत्पन्न करने की युक्ति है –
(अ) जनित्र
(ब) गैल्वेनोमीटर
(स) अमीटर
(द) मोटर - लघुपथन के समय परिपथ में विद्युत् धारा का मान –
(अ) बहुत कम हो जाता है
(ब) परिवर्तित नहीं होता
(स) बहुत अधिक बढ़ जाता है
(द) निरंतर परिवर्तित होता है - एक AC जनित्र को DC जनित्र में बदलने के लिए प्रयुक्त होना चाहिए –
(अ) विभक्त वलय दिक् परिवर्तक
(ब) विसर्पी वलय एवं ब्रुश
(स) प्रबल चुम्बकीय क्षेत्र
(द) आयताकार कुंडली - लघुपथन एवं अतिभारण से होने वाली हानि से उपकरणों को बचाने के लिए युक्ति है –
(अ) भूसम्पर्क करना
(ब) फ्यूज तार का प्रयोग
(स) स्टेबलाइजर का प्रयोग
(द) विद्युत् मीटर - विद्युत् उर्जा को यांत्रिक उर्जा में बदलने वाली युक्ति है –
(अ) जनित्र
(ब) मोटर
(स) धारा नियंत्रक
(द) धारामापी - यांत्रिक उर्जा को विद्युत् उर्जा में बदलने वाली युक्ति है –
(अ)जनित्र
(ब) मोटर
(स) धारा नियंत्रक
(द) धारामापी - किसी विद्युत् धारावाही सीधी लम्बी परिनालिका के भीतर चुम्बकीय क्षेत्र –
(अ) शून्य होता है
(ब) इसके सिरे की ओर जाने पर घटता है
(स) इसके सिरे की ओर जाने पर बढ़ता है (द) सभी बिन्दुओं पर समान रहता है - यह किसने प्रमाणित किया कि विद्युत् और चुम्बकत्व परस्पर सम्बंधित घटनाएँ हैं –
(अ) फ्लेमिंग
(ब) मैक्सवेल
(स) फैराडे
(द) ओर्स्टेड - उत्तर दिशा की ओर संकेत करने वाले चुम्बक के ध्रुव को कहते हैं –
(अ) उत्तरी ध्रुव
(ब) दक्षिणी ध्रुव
(स) पूर्वी ध्रुव
(द) पश्चिमी ध्रुव - चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएं बनाती हैं-
(अ) बंद वक्र
(ब) खुला वक्र
(स) बंद वृत
(द) (अ) तथा (ब) दोनों - धारा के चुम्बकीय प्रभाव की खोज की –
(अ) ओर्स्टेड ने
(ब) फैराडे ने
(स) बोर ने
(द) एम्पियर ने - चुम्बक के अन्दर क्षेत्र रेखाएं जाती हैं –
(अ) उत्तर से दक्षिण
(ब) दक्षिण से उत्तर
(स) दक्षिणी ध्रुव से परे
(द) उत्तरी ध्रुव से परे - चुम्बकीय क्षेत्र की उपस्थिति का पता लगाने वाली युक्ति है –
(अ) दिक्सूची
(ब) अमीटर
(स) धारामापी
(द) वोल्टमीटर - घरेलु विद्युत् परिपथ में सभी उपकरण संयोजित होते हैं –
(अ) समान्तर क्रम में
(ब) श्रेणीक्रम में
(स) मिश्रित क्रम में
(द) इनमे से कोई नहीं
प्रश्न 2 : रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए- (प्रत्येक का 1 अंक)
- तांबे के तार की एक आयताकार कुंडली किसी चुम्बकीय क्षेत्र में घूर्णी गति कर रही है | इस कुंडली में प्रेरित विद्युत् धारा की दिशा में ……………….. परिभ्रमण के बाद परिवर्तन होता है |
- धारावाही चालक तार से सम्बद्ध चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा ज्ञात करने हेतु ………………..नियम प्रयुक्त किया जाता है |
- धारावाही चालक पर चुम्बकीय क्षेत्र में लगने वाले बल की दिशा……………….. के नियम द्वारा ज्ञात की जाती है |
- एक प्रबल चुम्बक के उत्तरी ध्रुव को कुंडली की तरफ लाने पर कुंडली में ………………..दिशा में विद्युत् धारा प्रेरित होती है |
- प्रबल चुम्बक के उत्तरी ध्रुव को कुंडली से दूर ले जाने पर कुंडली में ………………..दिशा में विद्युत् धारा प्रेरित होगी |
- चुम्बक को स्थिर रखकर कुंडली में सापेक्ष गति करने पर कुंडली में ………………..प्रेरित होगी |
- घरेलु विद्युत् परिपथों में अतिभारण से बचाव के लिए परिपथ के गर्म तारों के साथ उपयुक्त ………………..लगाना चाहिए |
- जब धारावाही चालक चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत होता है तो उस पर आरोपित बल ………………..होता है |
- पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र में खींची गई क्षेत्र रेखाएं परस्पर ………………..होती हैं |
- चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएं एक दुसरे को ………………..नहीं करती हैं |
- वह धारा जिसके प्रवाह की दिशा समय के साथ बदलती रहती है ………………..धारा कहलाती है |
- विद्युत् मोटर में नर्म लोहे का क्रोड़ जिस पर कुंडली को लपेटा जाता है तथा कुंडली दोनों मिलाकर ………………..कहलाते हैं |
- एक दिशिक धारा को ………………..कहते हैं |
- हमारे घरों में उपयोग की जाने वाली प्रत्यावर्ती धारा की आवृत्ति………………..हर्ट्ज़ होती है |
- विद्युत् धारावाही तार के चारों ओर चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएं ………………..के रूप में होती हैं |
- विद्युत् मोटर धारा के ………………..के सिद्धांत पर कार्य करता है |
प्रश्न 3 : अति लघु उत्तरीय प्रश्न-
भाग-क……………………………………………………………….(2 अंक)
- चुम्बक के दो गुण लिखिए |
- दो चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएं परस्पर प्रतिच्छेद नहीं करतीं क्यों ?
- प्रेरित धारा क्या है ? यह क्यों उत्पन्न होती है |
- फ्लेमिंग के बाएं हाथ का नियम लिखिए |
- दिष्ट धारा और प्रत्यावर्ती धारा में दो अंतर लिखिए |
- विद्युत् चुम्बकीय प्रेरण किसे कहते हैं |
- विद्युत् परिपथों में सामान्यतःउपयोग होने वाले दो सुरक्षा उपायों के नाम लिखिए
शक्ति अनुमातांक का एक विद्युत् तंदूर किसी घरेलु परिपथ (
) में प्रचालित किया जाता है जिसका विद्युत् धारा अनुमातांक
है इससे आप क्या परिणाम की अपेक्षा करते हैं |- चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न करने के 2 उपाय लिखिए |
- लघुपथन से बचने का उपाय लिखिए |
- चुम्बकीय क्षेत्र के दो गुण लिखिए
- चुम्बकीय क्षेत्र के पास लाने पर चुम्बकीय सुई विक्षेपित क्यों हो जाती है?
- दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक-दूसरे को प्रतिच्छेद क्यों नहीं करतीं?
- किसी विद्युत् धारावाही चालक से संब (चुंबकीय क्षेत्र की दिशा ज्ञात करने सम्बन्धी दक्षिण हस्त अंगुष्ठ नियम लिखिए|
भाग -ख……………………………………………………………….(2 अंक)
- फैराडे के विद्युत् चुम्बकीय प्रेरण के नियम लिखिए |
- फ्लेमिंग का वाम हस्त नियम लिखिए |
- विद्युत् मोटर का सिद्धांत लिखिए |
- विद्युत् जनित्र का सिद्धांत लिखिए |
- परिनालिका चुम्बक की भांति कैसे व्यवहार करती है ?
- फ्यूज क्या है? इसका उपयोग क्यों किया जाता है ?
- घरेलु विद्युत् परिपथ का नामांकित चित्र बनाइये |
- विद्युत् चुम्बकीय प्रेरण किसे कहते हैं?
- विद्युत् धारा का उपयोग करते समय हमें क्या सावधानियां रखनी चाहिए ?
- दिष्ट धारा जनित्र का नामांकित चित्र बनाइये |
- डी.सी.विद्युत् जनित्र का नामांकित चित्र बनाइये |
- विद्युत् मोटर का नामांकित चित्र बनाइये |
- एक साधारण विद्युत् मोटर में दो स्थिर चालक ब्रुशों की क्या भूमिका है ?