MP Board 10th Hindi Formal Letter :हिन्दी व्याकरण में औपचारिक पत्र एक ऐसी लेखन शैली है, जो औपचारिक और शिष्ट भाषा में लिखी जाती है। यह पत्र सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, कार्यालयों, या अन्य संस्थानों को संबोधित किए जाते हैं। यह लेख मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल (MPBSE) के कक्षा 10 के हिन्दी माध्यम के छात्रों के लिए तैयार किया गया है। इसमें औपचारिक पत्र का प्रथम प्रारूप और 5 उपयोगी पत्रों के उदाहरण सरल भाषा में दिए गए हैं, जो आपके वर्डप्रेस ब्लॉग पर प्रकाशन के लिए उपयुक्त हैं।
औपचारिक पत्र का प्रथम प्रारूप
औपचारिक पत्र का प्रारूप निम्नलिखित है:
- प्रेषक का पता: पत्र लिखने वाले का पता और दिनांक सबसे ऊपर बाईं ओर लिखा जाता है।
- प्रिय/माननीय/श्रीमान: संबोधन के लिए शिष्ट शब्द जैसे “माननीय” या “प्रिय” का प्रयोग।
- विषय: पत्र का उद्देश्य संक्षेप में (एक पंक्ति में)।
- मुख्य भाग: पत्र का मुख्य विषय, जिसमें समस्या, अनुरोध या जानकारी स्पष्ट रूप से लिखी जाती है।
- नम्र समापन: जैसे “आपका विश्वासपात्र” या “आपका आज्ञाकारी”।
- हस्ताक्षर और नाम: प्रेषक का नाम और हस्ताक्षर।
उदाहरण प्रारूप:
आपका पता
नगर, जिला
दिनांक: 07 जून, 2025
सेवा में,
प्रिय/माननीय [पद/नाम],
[संस्थान/कार्यालय का पता]
विषय: [पत्र का उद्देश्य]
महोदय/महोदया,
[मुख्य भाग: समस्या, अनुरोध या जानकारी को संक्षेप में और शिष्ट भाषा में लिखें।]
कृपया मेरे अनुरोध पर विचार करें।
आपका विश्वासपात्र/आज्ञाकारी,
[आपका नाम]
[हस्ताक्षर]
औपचारिक पत्र: उपयोगी उदाहरण
1. स्कूल में अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र
अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र
राहुल शर्मा
123, गांधी नगर, भोपाल
दिनांक: 07 जून, 2025
सेवा में,
प्रधानाचार्य महोदय,
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, भोपाल
विषय: अवकाश के लिए प्रार्थना
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं आपकी कक्षा 10 का छात्र हूँ। मुझे बुखार के कारण डॉक्टर ने तीन दिन का आराम करने की सलाह दी है। अतः मैं 08 जून से 10 जून, 2025 तक स्कूल नहीं आ सकूँगा। कृपया मुझे इस अवधि के लिए अवकाश प्रदान करने की कृपा करें।
आपका आज्ञाकारी,
राहुल शर्मा
2. स्कूल में शुल्क माफी के लिए प्रार्थना पत्र
शुल्क माफी के लिए प्रार्थना पत्र
प्रिया वर्मा
456, नेहरू कॉलोनी, इंदौर
दिनांक: 07 जून, 2025
सेवा में,
प्रधानाचार्य महोदया,
शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, इंदौर
विषय: शुल्क माफी हेतु प्रार्थना
महोदया,
सविनय निवेदन है कि मैं आपकी कक्षा 10 की छात्रा हूँ। मेरे पिताजी की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, जिसके कारण मैं स्कूल की फीस देने में असमर्थ हूँ। कृपया मेरी फीस माफ करने की कृपा करें ताकि मैं अपनी पढ़ाई जारी रख सकूँ।
आपकी विश्वासपात्र,
प्रिया वर्मा
3. पुस्तकालय से पुस्तकें उपलब्ध कराने का अनुरोध पत्र
पुस्तकें उपलब्ध कराने का अनुरोध पत्र
विकास सिंह
78, आजाद नगर, जबलपुर
दिनांक: 07 जून, 2025
सेवा में,
पुस्तकालयाध्यक्ष महोदय,
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, जबलपुर
विषय: पुस्तकें उपलब्ध कराने हेतु अनुरोध
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं कक्षा 10 का छात्र हूँ। मुझे बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए हिन्दी और गणित की पुस्तकों की आवश्यकता है। कृपया मुझे ये पुस्तकें पुस्तकालय से उपलब्ध कराने की कृपा करें।
आपका आज्ञाकारी,
विकास सिंह
4. स्कूल में स्वच्छता अभियान के लिए सुझाव पत्र
स्वच्छता अभियान के लिए सुझाव पत्र
अंजलि मेहरा
12, सरस्वती नगर, ग्वालियर
दिनांक: 07 जून, 2025
सेवा में,
प्रधानाचार्य महोदय,
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, ग्वालियर
विषय: स्कूल में स्वच्छता अभियान के लिए सुझाव
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं कक्षा 10 की छात्रा हूँ। हमारे स्कूल में स्वच्छता की स्थिति सुधारने के लिए मैं सुझाव देना चाहती हूँ कि कक्षा और परिसर में नियमित सफाई अभियान चलाया जाए और डस्टबिन की व्यवस्था की जाए। कृपया इस पर विचार करें।
आपकी विश्वासपात्र,
अंजलि मेहरा
5. स्कूल में खेल सामग्री उपलब्ध कराने का अनुरोध पत्र
खेल सामग्री उपलब्ध कराने का अनुरोध पत्र
कमलेश यादव
34, शिवाजी नगर, उज्जैन
दिनांक: 07 जून, 2025
सेवा में,
प्रधानाचार्य महोदय,
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, उज्जैन
विषय: खेल सामग्री उपलब्ध कराने हेतु अनुरोध
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं कक्षा 10 का छात्र हूँ। हमारे स्कूल में खेल-कूद की गतिविधियों के लिए फुटबॉल और क्रिकेट किट की कमी है। कृपया इन सामग्रियों को उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें ताकि हम खेल में भाग ले सकें।
आपका आज्ञाकारी,
कमलेश यादव
निष्कर्ष
औपचारिक पत्र लेखन हिन्दी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो छात्रों को औपचारिक संवाद की कला सिखाता है। उपरोक्त प्रारूप और उदाहरण MPBSE कक्षा 10 के छात्रों के लिए उपयोगी हैं, क्योंकि ये पत्र सरल, स्पष्ट और बोर्ड परीक्षा के लिए प्रासंगिक हैं। यह लेख छात्रों को औपचारिक पत्र लेखन की कला समझने में मदद करेगा।