MP Board 10th Social Science Quick Revision Pocket Diary कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान पॉकेट डायरी

MP Board 10th Social Science Quick Revision Pocket Diary : कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान पॉकेट डायरी

कक्षा 10वीं सामाजिक विज्ञान – सम्पूर्ण परीक्षा गाइड (अति-महत्वपूर्ण)

1. समकालीन भारत – II (भूगोल)

अध्याय 1: संसाधन एवं विकास

महत्वपूर्ण तथ्य (विस्तृत सारांश):

  • संसाधन: पर्यावरण में उपलब्ध प्रत्येक वस्तु जो हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने में प्रयुक्त की जा सकती है और जिसको बनाने के लिए प्रौद्योगिकी उपलब्ध है, एक ‘संसाधन’ है।
  • संसाधनों का वर्गीकरण:
    • उत्पत्ति के आधार पर: जैव (मनुष्य, वनस्पति) और अजैव (चट्टानें, धातु)।
    • समाप्यता के आधार पर: नवीकरणीय (जिन्हें पुनः उत्पन्न किया जा सकता है, जैसे – सौर ऊर्जा, पवन, जल) और अनवीकरणीय (जो एक बार उपयोग के बाद समाप्त हो जाते हैं, जैसे – कोयला, पेट्रोलियम)।
    • स्वामित्व के आधार पर: व्यक्तिगत (निजी), सामुदायिक (पार्क, श्मशान), राष्ट्रीय (सड़कें, खनिज) और अंतर्राष्ट्रीय (समुद्री तट से 200 समुद्री मील परे)।
    • विकास के स्तर पर: संभावी (उपयोग नहीं हुआ), विकसित (उपयोग हो रहा), भंडार (प्रौद्योगिकी नहीं है) और संचित कोष (भंडार का हिस्सा, भविष्य के लिए)।
  • सतत पोषणीय विकास (Sustainable Development): इसका अर्थ है, पर्यावरण को बिना नुकसान पहुँचाए वर्तमान का विकास करना और भविष्य की पीढ़ियों की जरूरतों की अवहेलना न करना।
  • रियो डी जनेरियो (पृथ्वी) सम्मेलन, 1992: ब्राजील में हुआ। इसका मुख्य उद्देश्य सतत पोषणीय विकास था। यहाँ “एजेंडा 21” को स्वीकृति दी गई।
  • मृदा (मिट्टी) के प्रकार:
    • जलोढ़ मृदा (Alluvial): उत्तर भारत के मैदानों में। बहुत उपजाऊ (गन्ना, चावल, गेहूँ)।
    • काली मृदा (Black): इसे ‘रेगुर’ मृदा भी कहते हैं। दक्कन के पठार में। कपास की खेती के लिए सर्वोत्तम।
    • लाल और पीली मृदा: कम वर्षा वाले क्षेत्रों में।
    • लैटेराइट मृदा: उच्च तापमान और भारी वर्षा वाले क्षेत्रों में (चाय, कॉफी, काजू)।
  • मृदा अपरदन और संरक्षण: जल या पवन द्वारा मिट्टी की ऊपरी परत का बह जाना ‘मृदा अपरदन’ कहलाता है। संरक्षण के उपाय: समोच्च जुताई (Contour ploughing), सीढ़ीदार खेती (Terrace farming), रक्षक मेखला (Shelter Belts – पेड़ों की कतार)।

अति-महत्वपूर्ण प्रश्न-बैंक:

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1. सही विकल्प चुनिए (MCQs):

(i) लौह अयस्क किस प्रकार का संसाधन है?

(a) नवीकरणीय (b) जैव (c) प्रवाह (d) अनवीकरणीय

* उत्तर: (d) अनवीकरणीय।

(ii) कपास की खेती के लिए सबसे उत्तम मृदा कौन सी है?

(a) जलोढ़ (b) काली (c) लाल (d) लैटेराइट

* उत्तर: (b) काली।

(iii) 1992 में पृथ्वी सम्मेलन किस देश में हुआ था?

(a) भारत (b) ब्राजील (c) अमेरिका (d) चीन

* उत्तर: (b) ब्राजील।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(i) काली मृदा को ______ मृदा भी कहा जाता है।

* उत्तर: रेगुर।

(ii) ‘एजेंडा 21’ का संबंध ______ विकास से है।

* उत्तर: सतत पोषणीय।

(iii) भारत के कुल भू-भाग का लगभग ______ प्रतिशत भाग मैदानी है।

* उत्तर: 43

3. सत्य/असत्य बताइए:

(i) लैटेराइट मृदा चाय और कॉफी की फसल के लिए उपयुक्त है।

* उत्तर: सत्य।

(ii) जलोढ़ मृदा दक्कन के पठार में पाई जाती है।

* उत्तर: असत्य (वहाँ काली मृदा पाई जाती है)।

4. सही जोड़ी बनाइए:

| स्तंभ A | स्तंभ B |

| :— | :— |

| 1. अंतर्राष्ट्रीय संसाधन | (a) कपास |

| 2. काली मृदा | (b) रियो डी जनेरियो |

| 3. एजेंडा 21 | (c) समुद्री तट से 200 मील परे |

* उत्तर: 1-(c), 2-(a), 3-(b)

5. एक शब्द/वाक्य में उत्तर:

(i) उत्पत्ति के आधार पर संसाधन कितने प्रकार के होते हैं?

* उत्तर: दो प्रकार: जैव और अजैव।

(ii) पवन द्वारा मैदानों में मिट्टी उड़ा ले जाने की प्रक्रिया क्या कहलाती है?

* उत्तर: पवन अपरदन (Wind Erosion)।

6. लघु उत्तरीय प्रश्न (2/3 अंक):

(i) सतत पोषणीय विकास से आप क्या समझते हैं?

* उत्तर: इसका अर्थ है कि विकास पर्यावरण को बिना कोई नुकसान पहुँचाए होना चाहिए और वर्तमान विकास की प्रक्रिया भविष्य की पीढ़ियों की जरूरतों की अवहेलना न करे।

(ii) मृदा अपरदन (मिट्टी का कटाव) को रोकने के तीन मुख्य उपाय बताइए।

* उत्तर: 1. समोच्च जुताई (Contour ploughing)। 2. सीढ़ीदार खेती (Terrace farming), विशेषकर पहाड़ी ढलानों पर। 3. रक्षक मेखला (Shelter belts) यानी पेड़ों की कतार लगाकर पवन के वेग को कम करना।

(iii) जैव और अजैव संसाधन क्या होते हैं? उदाहरण दीजिए।

* उत्तर: जैव संसाधन: वे संसाधन जो जीवमंडल से प्राप्त होते हैं और जिनमें जीवन है, जैसे मनुष्य, वनस्पति, पशु। अजैव संसाधन: वे सभी संसाधन जो निर्जीव वस्तुओं से बने हैं, जैसे चट्टानें, धातुएँ, जल।

7. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (4/5 अंक):

(i) भारत में पाई जाने वाली प्रमुख मृदाओं (मिट्टियों) का वर्णन कीजिए।

* उत्तर: 1. जलोढ़ मृदा: यह उत्तर भारत के मैदानों में फैली है। बहुत उपजाऊ होती है (गन्ना, चावल, गेहूँ के लिए)। 2. काली मृदा: इसे ‘रेगुर’ मृदा भी कहते हैं। यह दक्कन के पठार में पाई जाती है और कपास की खेती के लिए आदर्श है। 3. लाल और पीली मृदा: यह कम वर्षा वाले क्षेत्रों में पाई जाती है। 4. लैटेराइट मृदा: यह उच्च तापमान और भारी वर्षा वाले क्षेत्रों में विकसित होती है (काजू, चाय, कॉफी के लिए उपयुक्त)।

(ii) संसाधन नियोजन (Resource Planning) क्यों आवश्यक है?

* उत्तर: संसाधन नियोजन आवश्यक है क्योंकि: 1. भारत में संसाधन सीमित मात्रा में हैं और उनका वितरण असमान है (जैसे झारखंड में खनिज हैं, लेकिन अरुणाचल में जल है)। 2. कुछ संसाधन (अनवीकरणीय) एक बार उपयोग के बाद समाप्त हो जाते हैं। 3. देश के सतत विकास और भविष्य की पीढ़ियों के लिए संसाधनों को बचाना आवश्यक है। 4. संसाधनों के अंधाधुंध उपयोग से पर्यावरण प्रदूषण जैसी वैश्विक समस्याएँ पैदा होती हैं।

अध्याय 2 & 3: वन एवं वन्य जीव / जल संसाधन

महत्वपूर्ण तथ्य (विस्तृत सारांश):

  • जैव-विविधता: पृथ्वी पर पाए जाने वाले जीवों (वनस्पति और प्राणी) की विविधता।
  • IUCN श्रेणियाँ: अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) जीवों को विभिन्न श्रेणियों में बाँटता है, जैसे – संकटग्रस्त जातियाँ (Endangered), सुभेद्य (Vulnerable), विलुप्त (Extinct) जातियाँ।
  • प्रोजेक्ट टाइगर: भारत में बाघों की घटती संख्या को रोकने और उनके संरक्षण के लिए 1973 में शुरू की गई परियोजना।
  • वन प्रकार (प्रशासनिक): आरक्षित वन (Reserved – सर्वाधिक मूल्यवान), रक्षित वन (Protected – और अधिक क्षरण से बचाने के लिए) और अवर्गीकृत वन (Unclassed)।
  • चिपको आंदोलन: 1970 के दशक में उत्तराखंड (तब उत्तर प्रदेश) में पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए शुरू हुआ एक प्रसिद्ध सामुदायिक आंदोलन, जिसका नेतृत्व सुंदरलाल बहुगुणा ने किया।
  • जल दुर्लभता (Water Scarcity): जल की कमी। कारण: अत्यधिक जनसंख्या, बढ़ता औद्योगीकरण, कृषि में अत्यधिक सिंचाई और जल प्रदूषण।
  • बहुउद्देशीय परियोजनाएँ (बाँध): वे बाँध जिनसे एक साथ कई उद्देश्य (सिंचाई, बिजली उत्पादन, बाढ़ नियंत्रण, मत्स्य पालन) पूरे होते हैं।
  • “आधुनिक भारत के मंदिर”: जवाहरलाल नेहरू ने बाँधों को “आधुनिक भारत के मंदिर” कहा था।
  • नर्मदा बचाओ आंदोलन: गुजरात में नर्मदा नदी पर बने ‘सरदार सरोवर बांध’ के खिलाफ एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) द्वारा चलाया गया आंदोलन, जो विस्थापन और पर्यावरणीय मुद्दों पर केंद्रित था।
  • वर्षा जल संग्रहण (Rainwater Harvesting): वर्षा के जल को इकट्ठा करने की तकनीकें। जैसे – राजस्थान में ‘टांका’ (भूमिगत टैंक), पश्चिमी हिमालय में ‘गुल’ या ‘कुल’ (वाहिकाएँ), छत वर्षा जल संग्रहण।

अति-महत्वपूर्ण प्रश्न-बैंक:

1. सही विकल्प चुनिए (MCQs):

(i) “प्रोजेक्ट टाइगर” परियोजना की शुरुआत कब हुई?

(a) 1970 (b) 1973 (c) 1980 (d) 1990

* उत्तर: (b) 1973 में।

(ii) बाँधों को “आधुनिक भारत के मंदिर” किसने कहा था?

(a) महात्मा गाँधी (b) जवाहरलाल नेहरू (c) सरदार पटेल (d) इंदिरा गाँधी

* उत्तर: (b) जवाहरलाल नेहरू।

(iii) चिपको आंदोलन का संबंध किस राज्य से है?

(a) राजस्थान (b) उत्तराखंड (c) मध्य प्रदेश (d) केरल

* उत्तर: (b) उत्तराखंड।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(i) सरदार सरोवर बांध ______ नदी पर बनाया गया है।

* उत्तर: नर्मदा।

(ii) IUCN का पूरा नाम ______ है।

* उत्तर: अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ।

(iii) राजस्थान में छत वर्षा जल संग्रहण को ______ कहा जाता है।

* उत्तर: टांका।

3. सत्य/असत्य बताइए:

(i) आरक्षित वनों को सर्वाधिक मूल्यवान माना जाता है।

* उत्तर: सत्य।

(ii) ‘नर्मदा बचाओ आंदोलन’ एक राजनीतिक दल है।

* उत्तर: असत्य (यह एक NGO/आंदोलन है)।

4. सही जोड़ी बनाइए:

| स्तंभ A | स्तंभ B |

| :— | :— |

| 1. सुंदरलाल बहुगुणा | (a) सरदार सरोवर बांध |

| 2. मेधा पाटकर | (b) बाँध |

| 3. आधुनिक भारत के मंदिर | (c) चिपको आंदोलन |

* उत्तर: 1-(c), 2-(a), 3-(b)

5. एक शब्द/वाक्य में उत्तर:

(i) जल की कमी (जल दुर्लभता) का एक मुख्य कारण बताइए।

* उत्तर: बढ़ती जनसंख्या और जल की बढ़ती मांग (या औद्योगीकरण)।

(ii) पश्चिमी हिमालय में जल संग्रहण की पारंपरिक विधि क्या है?

* उत्तर: ‘गुल’ या ‘कुल’ (वाहिकाएँ)।

6. लघु उत्तरीय प्रश्न (2/3 अंक):

(i) जल दुर्लभता (जल की कमी) के तीन मुख्य कारण क्या हैं?

* उत्तर: 1. बढ़ती जनसंख्या और जल की घरेलू मांग। 2. उद्योगों द्वारा अत्यधिक जल उपयोग और जल प्रदूषण। 3. कृषि का विस्तार और सिंचाई के लिए जल का अत्यधिक दोहन।

(ii) बहुउद्देशीय परियोजनाओं (बाँधों) से होने वाले कोई तीन नुकसान बताइए।

* उत्तर: 1. नदियों के प्राकृतिक बहाव में बाधा और तलछट जमा होना। 2. स्थानीय समुदायों का बड़े पैमाने पर विस्थापन। 3. जलीय जीवन पर (जैसे मछलियों के आवागमन पर) प्रतिकूल प्रभाव।

7. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (4/5 अंक):

(i) वर्षा जल संग्रहण (Rainwater Harvesting) क्या है? भारत के विभिन्न भागों में उपयोग की जाने वाली विधियों का वर्णन करें।

* उत्तर: वर्षा के जल को व्यर्थ बहने देने के बजाय उसे इकट्ठा करने और संग्रहीत करने की प्रक्रिया को वर्षा जल संग्रहण कहते हैं।

* विधियाँ: 1. पहाड़ी क्षेत्रों में: ‘गुल’ या ‘कुल’ (पश्चिमी हिमालय) जैसी वाहिकाएँ बनाकर नदी की धारा का रास्ता बदलकर खेतों तक पहुँचाना।

* राजस्थान में: पीने के पानी के लिए भूमिगत ‘टांका’ या ‘टैंक’ बनाना।

* शहरी क्षेत्रों में: ‘रूफटॉप (छत) वर्षा जल संग्रहण’ द्वारा पानी को टैंकों में जमा करना या भूमिगत जल को रिचार्ज करना।

अध्याय 4: कृषि

महत्वपूर्ण तथ्य (विस्तृत सारांश):

  • कृषि के प्रकार:
    • प्रारंभिक जीविका निर्वाह: भूमि के छोटे टुकड़ों पर पुराने औजारों से की जाती है। इसे ‘कर्तन-दहन’ (Slash-and-burn) या ‘झूम’ कृषि (पूर्वोत्तर भारत में) भी कहते हैं।
    • गहन जीविका कृषि: अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्रों में की जाती है। इसमें अधिक उत्पादन के लिए अधिक श्रम, सिंचाई और जैव-रासायनिक निवेश (खाद, कीटनाशक) का उपयोग होता है।
    • वाणिज्यिक कृषि: मुख्य उद्देश्य बाजार में फसल बेचना होता है। इसमें आधुनिक तकनीकों का उपयोग होता है (जैसे – रोपण कृषि – चाय, कॉफी, गन्ना)।
  • शस्य प्रारूप (Cropping Pattern):
    • रबी (Rabi): शीत ऋतु (अक्टूबर-दिसंबर) में बोई जाती है, ग्रीष्म (अप्रैल-जून) में काटी जाती है। (फसलें: गेहूँ, जौ, चना, सरसों)।
    • खरीफ (Kharif): मानसून (जून-जुलाई) में बोई जाती है, पतझड़ (सितंबर-अक्टूबर) में काटी जाती है। (फसलें: चावल, मक्का, कपास, जूट, मूँगफली)।
    • जायद (Zaid): रबी और खरीफ के बीच छोटी ग्रीष्म ऋतु में (तरबूज, खरबूजा, खीरा)।
  • मुख्य फसलें एवं भौगोलिक दशाएँ:
    • चावल: खरीफ फसल। उच्च तापमान (25°C+), अधिक आर्द्रता और 100 सेमी से अधिक वर्षा।
    • गेहूँ: रबी फसल। ठंडी जलवायु और 50-75 सेमी वर्षा।
    • गन्ना: उष्णकटिबंधीय फसल। गर्म और आर्द्र जलवायु, 75-100 सेमी वर्षा।
    • चाय: रोपण कृषि (पेय फसल)। गर्म और नम जलवायु, अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी।
    • कपास: खरीफ फसल। उच्च तापमान, हल्की वर्षा, 210 पाला-रहित दिन और ‘काली मिट्टी’ की आवश्यकता।

अति-महत्वपूर्ण प्रश्न-बैंक:

1. सही विकल्प चुनिए (MCQs):

(i) निम्नलिखित में से कौन सी एक रबी की फसल है?

(a) चावल (b) कपास (c) चना (d) मक्का

* उत्तर: (c) चना।

(ii) ‘कर्तन-दहन’ (Slash-and-burn) कृषि को पूर्वोत्तर भारत में क्या कहा जाता है?

(a) रेगुर (b) झूम (c) खरीफ (d) वाणिज्यिक

* उत्तर: (b) झूम।

(iii) निम्नलिखित में से कौन सी एक रेशेदार फसल है?

(a) चाय (b) गेहूँ (c) जूट (d) रबर

* उत्तर: (c) जूट।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(i) चावल एक ______ फसल है (रबी/खरीफ)।

* उत्तर: खरीफ।

(ii) भारत में चाय की खेती मुख्य रूप से ______ और पश्चिम बंगाल में की जाती है।

* उत्तर: असम।

(iii) कपास उगाने के लिए ______ मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है।

* उत्तर: काली।

3. सत्य/असत्य बताइए:

(i) गेहूँ को उच्च तापमान और 100 सेमी से अधिक वर्षा की आवश्यकता होती है।

* उत्तर: असत्य (यह चावल की दशा है)।

(ii) गन्ना एक रोपण (वाणिज्यिक) कृषि का उदाहरण है।

* उत्तर: सत्य।

4. सही जोड़ी बनाइए:

| स्तंभ A (फसल) | स्तंभ B (प्रकार) |

| :— | :— |

| 1. चावल | (a) रबी फसल |

| 2. गेहूँ | (b) खरीफ फसल |

| 3. चाय | (c) पेय (रोपण) फसल |

| 4. तरबूज | (d) जायद फसल |

* उत्तर: 1-(b), 2-(a), 3-(c), 4-(d)

5. एक शब्द/वाक्य में उत्तर:

(i) भारत की दो मुख्य खाद्य फसलों के नाम लिखिए।

* उत्तर: चावल और गेहूँ।

(ii) “सुनहरा रेशा” (Golden Fibre) किस फसल को कहा जाता है?

* उत्तर: जूट।

6. लघु उत्तरीय प्रश्न (2/3 अंक):

(i) रबी और खरीफ की फसलों के बीच तीन अंतर स्पष्ट कीजिए।

* उत्तर:

| विशेषता | रबी फसल | खरीफ फसल |

| :— | :— | :— |

| बुवाई | शीत ऋतु (अक्टूबर-दिसंबर) | मानसून (जून-जुलाई) |

| कटाई | ग्रीष्म ऋतु (अप्रैल-जून) | पतझड़ (सितंबर-अक्टूबर) |

| उदाहरण | गेहूँ, चना, सरसों | चावल, मक्का, कपास |

(ii) ‘गहन जीविका कृषि’ की विशेषताएँ बताइए।

* उत्तर: यह कृषि उन क्षेत्रों में की जाती है जहाँ भूमि पर जनसंख्या का दबाव अधिक होता है। इसमें अधिक उत्पादन के लिए अधिक श्रम, सिंचाई और जैव-रासायनिक (खाद, कीटनाशक) निवेश का उपयोग किया जाता है।

7. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (4/5 अंक):

(i) चावल (या गेहूँ) की खेती के लिए आवश्यक भौगोलिक दशाओं का वर्णन कीजिए।

* उत्तर: चावल (Rice):

1. फसल: यह एक खरीफ फसल है।

2. तापमान: इसे उच्च तापमान (25°C से ऊपर) की आवश्यकता होती है।

3. वर्षा: इसे अधिक आर्द्रता और 100 सेमी से अधिक वार्षिक वर्षा की आवश्यकता होती है। कम वर्षा वाले क्षेत्रों में सिंचाई की आवश्यकता होती है।

4. मिट्टी: गहरी चिकनी और जलोढ़ मिट्टी उपयुक्त है।

5. क्षेत्र: उत्तर और उत्तर-पूर्वी भारत के मैदानी इलाके, तटीय क्षेत्र और डेल्टा प्रदेश।

अध्याय 5: खनिज तथा ऊर्जा संसाधन

महत्वपूर्ण तथ्य (विस्तृत सारांश):

  • खनिज: प्राकृतिक रूप से विद्यमान समरूप तत्व जिनकी एक निश्चित आंतरिक संरचना होती है। ये ‘अयस्कों’ (Ores) के रूप में पाए जाते हैं।
  • खनिजों के प्रकार:
    • धात्विक: 1. लौह (जिनमें लोहा हो – लौह-अयस्क, मैंगनीज), 2. अलौह (लोहा नहीं – तांबा, बॉक्साइट (एल्यूमीनियम का अयस्क))।
    • अधात्विक: चूना पत्थर, अभ्रक (Mica), पोटाश।
  • ऊर्जा संसाधन:
    • परंपरागत: ये अनवीकरणीय होते हैं और लंबे समय से उपयोग में हैं (जैसे – कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस)।
    • गैर-परंपरागत: ये नवीकरणीय होते हैं और नए स्रोत हैं (जैसे – सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, ज्वारीय ऊर्जा, परमाणु ऊर्जा, बायोगैस)।
  • संरक्षण की आवश्यकता: खनिज और परंपरागत ऊर्जा स्रोत अनवीकरणीय और सीमित हैं। इनके निर्माण में लाखों वर्ष लगते हैं। अतः, सतत विकास के लिए इनका संरक्षण (विवेकपूर्ण उपयोग) अनिवार्य है।

अति-महत्वपूर्ण प्रश्न-बैंक:

1. सही विकल्प चुनिए (MCQs):

(i) एल्यूमीनियम किस अयस्क से प्राप्त किया जाता है?

(a) लौह-अयस्क (b) बॉक्साइट (c) अभ्रक (d) चूना पत्थर

* उत्तर: (b) बॉक्साइट।

(ii) निम्नलिखित में से कौन सा एक गैर-परंपरागत ऊर्जा स्रोत है?

(a) कोयला (b) पेट्रोलियम (c) सौर ऊर्जा (d) प्राकृतिक गैस

* उत्तर: (c) सौर ऊर्जा।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(i) भारत का सबसे बड़ा पेट्रोलियम उत्पादक क्षेत्र ______ है।

* उत्तर: मुंबई हाई।

(ii) अभ्रक (Mica) एक ______ खनिज है।

* उत्तर: अधात्विक।

3. सत्य/असत्य बताइए:

(i) तांबा एक लौह (ferrous) खनिज है।

* उत्तर: असत्य (यह अलौह है)।

(ii) सौर ऊर्जा एक नवीकरणीय संसाधन है।

* उत्तर: सत्य।

4. एक शब्द/वाक्य में उत्तर:

(i) किसी एक परंपरागत ऊर्जा स्रोत का नाम लिखिए।

* उत्तर: कोयला (या पेट्रोलियम)।

(ii) भारत में सौर ऊर्जा का सबसे बड़ा संयंत्र कहाँ स्थित है?

* उत्तर: माधोपुर (भुज, गुजरात के पास)।

5. लघु उत्तरीय प्रश्न (2/3 अंक):

(i) परंपरागत और गैर-परंपरागत ऊर्जा स्रोतों में तीन अंतर बताइए।

* उत्तर:

| परंपरागत स्रोत | गैर-परंपरागत स्रोत |

| :— | :— |

| 1. ये अनवीकरणीय होते हैं। | 1. ये नवीकरणीय होते हैं। |

| 2. ये प्रदूषण फैलाते हैं। | 2. ये आमतौर पर पर्यावरण-अनुकूल होते हैं। |

| 3. उदाहरण: कोयला, पेट्रोलियम। | 3. उदाहरण: सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा। |

(ii) हमें खनिजों तथा ऊर्जा संसाधनों के संरक्षण की आवश्यकता क्यों है?

* उत्तर: 1. खनिज और परंपरागत ऊर्जा (कोयला, पेट्रोलियम) अनवीकरणीय संसाधन हैं, इन्हें बनने में लाखों वर्ष लगते हैं। 2. ये सीमित मात्रा में उपलब्ध हैं और तेजी से समाप्त हो रहे हैं। 3. देश के सतत औद्योगिक विकास और भविष्य की पीढ़ियों के लिए इन्हें बचाना आवश्यक है।

अध्याय 6 & 7: विनिर्माण उद्योग / राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएं

महत्वपूर्ण तथ्य (विस्तृत सारांश):

  • विनिर्माण (Manufacturing): कच्चे माल को अधिक मूल्यवान उत्पादों में परिवर्तित करने की प्रक्रिया (द्वितीयक क्षेत्रक)। किसी देश के आर्थिक विकास की रीढ़।
  • उद्योगों का वर्गीकरण:
    • कच्चे माल के आधार पर: कृषि-आधारित (सूती वस्त्र, चीनी), और खनिज-आधारित (लोहा-इस्पात, सीमेंट)।
    • पूँजी निवेश के आधार पर: लघु उद्योग और वृहत् उद्योग।
    • स्वामित्व के आधार पर: सार्वजनिक (Public – BHEL, SAIL), निजी (Private – TISCO, रिलायंस), संयुक्त (Joint) और सहकारी (Co-operative – अमूल)।
  • औद्योगिक प्रदूषण: उद्योग चार प्रकार के प्रदूषण फैलाते हैं: वायु, जल, ध्वनि और तापीय प्रदूषण।
  • राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएं: परिवहन (Transport) और संचार (Communication)।
  • परिवहन:
    • स्थल: सड़क (स्वर्णिम चतुर्भुज – दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता को जोड़ना), रेल (मुख्य परिवहन साधन), पाइपलाइन (गैस, तेल परिवहन)।
    • जल: सबसे सस्ता साधन (आंतरिक और समुद्री)।
    • वायु: सबसे तीव्र और महंगा साधन।
  • संचार (Communication): व्यक्तिगत (डाक, फोन) और जनसंचार (रेडियो, टीवी, इंटरनेट, समाचार पत्र)।
  • व्यापार (Trade): अंतर्राष्ट्रीय व्यापार (दो देशों के बीच) और स्थानीय व्यापार।

अति-महत्वपूर्ण प्रश्न-बैंक:

1. सही विकल्प चुनिए (MCQs):

(i) कच्चे माल को मूल्यवान उत्पाद में बदलना किस क्षेत्रक की गतिविधि है?

(a) प्राथमिक (b) द्वितीयक (c) तृतीयक (d) ये सभी

* उत्तर: (b) द्वितीयक (विनिर्माण)।

(ii) ‘स्वर्णिम चतुर्भुज’ (Golden Quadrilateral) परियोजना किन चार महानगरों को जोड़ती है?

(a) दिल्ली, मुंबई, जयपुर, पटना (b) दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता (c) दिल्ली, नागपुर, बंगलौर, कोलकाता (d) मुंबई, सूरत, पुणे, नागपुर

* उत्तर: (b) दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(i) चीनी उद्योग ______ आधारित उद्योग है।

* उत्तर: कृषि।

(ii) भारत में वायु परिवहन का राष्ट्रीयकरण ______ में किया गया था।

* उत्तर: 1953.

(iii) सबसे सस्ता परिवहन का साधन ______ है।

* उत्तर: जल परिवहन।

3. सत्य/असत्य बताइए:

(i) लोहा-इस्पात उद्योग एक खनिज-आधारित उद्योग है।

* उत्तर: सत्य।

(ii) सड़क परिवहन, रेल परिवहन से पुराना है।

* उत्तर: सत्य।

4. सही जोड़ी बनाइए:

| स्तंभ A | स्तंभ B |

| :— | :— |

| 1. SAIL | (a) कृषि-आधारित उद्योग |

| 2. सूती वस्त्र | (b) सबसे तीव्र परिवहन |

| 3. वायु परिवहन | (c) सार्वजनिक क्षेत्र का उद्योग |

* उत्तर: 1-(c), 2-(a), 3-(b)

5. एक शब्द/वाक्य में उत्तर:

(i) दो या दो से अधिक देशों के बीच होने वाले व्यापार को क्या कहते हैं?

* उत्तर: अंतर्राष्ट्रीय व्यापार।

(ii) जनसंचार का एक इलेक्ट्रॉनिक माध्यम बताइए।

* उत्तर: रेडियो (या टेलीविजन, इंटरनेट)।

6. लघु उत्तरीय प्रश्न (2/3 अंक):

(i) सड़क परिवहन, रेल परिवहन की तुलना में क्यों अधिक महत्वपूर्ण है? (कोई तीन कारण)

* उत्तर: 1. रेलवे की तुलना में सड़कों की निर्माण लागत कम होती है। 2. यह उबड़-खाबड़ और पहाड़ी इलाकों में भी बनाई जा सकती हैं। 3. यह ‘घर-घर’ (door-to-door) सेवा प्रदान करती हैं और रेलवे के लिए एक योजक (feeder) का काम करती हैं।

(ii) कृषि-आधारित और खनिज-आधारित उद्योगों में क्या अंतर है? उदाहरण दीजिए।

* उत्तर: कृषि-आधारित उद्योग कच्चे माल के लिए कृषि उत्पादों पर निर्भर होते हैं (जैसे: सूती वस्त्र उद्योग के लिए कपास, चीनी उद्योग के लिए गन्ना)। खनिज-आधारित उद्योग कच्चे माल के लिए खनिजों पर निर्भर होते हैं (जैसे: लोहा-इस्पात उद्योग के लिए लौह-अयस्क, सीमेंट उद्योग के लिए चूना पत्थर)।

2. भारत और समकालीन विश्व – II (इतिहास)

अध्याय 1: यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय

महत्वपूर्ण तथ्य (विस्तृत सारांश):

  • राष्ट्रवाद: अपने राष्ट्र के प्रति प्रेम और गौरव की भावना।
  • 1789 फ्रांसीसी क्रांति: राष्ट्रवाद की पहली स्पष्ट अभिव्यक्ति। ‘पितृभूमि’ (La Patrie) और ‘नागरिक’ (Le Citoyen) के विचार।
  • 1804 नेपोलियन संहिता: कानून के समक्ष समानता, जन्म पर आधारित विशेषाधिकार समाप्त, संपत्ति के अधिकार को सुरक्षित बनाया।
  • 1815 वियना की संधि: नेपोलियन की हार के बाद यूरोपीय शक्तियों (ब्रिटेन, रूस, प्रशा, ऑस्ट्रिया) की बैठक। अध्यक्षता ऑस्ट्रिया के चांसलर ‘ड्यूक मैटरनिख’ ने की। उद्देश्य: रूढ़िवादी व्यवस्था की पुनर्स्थापना।
  • ज्युसेपे मेत्सिनी (Mazzini): इटली का महान क्रांतिकारी। इसने ‘यंग इटली’ और ‘यंग यूरोप’ नामक गुप्त संगठनों की स्थापना की। मैटरनिख ने उसे ‘हमारी सामाजिक व्यवस्था का सबसे खतरनाक दुश्मन’ बताया।
  • जर्मनी का एकीकरण (1866-71): प्रशा के नेतृत्व में हुआ। मुख्य भूमिका: प्रशा के मुख्यमंत्री ऑटो वॉन बिस्मार्क (नीति: “रक्त और लौह”)। 7 वर्षों में 3 युद्ध (डेनमार्क, ऑस्ट्रिया, फ्रांस) लड़े गए। 1871 में वर्साय में विलियम प्रथम को सम्राट घोषित किया गया।
  • इटली का एकीकरण (1859-70): मुख्य भूमिका: 1. मेत्सिनी (क्रांतिकारी), 2. कावूर (Cavour – मुख्यमंत्री, कूटनीतिज्ञ), 3. गैरीबाल्डी (Garibaldi – ‘रेड शर्ट्स’ सेना का नेता)। 1861 में विक्टर इमैनुएल द्वितीय को एकीकृत इटली का राजा घोषित किया गया।
  • मारीआन और जर्मेनिया: ये क्रमशः फ्रांस और जर्मनी के राष्ट्र की नारी रूपक (allegories) थीं, जिन्हें राष्ट्र के प्रतीक के रूप में चित्रित किया गया।

अति-महत्वपूर्ण प्रश्न-बैंक:

1. सही विकल्प चुनिए (MCQs):

(i) “यंग इटली” नामक गुप्त संगठन की स्थापना किसने की?

(a) ऑटो वॉन बिस्मार्क (b) ज्युसेपे मेत्सिनी (c) नेपोलियन (d) ड्यूक मैटरनिख

* उत्तर: (b) ज्युसेपे मेत्सिनी।

(ii) 1815 की ‘वियना की संधि’ की अध्यक्षता किसने की?

(a) बिस्मार्क (b) कावूर (c) ड्यूक मैटरनिख (d) मेत्सिनी

* उत्तर: (c) ड्यूक मैटरनिख।

(iii) “मारीआन” किस देश का नारी रूपक था?

(a) जर्मनी (b) इटली (c) फ्रांस (d) ब्रिटेन

* उत्तर: (c) फ्रांस।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(i) 1804 की नागरिक संहिता को ______ संहिता के नाम से जाना जाता है।

* उत्तर: नेपोलियन।

(ii) जर्मनी के एकीकरण का मुख्य वास्तुकार ______ था।

* उत्तर: ऑटो वॉन बिस्मार्क।

(iii) ज्युसेपे गैरीबाल्डी ने ______ नामक सेना का नेतृत्व किया।

* उत्तर: रेड शर्ट्स।

3. सत्य/असत्य बताइए:

(i) 1789 में फ्रांसीसी क्रांति के समय फ्रांस में राजतंत्र था।

* उत्तर: सत्य।

(ii) ज्युसेपे मेत्सिनी जर्मनी का क्रांतिकारी था।

* उत्तर: असत्य (वह इटली का था)।

4. सही जोड़ी बनाइए:

| स्तंभ A | स्तंभ B |

| :— | :— |

| 1. ऑटो वॉन बिस्मार्क | (a) इटली |

| 2. ज्युसेपे गैरीबाल्डी | (b) फ्रांस |

| 3. मारीआन | (c) जर्मनी |

* उत्तर: 1-(c), 2-(a), 3-(b)

5. एक शब्द/वाक्य में उत्तर:

(i) 1815 में नेपोलियन को किस युद्ध में पराजित किया गया?

* उत्तर: वाटरलू का युद्ध।

(ii) बिस्मार्क की नीति का नाम क्या था?

* उत्तर: “रक्त और लौह” (Blood and Iron)।

6. लघु उत्तरीय प्रश्न (2/3 अंक):

(i) 1804 की ‘नेपोलियन संहिता’ की तीन मुख्य विशेषताएँ क्या थीं?

* उत्तर: 1. इसने जन्म पर आधारित विशेषाधिकार समाप्त कर दिए। 2. इसने कानून के समक्ष समानता स्थापित की। 3. इसने संपत्ति के अधिकार को सुरक्षित बनाया और सामंती व्यवस्था को समाप्त किया।

(ii) मारीआन और जर्मेनिया कौन थे? उन्हें चित्रित करने का क्या महत्व था?

* उत्तर: मारीआन फ्रांस का और जर्मेनिया जर्मनी का नारी रूपक (राष्ट्र का प्रतीक) थीं। उन्हें चित्रित करने का उद्देश्य राष्ट्र के अमूर्त विचार (जैसे स्वतंत्रता, गणतंत्र) को एक ठोस (मानवीय) रूप प्रदान करना था, जिससे लोगों में राष्ट्रीय एकता की भावना पैदा हो सके।

7. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (4/5 अंक):

(i) जर्मनी के एकीकरण की प्रक्रिया का संक्षेप में वर्णन कीजिए।

* उत्तर: जर्मनी का एकीकरण प्रशा के नेतृत्व में हुआ। प्रशा के मुख्यमंत्री ऑटो वॉन बिस्मार्क ने “रक्त और लौह” की नीति अपनाई। उन्होंने 7 वर्षों के दौरान तीन युद्ध लड़े:

1. डेनमार्क से युद्ध (1864): श्लेस्विग-होल्स्टीन पर नियंत्रण के लिए।

2. ऑस्ट्रिया से युद्ध (1866): जर्मन भाषी राज्यों से ऑस्ट्रिया को बाहर करने के लिए।

3. फ्रांस से युद्ध (1870-71): इस युद्ध में फ्रांस की हार हुई और जर्मनी का एकीकरण पूरा हुआ। 1871 में वर्साय के महल में प्रशा के राजा विलियम प्रथम को संयुक्त जर्मनी का सम्राट घोषित किया गया।

(ii) इटली के एकीकरण में ज्युसेपे मेत्सिनी और कावूर की भूमिका की व्याख्या कीजिए।

* उत्तर: मेत्सिनी: वह इटली का एक महान क्रांतिकारी था। उसने ‘यंग इटली’ संगठन बनाकर इटली के एकीकरण का विचार फैलाया। हालाँकि वह 1831 और 1848 की क्रांतियों में असफल रहा, लेकिन उसने एकीकरण की नींव रखी।

* कावूर: वह सार्डिनिया-पीडमांट का मुख्यमंत्री और एक चतुर कूटनीतिज्ञ था। उसने फ्रांस के साथ एक संधि की और 1859 में ऑस्ट्रिया को हराया। उसने कूटनीति के माध्यम से इटली के राज्यों को एकजुट करने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

अध्याय 2: भारत में राष्ट्रवाद

महत्वपूर्ण तथ्य (विस्तृत सारांश):

  • प्रथम विश्व युद्ध (1914-18) का प्रभाव: भारत में रक्षा व्यय बढ़ा, कीमतें बढ़ीं, जबरन भर्ती हुई, जिससे लोगों में गुस्सा था।
  • सत्याग्रह: गाँधीजी का विचार (1915 में दक्षिण अफ्रीका से लौटे)। इसका अर्थ है सत्य और अहिंसा पर आधारित संघर्ष।
  • रॉलेट एक्ट (1919): ब्रिटिश सरकार द्वारा पारित ‘काला कानून’। इसने सरकार को राजनीतिक कैदियों को 2 साल तक बिना मुकदमा चलाए जेल में रखने का अधिकार दिया।
  • जलियाँवाला बाग (13 अप्रैल 1919): अमृतसर में रॉलेट एक्ट के विरोध में हो रही शांतिपूर्ण सभा पर जनरल डायर ने गोलियाँ चलवाईं, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए।
  • खिलाफत आंदोलन: तुर्की के खलीफा के समर्थन में अली बंधुओं (शौकत अली, मुहम्मद अली) द्वारा शुरू किया गया।
  • असहयोग आंदोलन (Non-Cooperation Movement, 1920-22): गाँधीजी ने खिलाफत आंदोलन के साथ मिलकर इसे शुरू किया। उद्देश्य: विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार, स्कूल-कॉलेजों का बहिष्कार, उपाधियाँ लौटाना।
  • चौरी चौरा (1922): गोरखपुर (उ.प्र.) में हिंसक भीड़ ने पुलिस थाने में आग लगा दी। इस हिंसा के कारण गाँधीजी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया।
  • साइमन कमीशन (1928): भारत में संवैधानिक सुधारों का अध्ययन करने आया, लेकिन इसमें कोई भारतीय सदस्य नहीं था। इसका घोर विरोध हुआ (“साइमन वापस जाओ”)।
  • पूर्ण स्वराज्य (1929): लाहौर अधिवेशन (अध्यक्ष: जवाहरलाल नेहरू) में कांग्रेस ने पूर्ण स्वतंत्रता का लक्ष्य घोषित किया। 26 जनवरी 1930 को स्वतंत्रता दिवस मनाने का निर्णय लिया।
  • सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience, 1930): दांडी मार्च (नमक यात्रा) के साथ शुरू हुआ। 12 मार्च 1930 को गाँधीजी ने साबरमती से दांडी तक 78 स्वयंसेवकों के साथ नमक कानून तोड़ने के लिए यात्रा शुरू की।
  • गांधी-इरविन पैक्ट (1931): गाँधीजी ने आंदोलन स्थगित किया और लंदन में दूसरे गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया।
  • पूना पैक्ट (1932): गाँधीजी और डॉ. अंबेडकर के बीच, दलितों के लिए पृथक निर्वाचन क्षेत्र के बजाय प्रांतीय विधान परिषदों में आरक्षित सीटों (Reserved seats) पर सहमति बनी।

अति-महत्वपूर्ण प्रश्न-बैंक:

1. सही विकल्प चुनिए (MCQs):

(i) जलियाँवाला बाग की घटना कब हुई?

(a) 13 जनवरी 1919 (b) 13 अप्रैल 1919 (c) 10 मार्च 1920 (d) 5 फरवरी 1922

* उत्तर: (b) 13 अप्रैल 1919.

(ii) असहयोग आंदोलन क्यों वापस ले लिया गया?

(a) गाँधीजी की गिरफ्तारी (b) चौरी चौरा की हिंसक घटना (c) गांधी-इरविन पैक्ट (d) साइमन कमीशन

* उत्तर: (b) चौरी चौरा की हिंसक घटना।

(iii) “पूर्ण स्वराज्य” की मांग कांग्रेस के किस अधिवेशन में की गई?

(a) नागपुर (1920) (b) लाहौर (1929) (c) बंबई (1931) (d) मद्रास (1927)

* उत्तर: (b) 1929 के लाहौर अधिवेशन में।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(i) 1915 में महात्मा गाँधी ______ से भारत लौटे थे।

* उत्तर: दक्षिण अफ्रीका।

(ii) 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन ______ यात्रा से शुरू हुआ।

* उत्तर: दांडी (नमक)।

(iii) 1932 में गाँधीजी और ______ के बीच पूना पैक्ट हुआ।

* उत्तर: डॉ. बी. आर. अंबेडकर।

3. सत्य/असत्य बताइए:

(i) 1928 में साइमन कमीशन का भारत में स्वागत किया गया।

* उत्तर: असत्य (इसका बहिष्कार किया गया)।

(ii) “खिलाफत आंदोलन” तुर्की के खलीफा के समर्थन में शुरू हुआ था।

* उत्तर: सत्य।

4. सही जोड़ी बनाइए:

| स्तंभ A | स्तंभ B |

| :— | :— |

| 1. रॉलेट एक्ट | (a) 1929 |

| 2. चौरी चौरा | (b) 1919 |

| 3. पूर्ण स्वराज्य | (c) 1922 |

| 4. दांडी मार्च | (d) 1930 |

* उत्तर: 1-(b), 2-(c), 3-(a), 4-(d)

5. एक शब्द/वाक्य में उत्तर:

(i) जलियाँवाला बाग में गोली चलाने का आदेश किसने दिया?

* उत्तर: जनरल डायर।

(ii) गाँधीजी के ‘सत्याग्रह’ के दो मुख्य सिद्धांत क्या थे?

* उत्तर: सत्य और अहिंसा।

6. लघु उत्तरीय प्रश्न (2/3 अंक):

(i) “रॉलेट एक्ट” (1919) क्या था? भारतीयों ने इसका विरोध क्यों किया?

* उत्तर: यह 1919 में ब्रिटिश सरकार द्वारा जल्दबाजी में पारित एक ‘काला कानून’ था। इसने सरकार को राजनीतिक गतिविधियों को कुचलने और राजनीतिक कैदियों को दो साल तक बिना मुकदमा चलाए जेल में बंद रखने का अधिकार दे दिया। यह नागरिकों की स्वतंत्रता के खिलाफ था, इसलिए भारतीयों ने इसका विरोध किया।

(ii) “साइमन कमीशन” का बहिष्कार क्यों किया गया?

* उत्तर: 1928 में सर जॉन साइमन के नेतृत्व में यह कमीशन भारत में संवैधानिक व्यवस्था का अध्ययन करने आया था। लेकिन इसमें एक भी भारतीय सदस्य नहीं था। भारतीयों को लगा कि उनके भविष्य का फैसला अंग्रेज कैसे कर सकते हैं, इसलिए इसका बहिष्कार किया गया और “साइमन वापस जाओ” के नारे लगाए गए।

7. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (4/5 अंक):

(i) जलियाँवाला बाग हत्याकांड पर एक विस्तृत टिप्पणी लिखिए।

* उत्तर: 13 अप्रैल 1919 को बैसाखी के दिन अमृतसर के जलियाँवाला बाग में लोग रॉलेट एक्ट के विरोध में और कुछ लोग बैसाखी का मेला मनाने के लिए शांतिपूर्ण सभा कर रहे थे। तभी ब्रिटिश जनरल डायर, सैनिकों के साथ वहाँ पहुँचा। उसने बाग से बाहर निकलने के एकमात्र रास्ते को बंद कर दिया और निहत्थी भीड़ पर अंधाधुंध गोलियाँ चलाने का आदेश दे दिया। यह गोलीबारी 10 मिनट तक चलती रही, जिसमें सैकड़ों निर्दोष लोग (महिलाएँ, बच्चे, बूढ़े) मारे गए। इस हत्याकांड का उद्देश्य सत्याग्रहियों के मन में ‘आतंक और भय’ पैदा करना था।

(ii) “सविनय अवज्ञा आंदोलन” (दांडी मार्च) का वर्णन कीजिए।

* उत्तर: 1930 में, गाँधीजी ने ‘नमक कर’ को ब्रिटिश शासन का सबसे दमनकारी पहलू मानते हुए इसे तोड़ने का फैसला किया।

* उन्होंने 12 मार्च 1930 को अपने 78 विश्वसनीय स्वयंसेवकों के साथ साबरमती आश्रम से गुजरात के तटीय कस्बे दांडी तक की यात्रा शुरू की।

* 24 दिनों तक लगभग 240 मील की यात्रा करने के बाद, वे 6 अप्रैल को दांडी पहुँचे।

* वहाँ उन्होंने समुद्र का पानी उबालकर नमक बनाया और ब्रिटिश नमक कानून को तोड़ा।

* यहीं से “सविनय अवज्ञा आंदोलन” की शुरुआत हुई, जो असहयोग आंदोलन से इस मायने में अलग था कि इस बार न केवल सहयोग न करने, बल्कि औपनिवेशिक कानूनों का उल्लंघन करने का भी आह्वान किया गया।

अध्याय 3 & 4: भूमंडलीकृत विश्व / औद्योगीकरण का युग

महत्वपूर्ण तथ्य (विस्तृत सारांश):

  • भूमंडलीकरण (वैश्वीकरण): विश्व का आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक रूप से एकीकरण।
  • रेशम मार्ग (Silk Route): प्राचीन काल में चीन को पश्चिम (यूरोप, अफ्रीका) से जोड़ने वाला मार्ग, जिससे न केवल रेशम, बल्कि व्यापार, संस्कृति और धर्म का भी आदान-प्रदान हुआ।
  • कॉर्न लॉ (Corn Laws): 19वीं सदी में ब्रिटेन में भूस्वामियों के दबाव में मक्का (Corn) के आयात पर पाबंदी लगाने वाला कानून। बाद में, उद्योगपतियों के दबाव में इसे समाप्त कर दिया गया, जिससे ब्रिटेन में अनाज सस्ता हो गया।
  • रिंडरपेस्ट (Rinderpest): 1890 के दशक में अफ्रीका में फैला एक विनाशकारी पशु रोग (प्लेग), जिसने वहाँ के 90% मवेशियों को मार दिया और यूरोपियों के लिए अफ्रीका पर कब्जा करना आसान बना दिया।
  • महामंदी (Great Depression, 1929): 1929 में अमेरिका से शुरू हुई विश्वव्यापी आर्थिक मंदी। इसके कारण उत्पादन, रोजगार और व्यापार में भारी गिरावट आई।
  • ब्रेटन वुड्स (Bretton Woods): 1944 में अमेरिका में हुई बैठक, जिसमें युद्ध के बाद की अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था की स्थापना हुई। इसी बैठक में IMF (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) और विश्व बैंक (World Bank) की स्थापना हुई।
  • आदि-औद्योगीकरण (Proto-industrialisation): इंग्लैंड और यूरोप में फैक्ट्रियों की स्थापना से पहले का दौर, जब गाँवों में कारीगर, शहरों के सौदागरों से कच्चा माल लेकर उनके लिए उत्पादन करते थे। यह व्यवस्था फैक्ट्रियों पर आधारित नहीं थी।
  • जॉबर (Jobber): फैक्ट्रियों में मजदूरों की भर्ती करने वाला पुराना और विश्वसनीय कर्मचारी। वह मजदूरों पर नियंत्रण भी रखता था।
  • फ्लाई शटल (Fly Shuttle): बुनाई के काम में इस्तेमाल होने वाली एक मशीन, जिसने उत्पादन तेज कर दिया।

अति-महत्वपूर्ण प्रश्न-बैंक:

1. सही विकल्प चुनिए (MCQs):

(i) 1890 के दशक में अफ्रीका में फैली पशु बीमारी का नाम क्या था?

(a) प्लेग (b) हैजा (c) रिंडरपेस्ट (d) मलेरिया

* उत्तर: (c) रिंडरपेस्ट।

(ii) IMF और विश्व बैंक की स्थापना किस बैठक में हुई?

(a) वियना संधि (b) ब्रेटन वुड्स (c) रियो सम्मेलन (d) लंदन सम्मेलन

* उत्तर: (b) ब्रेटन वुड्स।

(iii) फैक्ट्रियों में मजदूरों की भर्ती करने वाले को क्या कहते थे?

(a) जॉबर (b) सौदागर (c) गुमाश्ता (d) उद्योगपति

* उत्तर: (a) जॉबर।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(i) 1929 की आर्थिक महामंदी की शुरुआत ______ से हुई।

* उत्तर: अमेरिका (USA) से।

(ii) प्राचीन काल में चीन को पश्चिम से जोड़ने वाला मार्ग ______ कहलाता था।

* उत्तर: रेशम मार्ग (Silk Route)।

3. सत्य/असत्य बताइए:

(i) “कॉर्न लॉ” ब्रिटेन में कपास के आयात से संबंधित था।

* उत्तर: असत्य (यह मक्का/अनाज से संबंधित था)।

(ii) ‘आदि-औद्योगीकरण’ का चरण फैक्ट्रियों की स्थापना के बाद आया।

* उत्तर: असत्य (यह पहले आया)।

4. एक शब्द/वाक्य में उत्तर:

(i) ‘ब्रेटन वुड्स’ की जुड़वाँ संतानें किन्हें कहा जाता है?

* उत्तर: IMF (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) और विश्व बैंक (World Bank)।

(ii) बुनाई में प्रयुक्त होने वाली ‘फ्लाई शटल’ का क्या उपयोग था?

* उत्तर: यह बुनाई की प्रक्रिया को तेज करती थी।

5. लघु उत्तरीय प्रश्न (2/3 अंक):

(i) “कॉर्न लॉ” क्या था? इसे क्यों समाप्त किया गया?

* उत्तर: यह 19वीं सदी में ब्रिटेन द्वारा लगाया गया एक कानून था जिसने मकई (अनाज) के आयात पर रोक लगा दी थी। उद्योगपतियों और शहरी लोगों के दबाव के कारण इसे समाप्त कर दिया गया, क्योंकि वे चाहते थे कि खाद्य पदार्थ सस्ते हों ताकि वे मजदूरों को कम वेतन दे सकें।

(ii) “आदि-औद्योगीकरण” (Proto-industrialisation) से आप क्या समझते हैं?

* उत्तर: यह औद्योगीकरण (फैक्ट्रियों की शुरुआत) से ठीक पहले का चरण था। इस चरण में, शहरों के व्यापारी गाँवों के कारीगरों को पैसा (कर्ज) देते थे और उनसे अंतर्राष्ट्रीय बाजार के लिए उत्पाद (जैसे कपड़ा) बनवाते थे। यह उत्पादन फैक्ट्रियों में न होकर घरों में होता था।

अध्याय 5: मुद्रण संस्कृति और आधुनिक दुनिया

महत्वपूर्ण तथ्य (विस्तृत सारांश):

  • प्रारंभिक मुद्रण: मुद्रण (Printing) की सबसे पहली तकनीक चीन में ‘वुडब्लॉक’ (Woodblock – काठ की तख्ती) प्रिंटिंग के रूप में शुरू हुई।
  • गुटेनबर्ग प्रेस (Gutenberg Press): 1448 में योहान गुटेनबर्ग (जर्मनी) ने आधुनिक प्रिंटिंग प्रेस का आविष्कार किया। यह जैतून पेरने की मशीन (Olive Press) से प्रेरित था।
  • पहली मुद्रित पुस्तक: गुटेनबर्ग द्वारा छापी गई पहली पुस्तक ‘बाइबिल’ थी।
  • प्रोटेस्टेंट सुधार (Protestant Reformation): 1517 में, मार्टिन लूथर (जर्मनी के एक धर्म-सुधारक) ने कैथोलिक चर्च की कुरीतियों (जैसे पादरियों का भ्रष्टाचार) की आलोचना करते हुए अपनी ’95 थीसिस’ (स्थापनाएँ) लिखीं। प्रिंटिंग के कारण उनके विचार आम लोगों तक तेजी से फैले, जिससे चर्च में विभाजन हुआ और प्रोटेस्टेंट सुधार आंदोलन की शुरुआत हुई।
  • भारत में प्रिंट: पहला प्रिंटिंग प्रेस 16वीं शताब्दी में पुर्तगाली धर्मप्रचारकों द्वारा गोवा में लाया गया।
  • वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट (1878): लॉर्ड लिटन द्वारा भारतीय भाषाओं (देसी/वर्नाक्यूलर) के समाचार पत्रों पर नियंत्रण रखने के लिए पारित किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य राष्ट्रवादी अखबारों (जैसे ‘सोम प्रकाश’) की आवाज को दबाना था।

अति-महत्वपूर्ण प्रश्न-बैंक:

1. सही विकल्प चुनिए (MCQs):

(i) आधुनिक प्रिंटिंग प्रेस का आविष्कार किसने किया?

(a) मार्टिन लूथर (b) मार्को पोलो (c) योहान गुटेनबर्ग (d) लॉर्ड लिटन

* उत्तर: (c) योहान गुटेनबर्ग।

(ii) मार्टिन लूथर कौन थे?

(a) वैज्ञानिक (b) धर्म-सुधारक (c) आविष्कारक (d) राजा

* उत्तर: (b) धर्म-सुधारक।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(i) गुटेनबर्ग द्वारा छापी गई पहली पुस्तक ______ थी।

* उत्तर: बाइबिल।

(ii) देसी (भारतीय) प्रेसों पर नियंत्रण के लिए 1878 में ______ एक्ट पारित किया गया।

* उत्तर: वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट।

3. एक शब्द/वाक्य में उत्तर:

(i) प्रिंटिंग की सबसे पुरानी तकनीक (वुडब्लॉक) किस देश में विकसित हुई?

* उत्तर: चीन।

(ii) मार्टिन लूथर ने अपनी 95 स्थापनाएँ (Thesis) कब लिखीं?

* उत्तर: 1517 में।

4. लघु उत्तरीय प्रश्न (2/3 अंक):

(i) मुद्रण (प्रिंट) ने प्रोटेस्टेंट धर्मसुधार में कैसे योगदान दिया?

* उत्तर: 1517 में मार्टिन लूथर ने कैथोलिक चर्च की कुरीतियों की आलोचना करते हुए अपनी ’95 थीसिस’ लिखीं। प्रिंटिंग प्रेस के कारण इनकी हजारों प्रतियाँ तुरंत छपकर आम लोगों तक पहुँच गईं। इससे चर्च में बहस शुरू हुई और लूथर के विचारों ने चर्च के विभाजन और प्रोटेस्टेंट सुधार आंदोलन को जन्म दिया।

(ii) ‘वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट’ क्या था?

* उत्तर: यह 1878 में लॉर्ड लिटन द्वारा पारित एक दमनकारी कानून था। इसे भारतीय भाषाओं (वर्नाक्यूलर) में छपने वाले राष्ट्रवादी समाचार पत्रों पर कड़ा नियंत्रण रखने के लिए लाया गया था। इसने सरकार को किसी भी “आपत्तिजनक” रिपोर्ट छापने पर अखबार को चेतावनी देने और मशीनरी जब्त करने का अधिकार दे दिया।

3. लोकतान्त्रिक राजनीति – II (नागरिक शास्त्र)

अध्याय 1 & 2: सत्ता की साझेदारी / संघवाद

महत्वपूर्ण तथ्य (विस्तृत सारांश):

  • बेल्जियम मॉडल (समायोजन): बेल्जियम ने अपनी भाषाई विविधता (डच और फ्रेंच) को बहुत समझदारी से संभाला। उन्होंने संविधान में संशोधन करके केंद्रीय सरकार में डच और फ्रेंच भाषी मंत्रियों की संख्या समान कर दी। राजधानी ब्रुसेल्स में अलग सरकार बनी जहाँ दोनों समुदायों को समान प्रतिनिधित्व मिला।
  • श्रीलंका मॉडल (बहुसंख्यकवाद): श्रीलंका ने 1956 में ‘बहुसंख्यकवाद’ (Majoritarianism) का कानून अपनाया, जिसमें सिंहलियों को (जो बहुसंख्यक थे) प्राथमिकता दी गई (सिंहली राजभाषा बनी, बौद्ध धर्म को संरक्षण मिला)। इससे तमिलों में अलगाव पैदा हुआ और गृह युद्ध (Civil War) शुरू हुआ।
  • सत्ता की साझेदारी क्यों? 1. युक्तिपरक (Prudential): यह समझदारी भरा है, क्योंकि यह विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच टकराव को कम करता है और राजनीतिक स्थिरता लाता है। 2. नैतिक (Moral): यह लोकतंत्र की आत्मा है, क्योंकि लोगों को अपनी सरकार में हिस्सेदारी का अधिकार है।
  • संघवाद (Federalism): सरकार का वह रूप जिसमें सत्ता केंद्रीय प्राधिकरण (केंद्र सरकार) और देश की विभिन्न इकाइयों (राज्य सरकारों) के बीच बँट जाती है। (भारत, USA)।
  • एकात्मक (Unitary): शासन का एक ही स्तर होता है (केंद्र सरकार) और राज्य उसके अधीन काम करते हैं (ब्रिटेन, फ्रांस)।
  • भारत में संघवाद (3 सूचियाँ): संविधान ने शक्तियों को तीन सूचियों में बाँटा है:
    1. संघ सूची (Union List): राष्ट्रीय महत्व के विषय (रक्षा, विदेशी मामले, मुद्रा)। कानून सिर्फ केंद्र बनाता है।
    2. राज्य सूची (State List): स्थानीय महत्व के विषय (पुलिस, व्यापार, कृषि)। कानून राज्य बनाता है।
    3. समवर्ती सूची (Concurrent List): साझा महत्व के विषय (शिक्षा, वन, विवाह)। कानून दोनों बना सकते हैं (टकराव होने पर केंद्र का कानून मान्य)।
  • विकेंद्रीकरण (Decentralisation): जब केंद्र और राज्य से शक्तियाँ लेकर स्थानीय सरकारों (पंचायत, नगरपालिका) को दी जाती हैं। 1992 में 73वां/74वां संशोधन करके इसे संवैधानिक दर्जा दिया गया (नियमित चुनाव, महिलाओं को 1/3 आरक्षण, राज्य चुनाव आयोग)।

अति-महत्वपूर्ण प्रश्न-बैंक:

1. सही विकल्प चुनिए (MCQs):

(i) ‘बहुसंख्यकवाद’ के सिद्धांत को किस देश ने अपनाया, जिससे गृह युद्ध हुआ?

(a) बेल्जियम (b) भारत (c) श्रीलंका (d) जर्मनी

* उत्तर: (c) श्रीलंका।

(ii) शिक्षा, वन और विवाह जैसे विषय किस सूची के अंतर्गत आते हैं?

(a) संघ सूची (b) राज्य सूची (c) समवर्ती सूची (d) अवशिष्ट सूची

* उत्तर: (c) समवर्ती सूची।

(iii) भारत में स्थानीय स्वशासन (पंचायतों) में महिलाओं के लिए कितने पद आरक्षित हैं?

(a) एक-चौथाई (b) एक-तिहाई (c) आधे (d) कोई आरक्षण नहीं

* उत्तर: (b) एक-तिहाई (1/3)।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(i) बेल्जियम की राजधानी ______ में डच और फ्रेंच भाषी लोगों को समान प्रतिनिधित्व दिया गया।

* उत्तर: ब्रुसेल्स।

(ii) सत्ता के क्षैतिज (Horizontal) वितरण में सरकार के अंग ______ , ______ और ______ होते हैं।

* उत्तर: विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका।

(iii) भारत में स्थानीय स्वशासन (विकेंद्रीकरण) का संशोधन ______ में पारित हुआ।

* उत्तर: 1992.

3. सत्य/असत्य बताइए:

(i) भारत एक एकात्मक (Unitary) शासन व्यवस्था वाला देश है।

* उत्तर: असत्य (भारत एक संघीय देश है)।

(ii) रक्षा और मुद्रा जैसे विषय राज्य सूची में आते हैं।

* उत्तर: असत्य (ये संघ सूची में आते हैं)।

4. सही जोड़ी बनाइए:

| स्तंभ A | स्तंभ B |

| :— | :— |

| 1. संघ सूची | (a) पुलिस, कृषि |

| 2. राज्य सूची | (b) शिक्षा, वन |

| 3. समवर्ती सूची | (c) रक्षा, मुद्रा |

* उत्तर: 1-(c), 2-(a), 3-(b)

5. एक शब्द/वाक्य में उत्तर:

(i) सत्ता की साझेदारी का ‘युक्तिपरक’ (Prudential) कारण क्या है?

* उत्तर: यह सामाजिक समूहों के बीच टकराव को कम करता है।

(ii) संघवाद (Federalism) को परिभाषित कीजिए।

* उत्तर: शासन की वह प्रणाली जिसमें सत्ता केंद्र सरकार और राज्य सरकारों (इकाइयों) के बीच बँट जाती है।

6. लघु उत्तरीय प्रश्न (2/3 अंक):

(i) सत्ता की साझेदारी के ‘युक्तिपरक’ और ‘नैतिक’ कारणों में क्या अंतर है?

* उत्तर: युक्तिपरक कारण: यह लाभ-हानि पर आधारित है। यह तर्क देता है कि सत्ता की साझेदारी से सामाजिक समूहों के बीच टकराव कम होता है और राजनीतिक स्थिरता आती है (जैसा बेल्जियम में हुआ)। नैतिक कारण: यह लोकतंत्र के मूल सिद्धांत (आत्मा) पर आधारित है। यह तर्क देता है कि सत्ता का बँटवारा होना ही चाहिए क्योंकि लोगों को अपनी सरकार में हिस्सेदारी का अधिकार है।

(ii) संघवाद (Federalism) की तीन मुख्य विशेषताएँ क्या हैं?

* उत्तर: 1. सरकार के दो या दो से अधिक स्तर (केंद्र, राज्य) होते हैं। 2. विभिन्न स्तरों के अधिकार क्षेत्र संविधान में स्पष्ट रूप से वर्णित होते हैं। 3. संविधान के मूल प्रावधानों को कोई एक स्तर अकेले नहीं बदल सकता। 4. अदालतों को संविधान की व्याख्या करने का अधिकार है।

7. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (4/5 अंक):

(i) बेल्जियम और श्रीलंका के सत्ता-साझेदारी मॉडल की तुलना कीजिए। दोनों से क्या सीख मिलती है?

* उत्तर:

| बेल्जियम (समायोजन) | श्रीलंका (बहुसंख्यकवाद) |

| :— | :— |

| 1. बेल्जियम ने विविधता को पहचाना और डच व फ्रेंच भाषी समुदायों के बीच सत्ता का समान बंटवारा किया। | 1. श्रीलंका ने सिंहली समुदाय की श्रेष्ठता स्थापित करने के लिए ‘बहुसंख्यकवाद’ का मार्ग अपनाया। |

| 2. केंद्रीय सरकार में दोनों समूहों को समान मंत्री पद दिए गए और ब्रुसेल्स में अलग सरकार बनी। | 2. 1956 के कानून द्वारा सिंहली को राजभाषा बनाया गया और तमिलों की उपेक्षा की गई। |

| 3. परिणाम: देश में शांति और एकता बनी रही। | 3. परिणाम: तमिलों में अलगाव बढ़ा और देश में गृह युद्ध छिड़ गया। |

  • सीख: बेल्जियम के मॉडल से हम सीखते हैं कि विविधता का सम्मान करने और सत्ता में साझेदारी देने से देश की एकता मजबूत होती है। श्रीलंका के मॉडल से हम सीखते हैं कि बहुसंख्यकवाद देश की एकता को तोड़ सकता है।

(ii) भारत में 1992 के “विकेंद्रीकरण” (73वां/74वां संशोधन) के मुख्य प्रावधान क्या थे?

* उत्तर: भारत में सत्ता के विकेंद्रीकरण के लिए 1992 में संविधान में महत्वपूर्ण संशोधन किए गए:

1. अब स्थानीय निकायों (पंचायत/नगरपालिका) के चुनाव नियमित रूप से (हर 5 साल में) कराना संवैधानिक रूप से अनिवार्य कर दिया गया।

2. निर्वाचित निकायों में अनुसूचित जाति (SC), जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए सीटें आरक्षित की गईं।

3. कम से कम एक-तिहाई (1/3) सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गईं।

4. चुनाव कराने के लिए हर राज्य में ‘राज्य चुनाव आयोग’ नामक स्वतंत्र संस्था का गठन किया गया।

5. राज्य सरकारों को अपने राजस्व और शक्तियों का कुछ हिस्सा इन स्थानीय निकायों को देना अनिवार्य किया गया।

अध्याय 3, 4 & 5: जाति, धर्म और लैंगिक मसले / राजनीतिक दल / लोकतंत्र के परिणाम

महत्वपूर्ण तथ्य (विस्तृत सारांश):

  • लैंगिक मसले: ‘श्रम का लैंगिक विभाजन’ (घर का काम औरतें, बाहर का काम मर्द)। भारत में महिलाओं को राजनीति (पंचायतों को छोड़कर) और रोजगार में कम प्रतिनिधित्व मिलता है।
  • धर्म और राजनीति:
    • सांप्रदायिकता (Communalism): जब धर्म को राष्ट्र का आधार मान लिया जाता है और अपने धर्म को श्रेष्ठ माना जाता है। यह राजनीति के लिए बहुत खतरनाक है।
    • धर्मनिरपेक्ष राज्य (Secular State): भारत का कोई राजकीय धर्म नहीं है। संविधान सभी नागरिकों और समुदायों को किसी भी धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता देता है।
  • जाति और राजनीति: जाति भारतीय राजनीति का एक महत्वपूर्ण पहलू रही है, लेकिन अब ‘जाति के अंदर राजनीति’ (एक जाति के भीतर विभिन्न हित) भी महत्वपूर्ण हो गई है।
  • राजनीतिक दल: लोगों का ऐसा संगठित समूह जो चुनाव लड़ने और सरकार में राजनीतिक सत्ता हासिल करने के उद्देश्य से काम करता है।
  • दल के हिस्से: 1. नेता (Leader), 2. सक्रिय सदस्य (Active Members), 3. अनुयायी (Followers)।
  • कार्य: चुनाव लड़ना, नीतियाँ बनाना, कानून निर्माण, सरकार बनाना/चलाना, विपक्ष की भूमिका निभाना, जनमत का निर्माण करना।
  • चुनौतियाँ: 1. आंतरिक लोकतंत्र की कमी (निर्णय कुछ शीर्ष नेता लेते हैं)। 2. वंशवाद की चुनौती (शीर्ष पदों पर एक ही परिवार के लोग)। 3. धन और बाहुबल का बढ़ता प्रभाव। 4. विकल्पहीनता (दलों की नीतियों में खास अंतर न होना)।
  • लोकतंत्र के परिणाम (Outcomes):
    • यह अन्य शासनों (तानाशाही, राजतंत्र) से बेहतर है क्योंकि यह एक उत्तरदायी (Accountable), जिम्मेदार (Responsive) और वैध (Legitimate) सरकार का गठन करता है।
    • यह नागरिकों के बीच समानता को बढ़ावा देता है और व्यक्ति की गरिमा (Dignity) को बढ़ाता है।
    • यह सामाजिक विविधताओं में सामंजस्य बिठाता है।
    • लोकतंत्र आर्थिक असमानता को कम करने में बहुत सफल नहीं रहा है।

अति-महत्वपूर्ण प्रश्न-बैंक:

1. सही विकल्प चुनिए (MCQs):

(i) जब हम धर्म को राष्ट्र का आधार मान लेते हैं, तो उसे क्या कहते हैं?

(a) धर्मनिरपेक्षता (b) लोकतंत्र (c) सांप्रदायिकता (d) संघवाद

* उत्तर: (c) सांप्रदायिकता।

(ii) निम्नलिखित में से कौन सी राजनीतिक दलों के लिए एक प्रमुख चुनौती है?

(a) जनमत (b) वंशवाद (c) सक्रिय सदस्य (d) चुनाव

* उत्तर: (b) वंशवाद।

(iii) लोकतंत्र का सबसे महत्वपूर्ण परिणाम क्या है?

(a) आर्थिक समानता (b) तानाशाही (c) एक उत्तरदायी और वैध सरकार (d) भ्रष्टाचार

* उत्तर: (c) एक उत्तरदायी और वैध सरकार।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(i) भारत का संविधान किसी भी धर्म को ______ धर्म के रूप में स्वीकार नहीं करता।

* उत्तर: राजकीय।

(ii) राजनीतिक दल के तीन मुख्य घटक नेता, सक्रिय सदस्य और ______ होते हैं।

* उत्तर: अनुयायी।

3. सत्य/असत्य बताइए:

(i) “सांप्रदायिकता” लोकतंत्र के लिए लाभदायक है।

* उत्तर: असत्य (यह खतरनाक है)।

(ii) लोकतांत्रिक सरकारें “वैध” (Legitimate) होती हैं क्योंकि वे जनता द्वारा चुनी जाती हैं।

* उत्तर: सत्य।

4. एक शब्द/वाक्य में उत्तर:

(i) भारत में किस स्तर पर महिलाओं के लिए 1/3 सीटें आरक्षित हैं?

* उत्तर: स्थानीय स्वशासन (पंचायत और नगरपालिका)।

(ii) चुनाव हारने वाले दल की सरकार में क्या भूमिका होती है?

* उत्तर: विपक्ष (Opposition) की भूमिका।

5. लघु उत्तरीय प्रश्न (2/3 अंक):

(i) राजनीतिक दलों के तीन मुख्य कार्य क्या हैं?

* उत्तर: 1. चुनाव लड़ना: दल अपने उम्मीदवार खड़े करते हैं। 2. नीति बनाना और सरकार चलाना: चुनाव जीतने पर दल सरकार बनाते हैं और अपनी नीतियों को लागू करते हैं। 3. विपक्ष की भूमिका: चुनाव हारने पर वे सरकार की गलत नीतियों की आलोचना करते हैं और जनमत तैयार करते हैं।

(ii) लोकतंत्र किस प्रकार एक “उत्तरदायी” और “वैध” सरकार सुनिश्चित करता है?

* उत्तर: उत्तरदायी (Accountable): लोकतांत्रिक सरकार जनता द्वारा चुनी जाती है और उसे संसद/विधानसभा में तथा जनता के प्रति जवाब देना पड़ता है। उसे जनता की जरूरतों और मांगों का ध्यान रखना होता है। वैध (LegDgitimate): यह एक वैध सरकार है क्योंकि यह जनता की अपनी सरकार है, जिसे जनता ने एक निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया के माध्यम से चुना है।

6. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (4/5 अंक):

(i) राजनीतिक दलों को किन चार प्रमुख चुनौतियों का सामना करना पड़ता है?

* उत्तर: 1. आंतरिक लोकतंत्र की कमी: पार्टी के अंदर सारे फैसले कुछ शीर्ष नेता लेते हैं, आम कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी जाती और न ही सांगठनिक चुनाव होते हैं।

2. वंशवाद की चुनौती: शीर्ष पदों पर अक्सर एक ही परिवार के लोग (जैसे पिता के बाद पुत्र/पुत्री) काबिज होते हैं, जो आम कार्यकर्ता के लिए अन्यायपूर्ण है।

3. धन और बाहुबल का प्रभाव: पार्टियाँ अक्सर चुनाव जीतने के लिए बहुत अधिक पैसे वाले या आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को चुनती हैं, जिससे गरीब और ईमानदार लोग पीछे रह जाते हैं।

4. विकल्पहीनता: आजकल कई प्रमुख दलों की नीतियों (विशेषकर आर्थिक नीतियों) में खास अंतर नहीं रह गया है, जिससे जनता के पास सही विकल्प नहीं बचता।

4. आर्थिक विकास की समझ (अर्थशास्त्र)

अध्याय 1 & 2: विकास / भारतीय अर्थव्यवस्था के क्षेत्रक

महत्वपूर्ण तथ्य (विस्तृत सारांश):

  • विकास (Development): विकास के लक्ष्य अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग हो सकते हैं (जैसे एक किसान के लिए बेहतर सिंचाई, एक उद्योगपति के लिए अधिक बिजली)। आय के अलावा, लोग स्वतंत्रता, समानता, सुरक्षा और सम्मान भी चाहते हैं।
  • देशों की तुलना का आधार:
    • विश्व बैंक (World Bank): केवल प्रति व्यक्ति आय (Per Capita Income) (औसत आय) का उपयोग करता है।
    • UNDP (यूएनडीपी): यह मानव विकास सूचकांक (HDI) का उपयोग करता है, जो अधिक व्यापक है। इसमें प्रति व्यक्ति आय के अलावा स्वास्थ्य (जीवन प्रत्याशा) और शिक्षा (साक्षरता) को भी शामिल किया जाता है।
  • अर्थव्यवस्था के क्षेत्रक (Sectors):
    1. प्राथमिक (Primary): जब हम प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कर उत्पादन करते हैं (जैसे – कृषि, डेयरी, खनन, मछली पकड़ना)।
    2. द्वितीयक (Secondary): इसमें प्राकृतिक उत्पादों को विनिर्माण (Manufacturing) द्वारा अन्य रूपों में बदला जाता है (जैसे – कपास से कपड़ा बनाना, गन्ने से चीनी बनाना)। इसे ‘औद्योगिक क्षेत्रक’ भी कहते हैं।
    3. तृतीयक (Tertiary): यह सेवाएँ (Services) प्रदान करता है (जैसे – परिवहन, बैंकिंग, शिक्षण, डॉक्टरी)। इसे ‘सेवा क्षेत्रक’ भी कहते हैं।
  • सकल घरेलू उत्पाद (GDP): किसी देश के भीतर एक वर्ष में उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं का कुल मौद्रिक मूल्य।
  • प्रच्छन्न बेरोजगारी (Disguised Unemployment): (छिपी हुई बेरोजगारी) यह तब होती है जब लोग काम करते हुए तो दिखते हैं, लेकिन वास्तव में उनकी उत्पादकता शून्य होती है (जैसे जरूरत से ज्यादा लोगों का एक खेत में काम करना)।
  • संगठित (Organised) और असंगठित (Unorganised) क्षेत्रक: संगठित क्षेत्र में नौकरी की सुरक्षा, निश्चित काम के घंटे और लाभ (जैसे पीएफ, सवेतन छुट्टी) मिलते हैं। असंगठित क्षेत्र (जैसे दिहाड़ी मजदूर, छोटी दुकानें) में ये सब नहीं होता।
  • MGNREGA 2005 (मनरेगा): महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम। ग्रामीण क्षेत्रों में 100 दिन के रोजगार की गारंटी देने वाला कानून।

अति-महत्वपूर्ण प्रश्न-बैंक:

1. सही विकल्प चुनिए (MCQs):

(i) UNDP द्वारा देशों के विकास को मापने के लिए किस सूचकांक का उपयोग किया जाता है?

(a) प्रति व्यक्ति आय (b) विश्व विकास रिपोर्ट (c) मानव विकास सूचकांक (HDI) (d) सकल घरेलू उत्पाद (GDP)

* उत्तर: (c) मानव विकास सूचकांक (HDI)।

(ii) कृषि, डेयरी और खनन किस क्षेत्रक के अंतर्गत आते हैं?

(a) प्राथमिक (b) द्वितीयक (c) तृतीयक (d) संगठित

* उत्तर: (a) प्राथमिक क्षेत्रक।

(iii) जब किसी काम में जरूरत से ज्यादा लोग लगे हों, तो उसे क्या कहते हैं?

(a) मौसमी बेरोजगारी (b) प्रच्छन्न बेरोजगारी (c) संगठित बेरोजगारी (d) शहरी बेरोजगारी

* उत्तर: (b) प्रच्छन्न बेरोजगारी।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(i) विश्व बैंक देशों की तुलना करने के लिए केवल ______ का उपयोग करता है।

* उत्तर: प्रति व्यक्ति आय।

(ii) बैंकिंग और परिवहन ______ क्षेत्रक के उदाहरण हैं।

* उत्तर: तृतीयक (सेवा)।

(iii) मनरेगा (MGNREGA) कानून वर्ष ______ में लागू किया गया।

* उत्तर: 2005.

3. सत्य/असत्य बताइए:

(i) प्राथमिक क्षेत्रक को ‘सेवा क्षेत्रक’ भी कहा जाता है।

* उत्तर: असत्य (तृतीयक क्षेत्रक को कहते हैं)।

(ii) ‘छिपी हुई बेरोजगारी’ मुख्य रूप से कृषि क्षेत्र में पाई जाती है।

* उत्तर: सत्य।

4. सही जोड़ी बनाइए:

| स्तंभ A (गतिविधि) | स्तंभ B (क्षेत्रक) |

| :— | :— |

| 1. मछली पकड़ना | (a) द्वितीयक क्षेत्रक |

| 2. कार बनाना (विनिर्माण) | (b) तृतीयक क्षेत्रक |

| 3. बैंकिंग (सेवा) | (c) प्राथमिक क्षेत्रक |

* उत्तर: 1-(c), 2-(a), 3-(b)

5. एक शब्द/वाक्य में उत्तर:

(i) HDI का पूरा नाम क्या है?

* उत्तर: मानव विकास सूचकांक (Human Development Index)।

(ii) GDP का पूरा नाम क्या है?

* उत्तर: सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Product)।

6. लघु उत्तरीय प्रश्न (2/3 अंक):

(i) विश्व बैंक और UNDP द्वारा उपयोग किए जाने वाले विकास के मापदंडों में क्या मुख्य अंतर है?

* उत्तर: विश्व बैंक केवल आय (प्रति व्यक्ति आय) को मापदंड मानता है। यह एक संकीर्ण मापदंड है। UNDP प्रति व्यक्ति आय के साथ-साथ शिक्षा (साक्षरता दर) और स्वास्थ्य (जीवन प्रत्याशा) को भी विकास का मापदंड मानता है, जो विकास का एक व्यापक और बेहतर माप है।

(ii) प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रक में उदाहरण सहित अंतर स्पष्ट कीजिए।

* उत्तर: प्राथमिक: इसमें प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर उत्पादन किया जाता है (जैसे – कृषि, खनन)। द्वितीयक: इसमें प्राकृतिक उत्पादों को विनिर्माण द्वारा अन्य रूपों में बदला जाता है (जैसे – कपास से कपड़ा बनाना, फैक्ट्री)। तृतीयक: यह अन्य दो क्षेत्रकों को सेवाएँ प्रदान करता है (जैसे – बैंकिंग, परिवहन, शिक्षण)।

7. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (4/5 अंक):

(i) “संगठित” और “असंगठित” क्षेत्रकों के बीच रोजगार की स्थितियों की तुलना कीजिए।

* उत्तर:

| संगठित क्षेत्रक (Organised) | असंगठित क्षेत्रक (Unorganised) |

| :— | :— |

| 1. यह सरकार के पास पंजीकृत होता है। | 1. यह सरकार के पास पंजीकृत नहीं होता, बिखरा हुआ होता है। |

| 2. इसमें रोजगार की शर्तें और अवधि निश्चित होती है (नौकरी सुरक्षा)। | 2. रोजगार अनिश्चित होता है, नौकरी कभी भी जा सकती है। |

| 3. कर्मचारियों को सवेतन छुट्टी, भविष्य निधि (PF), चिकित्सा लाभ मिलते हैं। | 3. ऐसे किसी लाभ की कोई गारंटी नहीं होती। |

| 4. काम के घंटे निश्चित होते हैं (जैसे 8 घंटे)। | 4. काम के घंटे निश्चित नहीं होते, अक्सर ओवरटाइम का भुगतान नहीं होता। |

| 5. उदाहरण: बैंक कर्मचारी, सरकारी शिक्षक। | 5. उदाहरण: दिहाड़ी मजदूर, छोटी दुकान का कर्मचारी। |

(ii) भारत में ‘तृतीयक क्षेत्रक’ (सेवा क्षेत्रक) इतना महत्वपूर्ण क्यों होता जा रहा है?

* उत्तर: इसके कई कारण हैं: 1. किसी भी देश में अस्पताल, स्कूल, परिवहन, बैंक, डाक जैसी बुनियादी सेवाओं की आवश्यकता होती है। 2. कृषि और उद्योग के विकास से परिवहन, व्यापार और भंडारण जैसी सेवाओं का विकास होता है। 3. जैसे-जैसे लोगों की आय बढ़ती है, लोग रेस्तरां, पर्यटन, शॉपिंग, निजी स्कूल जैसी अधिक सेवाओं की मांग करने लगते हैं। 4. पिछले दशकों में, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (IT) पर आधारित नई सेवाएँ बहुत महत्वपूर्ण हो गई हैं और इनका उत्पादन तेजी से बढ़ा है।

अध्याय 3: मुद्रा और साख

महत्वपूर्ण तथ्य (विस्तृत सारांश):

  • वस्तु विनिमय (Barter System): मुद्रा के उपयोग के बिना, वस्तुओं के बदले वस्तुओं का लेन-देन (जैसे – जूते के बदले गेहूँ)।
  • आवश्यकताओं का दोहरा संयोग (Double Coincidence of Wants): वस्तु विनिमय की मुख्य शर्त। इसका अर्थ है कि जो आप बेचना चाहते हैं, वही दूसरा व्यक्ति खरीदने को तैयार हो। यह एक बहुत बड़ी बाधा थी।
  • मुद्रा (Money): मुद्रा विनिमय का माध्यम है। यह “आवश्यकताओं के दोहरे संयोग” की समस्या को समाप्त करती है।
  • आधुनिक मुद्रा: करेंसी (कागजी नोट और सिक्के) और बैंकों में जमा (डिमांड डिपॉजिट/चेक)।
  • RBI (भारतीय रिजर्व बैंक): भारत का केंद्रीय बैंक। यह भारत सरकार की ओर से करेंसी नोट जारी करता है। यह बैंकों के कामकाज की निगरानी करता है (जैसे, बैंक कितना नकद रखते हैं, किसे ऋण दे रहे हैं)।
  • साख (Credit – ऋण): ऋण। इसके दो स्रोत हैं:
    1. औपचारिक (Formal): बैंक और सहकारी समितियाँ। ये RBI की निगरानी में काम करते हैं। इनकी ब्याज दर कम और निश्चित होती है।
    2. अनौपचारिक (Informal): साहूकार, दोस्त, रिश्तेदार, व्यापारी। इन पर कोई निगरानी नहीं होती। इनकी ब्याज दर बहुत अधिक और अनिश्चित होती है। ये अक्सर कर्जदार को ‘ऋण-जाल’ (Debt trap) में फँसा देते हैं।
  • स्वयं सहायता समूह (SHGs – Self-Help Groups): 15-20 सदस्यों (आमतौर पर महिलाएँ) का समूह जो अपनी छोटी-छोटी बचत इकट्ठा करते हैं। यह समूह अपनी जमा पूँजी से सदस्यों को कम ब्याज पर ऋण देता है। यह गरीबों को अनौपचारिक स्रोतों (साहूकारों) से बचाता है।

अति-महत्वपूर्ण प्रश्न-बैंक:

1. सही विकल्प चुनिए (MCQs):

(i) “आवश्यकताओं का दोहरा संयोग” किस प्रणाली की मुख्य विशेषता है?

(a) मुद्रा प्रणाली (b) वस्तु विनिमय प्रणाली (c) बैंकिंग प्रणाली (d) साख प्रणाली

* उत्तर: (b) वस्तु विनिमय प्रणाली।

(ii) भारत में करेंसी नोट कौन जारी करता है?

(a) वित्त मंत्रालय (b) भारतीय स्टेट बैंक (c) राष्ट्रपति (d) भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)

* उत्तर: (d) भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)।

(iii) निम्नलिखित में से कौन सा ऋण का एक ‘औपचारिक’ स्रोत है?

(a) साहूकार (b) सहकारी समिति (बैंक) (c) व्यापारी (d) रिश्तेदार

* उत्तर: (b) सहकारी समिति (बैंक)।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(i) मुद्रा के उपयोग ने ______ की समस्या को समाप्त कर दिया है।

* उत्तर: आवश्यकताओं के दोहरे संयोग।

(ii) ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब महिलाओं के छोटे-छोटे बचत समूहों को ______ कहते हैं।

* उत्तर: स्वयं सहायता समूह (SHGs)।

3. सत्य/असत्य बताइए:

(i) साहूकारों से ऋण लेना ‘औपचारिक’ ऋण का उदाहरण है।

* उत्तर: असत्य (यह अनौपचारिक है)।

(ii) RBI बैंकों के कामकाज की निगरानी करता है।

* उत्तर: सत्य।

4. एक शब्द/वाक्य में उत्तर:

(i) बैंकों में जमा वह धन, जिसे माँगने पर (चेक द्वारा) निकाला जा सकता है, क्या कहलाता है?

* उत्तर: माँग जमा (Demand Deposit)।

(ii) ‘ऋण-जाल’ (Debt trap) क्या है?

* उत्तर: ऐसी स्थिति जिसमें कर्जदार पुराना कर्ज चुकाने के लिए नया कर्ज लेने पर मजबूर हो जाता है।

5. लघु उत्तरीय प्रश्न (2/3 अंक):

(i) मुद्रा (Money) विनिमय का एक बेहतर माध्यम क्यों है?

* उत्तर: क्योंकि मुद्रा “आवश्यकताओं के दोहरे संयोग” की समस्या को समाप्त कर देती है। यदि आपके पास मुद्रा है, तो आप वस्तु विनिमय की तरह ऐसे व्यक्ति को खोजने (जो आपका सामान ले और आपको आपकी जरूरत का सामान दे) के बजाय, आसानी से कुछ भी खरीद या बेच सकते हैं। यह मूल्य के मापक का कार्य भी करती है।

(ii) ‘स्वयं सहायता समूह’ (SHGs) गरीबों के लिए क्यों महत्वपूर्ण हैं?

* उत्तर: 1. यह गरीबों (विशेषकर महिलाओं) को छोटी-छोटी बचत करने के लिए प्रेरित करते हैं। 2. यह सदस्यों को बहुत कम ब्याज दर पर ऋण देते हैं, जिससे वे साहूकारों के चंगुल से बच जाते हैं। 3. यह ग्रामीण महिलाओं को संगठित करते हैं और उन्हें सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच देते हैं।

6. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (4/5 अंक):

(i) ऋण के “औपचारिक” और “अनौपचारिक” स्रोतों में अंतर स्पष्ट कीजिए। भारत में औपचारिक ऋण को बढ़ाना क्यों आवश्यक है?

* उत्तर:

| औपचारिक स्रोत (Formal) | अनौपचारिक स्रोत (Informal) |

| :— | :— |

| 1. इसमें बैंक और सहकारी समितियाँ शामिल हैं। | 1. इसमें साहूकार, मित्र, व्यापारी, रिश्तेदार शामिल हैं। |

| 2. ये RBI की निगरानी में काम करते हैं। | 2. इन पर कोई सरकारी निगरानी नहीं होती। |

| 3. इनकी ब्याज दरें निश्चित और कम होती हैं। | 3. इनकी ब्याज दरें बहुत अधिक और अनिश्चित होती हैं। |

| 4. ये आमतौर पर ‘ऋण-जाल’ (Debt trap) में नहीं फँसाते। | 4. इसमें कर्जदार के ‘ऋण-जाल’ में फँसने का खतरा अधिक होता है। |

  • आवश्यकता: भारत में औपचारिक ऋण को बढ़ाना आवश्यक है क्योंकि आज भी गरीब और ग्रामीण लोग अनौपचारिक स्रोतों पर निर्भर हैं, जो उनका शोषण करते हैं और उन्हें ‘ऋण-जाल’ में फँसा देते हैं। सस्ता और सुलभ औपचारिक ऋण (बैंकों से) देश के विकास, कृषि और छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।

अध्याय 4 & 5: वैश्वीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था / उपभोक्ता अधिकार

महत्वपूर्ण तथ्य (विस्तृत सारांश):

  • वैश्वीकरण (Globalisation): विभिन्न देशों के बीच परस्पर संबंध और तीव्र एकीकरण की प्रक्रिया। यह प्रक्रिया बहुराष्ट्रीय कंपनियों (MNCs) द्वारा विदेशी व्यापार और विदेशी निवेश के माध्यम से की जाती है।
  • MNC (बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ): वे कंपनियाँ जो एक से अधिक देशों में उत्पादन पर नियंत्रण या स्वामित्व रखती हैं (जैसे – कोका-कोला, फोर्ड मोटर्स)।
  • उदारीकरण (Liberalisation): सरकार द्वारा व्यापार और निवेश पर से अवरोधों (Barriers) या प्रतिबंधों (जैसे आयात पर टैक्स, कोटा) को हटाने की प्रक्रिया। 1991 में भारत ने उदारीकरण की नीति अपनाई।
  • WTO (विश्व व्यापार संगठन): 1995 में स्थापित अंतर्राष्ट्रीय संगठन। इसका मुख्य उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को उदार (मुक्त) बनाना और व्यापार नियमों को लागू करना है।
  • उपभोक्ता आंदोलन: बाजार में उपभोक्ताओं के शोषण (कम तौलना, मिलावट, अधिक कीमत) के खिलाफ शुरू हुआ।
  • कोपरा (COPRA, 1986): भारत सरकार द्वारा पारित “उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम”।
  • उपभोक्ता अधिकार:
    1. सुरक्षा का अधिकार: खतरनाक उत्पादों से सुरक्षा।
    2. सूचना का अधिकार: उत्पाद के बारे में सही जानकारी (MRP, Expiry date) पाना। (RTI 2005)
    3. चुनने का अधिकार: विभिन्न उत्पादों में से अपनी पसंद का चुनने का अधिकार।
    4. क्षतिपूर्ति निवारण का अधिकार: खराब वस्तु या सेवा मिलने पर हर्जाना पाने का अधिकार (उपभोक्ता अदालतों द्वारा)।
  • मानक चिह्न: ISI (इलेक्ट्रॉनिक्स/औद्योगिक), Agmark (कृषि उत्पाद), Hallmark (आभूषण/सोना)।

अति-महत्वपूर्ण प्रश्न-बैंक:

1. सही विकल्प चुनिए (MCQs):

(i) एक से अधिक देशों में उत्पादन करने वाली कंपनियों को क्या कहते हैं?

(a) राष्ट्रीय कंपनियाँ (b) बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ (MNCs) (c) स्वयं सहायता समूह (d) सहकारी समितियाँ

* उत्तर: (b) बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ (MNCs)।

(ii) भारत में ‘कोपरा’ (COPRA) कानून कब पारित किया गया?

(a) 1980 (b) 1986 (c) 1991 (d) 2005

* उत्तर: (b) 1986.

(iii) कृषि उत्पादों की गुणवत्ता के लिए किस मानक चिह्न का उपयोग किया जाता है?

(a) ISI (b) Hallmark (c) Agmark (d) ISO

* उत्तर: (c) Agmark.

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(i) सरकार द्वारा व्यापार पर से अवरोधों को हटाने की प्रक्रिया ______ कहलाती है।

* उत्तर: उदारीकरण (Liberalisation)।

(ii) WTO (विश्व व्यापार संगठन) की स्थापना ______ में हुई।

* उत्तर: 1995.

3. सत्य/असत्य बताइए:

(i) वैश्वीकरण से केवल विकसित देशों को ही लाभ हुआ है।

* उत्तर: असत्य (इसका लाभ असमान रहा है, लेकिन विकासशील देशों को भी हुआ है)।

(ii) ‘सूचना का अधिकार’ (RTI) 2005 में पारित हुआ।

* उत्तर: सत्य।

4. एक शब्द/वाक्य में उत्तर:

(i) आभूषणों (सोने) की गुणवत्ता के लिए किस चिह्न का उपयोग होता है?

* उत्तर: हॉलमार्क (Hallmark)।

(ii) ‘कोपरा’ (COPRA) का पूरा नाम क्या है?

* उत्तर: उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम (Consumer Protection Act)।

5. लघु उत्तरीय प्रश्न (2/3 अंक):

(i) “वैश्वीकरण” (Globalisation) से आप क्या समझते हैं?

* उत्तर: वैश्वीकरण का अर्थ है विभिन्न देशों के बीच परस्पर संबंध और तीव्र एकीकरण की प्रक्रिया। यह प्रक्रिया बहुराष्ट्रीय कंपनियों (MNCs) द्वारा विदेशी व्यापार और विदेशी निवेश के माध्यम से की जाती है। इसमें वस्तुओं, सेवाओं, प्रौद्योगिकी और श्रम का मुक्त प्रवाह शामिल है।

(ii) “उदारीकरण” (Liberalisation) क्या है? 1991 में भारत ने इसे क्यों अपनाया?

* उत्तर: सरकार द्वारा व्यापार और निवेश पर लगाए गए अवरोधों (जैसे आयात पर टैक्स, कोटा) को हटाने की प्रक्रिया को उदारीकरण कहा जाता है। भारत ने 1991 में इसे इसलिए अपनाया ताकि भारतीय कंपनियाँ विश्व की कंपनियों से प्रतिस्पर्धा कर सकें, विदेशी निवेश आकर्षित हो सके और अर्थव्यवस्था का तेजी से विकास हो सके।

(iii) एक उपभोक्ता के रूप में आपके कोई तीन मुख्य अधिकार क्या हैं?

* उत्तर: 1. सुरक्षा का अधिकार: खतरनाक उत्पादों (जैसे खराब बिजली के उपकरण) से सुरक्षा पाना। 2. सूचना का अधिकार: उत्पाद के बारे में सही जानकारी (MRP, Expiry date, Ingredients) पाना। 3. चुनने का अधिकार: विभिन्न उत्पादों में से अपनी पसंद का चुनने का अधिकार। (या 4. क्षतिपूर्ति का अधिकार: खराब वस्तु या सेवा मिलने पर हर्जाना पाने का अधिकार।)

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