MP Board Class 9 English Picture Guided Composition Features
A complete guide on “Picture Guided Composition,” covering all the essential aspects like vocabulary, sequencing, decoding, creative thinking and comprehension. This article will help you master the art of writing descriptive compositions based on images.
Picture Guided Composition: How to Write a Story or Description Based on a Picture
MP Board Class 9 English Picture Guided Composition Features : चित्र-आधारित रचना (Picture Guided Composition) आपकी कल्पना, अवलोकन कौशल और लेखन क्षमता का परीक्षण करने का एक शानदार तरीका है। इसमें आपको एक चित्र दिया जाता है और आपको उस चित्र को देखकर एक कहानी, विवरण या किसी घटना पर आधारित पैराग्राफ लिखना होता है। यह सिर्फ चित्र को देखने के बारे में नहीं है, बल्कि उसके पीछे की कहानी को समझने, शब्दों में ढालने और उसे आकर्षक बनाने के बारे में भी है।
Picture Guided Composition is a fantastic way to test your imagination, observation skills, and writing ability. In this, you are given a picture, and you have to write a story, description, or a paragraph based on an event inspired by that picture. It’s not just about looking at the picture but also about understanding the story behind it, putting it into words and making it engaging.
आइए, चित्र-आधारित रचना के प्रमुख पहलुओं को समझते हैं:
et’s understand the key aspects of Picture Guided Composition:
1. चित्र को समझना (Decoding the Picture / Comprehension)
सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है चित्र को ध्यान से समझना और उसकी हर बारीकी पर गौर करना। इसे Decoding the Picture या Comprehension कहते हैं।
The first and most important step is to carefully understand the picture and observe every detail. This is called Decoding the Picture or Comprehension.
- ध्यान से देखें (Observe Carefully):
- मुख्य विषय (Main Subject): चित्र में मुख्य रूप से क्या दिखाया गया है? (जैसे, एक पार्क, एक बाजार, एक त्योहार, कुछ लोग, जानवर)।
- लोग और पात्र (People and Characters): कौन-कौन से लोग हैं? वे क्या कर रहे हैं? उनकी उम्र क्या है? उनके हाव-भाव (expressions) कैसे हैं? वे क्या महसूस कर रहे होंगे?
- स्थान (Setting): यह कहाँ का दृश्य है? (शहर, गाँव, जंगल, घर के अंदर, बाहर)। समय क्या है? (सुबह, शाम, दिन, रात)। मौसम कैसा है? (धूप, बारिश, बर्फीला)।
- वस्तुएँ और विवरण (Objects and Details): चित्र में और क्या-क्या वस्तुएँ हैं? (जैसे, पेड़, इमारतें, गाड़ियाँ, फूल, खिलौने)। उनके रंग और आकार क्या हैं?
- पृष्ठभूमि और अग्रभूमि (Background and Foreground): सामने (foreground) और पीछे (background) क्या है? क्या कोई चीज़ दूर या पास दिख रही है?
- सामान्य भावना (Overall Mood/Feeling): चित्र को देखकर आपको कैसा महसूस होता है? (खुशी, उदासी, शांति, उत्साह, डर)।
- प्रश्नों का उत्तर दें (Answer Questions): अपने मन में इन सवालों के जवाब दें:
- What do I see? (मैं क्या देखता हूँ?)
- Who are the characters? (पात्र कौन हैं?)
- Where is the scene taking place? (दृश्य कहाँ हो रहा है?)
- When is it happening? (यह कब हो रहा है?)
- What are they doing? (वे क्या कर रहे हैं?)
- Why are they doing it? (वे ऐसा क्यों कर रहे हैं?) – यह कल्पना के लिए है।
- How do I feel about the picture? (चित्र के बारे में मुझे कैसा महसूस होता है?)
2. शब्दावली को सुदृढ़ करना (Reinforcing Vocabulary)
चित्र का वर्णन करने और अपनी रचना को प्रभावी बनाने के लिए सही और सटीक शब्दों का प्रयोग करना बहुत ज़रूरी है। इसे Reinforcing Vocabulary कहते हैं।
Using correct and precise words to describe the picture and make your composition effective is very important. This is called Reinforcing Vocabulary.
- विशेषण (Adjectives): वस्तुओं, लोगों, स्थानों आदि का वर्णन करने के लिए।
- रंग: bright (चमकीला), dark (गहरा), colourful (रंगीन), dull (फीका)
- आकार/माप: huge (विशाल), tiny (छोटा), tall (ऊंचा), wide (चौड़ा), narrow (संकीर्ण)
- भाव/विशेषता: happy (खुश), sad (उदास), lively (जीवंत), peaceful (शांत), crowded (भीड़भाड़ वाला), calm (शांत), busy (व्यस्त), beautiful (सुंदर), old (पुराना), new (नया), sparkling (चमकदार)
- मौसम: sunny (धूप वाला), rainy (बारिश वाला), cloudy (बादल छाए हुए), chilly (ठंडा)
- क्रियाएँ (Verbs): पात्रों या वस्तुओं द्वारा की जा रही क्रियाओं का वर्णन करने के लिए।
- लोगों के लिए: playing (खेलना), running (दौड़ना), sitting (बैठना), laughing (हँसना), talking (बात करना), working (काम करना), observing (अवलोकन करना), painting (पेंट करना), reading (पढ़ना)
- वस्तुओं के लिए: shining (चमकना), flowing (बहना), standing (खड़ा होना), growing (बढ़ना)
- क्रियाविशेषण (Adverbs): क्रियाओं या विशेषणों का वर्णन करने के लिए।
- तरीका: quickly (जल्दी से), slowly (धीरे-धीरे), happily (खुशी से), sadly (उदासी से), loudly (जोर से), quietly (चुपचाप)
- स्थान: here (यहाँ), there (वहाँ), everywhere (हर जगह), nearby (पास में)
- समय: suddenly (अचानक), often (अक्सर), always (हमेशा)
- संज्ञाएँ (Nouns): चित्र में दिख रही विभिन्न वस्तुओं, व्यक्तियों या स्थानों के नाम।
- tree (पेड़), flower (फूल), river (नदी), mountain (पहाड़), market (बाजार), children (बच्चे), bird (पक्षी), sky (आकाश), clouds (बादल), building (इमारत), road (सड़क)
- भावनात्मक शब्द (Emotional Words): चित्र के मूड या भावना को व्यक्त करने के लिए।
- joy (खुशी), wonder (आश्चर्य), excitement (उत्साह), peace (शांति), sorrow (दुःख), fear (डर)
3. दृश्यों का अनुक्रमण (Sequencing the Sentences)
अपनी रचना को व्यवस्थित और समझने में आसान बनाने के लिए वाक्यों को एक तार्किक क्रम में व्यवस्थित करना महत्वपूर्ण है। इसे Sequencing कहते हैं।
Arranging sentences in a logical order to make your composition organized and easy to understand is important. This is called Sequencing.
- सामान्य से विशिष्ट (General to Specific):
- पहले चित्र का एक सामान्य अवलोकन दें। (जैसे, “यह एक सुंदर पार्क का दृश्य है।”)
- फिर विशिष्ट विवरणों पर जाएँ। (जैसे, “पार्क में बच्चे खेल रहे हैं, और फूल खिले हैं।”)
- स्थान के अनुसार (Based on Location):
- दूर से शुरू करें और पास की चीज़ों की ओर बढ़ें। (जैसे, “पृष्ठभूमि में ऊंचे पहाड़ हैं। उनके सामने एक नदी बह रही है। नदी के किनारे एक छोटा गाँव है।”)
- या, एक कोने से शुरू करें और दूसरे कोने की ओर बढ़ें।
- महत्व के अनुसार (Based on Importance):
- सबसे महत्वपूर्ण या ध्यान खींचने वाली चीज़ का पहले वर्णन करें, फिर कम महत्वपूर्ण विवरणों का।
- समय के अनुसार (Based on Time – यदि कहानी है तो):
- यदि आप एक कहानी लिख रहे हैं, तो घटनाओं को कालानुक्रमिक क्रम (chronological order) में व्यवस्थित करें – पहले क्या हुआ, फिर क्या, और अंत में क्या।
- Beginning (शुरुआत)
- Middle (मध्य)
- End (अंत)
- यदि आप एक कहानी लिख रहे हैं, तो घटनाओं को कालानुक्रमिक क्रम (chronological order) में व्यवस्थित करें – पहले क्या हुआ, फिर क्या, और अंत में क्या।
- संयोजक शब्दों का प्रयोग करें (Use Transition Words): अपने वाक्यों को जोड़ने के लिए संयोजक शब्दों का प्रयोग करें:
- जोड़ने के लिए: and (और), also (भी), furthermore (इसके अलावा), moreover (इसके अतिरिक्त)
- समय के लिए: then (फिर), next (अगला), suddenly (अचानक), meanwhile (इसी बीच), finally (अंततः), after that (उसके बाद)
- स्थान के लिए: nearby (पास में), in the background (पृष्ठभूमि में), in the foreground (अग्रभूमि में), on the left (बाईं ओर), on the right (दाईं ओर), behind (पीछे), in front of (सामने)
4. रचनात्मक सोच (Creative Thinking)
एक अच्छी रचना केवल चित्र को देखकर वर्णन करने से कहीं बढ़कर होती है; इसमें आपकी अपनी कल्पना और रचनात्मकता का भी समावेश होना चाहिए। इसे Creative Thinking कहते हैं।
A good composition is much more than just describing what you see in the picture; it should also involve your own imagination and creativity. This is called Creative Thinking.
- चित्र के पीछे की कहानी (Story Behind the Picture):
- कल्पना करें कि चित्र में क्या हो रहा है और क्यों। (जैसे, यदि बच्चे खुश दिख रहे हैं, तो क्यों? क्या कोई त्योहार है? क्या वे पिकनिक पर हैं?)
- चित्र में क्या हुआ होगा? और इसके बाद क्या होगा? (यदि आप कहानी लिख रहे हैं तो)।
- भावनाएँ और विचार (Emotions and Thoughts):
- पात्र क्या सोच रहे होंगे या महसूस कर रहे होंगे? उनके संवाद (dialogues) क्या हो सकते हैं? (हालांकि आमतौर पर संवाद नहीं लिखने होते, यह सोचने से आपको बेहतर वर्णन करने में मदद मिलती है।)
- संवेदी विवरण (Sensory Details):
- चित्र में आप क्या देख सकते हैं (जो स्पष्ट है)।
- लेकिन, आप क्या सुन सकते हैं? (जैसे, पक्षियों का चहचहाना, बच्चों की हँसी, नदी का कलकल)।
- आप क्या सूंघ सकते हैं? (जैसे, ताजे फूलों की खुशबू, बारिश के बाद मिट्टी की गंध)।
- आप क्या महसूस कर सकते हैं? (जैसे, सूरज की गर्मी, ठंडी हवा, पानी का स्पर्श)।
- ये विवरण आपकी रचना को अधिक जीवंत बनाते हैं।
- एक आकर्षक शीर्षक दें (Give an Interesting Title): आपकी रचना के लिए एक छोटा और आकर्षक शीर्षक चुनें जो चित्र के विषय या आपकी कहानी को दर्शाता हो।
रचना लिखने की चरण-दर-चरण प्रक्रिया (Step-by-Step Process for Writing the Composition)
- विश्लेषण (Analyze): चित्र को गहराई से देखें (Decoding/Comprehension)। सभी विवरणों पर ध्यान दें।
- विचार-मंथन (Brainstorm): चित्र से संबंधित शब्द, वाक्यांश और विचार (Vocabulary) अपनी कॉपी पर लिखें।
- रूपरेखा बनाएं (Create an Outline): अपने विचारों को क्रमबद्ध करें (Sequencing)। तय करें कि आप किस क्रम में विवरण देंगे या कहानी सुनाएंगे।
- पहला ड्राफ्ट लिखें (Write the First Draft): अपनी रूपरेखा के अनुसार लिखना शुरू करें।
- शुरुआत (Introduction): चित्र का सामान्य परिचय दें (यह क्या है, कहाँ का है)।
- मध्य भाग (Body Paragraphs): विभिन्न विवरणों का वर्णन करें, घटनाओं को क्रम में रखें, और अपनी रचनात्मक सोच (Creative Thinking) का प्रयोग करें।
- निष्कर्ष (Conclusion): एक छोटा सा निष्कर्ष दें जो चित्र की समग्र भावना को बताता हो या आपकी कहानी को समाप्त करता हो।
- संशोधन और सुधार (Revise and Refine):
- अपनी रचना को फिर से पढ़ें।
- व्याकरण (grammar), वर्तनी (spelling) और विराम चिह्नों (punctuation) की गलतियाँ सुधारें।
- जांचें कि क्या आपने सभी निर्देशों का पालन किया है।
- देखें कि क्या आप कुछ शब्दों को और बेहतर बना सकते हैं (Vocabulary)।
- सुनिश्चित करें कि वाक्य तार्किक रूप से जुड़े हुए हैं (Sequencing)।
इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर आप चित्र-आधारित रचनाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं। यह सिर्फ एक अभ्यास नहीं है बल्कि अपनी कल्पना और लेखन कौशल को निखारने का एक अवसर है!
By keeping all these aspects in mind, you can excel in picture-guided compositions. This is not just an exercise, but an opportunity to refine your imagination and writing skills!

आइए इस चित्र को देखकर एक विस्तृत रचना लिखते हैं, जिसमें हमने चर्चा किए गए सभी पहलुओं को चरण-दर-चरण शामिल किया है।
A Journey of Discovery in the Lab: A Scientist’s Dedication
यहाँ चित्र पर आधारित रचना और उसके निर्माण की चरण-दर-चरण प्रक्रिया दी गई है:
Here is the composition based on the picture, along with the step-by-step process of its creation:
चरण 1: चित्र को समझना (Decoding the Picture / Comprehension)
सबसे पहले, चित्र का ध्यानपूर्वक अवलोकन करें और समझें कि इसमें क्या दिखाया गया है:
- मुख्य विषय: एक दाढ़ी वाला पुरुष (वैज्ञानिक या तकनीशियन) एक सफेद लैब कोट पहने हुए है।
- वह क्या कर रहा है: वह एक माइक्रोस्कोप में बहुत ध्यान से देख रहा है और अपने हाथों से उसकी सेटिंग्स को समायोजित कर रहा है।
- स्थान: यह एक आधुनिक और सुव्यवस्थित प्रयोगशाला लगती है।
- अन्य वस्तुएं: डेस्क पर माइक्रोस्कोप के अलावा, एक कंप्यूटर स्क्रीन है जिस पर कोशिका जैसी संरचनाएं दिख रही हैं, रंगीन तरल पदार्थों वाली टेस्ट ट्यूब का एक रैक है, और पृष्ठभूमि में एक मानव शरीर का मॉडल भी दिखाई दे रहा है।
- समग्र भावना: एकाग्रता, सटीकता, वैज्ञानिक अन्वेषण और समर्पण का माहौल।
(Comprehension/Decoding completed by internalizing these observations.)
चरण 2: शब्दावली को सुदृढ़ करना (Reinforcing Vocabulary)
अब, चित्र में जो देखा है उसे प्रभावी ढंग से व्यक्त करने के लिए उपयुक्त शब्दों का चयन करें।
- संज्ञाएँ (Nouns): वैज्ञानिक, तकनीशियन, प्रयोगशाला, माइक्रोस्कोप, लेंस, नमूना (sample), कोशिकाएँ (cells), निदान (diagnosis), अनुसंधान (research), स्क्रीन, टेस्ट ट्यूब, रसायन (chemicals), मॉडल, एकाग्रता, सटीकता, समर्पण।
- क्रियाएँ (Verbs): अवलोकन करना (observing), जांचना (examining), विश्लेषण करना (analyzing), समायोजित करना (adjusting), खोजना (seeking), समझना (understanding), अध्ययन करना (studying), मदद करना (aiding), योगदान करना (contributing)।
- विशेषण (Adjectives): केंद्रित (focused), सावधानीपूर्वक (meticulous), समर्पित (dedicated), बाँझ (sterile), सटीक (precise), महत्वपूर्ण (crucial), सूक्ष्म (microscopic), जटिल (complex), अभिनव (innovative), आधुनिक (modern), तीव्र (intense)।
- क्रियाविशेषण (Adverbs): ध्यानपूर्वक (intently), सावधानी से (carefully), गहराई से (deeply), वैज्ञानिक रूप से (scientifically), धैर्यपूर्वक (patiently)।
(Vocabulary selected and will be integrated into the writing.)
चरण 3: दृश्यों का अनुक्रमण (Sequencing the Sentences)
अपनी रचना को एक तार्किक प्रवाह देने के लिए, हम इसे इस क्रम में व्यवस्थित करेंगे:
- परिचय: दृश्य का एक सामान्य परिचय और मुख्य व्यक्ति का उल्लेख।
- मुख्य क्रिया का वर्णन: वह क्या कर रहा है और उसकी मुद्रा कैसी है।
- विस्तृत प्रयोगशाला का विवरण: आसपास की वस्तुओं और उनके महत्व का उल्लेख।
- कार्य का उद्देश्य और महत्व: उसके काम का क्या उद्देश्य हो सकता है और यह कितना महत्वपूर्ण है।
- निष्कर्ष: वैज्ञानिक के समर्पण और उसके काम के व्यापक प्रभाव पर विचार।
(Sequencing plan established.)
चरण 4: रचनात्मक सोच (Creative Thinking)
चित्र से परे जाकर कुछ कल्पना करें और भावनाओं को जोड़ें:
- दृश्य का उद्देश्य: वह क्या देख रहा है? शायद किसी बीमारी का कारण, या मानव कोशिकाओं की जटिलता।
- वैज्ञानिक की भावनाएँ: उसकी एकाग्रता सिर्फ काम नहीं, बल्कि शायद मानव स्वास्थ्य के प्रति उसकी जिम्मेदारी भी दर्शाती है।
- भविष्य का प्रभाव: उसका यह काम किसी बड़ी खोज या निदान में कैसे योगदान दे सकता है।
(Creative inferences will be woven into the narrative.)
चरण 5: रचना लिखना (Writing the Composition)
अब, उपरोक्त सभी चरणों का उपयोग करके रचना लिखते हैं।
Journey of Discovery in the Lab: A Scientist’s Dedication
चित्र एक आधुनिक प्रयोगशाला के दृश्य को दर्शाता है जहाँ एक समर्पित वैज्ञानिक गहनता से अपने काम में लीन है। उसने एक स्वच्छ सफेद लैब कोट पहना हुआ है, जो उसके पेशेवर रवैये को दर्शाता है। उसकी दाढ़ी और केंद्रित निगाहें सीधे माइक्रोस्कोप के लेंस में गड़ी हुई हैं, जिससे पता चलता है कि वह किसी महत्वपूर्ण अवलोकन में व्यस्त है।
The picture illustrates a scene from a modern laboratory where a dedicated scientist is deeply engrossed in his work. He is wearing a clean white lab coat, indicating his professional approach. His beard and focused gaze are fixed intently on the lenses of the microscope, suggesting he is absorbed in a crucial observation.
वैज्ञानिक सावधानीपूर्वक अपने हाथों से माइक्रोस्कोप के समायोजन knobs को घुमा रहा है, जिससे वह नमूने को सबसे स्पष्ट रूप से देख सके। यह उसकी सटीकता और धैर्य को दर्शाता है, जो वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए आवश्यक गुण हैं। उसकी एकाग्रता इतनी गहरी है कि वह अपने आसपास की किसी भी चीज़ से बेखबर प्रतीत होता है, मानो वह सूक्ष्म दुनिया की रहस्यों को सुलझाने में पूरी तरह खो गया हो।
The scientist is carefully turning the adjustment knobs of the microscope with his hands, allowing him to view the sample most clearly. This demonstrates his precision and patience, essential qualities for scientific research. His concentration is so deep that he appears oblivious to anything around him, as if he is completely lost in unraveling the mysteries of the microscopic world.
पृष्ठभूमि में, एक कंप्यूटर स्क्रीन पर कोशिका जैसी संरचनाओं का जटिल पैटर्न दिखाई दे रहा है, जो संभवतः वही है जिसका वह विश्लेषण कर रहा है। पास में रखी रंगीन टेस्ट ट्यूबों का रैक और मानव शरीर का एनाटॉमिकल मॉडल यह संकेत देते हैं कि यह प्रयोगशाला मानव स्वास्थ्य और निदान से संबंधित वैज्ञानिक अनुसंधान या परीक्षणों के लिए समर्पित है। वह शायद किसी बीमारी के कारण को समझने के लिए, या किसी नई चिकित्सा पद्धति के प्रभावों का अध्ययन करने के लिए सूक्ष्म स्तर पर कोशिकाओं की जांच कर रहा है।
In the background, a complex pattern of cell-like structures is visible on a computer screen, likely what he is analyzing. The nearby rack of colored test tubes and an anatomical model of the human body suggest that this laboratory is dedicated to scientific research or tests related to human health and diagnosis. He is likely examining cells at a microscopic level to understand the cause of a disease or to study the effects of a new medical treatment.
यह चित्र दिखाता है कि कैसे एक वैज्ञानिक का समर्पण और लगातार प्रयास मानव जीवन को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऐसे वैज्ञानिक ही हमारी स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान खोजने और हमें एक स्वस्थ भविष्य प्रदान करने में मदद करते हैं। उनका काम सिर्फ प्रयोगशाला में प्रयोग करना नहीं, बल्कि मानवता के लिए नई खोजों और उम्मीदों का द्वार खोलना है।
This picture illustrates how a scientist’s dedication and persistent efforts play a crucial role in improving human lives. Such scientists help find solutions to our health problems and provide us with a healthier future. Their work is not just about conducting experiments in a lab but about opening doors to new discoveries and hopes for humanity.